श्रीचन्द्रशेखरेन्द्रसरस्वतीगुरुस्तुतिपञ्चकम् PDF संस्कृत
Download PDF of Chandrashekharendrasarasvatigurustutipanchakam Sanskrit
Misc ✦ Stuti (स्तुति संग्रह) ✦ संस्कृत
श्रीचन्द्रशेखरेन्द्रसरस्वतीगुरुस्तुतिपञ्चकम् संस्कृत Lyrics
|| श्रीचन्द्रशेखरेन्द्रसरस्वतीगुरुस्तुतिपञ्चकम् ||
शिवगुरुनन्दन-शङ्करशोभित-कामपदाङ्कित-पीठपते
नृपजनवन्दित विश्वमनोहर सर्वकलाधर पूततनो ।
श्रुतिमतपोषक दुर्मतशिक्षक सज्जनरक्षक कल्पतरो
जय जय हे शशिशेखरदेशिक काञ्चिमठेश्वर पालय माम् ॥ १॥
श्रीधर शशिधर भेदविकल्पन दोषनिवारण धीरमते
रघुपतिपूजित-लिङ्गसमर्चन-जातमनोहर शीलतनो ।
बहुविधपण्डितमण्डल-मण्डित संसदिपूजित वेदनिधे
जय जय हे शशिशेखरदेशिक काञ्चिमठेश्वर पालय माम् ॥ २॥
हिमगिरिसम्भव-दिव्यसरिद्वरशोभि-शिरोवर भक्तिनिधे
निजसकलागम-शास्त्रविमर्शक पण्डितमण्डल-वन्द्यतनो ।
बुधजनरञ्जक दुर्जनमानस-दोषनिवारक-वाक्यरते
जय जय हे शशिशेखरदेशिक काञ्चिमठेश्वर पालय माम् ॥ ३॥
मधुसमभाषण दुर्मतशोषण सज्जनपोषण धीरमते
शुकमुनितातज-सूत्रविमर्शक-शङ्करबोधित-भाष्यरते ।
निगमसुलक्षणरक्षण-पण्डित भास्वरमण्डलपोषक हे
जय जय हे शशिशेखरदेशिक काञ्चिमठेश्वर पालय माम् ॥ ४॥
रतिपतिसुन्दररूपमनोहर बुधजनमानस-सारस हे
तुहिनधराधर-पुत्र्यभिमोहित-कामकलेश्वर-पूजक हे ।
कनकधराधर-कामुकनन्दित-कामकला-दृढभक्तनिधे
जय जय हे शशिशेखरदेशिक काञ्चिमठेश्वर पालय माम् ॥ ५॥
इति श्रीचन्द्रशेखरेन्द्रसरस्वतीगुरुस्तुतिपञ्चकं सम्पूर्णम् ।
Join HinduNidhi WhatsApp Channel
Stay updated with the latest Hindu Text, updates, and exclusive content. Join our WhatsApp channel now!
Join Nowश्रीचन्द्रशेखरेन्द्रसरस्वतीगुरुस्तुतिपञ्चकम्
READ
श्रीचन्द्रशेखरेन्द्रसरस्वतीगुरुस्तुतिपञ्चकम्
on HinduNidhi Android App
DOWNLOAD ONCE, READ ANYTIME
Your PDF download will start in 15 seconds
CLOSE THIS
