गुरू ग्रह के मंत्र

|| गुरू ग्रह के मंत्र PDF || गुरू वैदिक मंत्र “ॐ बृहस्पते अति यदर्यो अर्हाद् द्युमद्विभाति क्रतुमज्जनेषु । यद्दीदयच्दवस ऋतप्रजात तदस्मासु द्रविणं धेहि चित्रम्”।। गुरू तांत्रिक मंत्र || गुरु ग्रह के तांत्रिक मंत्र “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः”। गुरू एकाक्षरी बीज मंत्र || गुरु ग्रह का बीज मंत्र “ॐ बृं बृहस्पतये नम:” ।।…

शक्ति मंत्र

|| शक्ति मंत्र PDF || सर्वबाधा मुक्ति मंत्र सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो, धनधान्यसुतान्वितः। मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः।। आदि शक्ति मंत्र आदि शक्ति, आदि शक्ति, आदि शक्ति, नमो नमो सरब शक्ति, सरब शक्ति, सरब शक्ति, नमो नमो प्रीतम भगवती, प्रीतम भगवती, प्रीतम भगवती, नमो नमो कुण्डलिनी माता शक्ति, माता शक्ति, नमो नमो || शक्ति प्राप्ति का मंत्र सृष्टिस्थितिविनाशानां…

रुद्र मंत्र

|| रुद्र मंत्र || ॐ नमो भगवते रुद्राय || रुद्र मंत्र, भगवान शिव के रौद्र रूप को समर्पित एक शक्तिशाली वैदिक मंत्र है। यह केवल शब्दों का समूह नहीं, बल्कि एक गहन आध्यात्मिक उपकरण है जो भक्तों को आंतरिक शक्ति, शांति और सुरक्षा प्रदान करता है। “ॐ नमो भगवते रुद्राय” इस मंत्र का एक प्रचलित…

वैदिक मंत्र (पूर्णाहुति मंत्र, पवमान मंत्र, शिव षडाक्षरी मंत्र, स्वस्तिक मंत्र)

|| वैदिक मंत्र PDF || वैदिक मंत्र हिन्दू धर्म की आध्यात्मिक विरासत के मूल स्तंभ हैं, जो ऊर्जा, शुद्धि और दिव्यता का संचार करते हैं। पूर्णाहुति मंत्र यज्ञ की पूर्णता का प्रतीक होता है, जो देवताओं को अंतिम आहुति समर्पित करते समय बोला जाता है। यह मंत्र ब्रह्मांडीय ऊर्जा से जुड़ने का माध्यम है। पवमान…

राधा मंत्र

|| राधा मंत्र PDF || राधा रानी, भक्ति और प्रेम की प्रतीक मानी जाती हैं। श्रीकृष्ण की आध्यात्मिक शक्ति और उनकी अर्धांगिनी के रूप में राधा का विशेष स्थान है। राधा जी के मंत्रों का जाप करने से मन को शांति, प्रेम में स्थिरता और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। यह मंत्र न केवल भक्त…

Mantra Pushpam Telugu

|| మంత్రపుష్పం (Mantra Pushpam Telugu PDF) || ధాతా పురస్తాద్యముదాజహార | శక్రః ప్రవిద్వాన్ప్రదిశశ్చతస్రః | తమేవం విద్వానమృత ఇహ భవతి | నాన్యః పన్థా అయనాయ విద్యతే | ఓం సహస్రశీర్షం దేవం విశ్వాక్షం విశ్వశంభువమ్ | విశ్వం నారాయణం దేవమక్షరం పరమం పదమ్ | విశ్వతః పరమాన్నిత్యం విశ్వం నారాయణగ్ం హరిమ్ | విశ్వమేవేదం పురుషస్తద్విశ్వముపజీవతి | పతిం విశ్వస్యాత్మేశ్వరగ్ం శాశ్వతగ్ం శివమచ్యుతమ్ | నారాయణం మహాజ్ఞేయం విశ్వాత్మానం పరాయణమ్ | నారాయణ…

श्री अय्यप्प माला धारण मन्त्रम्

|| श्री अय्यप्प माला धारण मन्त्रम् PDF || ज्ञानमुद्रां शास्त्रमुद्रां गुरुमुद्रां नमाम्यहम् । वनमुद्रां शुद्धमुद्रां रुद्रमुद्रां नमाम्यहम् ॥ शान्तमुद्रां सत्यमुद्रां व्रतमुद्रां नमाम्यहम् । शबर्याश्रमसत्येन मुद्रां पातु सदापि मे ॥ गुरुदक्षिणया पूर्वं तस्यानुग्रहकारिणे । शरणागतमुद्राख्यं त्वन्मुद्रां धारयाम्यहम् ॥ चिन्मुद्रां खेचरीमुद्रां भद्रमुद्रां नमाम्यहम् । शबर्याचलमुद्रायै नमस्तुभ्यं नमो नमः ॥ व्रतमाला उद्यापन मन्त्रम् अपूर्वमचलारोह दिव्यदर्शनकारणात् । शास्त्रमुद्रात्मक देव…

ஶ்ரீ அய்யப்ப மாலா தா⁴ரண மந்த்ரம்

|| ஶ்ரீ அய்யப்ப மாலா தா⁴ரண மந்த்ரம் (Ayyappa Mala Dharana Mantram Tamil PDF) || ஜ்ஞாநமுத்³ராம் ஶாஸ்த்ரமுத்³ராம் கு³ருமுத்³ராம் நமாம்யஹம் । வநமுத்³ராம் ஶுத்³த⁴முத்³ராம் ருத்³ரமுத்³ராம் நமாம்யஹம் ॥ ஶாந்தமுத்³ராம் ஸத்யமுத்³ராம் வ்ரதமுத்³ராம் நமாம்யஹம் । ஶப³ர்யாஶ்ரமஸத்யேந முத்³ராம் பாது ஸதா³பி மே ॥ கு³ருத³க்ஷிணயா பூர்வம் தஸ்யாநுக்³ரஹகாரிணே । ஶரணாக³தமுத்³ராக்²யம் த்வந்முத்³ராம் தா⁴ரயாம்யஹம் ॥ சிந்முத்³ராம் கே²சரீமுத்³ராம் ப⁴த்³ரமுத்³ராம் நமாம்யஹம் । ஶப³ர்யாசலமுத்³ராயை நமஸ்துப்⁴யம் நமோ நம꞉ ॥ வ்ரதமாலா உத்³யாபந மந்த்ரம்…

ಶ್ರೀ ಅಯ್ಯಪ್ಪ ಮಾಲಾ ಧಾರಣ ಮಂತ್ರಂ

|| ಶ್ರೀ ಅಯ್ಯಪ್ಪ ಮಾಲಾ ಧಾರಣ ಮಂತ್ರಂ (Ayyappa Mala Dharana Mantram Kannada PDF) || ಜ್ಞಾನಮುದ್ರಾಂ ಶಾಸ್ತ್ರಮುದ್ರಾಂ ಗುರುಮುದ್ರಾಂ ನಮಾಮ್ಯಹಮ್ | ವನಮುದ್ರಾಂ ಶುದ್ಧಮುದ್ರಾಂ ರುದ್ರಮುದ್ರಾಂ ನಮಾಮ್ಯಹಮ್ || ಶಾಂತಮುದ್ರಾಂ ಸತ್ಯಮುದ್ರಾಂ ವ್ರತಮುದ್ರಾಂ ನಮಾಮ್ಯಹಮ್ | ಶಬರ್ಯಾಶ್ರಮಸತ್ಯೇನ ಮುದ್ರಾಂ ಪಾತು ಸದಾಪಿ ಮೇ || ಗುರುದಕ್ಷಿಣಯಾ ಪೂರ್ವಂ ತಸ್ಯಾನುಗ್ರಹಕಾರಿಣೇ | ಶರಣಾಗತಮುದ್ರಾಖ್ಯಂ ತ್ವನ್ಮುದ್ರಾಂ ಧಾರಯಾಮ್ಯಹಮ್ || ಚಿನ್ಮುದ್ರಾಂ ಖೇಚರೀಮುದ್ರಾಂ ಭದ್ರಮುದ್ರಾಂ ನಮಾಮ್ಯಹಮ್ | ಶಬರ್ಯಾಚಲಮುದ್ರಾಯೈ ನಮಸ್ತುಭ್ಯಂ ನಮೋ ನಮಃ || ವ್ರತಮಾಲಾ ಉದ್ಯಾಪನ ಮಂತ್ರಂ…

శ్రీ అయ్యప్ప మాలా ధారణ మంత్రం

|| శ్రీ అయ్యప్ప మాలా ధారణ మంత్రం (Ayyappa Mala Dharana Mantram Telugu PDF) || జ్ఞానముద్రాం శాస్త్రముద్రాం గురుముద్రాం నమామ్యహమ్ | వనముద్రాం శుద్ధముద్రాం రుద్రముద్రాం నమామ్యహమ్ || శాంతముద్రాం సత్యముద్రాం వ్రతముద్రాం నమామ్యహమ్ | శబర్యాశ్రమసత్యేన ముద్రాం పాతు సదాపి మే || గురుదక్షిణయా పూర్వం తస్యానుగ్రహకారిణే | శరణాగతముద్రాఖ్యం త్వన్ముద్రాం ధారయామ్యహమ్ || చిన్ముద్రాం ఖేచరీముద్రాం భద్రముద్రాం నమామ్యహమ్ | శబర్యాచలముద్రాయై నమస్తుభ్యం నమో నమః || వ్రతమాలా ఉద్యాపన మంత్రం…

श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र

|| श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र PDF || निशंक होई रे मना,निर्भय होई रे मना। प्रचंड स्वामीबळ पाठीशी, नित्य आहे रे मना। अतर्क्य अवधूत हे स्मर्तुगामी, अशक्य ही शक्य करतील स्वामी।।१।। जिथे स्वामीचरण तिथे न्युन्य काय, स्वये भक्त प्रारब्ध घडवी ही माय। आज्ञेवीना काळ ही ना नेई त्याला, परलोकी ही ना भीती तयाला अशक्य ही…

कामदेव शाबर मंत्र लाभ सहित

|| कामदेव शाबर मंत्र PDF || ‘ऊँ नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य दृश्यो भवामि यस्य यस्य मम मुखं पश्यति तं तं मोहयतु स्वाहा।’ कामदेव मंत्र ऊँ कामदेवाय विद्महे, रति प्रियायै धीमहि, तन्नो अनंग प्रचोदयात्। मोहिनी कामदेव मंत्र “ॐ नमः काम-देवाय। सहकल सहद्रश सहमसहलिए वन्हे धुनन जनममदर्शनं उत्कण्ठितं कुरु कुरु, दक्ष दक्षु-धर कुसुम-वाणेन हन हन स्वाहा।”…

24 गायत्री मंत्र लाभ सहित

|| 24 गायत्री मंत्र PDF || गणेश – गायत्री मन्त्र ओइम् एक दंष्ट्राय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो बुद्धिः प्रचोदयात्। नृसिंह – गायत्री मन्त्र ओइम् उग्रनृसिंहाय विद्महे बज्रनखाय धीमहि तन्नो नृसिंह प्रचोदयात्। विष्णु – गायत्री मन्त्र ओइम् नारायण विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्। शिव – गायत्री मन्त्र ओइम् पंचवक्त्राय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र प्रचोदयात्।…

श्री वाराही देवी ध्यानम मंत्र अर्थ सहित

|| श्री वाराही देवी ध्यानम मंत्र PDF || पाथोरुहपीठगतां पाथोरुहमेचकां कुटिलदंष्ट्राम् । कपिलाक्षित्रितयां घनकुचकुम्भां प्रणत वाञ्छितवदान्याम् । दक्षोर्ध्वतोऽरिखङ्गां मुसलमभीतिं तदन्यतस्तद्वत् । शङ्खं खेटं हलवरान् करैर्दधानां स्मरामि वार्तालीम् । || श्री वाराही देवी ध्यानम मंत्र अर्थ सहित || पाथोरुहपीठगतां पाथोरुहमेचकां कुटिलदंष्ट्राम्: पत्थर के सीने में बैठी हुई और पत्थर की मूर्ति, कुटिल दंतों वाली धरा की…

पंचदेव गायत्री मंत्र

|| पंचदेव गायत्री मंत्र PDF || गणेश गायत्री मंत्र- ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।। विष्णु गायत्री महामंत्र- ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।। वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकेकनाथम। मां दुर्गा मंत्र- या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥ भगवान शिव- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनानत्…

पंचदेव ध्यान मंत्र

|| पंचदेव ध्यान मंत्र PDF || श्री गणेश मंत्र: “प्रात: स्मरामि गणनाथमनाथबन्धुं सिन्दूरपूरपरिशोभितगण्डयुग्मम्। उद्दण्डविघ्नपरिखण्डनचण्डदण्ड-माखण्डलादिसुरनायकवृन्दवन्द्यम्।।” सूर्य देव मंत्र: “प्रातः स्मरामि खलु तत्सवितुर्वरेण्यं, रूपं हि मण्डलमृचोअथ तनुर्यन्जूषि। सामानि यस्य किरणा: प्रभावादिहेतुं, ब्रह्माहरात्मकमलक्ष्यमचिन्त्यरूपम्।।” भगवान विष्णु मंत्र: “प्रात: स्मरामि भवभीतिमहार्तिनाशं नारायणं गरुडवाहनमब्जनाभम्। महाभिभृतवरवारणमुक्तिहेतुं चक्रायुधं तरुणवारिजपत्रनेत्रम्॥” भगवान शिव मंत्र: “प्रातः स्मरामि भवभीतिहरं सुरेशं गङ्गाधरं वृषभवाहनमम्बिकेशम् । खट्वाङ्गशूलवरदाभयहस्तमीशं संसाररोगहरमौषधमद्वितीयम् ॥” मां…

नवनाथ शाबर मंत्र लाभ व विधि

|| नवनाथ शाबर मंत्र के लाभ || नवनाथ शाबर मंत्र का जाप करने से भय और दुःख का निवारण होता है। नवनाथ शाबर मंत्र का जाप करने से भूत, प्रेत, जादू, टोने का समाधान होता है। इस मंत्र के जाप से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। नवनाथ जी के रूप का ध्यान करके इस मंत्र…

Sankashti Chaturthi 2025: गणेश मंत्र और पूजा विधि

|| Sankashti Chaturthi 2025: गणेश मंत्र और पूजा विधि || संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश का एक महत्वपूर्ण व्रत है। इसे हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। लेकिन ‘विकट संकष्टी चतुर्थी’ का विशेष महत्व है, क्योंकि यह साल में एक बार ही आती है और इस दिन भगवान गणेश के विकट…

सूर्य मंत्र

|| सूर्य मंत्र || ॐ सूर्याय नमः ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकरः ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ। ॐ घृणि सूर्याय नमः ॐ घृणि सूर्य्यः आदित्यः ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय, मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।

दुर्गा पूजा पुष्पांजलि

|| दुर्गा पूजा पुष्पांजलि || प्रथम पुष्पांजली मंत्र ॐ जयन्ती, मङ्गला, काली, भद्रकाली, कपालिनी । दुर्गा, शिवा, क्षमा, धात्री, स्वाहा, स्वधा नमोऽस्तु ते॥ एष सचन्दन गन्ध पुष्प बिल्व पत्राञ्जली ॐ ह्रीं दुर्गायै नमः॥ द्वितीय पुष्पांजली मंत्र ॐ महिषघ्नी महामाये चामुण्डे मुण्डमालिनी । आयुरारोग्यविजयं देहि देवि! नमोऽस्तु ते ॥ एष सचन्दन गन्ध पुष्प बिल्व पत्राञ्जली ॐ…

লক্ষ্মী পূজার মন্ত্র

|| লক্ষ্মী পূজার মন্ত্র (Lakshmi Puja Mantra PDf Bengali) || কোজাগরী লক্ষ্মী পূজার আহ্বান মন্ত্র এস মা লক্ষ্মী, কমল বরণী, কমলালতিকা দেবী কমলিনী- কমল আসনে, বিরাজ কমলা, কমলময়ী ফসলবাসিনী।। কমল বসন, কমল ভূষণ, কমনীয় কান্তি অতি বিমোহন। কোমল করে, শোভিছে কমল, ধাল সিঁদুরে শোভে দেখি শিরে। কোমল কন্ঠে কমল হারে, কোমল বদন দেখি যে সুন্দরে।।…

पृथ्वी मंत्र

|| पृथ्वी मंत्र (Prithvi Mantra PDF) || ॐ पृथ्वीदेव्यै विद्महे सहस्रमूर्तयै धीमहि तन्नो पृथ्वी: प्रचोदयात् || ॐ पृथ्वीदैव्यै विद्महे धराभूर्तये धीमहि तन्नः पृथ्वी प्रचोदयात्। ॐ समुद्र वसने देवी पर्वतस्तन मंडिते | विष्णुपत्नीं नमस्तुभ्यं पादस्पर्श क्षमस्व में ||

अय्यपव्रतमाला उद्यापनमन्त्रम्

|| अय्यपव्रतमाला उद्यापनमन्त्रम् || अपूर्वमचलारोह दिव्यदर्शनकारण । शास्त्रमुद्रात्मक देव देहि मे व्रतविमोचनम् ॥ इति य्यपव्रतमाला उद्यापनमन्त्रम् ॥

श्रीमदय्यप्पमुद्रमालाधारणमन्त्रम्

|| श्रीमदय्यप्पमुद्रमालाधारणमन्त्रम् || ज्ञानमुद्रां शास्त्रमुद्रां गुरुमुद्रां नमाम्यहम् । वनमुद्रां शुद्धमुद्रां रुद्रमुद्रां नमाम्यहम् ॥ १॥ शान्तमुद्रां सत्यमुद्रां व्रतमुद्रां नमाम्यहम् । शबर्याश्रमसत्येन मुद्रा पातु सदापि माम् ॥ २॥ गुरुदक्षिणया पूर्वं तस्यानुग्रहकारिणे । शरणागतमुद्राख्यं त्वन्मुद्रां धारयाम्यहम् ॥ ३॥ चिन्मुद्रां खेचरीमुद्रां भद्रमुद्रां नमाम्यहम् । शबर्याचलमुद्रायै नमस्तुभ्यं नमो नमः ॥ ४॥ इति श्रीमदय्यप्पमुद्रमालाधारणमन्त्रं सम्पूर्णम् ।

Monday Fast – सोमवार व्रत एवं पूजा के लिए शक्तिशाली शिव मंत्र – अर्थ और लाभ सहित

Lord Shiva Mantra

सोमवार का दिन भगवान शिव अर्थात हमारे भोले भण्डारी भोलेनाथ को समर्पित है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से उनकी असीम कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। सोमवार के दिन कुछ शिव मंत्रों का जाप करना बहुत फलदायी माना जाता है। सोमवार का दिन भगवान शिव की उपासना के…

महामृत्युञ्जयमालामन्त्रः

|| महामृत्युञ्जयमालामन्त्रः || ध्यानम् ध्यायेन्मृत्युञ्जयं साम्बं नीलकण्ठं चतुर्भुजम् । चन्द्रकोटिप्रतीकाशं पूर्णचन्द्रनिभाननम् ॥ १॥ बिम्बाधरं विशालाक्षं चन्द्रालङ्कृतमस्तकम् । अक्षमालाम्बरधरं वरदं चाभयप्रदम् ॥ २॥ महार्हकुण्डलाभूषं हारालङ्कृतवक्षसम् । भस्मोद्धूलितसर्वाङ्गं भालनेत्रविराजितम् ॥ ३॥ व्याघ्रचर्मपरीधानं व्यालयज्ञोपवीतिनम् । पार्वत्या सहितं देवं सर्वाभीष्टवरप्रदम् ॥ ४॥ १. ॐ हां हौं नं मं शिं वं यं हौं हाम् । ॐ श्लीं पं शुं हुं…

हनुमानजी का शाबर मंत्र

|| हनुमानजी का शाबर मंत्र (Hanuman ji Shabar Mantra PDF) || आत्म सुरक्षा हेतु श्री हनुमानजी का शाबर मंत्र ॐ नमः वज्र का कोठा । जिसमे पिण्ड हमारो पेठा । ईश्वर कुंजी । ब्रह्मा का ताला । मेरे आठो धाम का यति हनुमंत रखवाला ॥ शत्रु दमन हेतु श्री हनुमानजी का शाबर मंत्र हनुमान पहलवान…

माँ दुर्गा शाबर मंत्र लाभ सहित

|| माँ दुर्गा शाबर मंत्र || डण्ड भुज-डण्ड, प्रचण्ड नो खण्ड। प्रगट देवि! तुहि झुण्डन के झुण्ड। खगर दिखा खप्पर लियां, खड़ी कालका। तागड़दे मस्तंग, तिलक मागरदे् मस्तंग। चोला जरी का, फागड़ दीफू, गले फुल माल, जय जय जयन्त। जय आदि शक्ति। जय कालका खपर-धनी। जय मचकुट छन्दनी देव। जय-जय महिरा, जय मरदिनी। जय-जय चुण्ड-मुण्ड,…

गौ माता के सभी मंत्र

|| गौ माता के सभी मंत्र || गौ रक्षा का मंत्र ॐ नमो भगवते त्र्यम्बकायोपशमयोपशमय चुलु चुलु मिलि मिलि भिदि भिदि गोमानिनि चक्रिणि हूँ फट् । अस्मिन्प्रामे गोकुलस्य रक्षां कुरु शान्तिं कुरु कुरु ठ ठ ठ ।। (अग्नि पुराण: ३०२.२९-३०) गौ नमस्कार मंत्र – गौ माता को नमस्कार करने के मन्त्र नमो गोभ्यः श्रीमतीभ्यः सौरभेयीभ्य…

Chaitra Navratri 2025 – चैत्र नवरात्रि पूजा मंत्र

|| नवरात्रि पूजा मंत्र || माता शैलपुत्री ह्रीं शिवायै नम:। पर्वतराज हिमालय की पुत्री माता दुर्गा का प्रथम रूप है. इनकी आराधना से कई सिद्धियां प्राप्त होती हैं. प्रतिपदा को मंत्र– ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्ये नम:’ की माला दुर्गा जी के चित्र के सामने यशाशक्ति जप कर घृत से हवन करें । माता ब्रह्मचारिणी…

श्रीसुब्रह्मण्यप्रसन्नमालामन्त्रम्

|| श्रीसुब्रह्मण्यप्रसन्नमालामन्त्रम् || ॐ अस्य श्रीसुब्रह्मण्यप्रसन्नमालामन्त्रम् । ॐ नमो भगवते रुद्रकुमाराय, षडाननाय, शक्तिहस्ताय, अष्टादश लोचनाय, शिखामणि प्रलङ्कृताय, क्रौञ्चगिरिमर्दनाय, तारकासुरमारणाय, ॐ-श्रीं-ऐं-क्लीं-ह्रीं-हुं-फट्- स्वाहा ॥ १॥ ॐ नमो भगवते गौरीसुताय, अघोररूपाय, उग्ररूपाय, आकाशस्वरूपाय, शरवणभवाय, शक्तिशूल- गदापरशुहस्ताय, पाशाङ्कुश-तोमर-बाण-मुसलधराय, अनेक शस्त्रालङ्कृताय, ॐ श्री सुब्रह्मण्याय, हार-नूपुर-केयूर-कनक-कुण्डल-मेखलात्यनेक सर्वाभरणालङ्कृताय, सदानन्द शरीराय, सकल रुद्रगणसेविताय, सर्व लोकवशङ्कराय, सकल भूतगण सेविताय, ॐ-रं-नं-लं स्कन्दरूपाय, सकल मन्त्रगण सेविताय,…

श्रीसुब्रह्मण्यद्वादशाक्षरमन्त्रः

|| श्रीसुब्रह्मण्यद्वादशाक्षरमन्त्रः || अथ तत्त्वाचमनम्- ह्रीं आत्मतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा । क्लीं विद्यातत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा । ह्सौं शिवतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा । ह्रीं क्लीं ह्सौं सर्वतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा ॥ (प्रत्यूहशान्तिः । प्राणायामः । सङ्कल्पः ।) ह्रीं अस्य श्रीसुब्रह्मण्यद्वादशाक्षरमहामन्त्रस्य अमृताकर्षणदक्षिणामूर्तिः ऋषिः । जगतीच्छान्दः । श्रीप्रसन्नज्ञानसुब्रह्मण्यो देवता । ह्रीं बीजम् । ह्सौं शक्तिः । क्लीं…

श्रीसुब्रह्मण्य-एकचत्वारिंशदक्षरो मन्त्रः

|| श्रीसुब्रह्मण्य-एकचत्वारिंशदक्षरो मन्त्रः || अस्य श्रीसुब्रह्मण्यमहामन्त्रस्य, ब्रह्मा ऋषिः । अनुष्टुप्छन्दः । श्रीसुब्रह्मण्यो देवता । शरजन्मा अक्षयो बीजम् । शक्तिधरोऽक्षयः कार्तिकेयः शक्तिः । क्रौञ्चधरः कीलकम् । शिखिवाहनः कवचम् । सुब्रह्मण्यप्रसादसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ॥ करन्यासः – अं शं ओङ्कारस्वरूपाय ओजोधराय ओजस्विने नमः संहृतायेष्टचित्तात्मने भास्वरूपाय – अङ्गुष्टाभ्यां नमः । ॐ रं षट्कोणमध्यनिलयाय षट्किरीटधराय श्रीमते षडाधाराय – तर्जनीभ्यां नमः…

रामचन्द्रपादुकामहामन्त्रः

|| रामचन्द्रपादुकामहामन्त्रः || अस्य श्रीरामपादुकामहामन्त्रस्य नारायणाय ऋषये नमः शिरसि । अनुष्टुभे छन्दसे नमः मुखे । श्री पादुकाख्य परमात्मने देवतायै नमः हृदये । हंसः बीजाय नमः गुह्ये । सोऽहं शक्तये नमः पादयोः । ऐं कीलकाय नमः नाभौ । श्रीरामचन्द्रप्रसादसिद्ध्यर्थे श्रीगुरोराज्ञया जपे विनियोगाय नमः । सर्वाङ्गे करन्यासः / हृदयादि न्यासः । हंसां अङ्गुष्ठाभ्यां नमः हृदयाय नमः ।…

श्रीराधामहामन्त्राः

 || श्रीराधामहामन्त्राः || ॥ अथ श्रीराधामहामन्त्रः ॥ ॥ क्लीं श्रीं राधिकायै स्वाहा ॥ ॐ अस्य श्रीराधिकामन्त्रस्य, अगस्त्य ऋषिः, जगती छन्दः, श्रीराधिकापरमेश्वरी देवता, क्लीं बीजं, स्वाहा शक्तिः, क्लीं श्रीं कीलकम्, श्रीकृष्णवश्यार्थे जपे विनियोगः । ऋष्यादिन्यासः अगस्त्य ऋषये नमः शिरसि, जगती छन्दसे नमः मुखे, राधिकादेवतायै नमः हृदये, क्लीं बीजाय नमः गुह्ये, श्रीस्वाहाशक्तये नमः पादयोः, क्लीं श्रीं कालिकायै…

अद्वैतमालामन्त्रः

|| अद्वैतमालामन्त्रः || वराभयकरं देवं सच्चिदानन्दविग्रहम् । दत्तात्रेयं गुरुं ध्यात्वा मालामन्त्रं पठेच्छुचिः ॥ १॥ ॐ नमो भगवते दत्तात्रेयाय सच्चिदानन्दविग्रहायादृश्यत्वादिगुणकाय नित्यशुद्धबुद्धमुक्तस्वभावायासङ्गतायेक्षामात्रेण प्रकृतिप्रवर्तकायाजायाव्यक्तात्मने भूतेश्वराय सद्धर्मत्राणार्थं योगमाययाविष्कृत- शुद्धसत्त्वस्वरूपायाच्युत भवबन्धं विमोचय विमोचया ऽपापविद्धासक्ततयाश्रमोचितकर्माणि साधय साधय श्रीमन् साधनसम्पदं देहि देहि सद्गुरूत्तम गुरूपसत्त्या श्रवणाद्यभ्यासपूर्वकं भवत्पदभक्तिं वितर वितरा ऽऽद्य लयविक्षेपादीन्परिहर परिहर श्रीहरेऽसम्भावनादिडाकिनीर्जहि जहि क्लेशकर्मविपाकाशयवर्जिताविद्यादिक्लेशान्नाशय नाशय हृषीकेशार्थदोषदृष्ट्या प्रमाथीन्द्रियाणि वशीकुरु वशीकुरु सर्वान्तर्यामिन् वैराग्याभ्यासवशाच्चञ्चलं मन…

एकाक्षरकृष्णमन्त्रम्

|| एकाक्षरकृष्णमन्त्रम् || ॐ पूर्णज्ञानात्मने हृदयाय नमः । ॐ पूणैश्वर्यात्मने शिरसे स्वाहा । ॐ पूर्णपरमात्मने शिखायै वषट् । ॐ पूर्णानन्दात्मने कवचाय हुं । ॐ पूर्णतेजात्मने नेत्राभ्यां वौषट् । ॐ पूर्णशक्त्यात्मने अस्त्राय फट् । इति दिग्बन्धः ॥ एकाक्षर श्रीकृष्णमहामन्त्रस्य – ब्रह्मा ऋषिः – निचृत् गायत्री छन्दः – श्रीकृष्णो देवता – श्रीकृष्णप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः ॥ ध्यानम् ध्यायेद्धरिं…

శివ మానస పూజ

|| Shiva Manasa Puja || రత్నైః కల్పితమాసనం హిమజలైః స్నానం చ దివ్యాంబరం నానారత్న విభూషితం మృగమదా మోదాంకితం చందనమ్ । జాతీ చంపక బిల్వపత్ర రచితం పుష్పం చ ధూపం తథా దీపం దేవ దయానిధే పశుపతే హృత్కల్పితం గృహ్యతామ్ ॥ 1 ॥ సౌవర్ణే నవరత్నఖండ రచితే పాత్రే ఘృతం పాయసం భక్ష్యం పంచవిధం పయోదధియుతం రంభాఫలం పానకమ్ । శాకానామయుతం జలం రుచికరం కర్పూర ఖండోజ్జ్చలం తాంబూలం మనసా మయా విరచితం…

माँ लक्ष्मी मंत्र

|| माँ लक्ष्मी मंत्र || ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन महालक्ष्म्यै अस्मांक दारिद्र्य नाशय प्रचुर धन देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ॐ । ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौं ॐ ह्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौं ऐं क्लीं ह्रीं श्री ॐ। ॐ ह्री श्रीं क्रीं श्रीं…

लक्ष्मी ध्यान मंत्र लाभ सहित

|| लक्ष्मी ध्यान मंत्र || या सा पद्मासनस्था विपुलकटितटी पद्मपत्रायताक्ष गम्भीरावर्तनाभिस्तनभरनमिता शुभ्रवस्त्रोत्तरीया । या लक्ष्मीर्दिव्यरूपैर्मणिगणखचितैः स्नापिता हेमकुम्भैः सा नित्यं पद्महस्ता मम वसतु गृहे सर्वमांगल्ययुक्ता ॥ || लक्ष्मी ध्यान मंत्र के जाप के लाभ || धन, समृद्धि और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। सौभाग्य और सफलता प्राप्त होती है। आध्यात्मिक विकास में मदद मिलती है। मन शांत…

श्रीगणेशद्वादशाङ्गेषुमन्त्राः

|| श्रीगणेशद्वादशाङ्गेषुमन्त्राः || ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ मुद्गल उवाच । अर्चनं द्वादशाङ्गेषु यः कुर्यान् मन्त्रपूर्वकम् । सर्वाङ्गलेपनेनैव तत्र मन्त्रान् श‍ृणु प्रभो ॥ ११॥ गणेशोच्छिष्टगन्धं वै गृह्यादौ नियतो न्यसेत् । स्वानन्दवासिने जप्त्वा नमो मूर्धानमर्चयेत् ॥ १२॥ ललाटं गणनाथाय नम उच्चार्य चार्चयेत् । दक्षिणं कर्णमूलं च गजकर्णाय वै नमः ॥ १३॥ वामकर्णं तथा दक्ष शूर्पकर्णाय ते नमः…

गणपतिमालामन्त्राः

|| गणपतिमालामन्त्राः|| ॐ क्लीं ह्रीं श्रीं ऐं ग्लौं ॐ ह्रीं क्रौं गं ॐ नमो भगवते महागणपतये स्मरणमात्रसन्तुष्टाय सर्वविद्याप्रकाशाय सर्वकामप्रदाय भवबन्धविमोचनाय ह्रीं सर्वभूतबन्धनाय क्रों साध्याकर्षणाय क्लीं जगत्त्रय वशीकरणाय सौः सर्वमनःक्षोभणाय श्रीं महासम्पत्प्रदाय ग्लौं भूमण्डलाधिपत्यप्रदाय महाज्ञानप्रदाय चिदानन्दात्मने गौरीनन्दनाय महायोगिने शिवप्रियाय सर्वानन्दवर्धनाय सर्वविद्याप्रकाशनप्रदाय द्रां चिरञ्जीविने ब्लूं सम्मोहनाय ॐ मोक्षप्रदाय, फट् वशीकुरु वशीकुरु, वौषडाकर्षणाय हुं विद्वेषणाय विद्वेषय विद्वेषय, फट्…

शिव आवाहन मंत्र लाभ सहित

|| शिव आवाहन मंत्र || ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन । तव ध्यानेन देवेश मृत्युप्राप्नोति जीवती ।। वन्दे ईशान देवाय नमस्तस्मै पिनाकिने । आदिमध्यांत रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ।। नमस्तस्मै भगवते कैलासाचल वासिने । नमोब्रह्मेन्द्र रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ।। त्र्यंबकाय नमस्तुभ्यं पंचस्याय नमोनमः । नमो दोर्दण्डचापाय मम मृत्युम् विनाशय ।। नमोर्धेन्दु स्वरूपाय नमो दिग्वसनाय च…

राम राम रामेति मंत्र

राम रामेति एक श्लोक है जिसका अर्थ है “राम का नाम जपना” याँ “राम का स्मरण करना”। और इसका जाप, सम्पूर्ण विष्णु सहस्त्रनाम याँ भगवान विष्णु के 1000 नामों के जाप के समतुल्य है। राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे मंत्र राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे। सह्स्रनाम तत्तुल्यं राम नाम वरानने॥ राम राम रामेति…

शिव नमस्कार मंत्र

|| Shiv Namaskar Mantra || ॥ शिवनमस्कार ॥ नमः शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शङ्कराय च । मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च ॥ १॥ ईशानः सर्वविद्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रह्माधिपतिर्ब्रह्मणोऽधिपतिर्ब्रह्मा शिवो मे अस्तु दाशिवोम् ॥ २॥ तत्पुरुषाय विद्दाहे महादेवाय धीमहि । तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् ॥ ३॥ अघोरेभ्योऽथ घोरेभ्यो घोरघोरतरेभ्यः सर्वेभ्यः सर्वशर्वेभ्यो नमस्तेऽस्तु रुद्ररूपेभ्यः ॥ ४॥…

एकविंशतिगणेशमन्त्राः

|| एकविंशतिगणेशमन्त्राः || अथातः सम्प्रवक्ष्यामि चैकविंशतिसङ्ख्यकान् । गणेशान्राजमातङ्ग्या सम्बद्धान् योगिनीयुतान् ॥ १॥ बीजषट्कं गणेशस्य ङेऽन्तं तन्नाम चोच्चरेत् । नमोऽन्ता मनवस्तेषां क्रमान्नामानि वच्म्यहम् ॥ २॥ अग्रे पृष्ठे द्विदन्तादिद्वितुण्डाक्षो विनायकः । ज्येष्ठो विनायकश्चैव तथा गजविनायकः ॥ ३॥ विनायकः कालसंज्ञो नागेशाख्यो विनायकः । अथान्तर्गृहमावृत्य स्थिताञ्छृणु विनायकान् ॥ ४॥ तथा सृष्टिगणेशश्च यक्षविघ्नेश एव च । गजकर्णश्चित्रघण्टः स्यान्मङ्गलविनायकः ॥ ५॥…

महामृत्युंजय मंत्र

|| महामृत्युंजय मंत्र || ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥ महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ :- हम त्रि-नेत्रीय वास्तविकता का चिंतन करते हैं जो जीवन की मधुर परिपूर्णता को पोषित करता है और वृद्धि करता है। ककड़ी की तरह हम इसके तने से अलग (मुक्त) हों, अमरत्व से नहीं बल्कि मृत्यु…

शिव गायत्री मंत्र

||  Shiv Gayatri Mantra || इस मंत्र का जाप करने से सुख, समृद्धि और एश्वर्य की प्राप्ति होती है। ये मंत्र आपके पापों का भी नाश करता हैं। इस मंत्र का जाप करने से अकाल मृत्यु और गंभीर बीमारियों से मुक्ति मिलती है। शिव गायत्री मंत्र –  ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र प्रचोदयात् |…

Join WhatsApp Channel Download App