माघ अमावस्या व्रत कथा
|| माघ अमावस्या व्रत कथा || कांचीपुरी में एक ब्राह्मण देवस्वामी अपनी पत्नी धनवती, सात बेटों और बेटी गुणवती के साथ रहते थे। देवस्वामी के सातों बेटों की शादी हो चुकी थी, लेकिन गुणवती अब भी अविवाहित थी। उसने अपने बड़े बेटे को गुणवती के लिए वर खोजने का कार्य सौंपा। एक दिन एक पंडित…