श्री धन्वंतरि जी की आरती PDF हिन्दी
Download PDF of Shri Dhanvantari Ji Ki Aart Hindi
Misc ✦ Aarti (आरती संग्रह) ✦ हिन्दी
श्री धन्वंतरि जी की आरती हिन्दी Lyrics
|| आरती ||
जय धन्वंतरि देवा, जय धन्वंतरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।
||स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा ॥
तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए।
देवासुर के संकट आकर दूर किए।।
||स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा ॥
आयुर्वेद बनाया, जग में फैलाया।
सदा स्वस्थ रहने का, साधन बतलाया।।
||स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा ॥
भुजा चार अति सुंदर, शंख सुधा धारी।
आयुर्वेद वनस्पति से शोभा भारी।।
||स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा ॥
तुम को जो नित ध्यावे, रोग नहीं आवे।
असाध्य रोग भी उसका, निश्चय मिट जावे।।
||स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा ॥
हाथ जोड़कर प्रभुजी, दास खड़ा तेरा।
वैद्य-समाज तुम्हारे चरणों का घेरा।।
||स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा ॥
धन्वंतरिजी की आरती जो कोई नर गावे।
रोग-शोक न आए, सुख-समृद्धि पावे।।
||स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा ॥
Join HinduNidhi WhatsApp Channel
Stay updated with the latest Hindu Text, updates, and exclusive content. Join our WhatsApp channel now!
Join Nowश्री धन्वंतरि जी की आरती
READ
श्री धन्वंतरि जी की आरती
on HinduNidhi Android App