क्या गायत्री मंत्र का जाप बिना दीक्षा के किया जा सकता है? गूढ़ रहस्य

gayatri mantra

गायत्री मंत्र को वेदों का सर्वश्रेष्ठ मंत्र माना जाता है। यह मंत्र न केवल आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक शुद्धि में भी सहायक होता है। कई लोग यह प्रश्न पूछते हैं कि क्या गायत्री मंत्र का जाप बिना दीक्षा के किया जा सकता है? इस लेख में हम इस विषय पर…

List of 16 Sanskaras in Hinduism – हिंदू धर्म के 16 संस्कार और उनका आध्यात्मिक महत्व

16 Sanskaras in Hinduism

हिंदू धर्म में मानव जीवन को पवित्र और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 16 संस्कारों की व्यवस्था की गई है। ये संस्कार व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक की विभिन्न अवस्थाओं को पवित्र और धार्मिक रूप से संरचित करते हैं। इन संस्कारों का उद्देश्य जीवन को आध्यात्मिक, नैतिक और सामाजिक रूप से…

श्री शीतला जी की आरती

|| श्री शीतला जी की आरती || जै शीतला माता मैया जै शीतला माता । दुख निवारण वाली सुख की वरदाता ।। ॐ जय शीतला माता…। गर्दभ तुमरा वाहन शांत सदा रहता ।। दुख दरिद्रता हरता कष्ट सभी सहता ।। ॐ जय शीतला माता…। चामुंडा कहलाईं अद्भुत रूप धरा ।। नग्न रूप में रहतीं जल…

श्री पार्वती जी की आरती

|| श्री पार्वती जी की आरती || जय पार्वती माता, जय पार्वती माता, ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता । अरिकुलपद्म विनासनी जय सेवकत्राता, जगजीवन जगदंबा हरिहर गुण गाता । सिंह का वाहन साजे कुंडल हैं साथा, देवबंधु जस गावत नृत्य करत ता था । सतयुग रूप शील अति सुंदर नाम सती कहलाता, हेमांचल…

Awakening of Kundalini Energy – कुंडलिनी जागरण के 7 चरण और उनका वास्तविक प्रभाव

Kundalini Jagran

कुंडलिनी जागरण एक रहस्यमयी और आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जिसे योग और ध्यान के माध्यम से सक्रिय किया जाता है। यह प्राण शक्ति व्यक्ति के भीतर सुप्त अवस्था में स्थित होती है और जागरण के साथ आध्यात्मिक और मानसिक विकास का द्वार खोलती है। इस लेख में हम कुंडलिनी जागरण के 7 चरणों और उनके वास्तविक…

श्री पार्वती चालीसा

|| श्री पार्वती चालीसा || ।। दोहा ।। जय गिरि तनये दक्षजे शंभु प्रिये गुणखानि । गणपति जननी पार्वती अम्बे ! शक्ति ! भवानि ।। ।। चौपाई ।। ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे । पंच बदन नित तुमको ध्यावे ।। षड्मुख कहि न सकत यश तेरो । सहसबदन श्रम करत घनेरो ।। तेऊ पार न…

श्री भैरव चालीसा

|| श्री भैरव चालीसा || ॥ दोहा ॥ श्री भैरव सङ्कट हरन, मंगल करन कृपालु। करहु दया जि दास पे, निशिदिन दीनदयालु॥ ॥ चौपाई ॥ जय डमरूधर नयन विशाला। श्याम वर्ण, वपु महा कराला॥ जय त्रिशूलधर जय डमरूधर। काशी कोतवाल, संकटहर॥ जय गिरिजासुत परमकृपाला। संकटहरण हरहु भ्रमजाला॥ जयति बटुक भैरव भयहारी। जयति काल भैरव बलधारी॥…

Hidden Secrets of Hanuman Chalisa – हनुमान चालीसा के गूढ़ रहस्य, क्या आप जानते हैं इन 5 रहस्यों को?

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हनुमान चालीसा केवल एक भक्ति ग्रंथ नहीं, बल्कि इसमें छिपे कई रहस्यमयी तत्व भी हैं। तुलसीदास जी द्वारा रचित इस अद्भुत स्तोत्र में न केवल हनुमान जी की महिमा का वर्णन है, बल्कि इसमें गूढ़ ज्योतिषीय, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक रहस्य भी समाहित हैं। आइए जानते हैं हनुमान चालीसा के उन 5 अद्भुत रहस्यों को, जिनसे…

श्री लक्ष्मण जी की आरती

|| श्री लक्ष्मण जी की आरती || आरती लक्ष्मण बालजती की असुर संहारन प्राणपति की जगमग ज्योति अवधपुर राजे शेषाचल पै आप विराजे घंटा ताल पखावज बाजे कोटि देव मुनि आरती साजे किरीट मुकुट कर धनुष विराजे तीन लोक जाकी शोभा राजे कंचन थार कपूर सुहाई आरती करत सुमित्रा माई आरती कीजे हरी की तैसी…

श्री सीता माता चालीसा

|| श्री सीता माता चालीसा || ॥ दोहा ॥ बन्दौ चरण सरोज निज जनक लली सुख धाम । राम प्रिय किरपा करें सुमिरौं आठों धाम ॥ कीरति गाथा जो पढ़ें सुधरैं सगरे काम । मन मन्दिर बासा करें दुःख भंजन सिया राम ॥ ॥ चौपाई ॥ राम प्रिया रघुपति रघुराई । बैदेही की कीरत गाई…

श्री सीता जी की आरती

|| श्री सीता जी की आरती || आरती श्री जनक दुलारी की । सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ जगत जननी जग की विस्तारिणी, नित्य सत्य साकेत विहारिणी, परम दयामयी दिनोधारिणी, सीता मैया भक्तन हितकारी की ॥ आरती श्री जनक दुलारी की । सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ सती श्रोमणि पति हित कारिणी, पति…

10 Mysterious Temples of India – सोने का मंदिर, चमत्कारी शिवलिंग, भारत के 10 रहस्यमयी मंदिर

Mysterious Temples of India

भारत एक आध्यात्मिक भूमि है, जहां हजारों प्राचीन मंदिर स्थित हैं। इनमें से कुछ मंदिर अपनी दिव्यता और चमत्कारी शक्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। इन मंदिरों में विज्ञान भी कई रहस्यों का उत्तर नहीं खोज पाया है। इस लेख में हम भारत के 10 ऐसे रहस्यमयी मंदिरों के बारे में जानेंगे, जिनकी गूढ़ शक्ति और…

Chaiti Chhath 2025 – चैती छठ कब से शुरू? जानें नहाए-खाय, खरना और अर्घ्य देने का शुभ समय

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छठ पूजा एक पावन पर्व है जिसमें छठी मैया और भगवान सूर्य की आराधना की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से भगवान सूर्य और छठ माता की कृपा प्राप्त होती है, जिससे मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। लोक आस्था का यह महापर्व हर साल चैत्र और कार्तिक महीने में मनाया जाता है।…

Reality of Rebirth or Punarjanma – क्या पुनर्जन्म का सिद्धांत सत्य है? हिंदू धर्म के प्रमाणिक तथ्य

Punarjanma

पुनर्जन्म का सिद्धांत हिंदू धर्म का एक प्रमुख आधारभूत विश्वास है। यह विचार केवल धार्मिक ग्रंथों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे दर्शन, विज्ञान और आध्यात्मिक अनुभवों से भी समर्थन मिलता है। इस लेख में हम पुनर्जन्म के सिद्धांत को विस्तार से समझेंगे और हिंदू धर्म के प्रमाणिक तथ्यों के आधार पर इसका विश्लेषण करेंगे।…

श्रीमद्भगवद गीता के 10 अनमोल उपदेश जो जीवन बदल सकते हैं

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श्रीमद्भगवद गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि एक जीवनदर्शन है। इसमें जीवन के हर पहलू के लिए महत्वपूर्ण उपदेश दिए गए हैं, जो हमें धर्म, कर्म, ज्ञान और भक्ति का सही मार्ग दिखाते हैं। इस लेख में हम गीता के 10 अनमोल उपदेशों को समझेंगे, जो हमारे जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड़ सकते…

Kalsarp Yog Upay – कालसर्प योग, क्या यह जीवन में संकट लाता है? जानिए सटीक समाधान

kalsarp yog

कालसर्प योग भारतीय ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली योग माना जाता है। इसे व्यक्ति के जीवन में कठिनाइयों, बाधाओं और संघर्षों का कारण माना जाता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि कालसर्प योग क्या होता है (what is kalsarp yog), इसके प्रकार, लक्षण, प्रभाव, और इससे मुक्ति पाने के उपाय। कालसर्प योग को…

श्री गायत्री माता की आरती

|| श्री गायत्री माता की आरती || जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता । सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता ॥ ॥ जयति जय गायत्री माता..॥ आदि शक्ति तुम अलख निरंजन जगपालक क‌र्त्री । दु:ख शोक, भय, क्लेश कलश दारिद्र दैन्य हत्री ॥ ॥ जयति जय गायत्री माता..॥ ब्रह्म रूपिणी, प्रणात…

श्री गंगा मैया जी की आरती

॥ श्री गंगा मैया जी की आरती ॥ नमामि गंगे ! तव पाद पंकजम्, सुरासुरैः वंदित दिव्य रूपम् । भक्तिम् मुक्तिं च ददासि नित्यं, भावानुसारेण सदा नराणाम् ॥ हर हर गंगे, जय माँ गंगे, हर हर गंगे, जय माँ गंगे ॥ ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित…

कैला जी की आरती

|| कैला जी की आरती || ॐ जय कैला रानी, मैया जय कैला रानी । ज्योति अखंड दिये माँ तुम सब जगजानी ॥ तुम हो शक्ति भवानी मन वांछित फल दाता ॥ मैया मन वांछित फल दाता ॥ अद्भुत रूप अलौकिक सदानन्द माता ॥ ॐ जय कैला रानी। गिरि त्रिकूट पर आप बिराजी चामुंडा संगा…

Essence of Vedas – वेदों का सार आत्मज्ञान से मोक्ष तक की यात्रा, जीवन के लिए प्रमुख शिक्षाएँ

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वेद हिंदू धर्म के सबसे प्राचीन और पवित्र ग्रंथ हैं। इन्हें ‘अपौरुषेय’ माना जाता है, जिसका अर्थ है कि वेद किसी व्यक्ति द्वारा नहीं, बल्कि स्वयं ब्रह्मांडीय चेतना से प्रकट हुए हैं। वेदों में ज्ञान, धर्म, जीवनशैली, आध्यात्मिकता और ब्रह्मांडीय रहस्यों की अद्भुत शिक्षाएँ दी गई हैं। इस लेख में हम वेदों के प्रमुख सार…

श्री विन्ध्येश्वरी आरती

|| श्री विन्ध्येश्वरी आरती || सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी, कोई तेरा पार ना पाया । पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले तेरी भेट चढ़ाया ॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी ॥ सुवा चोली तेरी अंग विराजे, केसर तिलक लगाया ॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी ॥ नंगे पग माँ अकबर आया, सोने का छत्र चढ़ाया ॥ सुन मेरी…

श्री परशुराम जी की आरती

|| श्री परशुराम जी की आरती || ॐ जय परशुधारी, स्वामी जय परशुधारी। सुर नर मुनिजन सेवत, श्रीपति अवतारी॥ ॐ जय परशुधारी || जमदग्नी सुत नर-सिंह, मां रेणुका जाया। मार्तण्ड भृगु वंशज, त्रिभुवन यश छाया॥ ॐ जय परशुधारी || कांधे सूत्र जनेऊ, गल रुद्राक्ष माला। चरण खड़ाऊँ शोभे, तिलक त्रिपुण्ड भाला॥ ॐ जय परशुधारी ||…

श्री ब्रह्मा जी चालीसा

|| श्री ब्रह्मा जी चालीसा || ॥ दोहा ॥ जय ब्रह्मा जय स्वयम्भू, चतुरानन सुखमूल । करहु कृपा निज दास पै, रहहु सदा अनुकूल ॥ तुम सृजक ब्रह्माण्ड के, अज विधि घाता नाम । विश्वविधाता कीजिये, जन पै कृपा ललाम ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय कमलासान जगमूला । रहहु सदा जनपै अनुकूला ॥ रुप…

Spiritual Mystery Five Elements in Hinduism – हिंदू धर्म में पंच तत्वों का महत्व और उनका आध्यात्मिक रहस्य

Five Elements

हिंदू धर्म में पंच तत्व – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश – को सृष्टि की मूलभूत इकाइयाँ माना जाता है। इन पंच तत्वों से ही संपूर्ण ब्रह्मांड और मानव शरीर की रचना हुई है। आध्यात्मिक दृष्टि से, ये तत्व केवल भौतिक नहीं, बल्कि गहरे आध्यात्मिक रहस्यों से भी जुड़े हुए हैं। इस लेख में…

11 Mysteries of Lord Shiva – भगवान शिव के 11 रहस्य जो हर भक्त को जानने चाहिए

Om Namah Shivay

भगवान शिव, जिन्हें महादेव, शंकर और भोलेनाथ के नाम से जाना जाता है, हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। शिव केवल संहार के देवता ही नहीं, बल्कि सृष्टि, पालन और मोक्ष के भी प्रतीक हैं। उनके रहस्यमयी स्वरूप में कई गूढ़ अर्थ छिपे हुए हैं। इस लेख में हम भगवान शिव के…

Unexplored Aspects of Ramayana – रामायण के अनसुने प्रसंग, जो बदल सकते हैं आपके जीवन के दृष्टिकोण

ramayan secrates

रामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं, बल्कि जीवन का मार्गदर्शन करने वाली एक अद्भुत गाथा भी है। इसमें ऐसे कई अनसुने प्रसंग छिपे हैं, जो हमें सही जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं। इस लेख में हम उन अनसुने प्रसंगों को जानेंगे जो आपके दृष्टिकोण को बदल सकते हैं और आपको एक नई दिशा…

Sanatan Dharm Ka Rahsya – सनातन धर्म के गूढ़ रहस्य, वेदों और उपनिषदों की गहराइयों में छिपे सत्य

sanatan dharam

सनातन धर्म, जिसे हिंदू धर्म भी कहा जाता है, विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है। यह केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं बल्कि एक जीवन पद्धति है, जिसमें वेदों और उपनिषदों के गहरे रहस्य छिपे हैं। इस लेख में हम उन गूढ़ रहस्यों को समझने का प्रयास करेंगे जो वेदों और उपनिषदों की गहराइयों में समाहित…

श्री मनसा देवी आरती

|| श्री मनसा देवी आरती || जय मनसा माता मैया जय मनसा माता, जो नर तुमको ध्याता मनवांछित फल पाता। जय मनसा माता।। जरत्कारु मुनि पत्नी, तुम बासुक भगनी। मैया तुम बासुक भगिनी, कश्यप कि तुम कन्या। मैया आस्तिक की माता, मैया आस्तिक की माता। गर्व धन्वन्तरी नाशिनी, हंशवाहिनी देवी मैया हंसिनी देवी, सुर-नर-मुनि-गण ध्यावत…

श्री मनसा देवी चालीसा

|| श्री मनसा देवी चालीसा || ॥ दोहा ॥ मनसा माँ नागेश्वरी, कष्ट हरन सुखधाम । चिंताग्रस्त हर जीव के, सिद्ध करो सब काम ॥ देवी घट-घट वासिनी, ह्रदय तेरा विशाल । निष्ठावान हर भक्त पर, रहियो सदा तैयार ॥ ॥ चौपाई ॥ पदमावती भयमोचिनी अम्बा । सुख संजीवनी माँ जगदंबा ॥ मनशा पूरक अमर अनंता…

श्री शारदे माँ की आरती

|| श्री शारदे माँ की आरती || जय शारदे माता मईया जय शारदे माता, तेरा करूँ मैं वंदन पार हो भव बाधा जय शारदे माता तूं विद्या की दात्री, बुद्धि प्रखर कर दे…..मईया स्वर कोकिल सा कर दे राग रंग भर दे। ……ऊँ जय शारदे माता।। पद्मासन पे विराजे श्वेत वस्त्र धारे…..मईया मुख पर तेज…

श्री शारदा चालीसा

|| श्री शारदा चालीसा || ॥ दोहा ॥ मूर्ति स्वयंभू शारदा, मैहर आन विराज। माला, पुस्तक, धारिणी, वीणा कर में साज॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय शारदा महारानी, आदि शक्ति तुम जग कल्याणी। रूप चतुर्भुज तुम्हरो माता, तीन लोक महं तुम विख्याता। दो सहस्त्र बर्षहि अनुमाना, प्रगट भई शारद जग जाना। मैहर नगर विश्व…

श्री शारदा माँ की आरती

|| श्री शारदा माँ की आरती || भुवन विराजी शारदा महिमा अपरम्पार । भक्तों के कल्याण को धरो मात अवतार ॥ मैया शारदा तोरे दरबार, आरती नित गाऊँ । श्रद्धा का दीया प्रीत की बाती, असुअन तेल चढ़ाऊँ ॥ दर्श तोरे पाऊँ, मैया शारदा तोरे दरबार आरती नित गाऊँ । मन की माला आँख के…

श्री चंद्र देव चालीसा

|| श्री चंद्र देव चालीसा || || दोहा || शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करूं प्रणाम। उपाध्याय आचार्य का, ले सुखकारी नाम।। सर्व साधु और सरस्वती, जिन मंदिर सुखकर। चन्द्रपुरी के चन्द्र को, मन मंदिर में धार।। ।। चौपाई ।। जय-जय स्वामी श्री जिन चन्दा, तुमको निरख भये आनन्दा। तुम ही प्रभु देवन के देवा,…

श्री चंद्र देव आरती

|| श्री चंद्र देव आरती || ॐ जय सोम देवा, स्वामी जय सोम देवा । दुःख हरता सुख करता, जय आनन्दकारी । रजत सिंहासन राजत, ज्योति तेरी न्यारी । दीन दयाल दयानिधि, भव बन्धन हारी । जो कोई आरती तेरी, प्रेम सहित गावे । सकल मनोरथ दायक, निर्गुण सुखराशि । योगीजन हृदय में, तेरा ध्यान…

श्री पशुपतिनाथ जी की आरती

|| श्री पशुपतिनाथ जी की आरती || ॐ जय गंगाधर जय हर जय गिरिजाधीशा । त्वं मां पालय नित्यं कृपया जगदीशा ॥ || ॐ जय गंगाधर … || कैलासे गिरिशिखरे कल्पद्रमविपिने । गुंजति मधुकरपुंजे कुंजवने गहने ॥ || ॐ जय गंगाधर … || कोकिलकूजित खेलत हंसावन ललिता । रचयति कलाकलापं नृत्यति मुदसहिता ॥ || ॐ…

शीतला सप्तमी व्रत कथा

|| शीतला सप्तमी व्रत कथा || प्राचीन समय की बात है, एक वृद्धा और उसकी दो बहुओं ने श्रद्धा पूर्वक शीतला माता का व्रत रखा। लेकिन उनकी दोनों बहुएं सुबह उठकर ताजा भोजन बनाने लगीं, जबकि इस दिन बासी भोजन का भोग लगाने और ग्रहण करने की परंपरा होती है। जब वृद्धा को इस बात…

भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

|| Bhalachandra Sankashti Chaturthi Vrat Katha (भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा) || प्राचीन समय की बात है, जब राक्षसों के अत्याचार से देवता अत्यंत परेशान हो गए। सभी देवता मिलकर भगवान शिव के पास पहुंचे और अपनी व्यथा सुनाई। उन्होंने शिवजी से राक्षसों के आतंक से मुक्ति पाने का उपाय पूछा। उस समय भगवान शिव…

Rang Panchmi 2025 – रंग पंचमी क्यों मनाते हैं ये पर्व, जानें महत्व, विधि और शुभ मुहूर्त

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होली के बाद हिंदू धर्म में रंग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस साल 2025 रंग पंचमी 19 मार्च, बुधवार को है। रंग पंचमी एक प्रसिद्ध हिंदू त्योहार है जो होली के बाद मनाया जाता है। यह पर्व भारतीय संस्कृति में गहरी महत्वपूर्णता रखता है। इस लेख में, हम रंग पंचमी के महत्व को…

विष्णु जी आरती

|| विष्णु जी आरती || ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥  || ॐ जय जगदीश हरे || जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का । स्वामी दुःख विनसे मन का । सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का ॥  ||…

बाबा मोहन राम चालीसा

|| बाबा मोहन राम चालीसा || जै मन मोहन जग विख्याता। दीन दुखियों के तुम हो दाता॥ तुम्हरो ध्यान सभी जन धरते। तुम रक्षा भक्तों की करते॥ काली खोली वास तुम्हारा। करे सभी जग का निस्तारा॥ ज्योति गुफा में प्यारी जलती। दूर दूर से दुनिया आती॥ राजिस्थान मिलकपुर ग्राम। सुन मोहन का सुन्न धाम॥ यहाँ…

श्री साईं आरती

|| श्री साईं आरती || आरती श्री साईं गुरुवर की, परमानन्द सदा सुरवर की। जा की कृपा विपुल सुखकारी, दु:ख शोक, संकट, भयहारी॥ || आरती श्री साईं गुरुवर की, परमानन्द सदा सुरवर की ।| शिरडी में अवतार रचाया, चमत्कार से तत्व दिखाया। कितने भक्त चरण पर आये, वे सुख शान्ति चिरंतन पाये॥ || आरती श्री…

ब्रह्मा जी आरती

|| ब्रह्मा जी आरती || पितु मातु सहायक स्वामी सखा, तुम ही एक नाथ हमारे हो। जिनके कुछ और आधार नहीं, तिनके तुम ही रखवारे हो। सब भॉति सदा सुखदायक हो, दुख निर्गुण नाशन हरे हो। प्रति पाल करे सारे जग को, अतिशय करुणा उर धारे हो। भूल गये हैं हम तो तुमको, तुम तो…

श्री राम आरती

|| श्री राम आरती || श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन, हरण भवभय दारुणम्। नव कंज लोचन, कंज मुख कर कंज पद कंजारुणम्॥ ॥श्री रामचन्द्र कृपालु..॥ कन्दर्प अगणित अमित छवि, नव नील नीरद सुन्दरम्। पट पीत मानहुं तड़ित रूचि-शुचि नौमि जनक सुतावरम्॥ ॥श्री रामचन्द्र कृपालु..॥ भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनम्। रघुनन्द आनन्द कन्द कौशल…

श्री जाहरवीर जी आरती

|| श्री जाहरवीर जी आरती || जय जय जाहरवीर हरे, जय जय गोगावीर हरे । धरती पर आकर के भक्तों के कष्ट हरे ॥ जय जय जाहरवीर हरे… जो कोई भक्ति करे प्रेम से,भागे दुःख परे। विघ्न हरन मंगल के दाता, जन -जन का कष्ट हरे ॥ जय जय जाहरवीर हरे… जेवर राव के पुत्र…

श्री भैरव आरती

|| श्री भैरव आरती || जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा जय काली और गौर देवी कृत सेवा || || जय भैरव… || तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक भक्तो के सुख कारक भीषण वपु धारक || || जय भैरव… || वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल धारी महिमा अमित तुम्हारी जय जय भयहारी ||…

सम्पूर्ण सुंदरकांड पाठ

|| सम्पूर्ण सुंदरकांड पाठ || || श्लोक || शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम् । रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूड़ामणिम्।।1।। नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीये सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा। भक्तिं प्रयच्छ रघुपुङ्गव निर्भरां मे कामादिदोषरहितं कुरु मानसं च।।2।। अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।3।। || सुंदरकांड || जामवंत के…

श्री गणेश चालीसा

|| श्री गणेश चालीसा || ॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल । विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गणपति गणराजू । मंगल भरण करण शुभः काजू ॥ जै गजबदन सदन सुखदाता । विश्व विनायका बुद्धि विधाता ॥ वक्र तुण्ड शुची शुण्ड सुहावना ।…

Chaitra Ekadashi 2025 – पापमोचनी एकादशी कब है? जानिए व्रत कथा और पूजा विधि

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हिंदू कैलेंडर में, पापमोचनी एकादशी एक विशेष महत्व रखने वाला पर्व है, जो भक्तों को उनके कर्मों के बंधनों से मुक्त होने का अवसर प्रदान करता है। वर्ष 2025 में, यह पावन तिथि 25 मार्च, मंगलवार के दिन मनाई जाएगी। पापमोचनी एकादशी हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और पुण्यदायिनी मानी जाती है। यह एकादशी व्रत…

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