अजा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

अजा एकादशी व्रत कथा के अनुसार, प्राचीन काल में हरिश्चंद्र नाम के एक सत्यवादी राजा थे। कठिन परिस्थितियों के कारण उन्हें अपनी पत्नी, पुत्र और स्वयं को बेचना पड़ा। एक चांडाल के यहाँ काम करते हुए, उन्होंने अपनी दुर्दशा से मुक्ति पाने के लिए महर्षि गौतम से उपाय पूछा। महर्षि ने उन्हें अजा एकादशी व्रत…

कृष्णाच्या जन्माची कहाणी

॥ जन्माष्टमीचे व्रत कसे करावे ॥ जन्माष्टमीचे व्रत हे अष्टमीच्या दिवशी एकभुक्त राहून करावे. मध्यरात्री शुचिर्भूत होऊन संकल्प करावा. यानंतर बाळकृष्णाची मूर्ती किंवा प्रतिमा स्थापन करावी. यानंतर सपरिवार श्रीकृष्णाची षोडशोपचार पूजा करावी. धूप, दीप, नैवेद्य दाखवावा. श्रीकृष्णाची आरती करावी. पूजा करून पुरुषसूक्त, विष्णूसूक्ताचे स्तवन करावे. वाद्यांचा घोष, गीतांचे मंगल स्वर, पुराण, इतिहासातील निरनिराळ्या सत्कथा ऐकत…

श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा 2025 भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की दिव्य लीलाओं और उनके अवतरण की महिमा को दर्शाती है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाते हैं। श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा PDF में व्रत की सम्पूर्ण कथा, पूजन विधि और…

मंगलवार व्रत कथा पूजा विधि

|| मंगलवार व्रत कथा (Mangalwar Vrat Katha PDF) || प्राचीन काल में एक नगर में एक ब्राह्मण दंपत्ति रहते थे। उनकी कोई संतान नहीं थी, जिससे वे अत्यंत दुखी रहते थे। ब्राह्मण प्रतिदिन की तरह इस बार भी वन में पूजा करने गए। पूजा के उपरांत उन्होंने हनुमान जी से पुत्र प्राप्ति की प्रार्थना की।…

बहुला चतुर्थी व्रत कथा

बहुला चतुर्थी का व्रत भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। यह व्रत विशेष रूप से संतान की लंबी आयु, सुख-समृद्धि और सुरक्षा के लिए किया जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण, गणेश जी और गौ माता की पूजा का विधान है। बहुला चतुर्थी व्रत कथा (Bahula Chaturthi Vrat…

कजरी तीज व्रत कथा एवं पूजन विधि

कजरी तीज व्रत कथा का पठन सुहागिन स्त्रियों के लिए अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। यह व्रत विशेष रूप से श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। इस दिन महिलाएं निराहार रहकर पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं। कजरी तीज व्रत कथा PDF डाउनलोड…

हेरम्बा संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

|| हेरम्बा संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा PDF || हेरम्बा संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश को समर्पित है, विशेष रूप से उनके हेरम्ब स्वरूप को। हेरम्ब गणेश के 32 स्वरूपों में से एक हैं, जिनके पांच मुख और दस हाथ होते हैं। इस दिन व्रत रखने और विधि-विधान से पूजा करने से जीवन के सभी…

सोळा सोमवाराची कहाणी

सोळा सोमवाराची कहाणी ही एक लोकप्रिय व्रत कथा आहे, जी विशेषतः विवाहित स्त्रिया आणि अविवाहित मुलींमध्ये प्रचलित आहे. हे व्रत १६ सोमवार पाळले जाते आणि प्रत्येक सोमवारी भगवान शिवाची पूजा केली जाते. या व्रतामध्ये संध्याकाळी कथा ऐकून किंवा वाचून उपवास सोडला जातो. या कथेनुसार, एकदा माता पार्वती आणि भगवान शिव पृथ्वीवर फिरत असताना एका सुंदर…

रक्षाबंधन की कथा

रक्षाबंधन की कथा 2025 भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है, जिसकी जड़ें पौराणिक कथाओं में गहराई से जुड़ी हैं। इस दिन बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बाँधकर उनकी लंबी उम्र और सुरक्षा की कामना करती हैं, वहीं भाई जीवनभर रक्षा का वचन देते हैं। रक्षाबंधन की कहानी pdf में आपको रानी कर्णावती और…

राखीची कथा – रक्षाबंधनाची गोष्ट

२०२५ साली साजऱ्या होणाऱ्या रक्षाबंधनानिमित्त, ‘राखीची कथा – रक्षाबंधनाची गोष्ट’ पुन्हा एकदा आपल्या भेटीला येत आहे. भाऊ-बहिणीच्या अतूट नात्याचा, त्यागाचा आणि प्रेमाचा हा सण. ‘राखीची कथा – रक्षाबंधनाची गोष्ट pdf’ स्वरूपात उपलब्ध असल्याने, ही हृदयस्पर्शी कथा घराघरात पोहोचणार आहे. यावर्षीच्या रक्षाबंधनाला, बहीण भावाच्या मनगटावर राखी बांधते आणि भाऊ तिच्या संरक्षणाचे वचन देतो. ही केवळ एक…

श्रावण पूर्णिमा व्रत कथा

श्रावण पूर्णिमा का व्रत भगवान सत्यनारायण को समर्पित होता है। इस दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा और कथा का पाठ करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का भी विशेष महत्व है। श्रावण पूर्णिमा व्रत कथा (Shravan Purnima Vrat Katha PDF)…

वरलक्ष्मी व्रत कथा व पूजा विधि

वरलक्ष्मी व्रत, देवी लक्ष्मी को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो 2025 में भी भक्तों द्वारा पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। यह व्रत विवाहित महिलाओं द्वारा अपने परिवार की समृद्धि, अच्छे स्वास्थ्य और पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। इस दिन, भक्त देवी वरलक्ष्मी की पूजा करते हैं, जो धन,…

ವರಮಹಾಲಕ್ಷ್ಮಿ ವ್ರತ ಕಥೆ

|| ವರಮಹಾಲಕ್ಷ್ಮಿ ವ್ರತ ಕಥೆ (Varlakshmi Vrat Katha PDF Kannada) || ವರಲಕ್ಷ್ಮಿ ವ್ರತದ ದಂತಕಥೆಯನ್ನು ಇಲ್ಲಿ ವಿವರಿಸಲಾಗಿದೆ. ಶ್ರಾವಣ ಮಾಸದಲ್ಲಿ ಶ್ರಾವಣ ಪೂರ್ಣಿಮೆಯ ಮೊದಲು ಬರುವ ಶುಕ್ರವಾರದಂದು ವರಲಕ್ಷ್ಮಿ ವ್ರತವನ್ನು ಆಚರಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ. ಕುಂಡಿನ ಪಟ್ಟಣದಲ್ಲಿ ಚಾರುಮತಿ ಎಂಬ ಬ್ರಾಹ್ಮಣ ಮಹಿಳೆ ವಾಸಿಸುತ್ತಿದ್ದಳು. ಅವಳು ಅತ್ಯಂತ ವಿನಮ್ರ ಮತ್ತು ಕರುಣಾಮಯಿ ಸ್ವಭಾವದವಳಾಗಿದ್ದಳು. ಚಾರುಮತಿ ತನ್ನ ಪತಿ ಮತ್ತು ಕುಟುಂಬದವರಿಗೆ ಅತ್ಯಂತ ಭಕ್ತಿಯಿಂದ ಹತ್ತಿರವಾಗಿದ್ದಳು. ಒಂದು ರಾತ್ರಿ, ಲಕ್ಷ್ಮಿ ದೇವಿಯು ಚಾರುಮತಿಯ ಕನಸಿನಲ್ಲಿ ಕಾಣಿಸಿಕೊಂಡು, ವರಲಕ್ಷ್ಮಿಯನ್ನು ಆರಾಧಿಸಲು ಮತ್ತು…

बुध प्रदोष व्रत कथा

बुध प्रदोष व्रत कथा भगवान शिव को समर्पित एक पावन व्रत है, जो प्रत्येक महीने की त्रयोदशी तिथि को बुधवार के दिन पड़ने पर मनाया जाता है। इस व्रत की बुध प्रदोष व्रत कथा पढ़ने से श्रद्धालु शिव कृपा शीघ्र प्राप्त करते हैं। कथा के अनुसार, एक बार देवताओं ने भगवान शिव की आराधना कर…

पुत्रदा एकादशी (वैकुण्ठ एकादशी) व्रत कथा और पूजा विधि

आज है पुत्रदा एकादशी, जैसा कि नाम से स्पष्ट है, संतान प्राप्ति की कामना करने वाले दंपत्तियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत है। यह पावन एकादशी 2025 में भी भक्तों द्वारा पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, और मान्यता है कि सच्चे मन…

दामोदर द्वादशी की कथा

|| दामोदर द्वादशी की कथा PDF || दामोदर द्वादशी की कथा भगवान श्री कृष्ण की बचपन की एक अत्यंत प्रिय और मार्मिक लीला से जुड़ी है। यह कथा श्रीमद्भागवत पुराण में विस्तार से वर्णित है। एक समय की बात है, जब भगवान श्री कृष्ण गोकुल में बाल रूप में निवास कर रहे थे। वे अपनी…

यम द्वितीया की कथा (भाई दूज)

यम द्वितीया का पर्व, जिसे हम भाई दूज के नाम से भी जानते हैं, भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। यह दीपावली के दो दिन बाद, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व के पीछे एक पौराणिक कथा है जो भाई-बहन के इस अटूट रिश्ते की…

श्री नागपंचमीची कथा

|| श्री नागपंचमीची कथा (Nagpanchami Katha Marathi PDF) || श्रावण महिन्यातील नागपंचमीच्या दिवशी, एका गावात एक शेतकरी राहायचा. त्याच्या शेतात नागाचे वारूळ होते. एके दिवशी शेतात नांगरताना, नांगराच्या फाळाने वारुळातील नागाची पिल्ले चिरडून गेली आणि ती मरण पावली. थोवेळाने नागीण वारुळाजवळ आली. आपले वारूळ आणि पिल्ले तिथे नसल्याचे पाहून तिला धक्का बसला. आजूबाजूला पाहिल्यावर तिला…

हरियाली तीज व्रत कथा

हरियाली तीज का पावन पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है। हरियाली तीज व्रत कथा के अनुसार, माता पार्वती ने शिवजी को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान…

ललिता सप्तमी व्रत कथा

ललिता सप्तमी का पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन राधा रानी की प्रिय सखी देवी ललिता की पूजा की जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से संतान प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र व अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखा जाता है। इसे संतान सप्तमी के नाम…

दूर्वा अष्टमी व्रत कथा

दूर्वा अष्टमी का व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। यह व्रत मुख्य रूप से संतान सुख, सौभाग्य और परिवार की वृद्धि के लिए किया जाता है। इस दिन भगवान गणेश और दूर्वा घास का विशेष पूजन होता है। || दूर्वा अष्टमी व्रत कथा (Durva Ashtami Vrat Katha PDF)…

नाग पंचमी कथा (राजा जनमेजय और नाग यज्ञ की कथा)

नाग पंचमी का त्योहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है और उन्हें दूध चढ़ाया जाता है। इस त्योहार से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं हैं, जिनमें से एक प्रमुख कथा इस प्रकार है: नाग पंचमी की पौराणिक कथा (राजा जनमेजय और…

नाग पंचमी पौराणिक कथा

|| नाग पंचमी पौराणिक कथा || प्राचीन समय की बात है. एक सेठजी के सात बेटे थे और उन सभी की शादी हो चुकी थी. सबसे छोटे बेटे की पत्नी बहुत ही संस्कारी, पढ़ी-लिखी और नेक स्वभाव की थी, लेकिन उसका कोई भाई नहीं था. एक दिन, बड़ी बहू ने घर लीपने के लिए पीली…

मासिक कार्तिगाई व्रत कथा

हर महीने पड़ने वाली मासिक कार्तिगाई व्रत कथा का पाठ और श्रवण भक्तों को विशेष पुण्य प्रदान करता है। यह व्रत भगवान शिव और முருக/कार्तिकेय को समर्पित है, जो शांति, समृद्धि और विजय के प्रतीक हैं। इस व्रत को करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भक्त…

हरतालिकेची कहाणी व्रताची कथा

हरतालिका तृतीया हे सौभाग्यवती महिलांसाठी अतिशय महत्त्वाचे व्रत आहे. 2025 मध्ये येणाऱ्या हरतालिकेची कहाणी व्रताची कथा PDF मधून आपण पार्वती मातेच्या कठोर तपस्येची पौराणिक कथा जाणू शकतो. या व्रतात महिलांनी निर्जळ उपवास करत शिव-पार्वती विवाहासाठी प्रार्थना करावी, असा शास्त्रोक्त उल्लेख आहे. हरतालिकेची कहाणी व्रताची कथा वाचल्याने भक्तांमध्ये श्रद्धा वाढते आणि व्रताची संपूर्ण विधी समजते. पारंपरिक…

हरतालिका तीज व्रत कथा

हरतालिका तीज 2025 में मंगलवार, 26 अगस्त को मनाई जाएगी। यह पावन व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा पति की लंबी आयु और अविवाहित कन्याओं द्वारा मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। हरतालिका तीज व्रत कथा भगवान शिव और माता पार्वती के अटूट प्रेम की गाथा है। इस कथा का श्रवण और पठन करने…

కర్క సంక్రాంతి కథా

|| కర్క సంక్రాంతి కథా (Kark Sankranti Katha Telugu PDF) || సూర్య దేవ జబ మిథున రాశి సే నికలకర కర్క రాశి మేం ప్రవేశ కరతే హైం, తో ఇస విశేష ఖగోలీయ ఘటనా కో కర్క సంక్రాంతి కహా జాతా హై. హిందూ ధర్మ మేం ఇసకా విశేష మహత్వ హై. అన్య సంక్రాంతియోం కీ తరహ, కర్క సంక్రాంతి పర భీ స్నాన, దాన ఔర పూజా-పాఠ కా విధాన…

मंगला गौरी व्रत कथा एवं पूजा विधि

मंगला गौरी व्रत कथा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को सुहागिन स्त्रियाँ अपने पति की लंबी आयु और संतान प्राप्ति के लिए रखती हैं। यह व्रत विशेष रूप से मां पार्वती को समर्पित है, जिन्हें मंगला गौरी के रूप में पूजा जाता है। इस व्रत को करने…

कर्क संक्रान्ति कथा

कर्क संक्रांति का पर्व सूर्य देव के कर्क राशि में प्रवेश का प्रतीक है। यह वह समय है जब सूर्य दक्षिणायन में प्रवेश करते हैं, यानी दक्षिणी गोलार्ध की ओर अपनी यात्रा शुरू करते हैं। प्राचीन कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागृत होकर सृष्टि के संचालन का कार्यभार संभालते हैं। यह…

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी (मार्गशीर्ष संकष्टी गणेश चतुर्थी) व्रत कथा

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी, मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी को मनाई जाती है। साल 2025 में यह पावन व्रत शुक्रवार, 19 दिसंबर को पड़ेगा। इस दिन भगवान गणेश के गणाधिप स्वरूप की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह…

(विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी) आश्विन संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा

आश्विन मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी को ‘विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी’ के नाम से जाना जाता है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जो विघ्नहर्ता और बुद्धि के दाता माने जाते हैं। 2025 में यह व्रत भक्तों के लिए विशेष फलदायी होगा। इस दिन भक्त सूर्योदय से चंद्रोदय तक व्रत रखते हैं और भगवान…

कृष्णापिंगला संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

जुलाई 2025 में आने वाली कृष्णापिंगला संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। यह व्रत आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन भक्त चंद्रमा के उदय होने तक उपवास रखते हैं और भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करते हैं। मान्यता है कि इस व्रत के…

लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी का पावन पर्व भगवान गणेश को समर्पित है। हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को यह व्रत रखा जाता है, और जब यह चतुर्थी गुरुवार को पड़ती है, तो इसे लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। साल 2025 में यह शुभ संयोग 17 अप्रैल, गुरुवार को बन रहा है। इस दिन भक्त…

भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी का पावन पर्व 15 मार्च 2025, शनिवार को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जब भक्त उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत रखते हैं। इस व्रत कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण ने भी इस चतुर्थी का महत्व बताया था। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और चंद्रमा…

अखुरठा संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

अखुरठा संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा 2025 एक अत्यंत पावन अवसर है, जो भगवान श्री गणेश के अखुरठा स्वरूप की पूजा के लिए समर्पित है। यह व्रत हर संकट को हरने और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए किया जाता है। अखुरठा अर्थात जो कभी न टूटे – यह नाम गणेश जी की अपार शक्ति और अडिग…

द्विजप्रिया संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

द्विजप्रिया संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है, लेकिन फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी को द्विजप्रिया संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। यह व्रत भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने, जीवन से बाधाओं को…

गजानन संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

|| गजानन संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा PDF || पौराणिक कथा के अनुसार, सतयुग में राजा हरिश्चंद्र के राज्य में एक कुम्हार रहता था। एक बार उसने बर्तन बनाकर आंवा लगाया, लेकिन बर्तन पके नहीं। बार-बार ऐसा होने से वह बहुत दुखी हो गया। इस समस्या का समाधान जानने के लिए वह एक पुजारी के पास…

वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। यह व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने और व्रत कथा सुनने से भक्तों के संकट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। || वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा PDF ||…

चैत्र अमावस्या व्रत कथा

|| चैत्र अमावस्या व्रत कथा PDF || चैत्र अमावस्या का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन पितरों की शांति और दान-पुण्य के लिए समर्पित है। इस दिन व्रत रखने और कथा सुनने का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं चैत्र अमावस्या व्रत कथा: पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में…

आषाढ़ अमावस्या व्रत कथा

|| आषाढ़ अमावस्या व्रत कथा PDF || प्राचीन काल में एक ब्राह्मण दंपत्ति थे, जो भगवान विष्णु के परम भक्त थे। वे अपना अधिकांश समय पूजा-पाठ और ध्यान में व्यतीत करते थे। उनके घर में धन-धान्य की कोई कमी नहीं थी, लेकिन संतान न होने के कारण वे बहुत दुखी रहते थे। एक दिन ब्राह्मण…

आश्विन अमावस्या व्रत कथा

आश्विन अमावस्या, जिसे सर्वपितृ अमावस्या या महालय अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है, पितृ पक्ष का अंतिम दिन होता है। यह दिन पितरों को विदा करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन व्रत कथा का पाठ करने और सुनने से पितरों को शांति मिलती है…

भाद्रपद अमावस्या व्रत कथा

|| भाद्रपद अमावस्या व्रत कथा PDF || भाद्रपद अमावस्या को पिठोरी अमावस्या या पोलाला अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखा जाता है। इस व्रत से जुड़ी एक पौराणिक कथा इस प्रकार है: बहुत समय पहले की बात है, एक नगर में…

कार्तिक अमावस्या व्रत कथा

कार्तिक अमावस्या का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसी दिन दीपावली का महापर्व भी मनाया जाता है। इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। कार्तिक अमावस्या से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, जिनमें से एक यहाँ प्रस्तुत है: || कार्तिक अमावस्या व्रत कथा…

मार्गशीर्ष अमावस्या व्रत कथा

मार्गशीर्ष अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। इसे ‘अगहन अमावस्या’ के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन पितरों के तर्पण, स्नान और दान-धर्म के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन व्रत और पूजन करने से पापों का नाश होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। || मार्गशीर्ष अमावस्या…

आषाढ़ चौमासी चौदस कथा

आषाढ़ मास की चौमासी चौदस, जिसे गुप्त नवरात्रि की चौदस भी कहते हैं, एक अत्यंत महत्वपूर्ण तिथि है। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन भक्त व्रत रखकर मनोवांछित फल प्राप्त करते हैं। मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि…

बुधवार व्रत कथा

बुधवार व्रत हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन व्रत करने से बुद्धि, विद्या और समृद्धि की प्राप्ति होती है। व्रती को प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए और भगवान गणेश की मूर्ति के सामने दीप प्रज्वलित कर कथा सुननी चाहिए। कथा के…

श्रावण संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा

श्रावण मास 2025 की संकष्टी चतुर्थी को भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखने से विघ्नहर्ता गणेश सभी कष्टों को हर लेते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान शिव और माता पार्वती चौपड़ खेल रहे थे। खेल में कौन जीता, यह तय करने…

जया पार्वती व्रत कथा

2025 जया पार्वती व्रत कथा PDF एक पवित्र ग्रंथ है जो सुहागन स्त्रियों द्वारा आस्था और श्रद्धा से पढ़ा जाता है। यह व्रत विशेष रूप से पांच दिनों तक किया जाता है और इसमें माता पार्वती की पूजा कर अखंड सौभाग्य की कामना की जाती है। जया पार्वती व्रत कथा में माता पार्वती द्वारा शिवजी…

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