निर्जला एकादशी व्रत कथा

|| निर्जला एकादशी का महत्त्व || एकादशी व्रत हिन्दुओ में सबसे अधिक प्रचलित व्रत माना जाता है। वर्ष में चौबीस एकादशियाँ आती हैं, किन्तु इन सब एकादशियों में ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी सबसे बढ़कर फल देने वाली समझी जाती है क्योंकि इस एक एकादशी का व्रत रखने से वर्ष भर की एकादशियों के व्रत का फल…

मंशा महादेव व्रत कथा एवं पूजन विधि

|| पूजन विधि || भगवान शिव का यह व्रत चार वर्ष का रहता है। हर वर्ष यह व्रत सिर्फ चार महीने ही करना रहता है। इस व्रत को करने से भगवान शिव बड़ी से बड़ी मन की इच्छा की पूर्ति करते है। श्रावण से कार्तिक माह तक के हर सोमवार को शिवलिंग की पूजा करें।…

हरतालिका तीज व्रत कथा

|| हरतालिका तीज व्रत कथा || एक कथा के अनुसार माँ पार्वती ने अपने पूर्व जन्म में भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हिमालय पर गंगा के तट पर अपनी बाल्यावस्था में अधोमुखी होकर घोर तप किया। इस दौरान उन्होंने अन्न का सेवन नहीं किया। काफी समय सूखे पत्ते चबाकर ही…

श्री शैलपुत्री आरती

|| आरती || शैलपुत्री मां बैल पर सवार। करें देवता जय जयकार। शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी। पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे। ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू। सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी। उसकी सगरी आस पुजा…

श्री शिव पंचाक्षर स्तोत्रम्

।। शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् ।। नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय, भस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय, तस्मै नकाराय नमः शिवाय।। मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय, नन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय।, मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय, तस्मै मकाराय नमः शिवाय।। शिवाय गौरीवदनाब्जबृंदा, सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय। श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय, तस्मै शि काराय नमः शिवाय।। वशिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्यमूनीन्द्र, देवार्चिता शेखराय। चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनाय, तस्मै वकाराय नमः शिवाय।। यज्ञस्वरूपाय जटाधराय, पिनाकहस्ताय सनातनाय। दिव्याय देवाय दिगम्बराय, तस्मै यकाराय नमः शिवाय।। पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं…

श्री शिव तांडव स्तोत्रम्

॥ शिव तांडव स्तोत्र ॥ जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले, गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्। डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं, चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥ जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी, विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि। धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावके किशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम ॥ धराधरेन्द्रनंदिनीविलासबन्धुबन्धुर, स्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे। कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदि, क्वचिद्दिगम्बरे(क्वचिच्चिदम्बरे) मनो विनोदमेतु वस्तुनि ॥ जटा भुजङ्ग पिङ्गल स्फुरत्फणा मणिप्रभा, कदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे। मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरे, मनो विनोदमद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि ॥ सहस्र लोचनप्रभृत्य शेष लेखशेखर, प्रसूनधूलिधोरणी विधूसरांघ्रिपीठभूः। भुजङ्ग राजमालया निबद्ध जाटजूटक,…

कौशल्या दशरथ के नंदन – भजन

कौशल्या दशरथ के नंदन कौशल्या दशरथ के नंदन, राम ललाट पे शोभित चन्दन, रघुपति की जय बोले लक्ष्मण, राम सिया का हो अभिनन्दन | अंजनी पुत्र पड़े हैं चरण में, राम सिया जपते तन मन में || मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी || राम सिया राम, सिया राम जय जय राम राम…

और भजले रे भाया – भजन

और भजले रे भाया और भजले और भजले रे भाया और भजले, और भजले रे भाया और भजले, सांवरिया रो ध्यान लगाले रे, रामजी ने और भजले || राम ने भजा तो बेडा पार होवेलो, श्याम ने भजा तो बेडा पार होवेलो, तू तो गोविन्द को गुण गाले रे, रामजी ने और भजले || मनक…

रामचंद्र कह गये सिया से – भजन

रामचंद्र कह गये सिया से हे रामचंद्र कह गये सिया से, ऐसा कलजुग आएगा, हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका, कव्वा मोती खाएगा || सिया ने पुछा :- कलजुग मे धरम करम को कोई नही मानेगा तो प्रभु बोले :- धरम भी होगा, करम भी होगा धरम भी होगा, करम भी होगा लेकिन…

ओ जाने वाले रघुवीर को – भजन

ओ जाने वाले रघुवीर को फ़िल्मी तर्ज – दिल लूटने वाले जादूगर ओ जाने वाले रघुवीर को, प्रणाम हमारा कह देना प्रणाम हमारा कह देना, सीताराम हमारा कह देना || श्री राम की माता कौशल्या, और दशरथ धीरज धारी को, श्री भरत की माता केकयी को, प्रणाम हमारा कह देना|| श्री भरत शत्रुघ्न भैया को,…

तेरे जैसा राम भगत- भजन

तेरे जैसा राम भगत तेरे जैसा राम भगत, कोई हुआ ना होगा मतवाला, एक जरा सी बात की खातिर, सीना फाड़ दिखा डाला || आज अवध की शोभी लगती, स्वर्ग लोक से भी प्यारी, चौदह वर्षों बाद राम के, राज तिलक की तैयारी, हनुमत के दिल की मत पूछो, झूम रहा है मतवाला, एक जरा…

Om Jai Jagadish Hare Aarti

|| Aarti || Om Jai Jagadish Hare, Swami Jai Jagadish Hare Bhaktajano Ke Sankat Kshan Mein Door Kare Jo Dhyaavai Phal Paavai, Dukh Binse Man Ka Sukh-Sampatti Ghar Aavai, Kasht Mite Tan Ka Om Jai Jagadish Hare…. Maat-Pita Tum Mere, Sharan Gahoon Kiski Tum Binu Aur Na Dooja, Aas Karoon Jiski Om Jai Jagadish Hare……..

ओम जय जगदीश हरे आरती

|| आरती || ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥ जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का। सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का ॐ जय जगदीश हरे…. मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी। तुम बिनु और न दूजा, आस करूं जिसकी ॐ जय जगदीश हरे……..

Sukhkarta Dukhharta Shri Ganesh Aarti

|| Aarti || Sukhkarta Dukhharta, Vaarta Vighnachi Noorvi Poorvi Prem Krupa Jayaachi Sarvangi Sundar Uti Shendu Rachi Kanthi Jhalake Maal Mukta Phalanchi Jai Dev Jai Dev, Jai Mangal Murti Darshanamatre Manahkamana Poorti Jai Dev Jai Dev Ratnakachit Fara Tujh Gaurikumara Chandanachi Uti Kumkum Keshara Heere Jadit Mukut Shobhato Bara Runjhunati Noopure Charni Ghagariya Jai Dev…

सुखकर्ता दुखहर्ता श्री गणेश आरती

|| आरती || सुखकर्ता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची कंठी झलके माल मुकताफळांची जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति जय देव जय देव रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा चंदनाची उटी कुमकुम केशरा हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया जय देव जय…