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देवी छिन्नमस्ता सहस्रनामावली

Chhinnamasta Sahastra Namavali Hindi

MiscSahastranaam (सहस्त्रनाम संग्रह)संस्कृत
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देवी छिन्नमस्ता दस महाविद्याओं में से एक हैं और उनका स्वरूप शक्ति, त्याग, और आत्मनियंत्रण का प्रतीक है। छिन्नमस्ता का अर्थ है “कटी हुई मस्तक वाली देवी”। यह स्वरूप इस बात का प्रतीक है कि अहंकार का त्याग और आत्मबलिदान से व्यक्ति सच्ची सिद्धि प्राप्त करता है। देवी छिन्नमस्ता सहस्रनामावली में उनके एक हजार पवित्र नामों का वर्णन किया गया है, जो उनकी महिमा, शक्ति और कृपा को प्रकट करते हैं। यह स्तोत्र भक्तों को भौतिक और आध्यात्मिक कष्टों से मुक्ति दिलाने और शक्ति प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करता है।

देवी छिन्नमस्ता सहस्रनामावली पढ़ने के लाभ

  • यह पाठ साधक के भीतर आत्मिक जागृति और चेतना का विकास करता है।
  • देवी छिन्नमस्ता की कृपा से शत्रुओं और नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है।
  • यह स्तोत्र साहस, आत्मबल और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
  • पाठ करने से भय, चिंता, और मानसिक अस्थिरता से मुक्ति मिलती है।
  • देवी छिन्नमस्ता का स्मरण धन, समृद्धि और सौभाग्य लाता है।
  • यह स्तोत्र तांत्रिक दोष और ऊपरी बाधाओं को समाप्त करने में सहायक है।
  • साधना में सफलता और ऊर्जा के जागरण के लिए यह पाठ अत्यंत प्रभावी है।

देवी छिन्नमस्ता सहस्रनामावली पढ़ने के नियम

  • पाठ से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थल को भी पवित्र करें।
  • देवी के समक्ष अपनी साधना और मनोकामना का संकल्प लें।
  • अमावस्या, चतुर्दशी, और मंगलवार के दिन यह पाठ विशेष फलदायी होता है।
  • काले या लाल कपड़े का आसन बिछाकर, दक्षिण दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  • रात्रि या ब्रह्ममुहूर्त में यह पाठ करना अधिक प्रभावी होता है।
  • यदि यह पाठ साधना के लिए किया जा रहा हो, तो गुरु का मार्गदर्शन अवश्य लें।

देवी छिन्नमस्ता सहस्रनामावली की पूजा विधि

  • देवी छिन्नमस्ता की मूर्ति या यंत्र, लाल पुष्प, सिंदूर और कुमकुम, नारियल और तिल, मिठाई और फल का भोग, घी का दीपक पूजा सामग्री एकत्रित करें।
  • देवी के चित्र या मूर्ति के सामने दीप प्रज्वलित करें।
  • “ॐ छिन्नमस्तिकायै नमः” मंत्र का उच्चारण करें।
  • शांत मन और श्रद्धा के साथ सहस्रनामावली का पाठ करें।
  • हर नाम के साथ देवी के तेजस्वी और शक्तिशाली स्वरूप का ध्यान करें।
  • देवी को फल, मिठाई और नारियल का भोग लगाएं।
  • कृतज्ञता व्यक्त करें और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
  • पाठ के अंत में देवी छिन्नमस्ता की आरती करें।
  • प्रसाद को सभी भक्तों के साथ बांटें।

।। देवी छिन्नमस्ता सहस्रनामावली ।।

ॐ अथर्ववेदभाषिण्यै नमः।
ॐ अनन्तरूपायै नमः।
ॐ अनन्तस्थायै नमः।
ॐ अनुलोमविलोमस्थायै नमः।
ॐ अन्नपूर्णायै नमः।
ॐ अपशुगम्यायै नमः।
ॐ अभयायै नमः।
ॐ अयोनिजायै नमः।
ॐ अविनाशिन्यै नमः।
ॐ असितायै नमः।
ॐ अहिदुर्गासमाचारायै नमः।
ॐ आकाशनिलयायै नमः।
ॐ आदित्यायै नमः।
ॐ आनन्दसिन्धुवासिन्यै नमः।
ॐ इकाराक्षररूपिण्यै नमः।
ॐ इकारार्णस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ इङ्गलायै नमः।
ॐ इभेदभयङ्कर्यै नमः।
ॐ इलास्वरूपिण्यै देव्यै नमः।
ॐ उच्चभावविनाशिन्यै नमः।
ॐ उत्पत्तिरूपायै नमः।
ॐ उमायै नमः।
ॐ ऋकाररूपिण्यै नमः।
ॐ ऋक्षायै नमः।
ॐ ऋग्वेदायै नमः।
ॐ ऐश्वर्यदायिन्यै नमः।
ॐ ओङ्कारादि स्वरूपिण्यै नमः।
ॐ ओङ्कारायै नमः।
ॐ ककुद्मिन्यै नमः।
ॐ कङ्कनिरतायै नमः।
ॐ कङ्किन्यै नमः।
ॐ कञ्जमुख्यै नमः।
ॐ कदलीसेनायै नमः।
ॐ कपालवरधारिण्यै नमः।
ॐ कमलस्थायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ करालकुलनाशिन्यै नमः।
ॐ करालचर्मासिधरायै नमः।
ॐ करालासुरनाशिन्यै नमः।
ॐ करालास्यायै नमः।
ॐ करालिकायै नमः।
ॐ कराल्यै नमः।
ॐ कलातीतायै नमः।
ॐ कलामय्यै नमः।
ॐ कामकौतुककारिण्यै नमः।
ॐ कामतापविमोचिन्यै नमः।
ॐ कामदायै नमः।
ॐ काममात्रे नमः।
ॐ कामरूपायै नमः।
ॐ कामरूपायै नमः।
ॐ कामसत्त्वायै नमः।
ॐ कामेश्वर्यै नमः।
ॐ कारुण्यहृदयायै नमः।
ॐ कालकम्पनकारिण्यै नमः।
ॐ कालरूपायै नमः।
ॐ कालिकायै नमः।
ॐ कुञ्जरेश्वरगामिन्यै नमः।
ॐ कुण्डल्यै नमः।
ॐ कुन्त्यै नमः।
ॐ कुबेरवित्तधात्र्यै नमः।
ॐ कुमारजनन्यै परायै नमः।
ॐ कुमारीपूजनाम्बिकायै नमः।
ॐ कुमारीरूपसंस्थायै नमः।
ॐ कुमार्गरहितायै नमः।
ॐ कुमुदिन्यै नमः।
ॐ कुरङ्गनयनायै देव्यै नमः।
ॐ कुरुकुल्लायै नमः।
ॐ कुलज्ञायै नमः।
ॐ कुलमार्गप्रकाशिन्यै नमः।
ॐ कुलरूपायै नमः।
ॐ कुलरूपायै नमः।
ॐ कुलवासिन्यै नमः।
ॐ कुलाकुलनमस्कृतायै नमः।
ॐ कुलाकुलस्वरूपायै नमः।
ॐ कुलायै नमः।
ॐ कुलार्णवमय्यै नमः।
ॐ कुलीनायै नमः।
ॐ कुलीनायै नमः।
ॐ कुल्लायै नमः।
ॐ कुह्वै नमः।
ॐ केशवाराध्यायै नमः।
ॐ केशव्यै नमः।
ॐ केशिदैत्यनिषूदिन्यै नमः।
ॐ केशिमार्गस्थायै नमः।
ॐ कैवल्यायै नमः।
ॐ कोटराक्ष्यै नमः।
ॐ कोटरायै नमः।
ॐ कौमोदक्यै नमः।
ॐ क्रीं नमः।
ॐ क्रीं मन्त्ररूपायै नमः।
ॐ क्लेशरहितायै नमः।
ॐ क्लेशसङ्घविनाशिन्यै नमः।
ॐ क्लेशहायै नमः।
ॐ क्षरत्यै नमः।
ॐ क्षामायै नमः।
ॐ क्षिप्तचित्तप्रदायै नमः।
ॐ क्षीरबिन्दुस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ क्षुधायै नमः।
ॐ क्षेमकर्यै नमः।
ॐ क्षेम्यायै नमः।
ॐ क्षौत्काररूपिण्यै नमः।
ॐ खड्गमुण्डासिधारिण्यै नमः।
ॐ खड्गहस्तायै नमः।
ॐ खड्गहस्तायै नमः।
ॐ खलहन्त्र्यै नमः।
ॐ खलहायै नमः।
ॐ गगणायै नमः।
ॐ गगणाराध्यायै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गणत्कारगणादेव्यै नमः।
ॐ गणाध्यक्षनुतायै नित्यायै नमः।
ॐ गणाध्यक्षप्रपूजितायै नमः।
ॐ गणायै नमः।
ॐ गणेशजनन्यै देव्यै नमः।
ॐ गणेशमात्रे नमः।
ॐ गणेशवरदायिन्यै नमः।
ॐ गतिदायै नमः।
ॐ गतिहायै नमः।
ॐ गदाधरप्रियायै नमः।
ॐ गन्धकारिण्यै नमः।
ॐ गन्धद्वारायै नमः।
ॐ गन्धर्वगणकुशलायै नमः।
ॐ गन्धर्वगणनिरतायै नमः।
ॐ गन्धर्वगणपूजितायै नमः।
ॐ गन्धर्वगणभूषितायै नमः।
ॐ गन्धर्वगणमध्यगायै नमः।
ॐ गन्धर्वगणसंसेव्यायै नमः।
ॐ गन्धर्वगुणमण्डितायै नमः।
ॐ गन्धर्वपतिसंहृष्टायै नमः।
ॐ गन्धर्ववासिन्यै नमः।
ॐ गन्धर्वसेवितायै नमः।
ॐ गन्धर्वायै नमः।
ॐ गन्धाढ्यायै नमः।
ॐ गन्धात्मने नमः।
ॐ गम्भीरायै नमः।
ॐ गम्यायै नमः।
ॐ गयायै नमः।
ॐ गानगम्यायै नमः।
ॐ गानगीतायै नमः।
ॐ गानविद्यायै नमः।
ॐ गानशक्तिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ गानशक्त्यै नमः।
ॐ गानसन्तुष्टमानसायै नमः।
ॐ गानसिद्धायै नमः।
ॐ गानहर्षप्रपूरितायै नमः।
ॐ गानातीतायै नमः।
ॐ गायत्र्यै नमः।
ॐ गिरीशपरिवन्दितायै नमः।
ॐ गिरीशरमण्यै देव्यै नमः।
ॐ गीतायै नमः।
ॐ गीर्वाणपतितुष्टिदायै नमः।
ॐ गीर्वाणपतिसम्पूज्यायै नमः।
ॐ गीर्वाणाधीशरमण्यै नमः।
ॐ गीर्वाणाधीशवन्दितायै नमः।
ॐ गीर्वाणाधीशसंसेव्यायै नमः।
ॐ गीर्वाणाधीशहर्षदायै नमः।
ॐ गुणगौरवदायिन्यै नमः।
ॐ गुणतायै नमः।
ॐ गुणदात्र्यै नमः।
ॐ गुणवत्यै नमः।
ॐ गुणातीतायै नमः।
ॐ गुणात्मिकायै नमः।
ॐ गुणेश्वर्यै नमः।
ॐ गुरुपूज्यायै नमः।
ॐ गुरुयुतायै नमः।
ॐ गुरुसेवनतत्परायै नमः।
ॐ गुरुसेवितायै नमः।
ॐ गुहेश्वर्यै नमः।
ॐ गौतमपूज्यायै नमः।
ॐ गौतमस्थानवासिन्यै नमः।
ॐ गौतम्यै नमः।
ॐ गौराङ्ग्यै नमः।
ॐ गौर्यै नमः।
ॐ घण्टानादविनोदिन्यै नमः।
ॐ घण्टानादविलासिन्यै नमः।
ॐ घण्टारवायै नमः।
ॐ घनदायै नमः।
ॐ घनरवायै नमः।
ॐ घनरूपायै नमः।
ॐ घनोदर्यै नमः।
ॐ घर्घरायै नमः।
ॐ घर्मबिन्दुसमुद्भूतायै नमः।
ॐ घर्मबिन्दुस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ घोरकर्मनिषेवितायै नमः।
ॐ घोरकर्मप्रवर्धिन्यै नमः।
ॐ घोरकर्मादिनिरतायै नमः।
ॐ घोरकर्मादिपूरितायै नमः।
ॐ घोरकर्मादिरहितायै नमः।
ॐ घोरकर्मादिरहितायै नमः।
ॐ घोरघुर्घुरनादिन्यै नमः।
ॐ घोरचण्डविनाशिन्यै नमः।
ॐ घोरचाण्डालिन्यै नमः।
ॐ घोरतत्त्वमय्यै देव्यै नमः।
ॐ घोरतत्त्वविमोचिन्यै नमः।
ॐ घोरदानवदमन्यै नमः।
ॐ घोरदानवनाशिन्यै नमः।
ॐ घोरदावाग्निदमन्यै नमः।
ॐ घोरभूतप्रमथन्यै नमः।
ॐ घोरमन्त्रकृतास्पदायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रजपरतायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रजपोद्यतायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रनिधये नमः।
ॐ घोरमन्त्रप्रपूजितायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रफलप्रदायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रमनोऽभिज्ञायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रयुतायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रार्थजन्मभुवे नमः।
ॐ घोरमन्त्रार्थतत्त्वज्ञायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रार्थनिचयायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रार्थपारगायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रार्थबोधिन्यै नमः।
ॐ घोरमन्त्रार्थमानसायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रार्थविभवायै नमः।
ॐ घोरमन्त्रेश्वर्यै देव्यै नमः।
ॐ घोररूपायै नमः।
ॐ घोरवेतालनाशिन्यै नमः।
ॐ घोरशत्रुनिषूदिन्यै नमः।
ॐ घोरसत्त्वायै नमः।
ॐ घोरायै नमः।
ॐ ङकारवर्णनिलयायै नमः।
ॐ ङकाराक्षरमण्डितायै नमः।
ॐ ङकाराक्षररूपिण्यै नमः।
ॐ ङकारापररूपायै नमः।
ॐ चकोरबन्धुपूजितायै नमः।
ॐ चकोरबन्धुरमण्यै नमः।
ॐ चकोराक्ष्यै नमः।
ॐ चक्रपाणिगुणास्पदायै नमः।
ॐ चक्रपाणिप्रियायै नमः।
ॐ चक्रपाणिप्रीतिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ चक्रपाणिरसाभिज्ञायै नमः।
ॐ चक्रपाणिवरप्रदायै नमः।
ॐ चक्रपाणिवरोन्मत्तायै नमः।
ॐ चक्रपाणिसमुद्भूतायै नमः।
ॐ चक्रपाणिस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ चक्रपाणीश्वर्यै नमः।
ॐ चक्रमय्यै नमः।
ॐ चक्ररूपायै नमः।
ॐ चक्राकारस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ चक्षुरानन्ददायिन्यै नमः।
ॐ चञ्चलाकारायै नमः।
ॐ चञ्चलायै नमः।
ॐ चञ्चलायै नमः।
ॐ चण्डतापनिर्मूलकारिण्यै नमः।
ॐ चण्डदेव्यै नमः।
ॐ चण्डनादातिभीषणायै नमः।
ॐ चण्डनादायै नमः।
ॐ चण्डमुण्डविनाशिन्यै नमः।
ॐ चण्डरूपायै नमः।
ॐ चण्डायै नमः।
ॐ चण्डायै नमः।
ॐ चण्डायै नमः।
ॐ चण्डासुरस्य मथन्यै नमः।
ॐ चण्डिकायै नमः।
ॐ चण्ड्यै नमः।
ॐ चतुर्थ्यै नमः।
ॐ चतुर्दशयमप्रियायै नमः।
ॐ चतुर्दशयमप्रीतायै नमः।
ॐ चतुर्दशयमाकारायै नमः।
ॐ चतुर्दशयमानुगायै नमः।
ॐ चतुर्दश्यै नमः।
ॐ चतुर्बाहायै नमः।
ॐ चतुर्भुजायै नमः।
ॐ चतुर्वक्त्रवरप्रदायै नमः।
ॐ चतुर्वक्त्रसमाराध्यायै नमः।
ॐ चतुर्वक्त्रसमाश्रितायै नमः।
ॐ चतुर्वक्त्रायै नमः।
ॐ चतुर्वेदमय्यै नमः।
ॐ चन्दनान्वितमस्तकायै नमः।
ॐ चन्दनार्चितपादाब्जायै नमः।
ॐ चन्द्रकान्त्यै नमः।
ॐ चन्द्रकीर्तये नमः।
ॐ चन्द्रकोटिसमप्रभायै नमः।
ॐ चन्द्रभागायै नमः।
ॐ चन्द्रमौलिप्रियायै नमः।
ॐ चन्द्रमौलिसन्तुष्टमानसायै नमः।
ॐ चन्द्रमौलिस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ चन्द्ररूपायै नमः।
ॐ चन्द्रवत्यै नमः।
ॐ चन्द्रावल्यै नमः।
ॐ चन्द्रास्यायै नमः।
ॐ चन्द्रिकायै नमः।
ॐ चपलात्मिकायै नमः।
ॐ चपलायै नमः।
ॐ चम्पकायै नमः।
ॐ चयप्रभायै नमः।
ॐ चर्मण्वत्यै नमः।
ॐ चलत्कुण्डलधारिण्यै नमः।
ॐ चलद्रक्तायै नमः।
ॐ चाण्डालगणमण्डितायै नमः।
ॐ चाण्डालच्छेदिन्यै नमः।
ॐ चामरकेश्यै नमः।
ॐ चामुण्डायै नमः।
ॐ चामुण्डायै नमः।
ॐ चारुकीर्तये नमः।
ॐ चारुकेश्यै नमः।
ॐ चारुचन्द्रनिभाननायै नमः।
ॐ चारुचन्द्रविभूषणायै नमः।
ॐ चारुदेहिन्यै नमः।
ॐ चारुनेत्रायै नमः।
ॐ चारुभूषाभूषिताङ्ग्यै नमः।
ॐ चारुभूषायै नमः।
ॐ चारुरूपायै नमः।
ॐ चारुवेषप्रदायिन्यै नमः।
ॐ चारुवेषायै नमः।
ॐ चितिसंस्थायै नमः।
ॐ चित्कलायै नमः।
ॐ चित्रनाड्यै नमः।
ॐ चित्ररूपायै नमः।
ॐ चित्रायै नमः।
ॐ चेतनायै नमः।
ॐ चैत्र्यै नमः।
ॐ छद्मदायै नमः।
ॐ छद्मराजिकायै नमः।
ॐ छलस्थायै नमः।
ॐ छलायै नमः।
ॐ छिद्ररूपायै नमः।
ॐ छिन्नछद्ममय्यै नमः।
ॐ छिन्नमस्तकायै नमः।
ॐ छिन्नमस्तायै नमः।
ॐ छिन्नमुण्डविधारिण्यै नमः।
ॐ छिन्नरूपायै नमः।
ॐ छिन्नायै नमः।
ॐ छिन्नायै नमः।
ॐ जगत्त्राणपरायणायै नमः।
ॐ जगत्पूज्यायै नमः।
ॐ जगत्यै नमः।
ॐ जगदाधारायै नमः।
ॐ जगद्वन्द्यायै नमः।
ॐ जङ्गमेश्यै नमः।
ॐ जनकात्मजायै नमः।
ॐ जनन्यै नमः।
ॐ जन्मदात्र्यै नमः।
ॐ जन्मदायै नमः।
ॐ जन्मभूम्यै नमः।
ॐ जन्ममृत्युजरापहायै नमः।
ॐ जन्महर्त्र्यै नमः।
ॐ जपयोगप्रियायै नमः।
ॐ जपयोगविनोदिन्यै नमः।
ॐ जपयोगसमायुक्तायै नमः।
ॐ जपरूपायै नमः।
ॐ जपाकुसुमपूजितायै नमः।
ॐ जपाकुसुममण्डितायै नमः।
ॐ जपाकुसुमरूपिण्यै नमः।
ॐ जपाकुसुमवद्भासायै नमः।
ॐ जपाकुसुमसङ्काशायै नमः।
ॐ जपाकुसुमसम्प्रीतायै नमः।
ॐ जपातीतायै नमः।
ॐ जपात्मिकायै नमः।
ॐ जमदग्निस्वरूपायै नमः।
ॐ जम्भारातिवैभवकारिण्यै नमः।
ॐ जम्भारातिशत्रुनिषूदिन्यै नमः।
ॐ जम्भारातिस्तुतायै नमः।
ॐ जम्भारातीश्वर्यै नमः।
ॐ जयकाल्यै नमः।
ॐ जयघोषसमन्वितायै नमः।
ॐ जयतारायै नमः।
ॐ जयदायै नमः।
ॐ जयदुर्गायै नमः।
ॐ जयन्त्यै नमः।
ॐ जयमोहिन्यै नमः।
ॐ जयरूपायै नमः।
ॐ जयशङ्करवल्लभायै नमः।
ॐ जयशालिन्यै नमः।
ॐ जयस्वनायै नमः।
ॐ जयातीतायै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ जयाराध्यायै नमः।
ॐ जयेश्वर्यै नमः।
ॐ जलदायै नमः।
ॐ जलधिज्वरनाशिन्यै नमः।
ॐ जलधित्रासकारिण्यै नमः।
ॐ जलधिव्याधिदमन्यै नमः।
ॐ जह्नुतनयायै नमः।
ॐ जाज्ज्वल्यदहनोपमायै नमः।
ॐ जाड्यग्रस्तजनातीतायै नमः।
ॐ जाड्यरोगनिवारिण्यै नमः।
ॐ जाड्यसङ्घनिवारिण्यै नमः।
ॐ जाड्यहरायै नमः।
ॐ जानक्यै नमः।
ॐ जाप्यायै नमः।
ॐ जायाभावप्रपूरिण्यै नमः।
ॐ जायाभावस्थितायै नमः।
ॐ जायायै नमः।
ॐ जालन्धरनिवासिन्यै नमः।
ॐ जीवनसंस्थायै नमः।
ॐ ज्ञानगगनायै नमः।
ॐ ज्ञानगम्यायै नमः।
ॐ ज्ञानदायै नमः।
ॐ ज्ञानरूपिण्यै नमः।
ॐ ज्ञेयायै नमः।
ॐ ज्योतिकारिण्यै नमः।
ॐ ज्वररोगहरायै नमः।
ॐ ज्वालदात्र्यै नमः।
ॐ ज्वालामालाप्रपूरितायै नमः।
ॐ ज्वालामुख्यै नमः।
ॐ ज्वालायै नमः।
ॐ झङ्कर्यै नमः।
ॐ झङ्कारकारिण्यै नमः।
ॐ झञ्झावातप्रमुक्ताङ्ग्यै नमः।
ॐ झञ्झावातरूपायै नमः।
ॐ झोरझङ्कारवासिन्यै नमः।
ॐ ञकाराणुस्वरूपायै नमः।
ॐ टकुवाण्यै नमः।
ॐ टङ्कार्यै नमः।
ॐ टवट्टङ्कारनादिन्यै नमः।
ॐ ठकाराक्षररूपिण्यै नमः।
ॐ डाकिन्यै नमः।
ॐ डिण्डिमायै नमः।
ॐ डिण्डुडिण्डिमवादिन्यै नमः।
ॐ डिम्भायै नमः।
ॐ ढक्कानादप्रियायै नमः।
ॐ ढक्कानादसन्तुष्टमानसायै नमः।
ॐ ढक्कामय्यै नमः।
ॐ ढक्कायै नमः।
ॐ ढक्काशब्दरूपायै नमः।
ॐ ढक्केश्वर्यै नमः।
ॐ ढिलमय्यै नमः।
ॐ णकारायै नमः।
ॐ णाक्षरमय्यै नमः।
ॐ णाक्षरादिस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ तडिते नमः।
ॐ तडिल्लताकारायै नमः।
ॐ तत्त्वज्ञानप्रदायिन्यै नमः।
ॐ तत्त्वज्ञानप्रमोदिन्यै नमः।
ॐ तत्त्वज्ञानेश्वर्यै देव्यै नमः।
ॐ तन्त्रमन्त्रस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ तन्त्रमय्यै नमः।
ॐ तन्त्ररूपायै नमः।
ॐ तन्त्रशास्त्रविशारदायै नमः।
ॐ तन्व्यै नमः।
ॐ तपोमूर्तये नमः।
ॐ तरलप्रभायै नमः।
ॐ तरलायै नमः।
ॐ तरलायै नमः।
ॐ तरुण्यै नमः।
ॐ तापविध्वंसिन्यै नमः।
ॐ तापसङ्घनिर्मूलकारिण्यै नमः।
ॐ तामस्यै नमः।
ॐ तारकारिप्रपूजितायै नमः।
ॐ तारकारिप्रसुवे नमः।
ॐ तारकारिवरप्रदायै नमः।
ॐ तारकारिसमाराध्यायै नमः।
ॐ तारायै नमः।
ॐ तारिण्यै नमः।
ॐ तिथिपूजितायै नमः।
ॐ तिथिभ्यो नमः।
ॐ तिथिरूपायै नमः।
ॐ तिथिस्थायै नमः।
ॐ तिथीशायै नमः।
ॐ तिलदायै नमः।
ॐ तिलप्रीतायै नमः।
ॐ तिलेश्वर्यै नमः।
ॐ तिलोत्तमायै नमः।
ॐ तृतीयायै नमः।
ॐ त्रयीमय्यै नमः।
ॐ त्रयीश्वर्यै नमः।
ॐ त्रयीसेव्यायै नमः।
ॐ त्रासकर्त्र्यै नमः।
ॐ त्रासदात्र्यै नमः।
ॐ त्रासहर्त्र्यै नमः।
ॐ त्रासहायै नमः।
ॐ त्रिकूटाकारायै नमः।
ॐ त्रिकूटाचलमध्यगायै नमः।
ॐ त्रिकूटायै नमः।
ॐ त्रिकोणयन्त्रमध्यगायै नमः।
ॐ त्रिकोणस्थायै नमः।
ॐ त्रिकोणेश्यै नमः।
ॐ त्रिगुणाकारायै नमः।
ॐ त्रिगुणात्मिकायै नमः।
ॐ त्रिगुणायै नमः।
ॐ त्रिजटायै नमः।
ॐ त्रिनेत्रवरसुन्दर्यै नमः।
ॐ त्रिनेत्रायै नमः।
ॐ त्रिनेत्रायै नमः।
ॐ त्रिनेत्रायै नमः।
ॐ त्रिपदायै नमः।
ॐ त्रिपदास्पदायै नमः।
ॐ त्रिपुरगायै नमः।
ॐ त्रिपुरमय्यै नमः।
ॐ त्रिपुरात्मिकायै नमः।
ॐ त्रिपुरायै नमः।
ॐ त्रिपुरायै नमः।
ॐ त्रिपुर्यै नमः।
ॐ त्रिमतेश्वर्यै नमः।
ॐ त्रिरूपायै नमः।
ॐ त्रिरूपायै नमः।
ॐ त्रिरूपिण्यै नमः।
ॐ त्रिलोकेश्यै नमः।
ॐ त्रिवर्षायै नमः।
ॐ त्रिविद्यायै नमः।
ॐ त्रिविधायै नमः।
ॐ त्रिशक्त्यै नमः।
ॐ त्रिशूलवरधारिण्यै नमः।
ॐ त्रिशूलिन्यै नमः।
ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः।
ॐ त्रिसन्ध्यार्च्यायै नमः।
ॐ त्र्यक्षरेश्वर्यै नमः।
ॐ त्र्यक्षर्यै नमः।
ॐ थकारवर्णसम्भवायै नमः।
ॐ थकाराक्षररूपायै नमः।
ॐ दनुजध्वंसिन्यै नमः।
ॐ दनुजेशनिषूदिन्यै नमः।
ॐ दयापरायै नमः।
ॐ दयायै नमः।
ॐ दयारूपायै नमः।
ॐ दयार्द्रायै नमः।
ॐ दयाशीलायै नमः।
ॐ दयासागरसंस्थितायै नमः।
ॐ दयासारायै नमः।
ॐ दशविद्यात्मिकायै नमः।
ॐ दशविद्यास्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दानपरायणायै नमः।
ॐ दानवसंहन्त्र्यै नमः।
ॐ दानवारिप्रपूजितायै नमः।
ॐ दानवारिप्रियायै नमः।
ॐ दान्तायै नमः।
ॐ दामिनीदामभूषितायै नमः।
ॐ दामिनीप्रीतायै नमः।
ॐ दामिनीशतसंसेव्यायै नमः।
ॐ दामिनीशतसुन्दर्यै नमः।
ॐ दामिन्यै नमः।
ॐ दारापत्यप्रदायै नित्यायै नमः।
ॐ दिगम्बरप्रियायै नमः।
ॐ दिगम्बरस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दिगम्बरायै नमः।
ॐ दिनेशास्यापराजितायै नमः।
ॐ दिव्याङ्ग्यै नमः।
ॐ दीनतापनिर्मूलकारिण्यै नमः।
ॐ दीनदम्भविनाशिन्यै नमः।
ॐ दीनदुःखहरायै नमः।
ॐ दीनदुःखहरायै नमः।
ॐ दीनमात्रे नमः।
ॐ दीनसेव्यायै नमः।
ॐ दीर्घकेश्यै नमः।
ॐ दीर्घचक्षुषे नमः।
ॐ दीर्घतन्व्यै नमः।
ॐ दीर्घदुर्गतिनाशिन्यै नमः।
ॐ दीर्घनेत्रायै नमः।
ॐ दीर्घस्वरायै नमः।
ॐ दीर्घायै नमः।
ॐ दुःखदायै नमः।
ॐ दुःखदारिद्र्यकारिण्यै नमः।
ॐ दुःखदारिद्र्यशमन्यै नमः।
ॐ दुःखसागरतारिण्यै नमः।
ॐ दुःखहरायै नमः।
ॐ दुःखहीनायै नमः।
ॐ दुर्गनाशिन्यै नमः।
ॐ दुर्गबन्धविमोचिन्यै नमः।
ॐ दुर्गबन्धविमोचिन्यै नमः।
ॐ दुर्गरूपायै नमः।
ॐ दुर्गायै नमः।
ॐ दुर्गायै नमः।
ॐ दुर्गार्तिहन्त्र्यै नमः।
ॐ दुर्ज्ञेयायै नमः।
ॐ दुर्दर्शनायै नमः।
ॐ दुष्टखण्डनैकस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दुस्सहायै नमः।
ॐ देवक्यै नमः।
ॐ देवताभावसन्तुष्टायै नमः।
ॐ देवतामूर्त्यै नमः।
ॐ देवताशतमध्यगायै नमः।
ॐ देवदुष्टविनाशिन्यै नमः।
ॐ देवमात्रे नमः।
ॐ देववल्लभायै नमः।
ॐ देववामायै नमः।
ॐ देवशक्तिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ देवसेव्यायै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ धनदप्रीतायै नमः।
ॐ धनदायै नमः।
ॐ धनदायै नमः।
ॐ धनधान्यविनाशिन्यै नमः।
ॐ धनधान्यसमृद्धिदायै नमः।
ॐ धनधान्यसमृद्धिस्थायै नमः।
ॐ धनिष्ठायै नमः।
ॐ धनुर्गम्यायै नमः।
ॐ धनुर्धरवरप्रदायै नमः।
ॐ धनुर्बाणधरायै नमः।
ॐ धनुर्विद्यायै नमः।
ॐ धनेश्वर्यै नमः।
ॐ धन्यपरायै नमः।
ॐ धन्यस्थलनिवासिन्यै नमः।
ॐ धन्यायै नमः।
ॐ धरण्यै नमः।
ॐ धराधरपतिप्राणायै नमः।
ॐ धराधरपतिस्तुतायै नमः।
ॐ धराधरेन्द्रगेहस्थायै नमः।
ॐ धराधरेन्द्रतनुजायै नमः।
ॐ धराधरेन्द्रपालिन्यै नमः।
ॐ धराधरेन्द्रवन्दितायै नमः।
ॐ धराधरेन्द्रसर्वार्तिनाशिन्यै नमः।
ॐ धर्मकर्मरूपायै नमः।
ॐ धर्मकर्मविवर्जितायै नमः।
ॐ धर्मगायै नमः।
ॐ धर्मगेहस्थायै नमः।
ॐ धर्मदायै नमः।
ॐ धर्मधरायै नमः।
ॐ धर्मधीरायै नमः।
ॐ धर्मनिरतायै नमः।
ॐ धर्मनिष्ठायै नमः।
ॐ धर्मपाखण्डखण्डिन्यै नमः।
ॐ धर्मपालिन्यै नमः।
ॐ धर्मबीजकृतस्थानायै नमः।
ॐ धर्मबीजरूपायै नमः।
ॐ धर्मबीजसमाश्रितायै नमः।
ॐ धर्मबीजसमुद्भूतायै नमः।
ॐ धर्मबीजसुरक्षिण्यै नमः।
ॐ धर्मबीजेश्वर्यै नमः।
ॐ धर्मराजवरप्रदायै नमः।
ॐ धर्मराजेश्वर्यै नमः।
ॐ धर्मरूपायै नमः।
ॐ धर्मरूपायै नमः।
ॐ धर्मलीलायै नमः।
ॐ धर्मशीलायै नमः।
ॐ धर्माधर्मस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ धर्मिण्यै नमः।
ॐ धर्मेश्यै नमः।
ॐ धात्र्यै नमः।
ॐ धीरगोचरायै नमः।
ॐ धूम्रलोचननाशिन्यै नमः।
ॐ धेयायै नमः।
ॐ नगराजप्रपूजितायै नमः।
ॐ नगात्मजायै नमः।
ॐ नग्निकायै नमः।
ॐ नदीरूपायै नमः।
ॐ नदीसङ्गमसंस्थितायै नमः।
ॐ नदीसागररूपिण्यै नमः।
ॐ नन्दायै नमः।
ॐ नरमुण्डास्थिमालिन्यै नमः।
ॐ नरराजेश्वर्यै नमः।
ॐ नरेन्द्रस्थायै नमः।
ॐ नर्तक्यै नमः।
ॐ नर्मदायै नमः।
ॐ नर्मदेश्वररूपिण्यै नमः।
ॐ नर्मदेश्वरसम्प्रीतायै नमः।
ॐ नवीनायै नमः।
ॐ नागकन्यायै नमः।
ॐ नागपूजितायै नमः।
ॐ नागभगिन्यै नमः।
ॐ नागमध्यस्थितायै नमः।
ॐ नागमात्रे नमः।
ॐ नागमोहसङ्क्षोभदायिन्यै नमः।
ॐ नागराजगुणज्ञायै नमः।
ॐ नागराजपरिस्तुतायै नमः।
ॐ नागराजसुखप्रदायै नमः।
ॐ नागलोकगतायै नमः।
ॐ नागलोकेश्वर्यै नमः।
ॐ नागविभवायै नमः।
ॐ नागहस्तायै नमः।
ॐ नागिन्यै नमः।
ॐ नागेश्वर्यै नमः।
ॐ नानारागसमापिन्यै नमः।
ॐ नानावर्णविभूषाङ्ग्यै नमः।
ॐ नारायण्यै नमः।
ॐ नारीगणार्चितायै नमः।
ॐ नारीमध्यगायै नमः।
ॐ नारीरूपायै नमः।
ॐ नारीस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ नित्यं क्षौमवस्त्रविलासिन्यै नमः।
ॐ नित्यं खण्डमुण्डविलासिन्यै नमः।
ॐ नित्यं चक्रपाणिनमस्कृतायै नमः।
ॐ नित्यं छिन्नमुण्डधरायै नमः।
ॐ नित्यं धनुर्बाणधरायै नमः।
ॐ नित्यं नरमांसप्रियायै नमः।
ॐ नित्यं नागलोकनिवासिन्यै नमः।
ॐ नित्यं पञ्चबाणधरायै नमः।
ॐ नित्यं पञ्चबाणधरायै नमः।
ॐ नित्यं परमप्रेमदायिन्यै नमः।
ॐ नित्यं परमाकाशरूपिण्यै नमः।
ॐ नित्यं प्रीतिदायै नमः।
ॐ नित्यं रतिप्रियायै नमः।
ॐ नित्यकल्याणरूपिण्यै नमः।
ॐ नित्यदात्र्यै नमः।
ॐ नित्यमसिचर्मधरायै नमः।
ॐ नित्यशोकविनाशिन्यै नमः।
ॐ नित्यानन्द विधायिन्यै नमः।
ॐ नित्यानन्दमय्यै देव्यै नमः।
ॐ नित्यायै नमः।
ॐ नित्यायै नमः।
ॐ निरक्षरस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ निरञ्जनस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ निराकारायै नमः।
ॐ निराराध्यायै नमः।
ॐ निराश्रयायै नमः।
ॐ निराहारायै नमः।
ॐ निरुपद्रवायै नमः।
ॐ निर्गुणायै नमः।
ॐ निर्मलायै नमः।
ॐ निर्लेपायै नमः।
ॐ निर्लोमायै नमः।
ॐ निर्विकल्पायै नमः।
ॐ निष्कलायै नमः।
ॐ नूतनाम्बरायै नमः।
ॐ नृत्यगीतपरायणायै नमः।
ॐ नृत्यप्रियायै नमः।
ॐ नृत्यरूपायै नमः।
ॐ नृत्यवत्यै नमः।
ॐ नृत्यशब्दविलासिन्यै नमः।
ॐ नृत्येश्वर्यै नमः।
ॐ पञ्चपत्राभिलाषायै नमः।
ॐ पञ्चपर्वविलासिन्यै नमः।
ॐ पञ्चमप्रीतिदायै परायै नमः।
ॐ पञ्चमीदेव्यै नमः।
ॐ पञ्चरक्तप्रसारिण्यै नमः।
ॐ पञ्चामृतविलासिन्यै नमः।
ॐ पञ्चाशद्वर्णबीजाढ्यायै नमः।
ॐ पञ्चाशन्मुण्डमालिकायै नमः।
ॐ पट्टवस्त्रपरिधानायै नमः।
ॐ पद्मकिञ्जल्कवासिन्यै नमः।
ॐ पद्मकोशायै नमः।
ॐ पद्मधर्मनिवासिन्यै नमः।
ॐ पद्ममुख्यै नमः।
ॐ पद्मरागविभूषितायै नमः।
ॐ पद्मावत्यै नमः।
ॐ परमप्रेमविह्वलायै नमः।
ॐ परमात्मिकायै नमः।
ॐ परमायै नमः।
ॐ पररहस्यायै नमः।
ॐ परस्थायै नमः।
ॐ परायै नमः।
ॐ परायै नमः।
ॐ परिपूर्णरसोन्मत्तायै नमः।
ॐ परेशितायै नमः।
ॐ पललादिप्रियायै नित्यायै नमः।
ॐ पवित्रासवनिष्पूतायै नमः।
ॐ पशुवस्त्रपरीधानायै नमः।
ॐ पाञ्चाल्यै नमः।
ॐ पाशाङ्कुशधरायै परायै नमः।
ॐ पाशाङ्कुशधरायै परायै नमः।
ॐ पिङ्गलायै नाड्यै नमः।
ॐ पुष्पप्रियायै नमः।
ॐ पुष्पायुधधरायै परायै नमः।
ॐ पूर्णषोडश्यै नमः।
ॐ पूर्णायै नमः।
ॐ प्रचण्डचण्डिकायै नमः।
ॐ प्रणवस्थायै नमः।
ॐ प्रत्येकादशसङ्ख्यायै नमः।
ॐ प्रमत्तरूपायै नमः।
ॐ प्राणेश्वर्यै नमः।
ॐ प्रियव्रतपरायै नमः।
ॐ प्रेतासननिवासिन्यै नमः।
ॐ प्रेमविह्वलवल्लभायै नमः।
ॐ प्रेयस्यै नमः।
ॐ फेत्कारिणीतन्त्ररूपायै नमः।
ॐ फेरुफेरवनादिन्यै नमः।
ॐ बगलायै नमः।
ॐ बालायै नमः।
ॐ बुद्धिदात्र्यै नमः।
ॐ बुद्धिदायै नमः।
ॐ बुद्धिरूपायै नमः।
ॐ बुद्धिरूपायै नमः।
ॐ बुधात्मिकायै नमः।
ॐ भगस्थायै नमः।
ॐ भद्रायै नमः।
ॐ भयदायै नमः।
ॐ भयप्रदायै नमः।
ॐ भयभीतिविनाशिन्यै नमः।
ॐ भयरूपिण्यै नमः।
ॐ भयहन्त्र्यै नमः।
ॐ भयाढ्यायै नमः।
ॐ भवबन्धविघातिन्यै नमः।
ॐ भवबन्धविमोचिन्यै नमः।
ॐ भवमोक्षायै नमः।
ॐ भवरूपायै नमः।
ॐ भवसंसारतारिण्यै नमः।
ॐ भवान्यै नमः।
ॐ भवान्यै नमः।
ॐ भवाब्धये नमः।
ॐ भागीरथ्यै नमः।
ॐ भाग्यभोग्यप्रदायिन्यै नमः।
ॐ भीमदुष्टविनाशिन्यै नमः।
ॐ भीमनादाविह्वलायै नमः।
ॐ भीमपूजितपादाब्जायै नमः।
ॐ भीमभैरवपालिन्यै नमः।
ॐ भीममात्रे नमः।
ॐ भीमरूपायै नमः।
ॐ भीमवरप्रदायै नमः।
ॐ भीमशब्दपरायणायै नमः।
ॐ भीमायै नमः।
ॐ भीमायै नमः।
ॐ भीमासुरध्वंसकर्यै नमः।
ॐ भीमेश्यै नमः।
ॐ भीमेश्वर्यै नमः।
ॐ भुवनायै नमः।
ॐ भुवनाराध्यायै नमः।
ॐ भुवनेश्यै नमः।
ॐ भूतभैरवसेवितायै नमः।
ॐ भूतिदायै नमः।
ॐ भैरवाधीशपालिन्यै नमः।
ॐ भैरवाधीशरमण्यै नमः।
ॐ भैरवाराध्यायै नमः।
ॐ भैरवेश्यै नमः।
ॐ भैरवेश्वरतुष्टिदायै नमः।
ॐ भैरव्यै नमः।
ॐ मङ्गलायै नमः।
ॐ मङ्गलायै नमः।
ॐ मत्तायै नमः।
ॐ मदालसायै नमः।
ॐ मदोन्मत्तस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ मधुमय्यै नमः।
ॐ मनोज्ञायै नमः।
ॐ मनोन्मदायै नमः।
ॐ मनोहरायै नमः।
ॐ मनोहरायै नमः।
ॐ मन्त्रजपमात्रे नमः।
ॐ मन्दाकिन्यै नमः।
ॐ मयवासिन्यै नमः।
ॐ महादेवरसोद्भवायै नमः।
ॐ महानित्यायै नमः।
ॐ महापूज्यायै नमः।
ॐ महाभयङ्करीदेव्यै नमः।
ॐ महाविश्वेश्वरीदूत्यै नमः।
ॐ महिषासुरहन्त्र्यै नमः।
ॐ महिषासुरहन्त्र्यै नमः।
ॐ महिषीदुष्टमर्दिन्यै नमः।
ॐ मातङ्ग्यै नमः।
ॐ माध्व्यै नमः।
ॐ माननीयायै नमः।
ॐ मानायै नमः।
ॐ मान्यायै नमः।
ॐ मालामन्त्रमय्यै नमः।
ॐ मुक्तकेश्यै नमः।
ॐ मुक्तारञ्जितमालाढ्यायै नमः।
ॐ मुक्ताहारविलासिन्यै नमः।
ॐ मुण्डमालाधरायै नमः।
ॐ मुण्डहस्तायै नमः।
ॐ मुद्रायै नमः।
ॐ मुद्रिकामन्त्ररूपिण्यै नमः।
ॐ मोहसम्मोहकारिण्यै नमः।
ॐ मौलिचन्द्रप्रकाशिन्यै नमः।
ॐ यजुर्वेदप्रपूजितायै नमः।
ॐ यज्ञाङ्ग्यै नमः।
ॐ यशःस्वरूपिण्यै देव्यै नमः।
ॐ याम्येश्यै नमः।
ॐ युगाख्यायै नमः।
ॐ युगान्तायै नमः।
ॐ योगगम्यायै नमः।
ॐ योगनिद्रायै नमः।
ॐ योगमय्यै नमः।
ॐ योगमार्गप्रदायिन्यै नमः।
ॐ योगरूपिण्यै नमः।
ॐ योगानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ योगिन्यै नमः।
ॐ योनिमण्डलवासिन्यै नमः।
ॐ रक्तगात्रायै नमः।
ॐ रक्तबीजविनाशिन्यै नमः।
ॐ रक्तरूपायै नमः।
ॐ रक्तहस्तायै नमः।
ॐ रणजैत्र्यै नमः।
ॐ रणस्थायै नमः।
ॐ रणोत्कण्ठायै नमः।
ॐ रणोत्सवायै नमः।
ॐ रतिरागविवर्धिन्यै नमः।
ॐ रमण्यै नमः।
ॐ रमायै नमः।
ॐ रम्यायै नमः।
ॐ रसायै नमः।
ॐ रसोद्भूतायै नमः।
ॐ रासप्रियायै नमः।
ॐ राससम्भूतायै नमः।
ॐ रिक्तायै नमः।
ॐ रुक्मायै नमः।
ॐ रेवत्यै नमः।
ॐ लङ्केश्वर्यै नमः।
ॐ लतायै नमः।
ॐ ललज्जिह्वायै नमः।
ॐ लवङ्गकुसुमाराध्यायै नमः।
ॐ लवणाब्धिस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ लावण्यरूपायै नमः।
ॐ लेलिहायै नमः।
ॐ लोममांसप्रपूजितायै नमः।
ॐ लोलजिह्वायै नमः।
ॐ वंशिन्यै नमः।
ॐ वनपुष्पप्रियायै नमः।
ॐ वनसंस्थायै नमः।
ॐ वरदाभयधारिण्यै नमः।
ॐ वरप्रदायै नमः।
ॐ वरवर्णिन्यै नमः।
ॐ वरहस्तायै नमः।
ॐ वराननायै नमः।
ॐ वराननायै नमः।
ॐ वरायै नमः।
ॐ वरायै नमः।
ॐ वरारङ्गप्रदायिन्यै नमः।
ॐ वरुणायै नमः।
ॐ वशिन्यै नमः।
ॐ वषट्प्रियायै नमः।
ॐ वसुधायै नमः।
ॐ वाक्यनिवासिन्यै नमः।
ॐ वाग्भवाख्यायै नमः।
ॐ वाग्वत्यै नमः।
ॐ वाङ्मय्यै नमः।
ॐ वाण्यै नमः।
ॐ वादस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ वामरूपिण्यै नमः।
ॐ विद्यायै नमः।
ॐ विलासरूपिण्यै नमः।
ॐ विश्वनिर्माणकारिण्यै नमः।
ॐ विश्वमात्रे नमः।
ॐ विश्वरूपायै नमः।
ॐ विश्वसंहारकारिण्यै नमः।
ॐ विश्वेश्यै नमः।
ॐ विश्वेश्यै नमः।
ॐ विश्वेश्वर्यै नमः।
ॐ विष्णुपत्न्यै नमः।
ॐ विष्णुरूपायै नमः।
ॐ विष्णुसेव्यायै नमः।
ॐ वीणारवायै नमः।
ॐ वीणावाद्यपरायणायै नमः।
ॐ वीणावाद्यसमायुक्तायै नमः।
ॐ वीणाशब्दरूपायै नमः।
ॐ वीरभद्रप्रसुवे नमः।
ॐ वीरभद्रार्चितपदायै नमः।
ॐ वीरभूषणभूषितायै नमः।
ॐ वीरायै नमः।
ॐ वृद्धमयीरूपायै नमः।
ॐ वृष्यायै नमः।
ॐ वेदमन्त्ररूपायै नमः।
ॐ वेदमार्गरतायै नमः।
ॐ वेशरूपायै नमः।
ॐ वैष्णवाचारतत्परायै नमः।
ॐ वैष्णवाचारनिरतायै नमः।
ॐ वैष्णव्यै नमः।
ॐ शकटात्मिकायै नमः।
ॐ शक्तिबिन्दुनिवासिन्यै नमः।
ॐ शक्तिरूपायै नमः।
ॐ शङ्करार्धाङ्गधारिण्यै नमः।
ॐ शमन्यै नमः।
ॐ शर्वर्यै नमः।
ॐ शर्वाण्यै नमः।
ॐ शाङ्कर्यै नमः।
ॐ शाम्भव्यै नमः।
ॐ शाम्भव्यै नमः।
ॐ शाम्यरूपायै नमः।
ॐ शारदायै परायै नमः।
ॐ शिवभाषिण्यै नमः।
ॐ शिवहस्तायै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शूलहस्तायै नमः।
ॐ श्रेयस्यै नमः।
ॐ श्वेतवर्णायै नमः।
ॐ षङ्गदालयायै नमः।
ॐ षडङ्गयुवतीपूज्यायै नमः।
ॐ षडङ्गरूपवर्जितायै नमः।
ॐ षड्वक्त्रसंश्रितायै नित्यायै नमः।
ॐ षोडश्यै नमः।
ॐ सकलायै नमः।
ॐ सङ्क्रान्तिरूपायै नमः।
ॐ सत्त्वरूपायै नमः।
ॐ सदा खगत्यै नमः।
ॐ सदा धर्ममार्गरतायै नमः।
ॐ सदा नररक्तप्रियायै नमः।
ॐ सम्पदापदभूषितायै नमः।
ॐ सर्वक्षोभणशक्त्यै नमः।
ॐ सर्वज्ञायै नमः।
ॐ सर्वज्ञायै नमः।
ॐ सर्वदात्र्यै नमः।
ॐ सर्वदेवप्रपूजितायै नमः।
ॐ सर्वमात्रे नमः।
ॐ सर्वमात्रे नमः।
ॐ सर्वरञ्जनशक्त्यै नमः।
ॐ सर्वलोकेशविद्यायै नमः।
ॐ सर्ववर्णमय्यै देव्यै नमः।
ॐ सर्वविद्राविण्यै नमः।
ॐ सर्वविश्वेश्वरीशक्त्यै नमः।
ॐ सर्वसम्पत्प्रदात्र्यै नमः।
ॐ सर्वसम्पत्प्रदायिन्यै नमः।
ॐ सर्वसिद्धि स्वरूपिण्यै नमः।
ॐ सर्वानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ सर्वार्थसाधनकर्यै नमः।
ॐ सर्वार्थायै नमः।
ॐ सर्वेश्वर्यै नमः।
ॐ सर्वेश्वर्यै नमः।
ॐ सर्वोन्मादस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ सहस्रदलमध्यस्थायै नमः।
ॐ सहस्रदलवर्तिन्यै नमः।
ॐ सामरूपायै नमः।
ॐ सामवेदेन सङ्गीतायै नमः।
ॐ सिद्धायै नमः।
ॐ सिद्धायै नमः।
ॐ सिद्धिदात्र्यै नमः।
ॐ सिद्धिदायै नमः।
ॐ सिद्धिविद्यास्वरूपिण्यै नमः।
ॐ सिन्धवे नमः।
ॐ सुकेश्यै नमः।
ॐ सुचण्डायै नमः।
ॐ सुन्दराङ्ग्यै नमः।
ॐ सुरसात्मिकायै नमः।
ॐ सुवर्णाभायै नमः।
ॐ सुषुम्नायै नमः।
ॐ सृष्टिरूपायै नमः।
ॐ सोममण्डलवासिन्यै नमः।
ॐ स्थलस्थायै नमः।
ॐ स्थानस्थितायै नमः।
ॐ स्थूलरूपायै नमः।
ॐ स्थूलहस्तायै नमः।
ॐ स्थूलायै नमः।
ॐ स्थैर्यरूपप्रकाशिन्यै नमः।
ॐ स्वरभासिन्यै नमः।
ॐ स्वर्णकुण्डलभूषायै नमः।
ॐ स्वर्णसिंहासनस्थितायै नमः।
ॐ हरध्येयायै नमः।
ॐ हरप्रियायै नमः।
ॐ हुङ्कारबीजरूपिण्यै नमः।

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देवी छिन्नमस्ता सहस्रनामावली PDF

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