Shri Ghatikachala Hanumat Stotram

|| Shri Ghatikachala Hanumat Stotram || Shankhachakradharam Devam Ghatikachalavasinam Yogarudham HyAnjaneyam Vayuputram Namamyaham Bhaktabhishtapradataram Chaturbahuvirajitam Divakaradyutinibham Vande’ham Pavanatmajam Kaupinamekhalasutram Swarnakundalamanditam Langhitaabdhim Ramadootam Namami Satatam Harim Daityanam Nashanarthaaya Mahakayadharam Vibhum Gadadharakaro Yastam Vande’ham Marutatmajam Nrisimhabhimukho Bhutva Parvatagre cha Samsthitam Vaanchantam Brahmapadavim Namami Kapinayakam Baladityavapushkam cha Sagarottarakarakam Sameeravegam Devesham Vande Hyamitavikramam Padmaragarunamanishobhitam Kamarupinam Parijatatarustham cha Vande’ham Vanacharinam…

Shri Hanumat Tandava Stotram

|| Shri Hanumat Tandava Stotram || Vande Sindooravarnabham Lohitambarabhushitam Raktangaragashobhadyam Shonapuchchham Kapishvaram Bhaje Sameeranandnam, Subhaktachittaranjanam, Dinesharupabhakshakam, Samastabhaktarakshakam. Sukanthakaryasadhakam, Vipakshapakshabadhakam, Samudraparagaminam, Namami Siddhakaminam. Sushankitam Sukanthabhu Ktavan Hi Yo Hitam Vachastvam Ashu Dhairyam Ashrayatra Vo Bhayam Kadaapi Na Iti Plavanganathabhashitam Nishamya Vanaradhinath Apa Sham Tada, Sa Ramaduta Ashrayah Sudeerghabahulochanena, Puchhaguchchashobhina, Bhujadvayena Sodarim Nijamsayugmamasthitau. Kritau Hi Kosalaadhipau, Kapisharajasannidhau,…

श्री हनुमत तांडव स्तोत्र

॥श्री हनुमत तांडव स्तोत्र॥ वन्दे सिन्दूरवर्णाभं लोहिताम्बरभूषितम् । रक्ताङ्गरागशोभाढ्यं शोणापुच्छं कपीश्वरम्॥ भजे समीरनन्दनं, सुभक्तचित्तरञ्जनं, दिनेशरूपभक्षकं, समस्तभक्तरक्षकम् । सुकण्ठकार्यसाधकं, विपक्षपक्षबाधकं, समुद्रपारगामिनं, नमामि सिद्धकामिनम् ॥ सुशङ्कितं सुकण्ठभुक्तवान् हि यो हितं वचस्त्वमाशु धैर्य्यमाश्रयात्र वो भयं कदापि न । इति प्लवङ्गनाथभाषितं निशम्य वानराऽधिनाथ आप शं तदा, स रामदूत आश्रयः ॥ सुदीर्घबाहुलोचनेन, पुच्छगुच्छशोभिना, भुजद्वयेन सोदरीं निजांसयुग्ममास्थितौ । कृतौ हि कोसलाधिपौ,…

श्री घटिकाचल हनुमत्स्तोत्रम्

॥श्री घटिकाचल हनुमत्स्तोत्रम्॥ शङ्खचक्रधरं देवं घटिकाचलवासिनम् । योगारूढं ह्याञ्जनेयं वायुपुत्रं नमाम्यहम् ॥ भक्ताभीष्टप्रदातारं चतुर्बाहुविराजितम् । दिवाकरद्युतिनिभं वन्देऽहं पवनात्मजम् ॥ कौपीनमेखलासूत्रं स्वर्णकुण्डलमण्डितम् । लङ्घिताब्धिं रामदूतं नमामि सततं हरिम् ॥ दैत्यानां नाशनार्थाय महाकायधरं विभुम् । गदाधरकरो यस्तं वन्देऽहं मारुतात्मजम् ॥ नृसिंहाभिमुखो भूत्वा पर्वताग्रे च संस्थितम् । वाञ्छन्तं ब्रह्मपदवीं नमामि कपिनायकम् ॥ बालादित्यवपुष्कं च सागरोत्तारकारकम् । समीरवेगं देवेशं…

लाल लंगोटो हाथ में सोटो – भजन

लाल लंगोटो हाथ में सोटो तर्ज – कान में झुमका लाल लंगोटो हाथ में सोटो, बजरंगी नखराले, लाल है यो तो अंजनी माँ का, ठुमक ठुमक कर चाले, ये है राम का दीवाना, सियाराम का दीवाना || कभी ना ये घबराता है, दुष्टों को मार भगाता है, सूर्य को भी इसने अपने, मुख में छुपाया…

एक दिन बोले प्रभु हनुमत से – भजन

एक दिन बोले प्रभु हनुमत से एक दिन बोले प्रभु हनुमत से, मैं मन की प्यास बुझाउँगा, लंका विजय के बाद, एक दिन श्री राम के मन में ये आई, वो हनुमान जी से कहने लगे ऐ हनुमान ! तुम मेरी इस सेज पर, लेट जाओ, मैं तुम्हारे चरण दबाऊंगा, हनुमान जी आश्चर्य चकित हो…

हे मारुती सारी राम कथा – भजन

हे मारुती सारी राम कथा का सार तुम्हारी आँखों में हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में, हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में, दुनिया भर की भक्ति का, भंडार तुम्हारी आँखों में, हे मारुती, हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में || जय जय बजरंगबली…

राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे – भजन

राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे, तेरे सारे काम हनुमानजी करेंगे || जय हो जय हो | राम और श्याम दोनों बात मानते हैं, भक्त से बड़ा ना कोई सब जानते हैं, होगा वही जो भी ये जुबान से कहेंगे, राम जी करेगे ना तो…

कौन काटता राम के बंधन – भजन

कौन काटता राम के बंधन जो हनुमान ना होते कौन काटता राम के बंधन, जो हनुमान ना होते, जो हनुमान ना होते, कौन काटता राम के बंधन, जो हनुमान ना होते || राम और रावण युद्ध हुआ, हनुमान ने रक्षा किन्ही, हनुमान ने रक्षा किन्ही, लक्ष्मण को जब शक्ति लागि, ला संजीवनी दीन्हि, ला संजीवनी…

श्री राम जहाँ होंगे हनुमान वहां होंगे – भजन

श्री राम जहाँ होंगे हनुमान वहां होंगे तर्ज – जब हम जवां होंगे श्री राम जहाँ होंगे, हनुमान वहां होंगे, दोनों जहाँ होंगे,वहां कल्याण करेंगे, हर काम बनेंगे,श्री राम जहाँ होंगे || || श्री राम का जो भी,ध्यान लगाएगा, बालाजी के दर्शन,वो ही पाएगा, प्रभु राम की भक्ति से,तुम्हे हनुमान मिलेंगे, कल्याण करेंगे,श्री राम जहाँ…

भक्ति और शक्ति के दाता – भजन

भक्ति और शक्ति के दाता तर्ज – नदिया चले चले रे धारा भक्ति और शक्ति के दाता, रामचरण से जिनका नाता, म्हारा बजरंगबली, म्हारा बजरंगबली || राम बिना जिनको कुछ भी ना ध्यावे, राम में हरदम जो ध्यान लगावे, राम करे जो भी बजरंग कराएं-२, पर ना कभी दिल में अभिमान लाए, म्हारा बजरंगबली, म्हारा…

आये है मेरे रघुनाथ – भजन

आये है मेरे रघुनाथ आये है मेरे रघुनाथ सुन भरत जब ये बात सियां राम लखन के साथ साथ, साथ हनुमान भी आये भरत मन में हर्षाये, राम जब वन से आये संग हनुमत को भी लाये आये है मेरे रघुनाथ सुन भरत जब ये बात सियां राम लखन के साथ साथ || जब सुनी…

अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना – भजन

अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना अयोध्या नाथ से जाकर, पवनसुत हाल कह देना, तुम्हारी लाड़ली सीता, हुई बेहाल कह देना, अयोंध्या नाथ से जाकर, पवनसुत हाल कह देना || जब से लंका में आई, नहीं श्रृंगार है कीन्हा, नहीं बांधे अभी तक, खुले है बाल कह देना, अयोंध्या नाथ से जाकर, पवनसुत…

आ गए भगवाधारी – भजन

आ गए भगवाधारी भारत का मान बढ़ाएंगे, मैंने कर ली है सब तैयारी || अब आ ही गए भगवाधारी श्री राम का मंदिर बन ही गया, अब तो मथुरा की है बारी || अब आ ही गए भगवाधारी उत्तर प्रदेश में योगी जी, भारत में मोदी छाए हैं। इन दोनों बब्बर शेरों से दुश्मन सारे…

राम नाम को रटने वाले – भजन

राम नाम को रटने वाले जरा सामने आओ तुम राम नाम को रटने वाले जरा सामने आओ तुम, कौन हो तुम क्या नाम है तुम्हारा इतना तो बतलाऊ तुम, प्रभु राम का दास हु माता चरणों में प्रणाम मेरा, पवन पुत्र अनजानी का लाला हनुमान है नाम मेरा, कैसे है मेरा प्राण नाथ जी लेने…

Langulaastra Shatrujanya Hanumat Stotra

|| Stotram || Hanumananjanisuno Mahabalaparakram, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Markataadhipa Maartanda Mandalagraasa-kaarak, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Akshakshapanapingakshak Shitijashugkshayaangra, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Rudraavataara sansaar- Duhkha-bhaaraapahaarak, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Shriram-charanamboja- Madhupayitamanasa, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Baliprathama kraanta Sugreevomochana-prabho, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Seetaviraha-vaarish- Magna-seetesh-taaraka, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Rakshoraaj-taapaagni- Dahyamaana-jagadvana, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Grasta’ashaijagat-swasthya- Raakshasaambhodhimandara, Lolallangulapaten Mama’tareen nipatay. Pucchagucch-sphuradvira- Jagad-dagdhari-pattan, Lolallangulapaten Mama’tareen…

Shri Hanumat Pancharatnam Stotra

|| Shri Hanumat Pancharatnam Stotra || Vitaakhila-vishayechchham Jaataanandaashra Pulakamatyachchham | Seetaapati dootaadyam Vaataatmajamadya Bhaavaye hridyam || Tarunaaruna mukha-kamalam Karunaarasapura- Pooritaapaangam | Sanjeevanamaashaase Manjula-Mahimaanam Anjana-bhaagyam || Shambaravairi- Sharaatigamambujadal- Vipula-lochanodaaram | Kambugalam aniladishtam Bimba-Jvalitoshthame Kamavalambe || Dooreekrita-seetaartih Prakateekrita- Raamavaibhava-sphoorti | Daarita-dashamukha- Keertih purato Mama bhaatu hanumato moortih || Vaanaar-nikaraa Dhyaksham daanavakula- Kumuda-ravikara-sadrisham | Deen-janavanadeeksham pavana Tapah paakapunjamadraaksham…

लांगुलास्त्र शत्रुजन्य हनुमत स्तोत्र

।।लांगुलास्त्र शत्रुजन्य हनुमत स्तोत्र।। हनुमन्नञ्जनीसूनो महाबलपराक्रम। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। मर्कटाधिप मार्तण्ड मण्डल-ग्रास-कारक। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। अक्षक्षपणपिङ्गाक्षक्षितिजाशुग्क्षयङ्र। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। रुद्रावतार संसार-दुःख-भारापहारक। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। श्रीराम-चरणाम्भोज-मधुपायितमानस। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। बालिप्रथमक्रान्त सुग्रीवोन्मोचनप्रभो। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। सीता-विरह-वारीश-मग्न-सीतेश-तारक। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। रक्षोराज-तापाग्नि-दह्यमान-जगद्वन। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। ग्रस्ताऽशैजगत्-स्वास्थ्य-राक्षसाम्भोधिमन्दर। लोलल्लांगूलपातेन ममाऽतरीन् निपातय ।। पुच्छ-गुच्छ-स्फुरद्वीर-जगद्-दग्धारिपत्तन।…

श्री हनुमत पञ्चरत्नं स्तोत्र

॥श्री हनुमत पञ्चरत्नं स्तोत्र॥ वीताखिल-विषयेच्छं जातानन्दाश्र पुलकमत्यच्छम् । सीतापति दूताद्यं वातात्मजमद्य भावये हृद्यम् ॥ तरुणारुण मुख-कमलं करुणा-रसपूर-पूरितापाङ्गम् । सञ्जीवनमाशासे मञ्जुल- महिमानमञ्जना-भाग्यम ॥ शम्बरवैरि-शरातिगमम्बुजदल- विपुल-लोचनोदारम् । कम्बुगलमनिलदिष्टम् बिम्ब- ज्वलितोष्ठमेकमवलम्बे ॥ दूरीकृत-सीतार्तिः प्रकटीकृत- रामवैभव-स्फूर्ति । दारित-दशमुख-कीर्तिः पुरतो मम भातु हनुमतो मूर्तिः ॥ वानर-निकराध्यक्षं दानवकुल- कुमुद-रविकर-सदृशम् । दीन-जनावन-दीक्षं पवन तपः पाकपुञ्जमद्राक्षम् ॥ एतत्-पवन-सुतस्य स्तोत्रं यः पठति पञ्चरत्नाख्यम् ।…

वीर हनुमाना अति बलवाना – भजन

।।वीर हनुमाना अति बलवाना – भजन।। वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे । वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे । जो कोई आवे, अरज लगावे, सबकी सुनियो रे, प्रभु मन बसियो रे । जो कोई आवे, अरज लगावे, सबकी सुनियो रे, प्रभु मन…

अमृत की बरसे बदरीया – भजन

॥ अमृत की बरसे बदरीया – भजन ॥ अमृत की बरसे बदरीया, बाबा की दुअरिया, अमृत की बरसें बदरीया, बाबा की दुअरिया ॥ दादुर मोर पपीहा बोले, दादुर मोर पपीहा बोले, कूके काली कोयलिया, बाबा की दुअरिया, अमृत की बरसें बदरीया, बाबा की दुअरिया ॥ भगत बाबा की आरती की उतारे, भगत बाबा की आरती…

मंगल मूरति राम दुलारे – भजन

॥ मंगल मूरति राम दुलारे – भजन ॥ मंगल मूरति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे द्वारे, हे बजरंगबली हनुमान, हे महावीर करो कल्याण, हे महावीर करो कल्याण ॥ तीनों लोक तेरा उजियारा, दुखियों का तूने काज सवारा, हे जगवंदन केसरी नंदन, कष्ट हरो हे कृपा निधान ॥ मंगल मुरति राम दुलारे, आन पड़ा अब…

आज मंगलवार है – भजन

||आज मंगलवार है – भजन|| आज मंगलवार है महावीर का वार है ये सच्चा दरबार है सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है चैत्र सुदी पूनम मंगल का जनम वीर ने पाया है-2 लाल लंगोट गदा हाथ में सिर पर मुकुट सजाया है-2 शंकर का अवतार है महावीर का वार है ये…

श्री हनुमान अमृतवाणी

||श्री हनुमान अमृतवाणी|| रामायण की भव्य जो माला हनुमत उसका रत्न निराला निश्चय पूर्वक अलख जगाओ जय जय जय बजरंग ध्याओ अंतर्यामी है हनुमंता लीला अनहद अमर अनंता रामकी निष्ठा नस नस अंदर रोम रोम रघुनाथ का मंदिर सिद्धि महात्मा ये सुख धाम इसको कोटि कोटि प्रमाण तुलसीदास के भाग्य जगाये साक्षात के दर्श दिखाए…

श्री हनुमान वडवानल स्तोत्रम्

।।श्री हनुमान वडवानल स्तोत्रम्।। विनियोग: ॐ अस्य श्री हनुमान् वडवानल- स्तोत्र-मन्त्रस्य श्रीरामचन्द्र ऋषिः, श्रीहनुमान् वडवानल देवता, ह्रां बीजम्, ह्रीं शक्तिं, सौं कीलकं, मम समस्त विघ्न-दोष- निवारणार्थे, सर्व-शत्रुक्षयार्थे सकल-राज-कुल-संमोहनार्थे, मम समस्त-रोग-प्रशमनार्थम् आयुरारोग्यैश्वर्याऽभिवृद्धयर्थं समस्त-पाप-क्षयार्थं श्रीसीतारामचन्द्र-प्रीत्यर्थं च हनुमद् वडवानल-स्तोत्र जपमहं करिष्ये। ध्यान: मनोजवं मारुत-तुल्य-वेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं। वातात्मजं वानर-यूथ-मुख्यं श्रीरामदूतम् शरणं प्रपद्ये।। वडवानल स्तोत्रम्: ॐ ह्रां ह्रीं ॐ…

Shri Eka Mukhi Hanumatkavacham

|| Hanumatkavacham || || Om Gan Ganapataye Namah || Manojavam marutatulyavegam Jitendriyam buddhimatam variṣṭham। Vātātmajam vanara-yuthamukhyam Sri̱ra̱madu̱tam saraṇam̱ prapadye॥ Shri̱ra̱madu̱tam sirasa namami॥ || Shri Hanumate Namah || Ekada SukhamAsinam Shankaram Lokashankaram | Papraccha Girijakantam Karpuradhavalam Shivam || || Parvati Uvacha || Bhagavandevadevesha Lokanatha Jagadguro | Shokakulanam Lokanam Kena Raksha Bhaveddhruvam? || Sangrame Sankate Ghore Bhutapretadik…

Shri Panchmukh Hanumatkavacham

|| Hanumatkavacham || || Om Gan Ganapataye Namah || || Shri Uma Maheshwa Rabhyam Namah || Shri Sita Ramachan Draabhyam Namah Shri Panchavadanaya Anjaneyaya Namah || Shri Parvatyu Vacha || SadaShiva Varaswamin Gyanada Priyakarakah Kavachadi maya sarvam Devanam samshrutam priyam || Idanim srotum icchami Kavacham karunanidhe Vayusuno varam yena Nanyadanveshitam bhavet Sadhakanam cha sarvam Hanumat…

Shri Saptmukhi Hanuman Kavacham

|| Hanumatkavacham || || Om Gan Ganapataye Namah || Om Asya Shri Saptamukhivi Rahanumatkavacha Stotramantrasya, Narad Rishi, Anushtup Chanda, Shri Saptamukhikapih Paramatma Devata, Hram Bija, Hrim Shakti, Hrum Kilakam, Mama Sarvabhishṭasiddhyarthe Jape Viniyogah. Om Hram Angushthabhyam Namah. Om Hrim Tarjaniibhyam Namah. Om Hrum Madhyamabhyam Namah. Om Hraim Anamikabhyam Namah. Om Hraum Kanishthikabhyam Namah. Om Hrah…

मेरे दरवाजे पे हनुमान का, पहरा होता है – भजन

॥मेरे दरवाजे पे हनुमान का, पहरा होता है – भजन॥ जब जब भी संकट का मुझ पर, घेरा होता है, मेरे दरवाजे पे हनुमान का, पहरा होता है, मेरे दरवाजे पे हनुमान का, पहरा होता है ॥ जब से आए घर में मेरे, घर के संकट भाग गए, हम तो सोए थे गहरी नींद में,…

श्री राम की तू जपले रे माला – भजन

॥ श्री राम की तू जपले रे माला – भजन ॥ श्री राम की तू जपले रे माला, मिलेंगे तुझे हनुमाना, प्रभु राम की तू जपले रे माला, मिलेंगे तुझे हनुमाना, मिलेंगे तुझे हनुमाना राम के काज ये हरपल बनाए, राम चरण रज हनुमत को भाए, राम के नाम का पीते है प्याला, श्री राम…

श्री एक मुखी हनुमत्कवचम्

॥ श्री एक मुखी हनुमत्कवचम् ॥ ॥ ॐ गण गणपतये नमः ॥ मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम् । वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये ॥ श्रीरामदूतं शिरसा नमामि ॥ ॥ श्रीहनुमते नमः ॥ एकदा सुखमासीनं शङ्करं लोकशङ्करम् । पप्रच्छ गिरिजाकान्तं कर्पूरधवलं शिवम् ॥ ॥ पार्वत्युवाच ॥ भगवन्देवदेवेश लोकनाथ जगद्गुरो । शोकाकुलानां लोकानां केन रक्षा भवेद्ध्रुवम् ॥…

श्री पंचमुख हनुमत्कवचम्

॥ श्री पंचमुख हनुमत्कवचम् ॥ ॥ ॐ गण गणपतये नमः ॥ ॥ श्रीउमामहेश्वराभ्यां नमः ॥ श्रीसीतारामचन्द्राभ्यां नमः ॥ श्रीपञ्चवदनायाञ्जनेयाय नमः ॥ ॥ श्री पार्वत्युवाच ॥ सदाशिव वरस्वामिञ्ज्ञानद प्रियकारकः । कवचादि मया सर्वं देवानां संश्रुतं प्रिय ॥ १॥ इदानीं श्रोतुमिच्छामि कवचं करुणानिधे । वायुसूनोर्वरं येन नान्यदन्वेषितं भवेत् । साधकानां च सर्वस्वं हनुमत्प्रीति वर्द्धनम् ॥ २॥ ॥…

श्री सप्तमुखी हनुमत्कवच

॥ श्री सप्तमुखी हनुमत्कवचम् ॥ ॥ ॐ गण गणपतये नमः ॥ ॐ अस्य श्रीसप्तमुखीवीरहनुमत्कवच स्तोत्रमन्त्रस्य, नारदऋषिः ,अनुष्टुप्छन्दः ,श्रीसप्तमुखीकपिः परमात्मादेवता ,ह्रां बीजम् ,ह्रीं शक्तिः ,ह्रूं कीलकम्, मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः । ॐ ह्रां अङ्गुष्ठाभ्यां नमः । ॐ ह्रीं तर्जनीभ्यां नमः । ॐ ह्रूं मध्यमाभ्यां नमः । ॐ ह्रैं अनामिकाभ्यां नमः । ॐ ह्रौं कनिष्ठिकाभ्यां नमः ।…

Shri EkadashaMukha Hanumat Kavacham

|| Hanumat Kavacham || || Lopamudra Uvacha || Kumbhodbhava Dayasindho Shrutam Hanumatah Param | Yantramantradikam Sarvam Tvanmukhodiritam Maya || Dayam Kuru Mayi Prananatha Vedtumutsahe | Kavacham Vayuputrasya Ekadashamukhatmanah || Ityevam Vachanam Shrutva Priyayaha Prashrayanvitam | Vaktum Prachakrame Tatra Lopamudram Prati Prabhu || || Agastya Uvacha || Namaskrutva Ramadutam Hanumantam Mahamatim | Brahmaproktam Tu Kavacham Shrunu…

श्री एकादशमुख हनुमत्कवचम्

॥ श्री एकादशमुख हनुमत्कवचम् ॥ ॥ लोपामुद्रा उवाच ॥ कुम्भोद्भव दयासिन्धो श्रुतं हनुमतः परम् । यन्त्रमन्त्रादिकं सर्वं त्वन्मुखोदीरितं मया ॥ दयां कुरु मयि प्राणनाथ वेदितुमुत्सहे । कवचं वायुपुत्रस्य एकादशमुखात्मनः ॥ इत्येवं वचनं श्रुत्वा प्रियायाः प्रश्रयान्वितम् । वक्तुं प्रचक्रमे तत्र लोपामुद्रां प्रति प्रभुः ॥ ॥ अगस्त्य उवाच ॥ नमस्कृत्वा रामदूतां हनुमन्तं महामतिम् । ब्रह्मप्रोक्तं तु कवचं…

श्री पंचमुखी हनुमान कवच स्तोत्रम्

॥ स्तोत्र ॥ | श्री गणेशाय नमः। ॐ अस्य श्रीपञ्चमुखहनुमत्कवच मन्त्रस्य ब्रह्मा ऋषि:। गायत्री छंद:। पञ्चमुख-विराट् हनुमान् देवता। ह्रीं बीजम्। श्रीं शक्ति:। क्रौं कीलकं। क्रूं कवचं। क्रैं अस्त्राय फट्। इति दिग्बन्ध:। | श्री गरुड़ उवाच | अथ ध्यानं प्रवक्ष्यामि शृणु सर्वांगसुंदर, यत्कृतं देवदेवेन ध्यानं हनुमतः प्रियम्॥ पञ्चवक्त्रं महाभीमं त्रिपञ्चनयनैर्युतम्, बाहुभिर्दशभिर्युक्तं सर्वकामार्थसिद्धिदम्।। पूर्वं तु वानरं वक्त्रं…

Shri Panchmukhi Hanuman Kavach Stotram

|| Stotram || | Shri Ganeshaya Namah। Om Asya Shri Panchamukha Hanumatkavachamantrasya Brahma Rishiḥ। Gayatri Chandaḥ। Panchamukha-Virat Hanuman Devata। Hreem Bijaṃ। Shreem Shaktiḥ। Kroum Kilakam। Kroom Kavacham। Kraim Astraya Phat। Iti Digbandhah। | Shri Garuda Uvacha | Atha Dhyanam Pravakshyami Shrunu Sarvangasundara, Yatkritam Devadevena Dhyanam Hanumatah Priyam॥ Panchavaktram Mahabhimam Tripanchanayairyutam, Bahubhir Dashabhiryuktam Sarvakamarthasiddhidam।। Poorvam Tu…

पंचमुखी हनुमान कवच स्तोत्रम् अर्थ सहित

॥ पंचमुखी हनुमान कवच पाठ की विधि ॥ पंचमुखी हनुमान कवच स्तोत्र का जाप करने से पहले स्नान कर खुद को पवित्र कर लें। स्नान के बाद पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर को किसी लाल आसन पर स्थापित करें। पंचमुखी हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं। इसके बाद पंचमुखी हनुमान कवच स्तोत्र का पाठ करें। पाठ…

Shri Hanuman Stavan Stotram With Meaning

|| Stotram || Pranavaun Pawana-kumaara khala Bana paavaka jnaana ghana Jaasu hridaya aagaara basahin Raama shara chaapa dhara. I offer my bow to the son of the Wind God, who is like a fire to the forest of bad people, and who is like the rain cloud of wisdom, and in whose inner sanctum of…

Shri Hanuman Stavan Stotram

|| Shri Hanuman Stavan Stotra || Pranavaum Pavanakumara Khalabana Pavaka Jnana Ghana। Jaasu Hridaya Agara Basahin Rama Sara Chaapa Dhara॥ Atulita Baladhamam Hemashaila Bhadeham। Danuja Vana Krishaanum Jnaninam Agraganyam॥ Sakala Gunanidhanam Vanaranam Adheesham। Raghupati Priyabhaktam Vatajatam Namami॥ Gosapadi Kritavariesham Mashakikrita Rakshasam। Ramayanamahamalaratnam Vande’nilatmajam॥ Anjananandnam Veeram Janaki Shokanashanam। Kapisham Akshahantaram Vande Lanka Bhayankaram॥ Ulanghyasindhor Salilam Salilam…

श्री हनुमान स्तवन स्तोत्र

॥ श्री हनुमान स्तवन स्तोत्र ॥ प्रनवउं पवनकुमार खल बन पावक ज्ञानघन। जासु हृदय आगार बसहिं राम सर चाप धर॥ अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं। दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्॥ सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं। रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥ गोष्पदीकृतवारीशं मशकीकृतराक्षसम्। रामायणमहामालारत्नं वन्देऽनिलात्मजम्॥ अञ्जनानन्दनं वीरं जानकीशोकनाशनम्। कपीशमक्षहन्तारं वन्दे लङ्काभयङ्करम्॥ उलंघ्यसिन्धों: सलिलं सलीलं य: शोकवह्नींजनकात्मजाया:। आदाय तेनैव ददाह लङ्कां नमामि तं प्राञ्जलिराञ्जनेयम्॥ मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां…

श्री हनुमान स्तवन स्तोत्रम् अर्थ सहित

॥ हनुमान स्तवन स्तोत्रम् पाठ विधि ॥ स्तवन स्तोत्र का पाठ प्रातः काल करना सर्वोत्तम माना गया है। इसका पाठ करते समय हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर को लाल कपड़े या आसन पर सामने रखें। ॥ श्री हनुमान स्तवन स्तोत्र एवं अर्थ ॥ प्रनवउं पवनकुमार खल बन पावक ज्ञानघन। जासु हृदय आगार बसहिं राम…

श्री हनुमान अष्टक

|| हनुमान अष्टक || बाल समय रवि भक्षी लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों । ताहि सों त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो । देवन आनि करी बिनती तब, छाड़ी दियो रवि कष्ट निवारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ॥ बालि की त्रास कपीस…

Shri Hanuman Ashtak

|| Hanuman Ashtak || Baal samay Ravi bhakshi liyo tab, Teenahum lok bhayo andhiyaron. Taahi so traas bhayo jag ko, Yeh sankat kahu so jaat na taaro. Devan aani kari binati tab, Chhadi diyo Ravi kasht nivaaro. Ko nahin jaanat hai jag mein kapi, Sankatamochan naam tiharo. Bali ki traas kapisa basain giri, Jaata mahaprabhu…

श्री हनुमदष्टकम्

|| श्री हनुमदष्टकम् || श्रीरघुराजपदाब्जनिकेतन पंकजलोचन मंगलराशे चंडमहाभुजदंड सुरारिविखंडनपंडित पाहि दयालो। पातकिनं च समुद्धर मां महतां हि सतामपि मानमुदारं पुत्रधनस्वजनात्मगृहादिषु सक्तमतेरतिकिल्बिषमूर्तेः। केनचिदप्यमलेन पुराकृतपुण्यसुपुंजलवेन विभो वै त्वां भजतो मम देहि दयाघन हे हनुमन् स्वपदांबुजदास्यम्॥ संसृतिकूपमनल्पमघोरनिदाघनिदानमजस्रमशेषं प्राप्य सुदुःखसहस्रभुजंगविषैकसमाकुलसर्वतनोर्मे। घोरमहाकृपणापदमेव गतस्य हरे पतितस्य भवाब्धौ त्वां भजतो मम देहि दयाघन हे हनुमन् स्वपदांबुजदास्यम्॥ संसृतिसिंधुविशालकरालमहाबलकालझषग्रसनार्तं व्यग्रसमग्रधियं कृपणं च महामदनक्रसुचक्रहृतासुम्। कालमहारसनोर्मिनिपीडितमुद्धर…

श्री हनुमदष्टकम्

|| श्री हनुमदष्टकम् || वैशाखमास कृष्णायां दशमी मन्दवासरे । पूर्वभाद्रासु जाताय मङ्गलं श्री हनूमते ॥ गुरुगौरवपूर्णाय फलापूपप्रियाय च । नानामाणिक्यहस्ताय मङ्गलं श्री हनूमते ॥ सुवर्चलाकलत्राय चतुर्भुजधराय च उष्ट्रारूढाय वीराय मङ्गलं श्री हनूमते ॥ दिव्यमङ्गलदेहाय पीताम्बरधराय च । तप्तकाञ्चनवर्णाय मङ्गलं श्री हनूमते ॥ भक्तरक्षणशीलाय जानकीशोकहारिणे । ज्वलत्पावकनेत्राय मङ्गलं श्री हनूमते ॥ पम्पातीरविहाराय सौमित्रीप्राणदायिने । सृष्टिकारणभूताय मङ्गलं…

श्री बजरंग बाण

|| दोहा || निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥ || चौपाई || जय हनुमंत संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥ जन के काज बिलंब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥ जैसे कूदि सिंधु महिपारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥ आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात…

Bajrang Baan

|| Doha || Nishchay prem pratiti te, Binay karain sanmaan. Tehi ke kaaraj sakal shubh, Siddh karain Hanuman॥ || Chaupai || Jay Hanumant sant hitkaari, Sun lijai prabhu araj hamaari॥ Jan ke kaaj bilamb na keejai, Aatur dauri maha sukh diijai॥ Jaise koodi sindhu mahipara, Sursa badan paithi bistara॥ Aage jaaye Lankini roka, Maarehu laat…

Vayu Nandan Ki Aarti

|| Aarti || Hey Vayu Nandan, teri aarti gaoon, Aarti gaoon, pyare, tujhko manaun, Tujhko manaun, pyare, tujhko rijhaun, Hey Vayu Nandan, teri aarti gaoon. Mastak pe hai mukut bhiraje, Hriday mein Shri Ram bhiraje, Un charanon mein darshan paun, Hey Vayu Nandan, teri aarti gaoon. Sita sudhi Prabhu Ram ko sunaye, Lakshman ke tum…

वायु नंदन की आरती

|| आरती || हे वायु नंदन तेरी आरती गाऊँ , आरती गाऊँ प्यारे आपको मनाऊँ, आपको मनाऊँ प्यारे आपको रिझाऊँ, हे वायु नंदन तेरी आरती गाऊँ , मस्तक पे है मुकूट बिराजे , हृदय में श्री राम बिराजे, उन चरणों के में दरसन पाऊँ, हे वायु नंदन तेरी आरती गाऊँ, सीता सुधी प्रभु राम को…