हर ग्यारस खाटू में अमृत जो बरसता है
|| हर ग्यारस खाटू में अमृत जो बरसता है || हर ग्यारस खाटू में, अमृत जो बरसता है, उस अमृत को पीने, हर भक्त पहुँचता है, हर ग्यारस खाटु में, अमृत जो बरसता है ॥ यहाँ भजनों की गंगा, अमृत सी बहती है, सबके दिल की बातें, बाबा से कहती है, इन बूंदों को पीकर,…