Download HinduNidhi App
Misc

कामाख्या देवी आरती

Kamakhya Devi Aarti Hindi

MiscAarti (आरती संग्रह)हिन्दी
Share This

॥आरती॥

आरती कामाक्षा देवी की ।
जगत् उधारक सुर सेवी की ॥

आरती कामाक्षा देवी की……….

गावत वेद पुरान कहानी ।
योनिरुप तुम हो महारानी ॥
सुर ब्रह्मादिक आदि बखानी ।
लहे दरस सब सुख लेवी की ॥

आरती कामाक्षा देवी की………

दक्ष सुता जगदम्ब भवानी ।
सदा शंभु अर्धंग विराजिनी ।
सकल जगत् को तारन करनी ।
जै हो मातु सिद्धि देवी की ॥

आरती कामाक्षा देवी की………….

तीन नयन कर डमरु विराजे ।
टीको गोरोचन को साजे ।
तीनों लोक रुप से लाजे ।
जै हो मातु ! लोक सेवी की ॥

आरती कामाक्षा देवी की…………..

रक्त पुष्प कंठन वनमाला ।
केहरि वाहन खंग विशाला ।
मातु करे भक्तन प्रतिपाला ।
सकल असुर जीवन लेवी की ॥

आरती कामाक्षा देवी की…………

कहैं गोपाल मातु बलिहारी ।
जाने नहिं महिमा त्रिपुरारी ।
सब सत होय जो कह्यो विचारी ।
जै जै सबहिं करत देवी की ॥

आरती कामाक्षा देवी की…………

Found a Mistake or Error? Report it Now

Download HinduNidhi App

Download कामाख्या देवी आरती PDF

कामाख्या देवी आरती PDF

Leave a Comment