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जानिए मंत्र जाप करने की विधि और फायदे

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अगर आप भी मंत्रों का जाप करते है तो आपको पता होना चाहिए मंत्र जाप करने का सही तरीका। जिस तरह हम भगवान के दर्शन करते समय अपना सिर उनके सामने झुकाते हैं ठीक उसी तरह हमें मंत्रों का जाप करते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर मंत्रों का जाप करते समय भगवान के समक्ष बैठकर हम विधिपूर्वक जाप नहीं करते हैं तो उससे मंत्रों का प्रभाव कम हो जाता है।

मंत्र जाप विधि करने का सही तरीका

1. स्थान का चयन

  • मंत्र जाप के लिए शांत, स्वच्छ और पवित्र स्थान का चयन करें।
  • आसन के लिए कुश, ऊन, या रेशम का उपयोग करें।

2. स्नान और स्वच्छता

  • जाप से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • स्थान और मन को पवित्र बनाने के लिए अगरबत्ती या दीपक जलाएं।

3. आसन पर बैठना

  • पद्मासन, सुखासन, या किसी स्थिर मुद्रा में बैठें।
  • मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखें।

4. संकल्प लेना

  • जाप शुरू करने से पहले अपने उद्देश्य के लिए संकल्प लें।
  • जैसे कि स्वास्थ्य, सुख, शांति, या कोई विशेष कामना।

5. माला और मंत्र का चयन

  • तुलसी, रुद्राक्ष, या स्फटिक माला का उपयोग करें।
  • मंत्र का सही उच्चारण सीखें और गुरु या शास्त्र से निर्देश लें।
  • प्लास्टिक की माला का इस्तेमाल न करें।
  • जब आप माला फेरे और मंत्रों का जाप करें तो इधर-उधर न देखें।

6. मंत्र जाप विधि

  • माला को दाहिने हाथ में रखें।
  • माला की गिनती करते समय कभी भी “सुमेरु” (माला का शीर्ष मोती) पार न करें।
  • प्रत्येक मंत्र के बाद अगले मोती पर जाएं।
  • ध्यान एकाग्र रखें और मन को भटकने न दें।

7. समय और संख्या

  • प्रतिदिन एक ही समय और स्थान पर जाप करें।
  • मंत्र की संख्या 108 बार या आपके गुरु द्वारा निर्देशित मात्रा में करें।

8. ध्यान और समर्पण

  • जाप करते समय भगवान या मंत्र के अर्थ पर ध्यान केंद्रित करें।
  • हृदय से श्रद्धा और विश्वास के साथ मंत्र जाप करें।

9. जाप के बाद प्रार्थना

  • जाप समाप्त होने के बाद भगवान की स्तुति करें।
  • आभार व्यक्त करें और शांति के लिए प्रार्थना करें।

10. नियम और अनुशासन

  • जाप को नियमित रूप से बिना किसी बाधा के करें।
  • मन, वाणी, और कर्म से पवित्रता बनाए रखें।

11. विशेष सुझाव

  • ब्रह्ममुहूर्त (सुबह 4-6 बजे) जाप के लिए सबसे शुभ समय होता है।
  • ध्यान और प्राणायाम के साथ जाप करें ताकि मानसिक और आध्यात्मिक लाभ मिले।

मंत्र जाप करने के फायदे (लाभ)

मंत्रों का जाप करने से कई तरह के फ़ायदे होते हैं:

  • मंत्रों का जाप करने से शरीर और आत्मा शुद्ध रहती है।
  • मंत्र जाप से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है।
  • मंत्रों का जाप करने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  • मंत्र जाप करने से इम्युनिटी बढ़ती है।
  • मंत्र जाप करने से मन शांत होता है और नकारात्मक विचार कम होते हैं।
  • मंत्र जाप करने से एकाग्रता और सीखने की शक्ति बढ़ती है।
  • मंत्र जाप करने से हृदय स्वस्थ रहता है और दिमाग से सकारात्मक ऊर्जा निकलती है।
  • मंत्र जाप करने से त्वचा ग्लोइंग होती है।
  • मंत्र जाप करने से अस्थमा में आराम मिलता है।
  • मंत्र जाप करने से भावनात्मक और मानसिक दृढ़ता बढ़ती है।

मंत्र जाप के कुछ उदाहरण:

  • गायत्री मंत्र का जाप करने से दुख, द्वेष, पाप, भय, शोक जैसी नकारात्मक भावनाएं खत्म होती हैं।
  • हर रोज ‘ऊँ’ मंत्र का उच्चारण करने से शरीर को एक सकारात्मक वाइब्रेशन मिलती है।

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