श्री अजितनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। श्री आदिनाथ को शिश नवा कर, शारदे माँ को ध्याय । शुरू करूँ श्री अजितनाथ का, चालीसा स्वपर सुखदाय ।। जय श्री अजितनाथ जिनराज, पावन चिह्न धरे गजराज ।। नगर अयोध्या करते राज, जितराज नामक महाराज ।। विजयसेना उनकी महारानी, देखे सोलह स्वप्न ललामी ।। दिव्य विमान विजय से चयकर, जननी उदर…

श्री विमलनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। सिद्ध अनंतानंत नमन कर, सरस्वती को मन में ध्याय । विमल प्रभु की विमल भक्ति कर, चरण कमल में शीश नवाय ।। जय श्री विमलनाथ विमलेश, आठो कर्म किये निःशेष । कृत वर्मा के राज दुलारे, रानी जयश्यामा के प्यारे ।। मंगलिक शुभ सपने सारे, जगजननी ने देखे न्यारे । शुक्ल चतुर्थी…

श्री चन्द्रप्रभु चालीसा

।। दोहा ।। शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करूँ प्रणाम। उपाध्याय आचार्य का, ले सुखकारी नाम।। सर्व साधु और सरस्वती, जिन मंदिर सुखकर। चन्द्रपुरी के चन्द्र को, मन मंदिर में धार।। ।। चौपाई ।। जय-जय स्वामी श्री जिन चन्दा, तुमको निरख भये आनन्दा। तुम ही प्रभु देवन के देवा, करूँ तुम्हारे पद की सेवा।। वेष…

श्री नेमिनाथ चालीसा

।। दोहा ।। नेमिनाथ महाराज का, चालीसा सुखकार। मोक्ष प्राप्ति के लिए, कहूँ सुनो चितधार।। चालीसा चालीस दिन, तक कहो चालीस बार। बढ़े जगत सम्पत्ति सुमत, अनुपम शुद्ध विचार।। ।।चौपाई।। जय-जय नेमिनाथ हितकारी, नील वर्ण पूरण ब्रह्मचारी। तुम हो बाईसवें तीर्थंकर, शंख चिह्न सतधर्म दिवाकर।। स्वर्ग समान द्वारिका नगरी, शोभित हर्षित उत्तम सगरी। नही कही…

श्री अरहनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। श्री अरहनाथ जिनेन्द्र गुणाकर, ज्ञान-दरस-सुरव-बल रत्ऩाकर । कल्पवृक्ष सम सुख के सागर, पार हुए निज आत्म ध्याकर । अरहनाथ नाथ वसु अरि के नाशक, हुए हस्तिनापुर के शासक । माँ मित्रसेना पिता सुर्दशन, चक्रवर्ती बन किया दिग्दर्शन । सहस चौरासी आयु प्रभु की, अवगाहना थी तीस धनुष की । वर्ण सुवर्ण समान…

श्री सुपार्श्वनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। लोक शिखर के वासी हैं प्रभु, तीर्थंकर सुपार्श्व जिननाथ । नयन द्वार को खोल खड़े हैं, आओ! विराजो! हे जगनाथ ।। सुन्दर नगरी वाराणसी स्थित, राज्य करें राजा सुप्रतिष्टित । पृथ्वीसेना उनकी रानी, देखे स्वप्न सोलह अभिरामी ।। तीर्थंकर सूत गर्भ में आये, सुरगण आकर मोद मनाये । शुक्ल ज्येष्ठ द्वादशी शुभ…

श्री पुष्पदंत चालीसा

।। चालीसा ।। दुख से तप्त मरूस्थल भव में, सघन वृक्ष सम छायाकार ।। पुष्पदन्त पद – छत्र – छाँव में हम आश्रय पावे सुखकार ।। जम्बूद्विप के भरत क्षेत्र में, काकन्दी नामक नगरी में ।। राज्य करें सुग्रीव बलधारी, जयरामा रानी थी प्यारी ।। नवमी फाल्गुन कृष्ण बल्वानी, षोडश स्वप्न देखती रानी ।। सुत…

श्री अभिनन्दन नाथ चालीसा

।। चालीसा ।। ऋषभ–अजित–सम्भव अभिनन्दन, दया करे सब पर दुखभंजन जनम–मरन के टुटे बन्धन, मन मन्दिर तिष्ठें अभिनन्दन ।। अयोध्या नगरी अती सुंदर, करते राज्य भूपति संवर ।। सिद्धार्था उनकी महारानी, सूंदरता में थी लासानी ।। रानी ने देखे शुभ सपने, बरसे रतन महल के अंगने ।। मुख में देखा हस्ति समाता, कहलाई तीर्थंकर माता…

णमोकार महामंत्र चालीसा

।।  दोहा  ।। वंदूँ श्री अरिहंत पद, सिद्ध नाम सुखकार। सूरी पाठक साधुगण, हैं जग के आधार ।। इन पाँचों परमेष्ठि से, सहित मूल यह मंत्र। अपराजित व अनादि है, णमोकार शुभ मंत्र ।। णमोकार महामंत्र को, नमन करूँ शतबार। चालीसा पढ़कर लहूँ, स्वात्मधाम साकार ।। ।। चौपाई ।। हो जैवन्त अनादिमंत्रम्, णमोकार अपराजित मंत्रम्…

श्री मल्लिनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। मोहमल्ल मद मर्दन करते, मन्मथ दुर्ध्दर का मद हरते । धैर्य खडग से कर्म निवारे, बाल्यती को नमन हमारे ।। बिहार प्रान्त की मिथिला नगरी, राज्य करे कुम्भ काश्यप गोत्री । प्रभावती महारानी उनकी, वर्षा होती थी रत्नो की ।। अपराजित विमान को तज कर, जननी उदार बसे प्रभु आकर । मंगसिर…

Shri Sheetalnath Aarti

।। Aarti ।। Om Jay Sheetalnath Swami, Swami Jay Sheetalnath Swami। Ghee deepak se karo Aarti, Ghee deepak se karo Aarti। Tum Antaryami, Om Jay Sheetalnath Swami॥ || Om Jay Sheetalnath Swami…|| Bhadidalpur mein janam liya Prabhu, Driddhrath pitu naami, Swami Driddhrath pitu naami। Maat Sunanda ke Nanda tum, Shivpath ke Swami॥ || Om Jay…

Shri Vimalnath Aarti

।। Aarti ।। Aarti karo re, Terahven Jinvar Vimalnath ki Aarti karo re।। Kritvarma pitu rajdulare, Jayshyama ke pyare। Kampilapuri mein janma liya hai, Sur nar vande sare।। Nirmal trai gyan sahit Swami ki aarti karo re।। || Aarti Karo Re…|| Shubh Jyeshtha Vadi Dashami Prabhu ki, Garbhagam tithi mani jati। Hai janma aur diksha…

Shri Bahubali Swami Aarti

॥ Aarti ॥ Chanda tu la re chandaniya, Suraj tu la re kirana… Tara soo jadi re thari aarti Re Baba naina sanwaru… || Chanda tu la re chandaniya…|| Adinath ka ladla ji, Nanda ma ka jaya… Rajpat ne thokar mari, Chhodi sari maya… Ban gaya ahimsadhari, Bahubali avatari Tara soo jadi re thari aarti,…

Shri Sumtinath Aarti

।। Aarti ।। Jai Sumatinath Deva, Swami Jai Sumatinath Deva. Karun tumhari Aarti, Swami Meto Agh Mera. Maat Mangala, Pita Megharath, Tinke Prabhu Janme. Swami Tinke Prabhu Janme. Dhany hua hai nagar Ayodhya, Dev jaha utare. || Jai Sumatinath Deva…|| Sumatinath ki pratima hai Yah atishay dikhlati. Swami Atishay dikhlati. Bhakti bhav se jo koi…

Shri Suvidhinath Aarti

।। Aarti ।। Om Jai Pushpadant Swami, Prabhu Jai Pushpadant Swami। Aarti tumhari utaru, Aarti tumhari utaru, Ho Antaryami। || Om Jai Pushpadant Swami…||  Jayarama hai maat aapki, Pitu Sugriva kahaya। Prabhu Pitu Sugriva kahaya, Kshatriyakul Ikshwaku vansh mein। Kshatriyakul Ikshwaku vansh mein, Kashyap gotra suhay। || Om Jai Pushpadant Swami…||  Kakandi Nagari mein janmein,…

Shri Ajitnath Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Shri Ajit Prabhu, Swami Jai Shri Ajit Prabhu. Kasht nivaarak Jinvar, Taaranhaar Prabhu. Pita tumhare jitshatru aur, Maa Vijaya Rani. Swami Maa Vijaya Rani, Maagh Shukla Dashami ko janme, Tribhuvan ke Swami. Swami Jai Shri Ajit Prabhu. Ulkapat dekh kar Prabhu Ji, Dhaar vairaagya liya. Swami Dhaar vairaagya liya. Giri sammed…

Shri Shreyanshnath Aarti

।। Aarti ।। Prabhu shreyans ki aarti kije, Bhav bhav ke patak har lije. Prabhu shreyans ki aarti kije, Bhav bhav ke patak har lije. Swarn varnamay prabha niraali, Moorti tumhari hain manhaari. Simhapuri mein jab tum janme, Suragan janm kalyaank karate. Prabhu shreyans ki aarti kije, Bhav bhav ke patak har lije. Vishnu mitra…

Shri Suparshwnath Aarti

॥ Aarti ॥ Aao sabhi mil Aarti karke, Shri Suparshva gun gaane karein. Mukti Rama Pati ki Aarti, Sab bhavyon ka kalyan karein॥ Dhanpati ne aa nagar Banaras, Mein ratnon ki varsha ki. Garbh base Bhadon Sudi Shashthi, Prithvi Sena maan harshi, Garbh Kalyanak ki vah tithi bhi, Mangalmay Bhagwan karein॥ Mukti Rama Pati ki…

Shri Jinwaani Mata Aarti

॥ Aarti ॥ Om Jai Jinavani Mata, Om Jai Jinavani Mata, Tumko Nishadin Dhyaave, Sur Nar Muni Gyaani ॥ Shri Jinagirithi Nikasi, Guru Gautam Vaani, Jeevan Bhram Tam Nashan, Deepak Darshaani ॥ || Om Jai Jinavani Mata…||  Kumat Kulaachal Churan, Vajra Sam Saradhaani। Nava Niyog Nikshepan, Dekhat Darpani ॥ || Om Jai Jinavani Mata…||  Paatak…

Shri Abhinandan Nath Aarti

।। Aarti ।। Abhinandan Prabhu Ji ki aaj, Hum sab aarti karein। Bada saancha Prabhu ka darbar, Sab mil aarti karein ।। Raja swayamvar ke ghar Jab the janmein, Indragan aa Meru pe Abhishek karte, Nagri Ayodhya mein khushiyan apar, Praja jan utsav karein।। || Abhinandan Prabhu Ji Ki Aaj… ||  Magh Sudi Baras ki…

Shri Aacharya Vidyasagar Aarti

॥ Aarti ॥ Vidyasagar ki, Gunagar ki, Shubh mangal deep sajaye ke। Aaj Utarun Aartiya….. Mallappa Shri, Shrimati ke Garbh vishain guru aaye। Graam Sadalga janm liya hai, Sabjan mangal gaye॥ Na raagi ki, dweshi ki, Shubh mangal deep sajaye ke। Guru ji sab jan mangal gaye, Aaj Utarun Aartiya….. Guruvr panch mahavrata dhari, Atma…

Shri Anantnath Aarti

।। Aarti ।। Karte hain Prabhu ki aarti, Aatmajyoti jalegi। Prabhuvr anant ki bhakti, Sadaa saukhya bharegi।। Hey tribhuvan swami, Hey antaryaami ।। Karte hain Prabhu ki aarti, Aatmajyoti jalegi… Hey sinhasen ke rajdulaare, Jayashyama ke pyaare। Saaketpuri ke naath, Anant gunaakar tum nyaare।। Teri bhakti se har prani Mein shakti jagegi, Hey tribhuvan swami,…

Shri Mallinath Aarti

।। Aarti ।। Mallinath Prabhu ki aarti kije, Pancham gati ka nij sukh leeje Mithila Nagari Janme Swami, Prajavati Maa Hain Jaganaami Mallinath Prabhu ki aarti kije, Pancham gati ka nij sukh leeje Kumbharaj Pitu Tum Sam Shishu Paa, Kahalaaye Sachmuch Ratnakar Mallinath Prabhu ki aarti kije, Pancham gati ka nij sukh leeje Magashir Sudi…

श्री शीतलनाथ आरती

॥ आरती ॥ ॐ जय शीतलनाथ स्वामी, स्वामी जय शीतलनाथ स्वामी । घृत दीपक से करू आरती, घृत दीपक से करू आरती । तुम अंतरयामी, ॐ जय शीतलनाथ स्वामी ॥ ॐ जय शीतलनाथ स्वामी… भदिदलपुर में जनम लिया प्रभु, दृढरथ पितु नामी, स्वामी दृढरथ पितु नामी । मात सुनन्दा के नन्दा तुम-२, शिवपथ के स्वामी…

श्री सुविधिनाथ आरती

।। आरती ।। ॐ जय पुष्पदंत स्वामी, प्रभु जय पुष्पदंत स्वामी। आरती तुमरी उतारू, आरती तुमरी उतारू, हो अन्तर्यामी । ॐ जय पुष्पदंत स्वामी… ।। जयरामा है मात आपकी, पितु सुग्रीव कहाय। प्रभु पितु सुग्रीव कहाय, क्षत्रियकुल इक्ष्वाकुवंश में। क्षत्रियकुल इक्ष्वाकुवंश में, काश्यप गौत्र सुहाय। ॐ जय पुष्पदंत स्वामी… ।। काकंदी नगरी में जन्में, वैभव…

श्री विमलनाथ आरती

।। आरती ।। आरती करो रे, तेरहवें जिनवर विमलनाथ की आरती करो रे।। कृतवर्मा पितु राजदुलारे, जयश्यामा के प्यारे। कम्पिलपुरि में जन्म लिया है, सुर नर वंदें सारे।। निर्मल त्रय ज्ञान सहित स्वामी की आरती करो रे।। आरती करो रे… शुभ ज्येष्ठ वदी दशमी प्रभु की, गर्भागम तिथि मानी जाती। है जन्म और दीक्षा कल्याणक,…

श्री बाहुबली स्वामी आरती

॥ आरती ॥ चंदा तू ला रे चंदनिया, सूरज तू ला रे किरणां… (2) तारा सू जड़ी रे थारी आरती रे बाबा नैना संवारूं… (2) चंदा तू ला रे चंदनिया… आदिनाथ का लाड़ला जी नंदा मां का जाया… (2) राजपाट ने ठोकर मारी, छोड़ी सारी माया… (2) बन ग्या अहिंसाधारी, बाहुबली अवतारी तारा सू जड़ी…

श्री सुमतिनाथ आरती

।। आरती ।। जय सुमतिनाथ देवा, स्वामी सुमतिनाथ देवा। करुँ तुम्हारी आरती स्वामी मेटो अघ मेरा। मात मंगला पिता मेघरथ, तिनके प्रभु जन्मे। स्वामी तिनके प्रभु जन्मे धन्य हुआ है नगर अयोध्या, देव जहाँ उतरे। जय सुमतिनाथ देवा सुमतिनाथ की प्रतिमा है यह अतिशय दिखलाती। स्वामी अतिशय दिखलाती भक्ति भाव से जो कोई पूजे, आतम…

श्री अजितनाथ आरती

॥ आरती ॥ जय श्री अजित प्रभु, स्वामी जय श्री अजित प्रभु । कष्ट निवारक जिनवर, तारनहार प्रभु ॥ पिता तुम्हारे जितशत्रू और, माँ विजया रानी । स्वामी माँ विजया रानी माघ शुक्ल दशमी को जन्मे, त्रिभुवन के स्वामी स्वामी जय श्री अजित प्रभु । उल्कापात देख कर प्रभु जी, धार वैराग्य लिया । स्वामी…

श्री श्रेयांसनाथ आरती

।। आरती ।। प्रभु श्रेयांस की आरती कीजे, भव भव के पातक हर लीजे। प्रभु श्रेयांस की आरती कीजे, भव भव के पातक हर लीजे। स्वर्ण वर्णमय प्रभा निराली, मूर्ति तुम्हारी हैं मनहारी। सिंहपूरी में जब तुम जन्मे, सुरगण जन्म कल्याणक करते। प्रभु श्रेयांस की आरती कीजे, भव भव के पातक हर लीजे। विष्णु मित्र…

श्री सुपार्श्वनाथ आरती

।। आरती ।। आओ सभी मिल आरती करके, श्री सुपार्श्व गुणगान करें। मुक्ति रमापति की आरती, सब भव्यों का कल्याण करें।। धनपति ने आ नगर बनारस, में रत्नों की वर्षा की, गर्भ बसे भादों सुदि षष्ठी, पृथ्वीषेणा मां हरषीं, गर्भकल्याणक की वह तिथि भी, मंगलमय भगवान करें। मुक्ति रमापति की आरती, सब भव्यों का कल्याण…

श्री जिनवाणी माता आरती

॥ आरती ॥ ॐ जय जिनवाणी माता, ॐ जय जिनवाणी माता, तुमको निशदिन ध्यावे, सुरनर मुनि ज्ञानी ॥ श्री जिनगिरिथी निकसी, गुरु गौतम वाणी, जीवन भ्रम तम नाशन, दिपक दरशाणी ॥ ॐ जय जिनवाणी माता… कुमत कुलाचल चूरन, वज्र सम सरधानी। नव नियोग निक्षेपन, देखत दरपानी ॥ ॐ जय जिनवाणी माता… पातक पंक पखालन, पुन्य…

श्री अभिनन्दन नाथ आरती

।। आरती ।। अभिनंदन प्रभु जी की आज, हम सब आरती करें। बड़ा सांचा प्रभु का दरबार, सब मिल आरती करें ।। राजा स्वयंवर के घर जब थे जन्में, इन्द्रगण आ मेरू पे अभिषेक करते, नगरी अयोध्या में खुशियां अपार, प्रजाजन उत्सव करें।। अभिनंदन प्रभु जी की आज… माघ सुदी बारस की तिथि बनी न्यारी,…

श्री आचार्य विद्यासागर आरती

॥ आरती ॥ विद्यासागर की, गुणआगर की, शुभ मंगल दीप सजाय के। आज उतारूँ आरतिया….. मल्लप्पा श्री, श्रीमती के गर्भ विषैं गुरु आये। ग्राम सदलगा जन्म लिया है, सबजन मंगल गाये॥ न रागी की, द्वेषी की, शुभ मंगल दीप सजाय के। गुरु जी सब जन मंगल गाये, आज उतारूँ आरतिया….. गुरुवर पाँच महाव्रत धारी, आतम…

श्री अनंतनाथ आरती

।। आरती ।। करते हैं प्रभू की आरती, आतमज्योति जलेगी। प्रभुवर अनंत की भक्ती, सदा सौख्य भरेगी।। हे त्रिभुवन स्वामी, हे अन्तर्यामी ।। करते हैं प्रभू की आरती, आतमज्योति जलेगी… हे सिंहसेन के राजदुलारे, जयश्यामा के प्यारे। साकेतपुरी के नाथ, अनंत गुणाकर तुम न्यारे।। तेरी भक्ती से हर प्राणी में शक्ति जगेगी, हे त्रिभुवन स्वामी,…

श्री मल्लिनाथ आरती

।। आरती ।। मल्लिनाथ प्रभु की आरती कीजे, पंचम गति का निज सुख लीजे-2 मिथिला नगरी जन्मे स्वामी, प्रजावती माँ हैं जगनामी-2 मल्लिनाथ प्रभु की आरती कीजे, पंचम गति का निज सुख लीजे-2 कुम्भराज पितु तुम सम शिशु पा, कहलाये सचमुच रत्नाकर-2 मल्लिनाथ प्रभु की आरती कीजे, पंचम गति का निज सुख लीजे-2 मगशिर सुदी…

पशुपति व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| पशुपति व्रत विधि || ⦿ आप पशुपति व्रत जिस सोमवार से करना प्रारंभ कर रहे हैं। उस सोमवार को स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण कर पांच सोमवार व्रत करने का संकल्प लें। ⦿ फिर आप अपने आस-पास के शिवालय (मंदिर) जाएं। ⦿ अपनी पूजा की थाली में (धूप, दीप, चंदन, लाल चंदन, विल्व पत्र,…

Shri Vaidyanatha Ashtakam With Meaning

|| Ashtakam || Sree rama soumithri jatayu veda, Shadanadithya kujarchithya, Sree neelakandaya daya mayaya, Sree vaidyanathaya namasivaya. I salute that God Shiva, Who is the king among physicians,Who is worshipped by Rama and Lakshmana,Who is woshipped by Jatayu, Who is worshipped by the Vedas, Who is worshipped by Lord Subrahmanya, Who is worshipped by the…

श्री वैद्यनाथ अष्टकम

|| अष्टकम || श्री राम सौमित्रिजटायुवेद षडाननादित्य कुजार्चिताय । श्रीनीलकण्ठाय दयामयाय श्री वैद्यनाथाय नमः शिवाय ॥ गङ्गाप्रवाहेन्दु जटाधराय त्रिलोचनाय स्मर कालहन्त्रे । समस्त देवैरभिपूजिताय श्री वैद्यनाथाय नमः शिवाय ॥ भक्तप्रियाय त्रिपुरान्तकाय पिनाकिने दुष्टहराय नित्यम् । प्रत्यक्षलीलाय मनुष्यलोके श्री वैद्यनाथाय नमः शिवाय ॥ प्रभूतवातादि समस्तरोग- प्रणाशकर्त्रे मुनिवन्दिताय । प्रभाकरेन्द्वग्निविलोचनाय श्री वैद्यनाथाय नमः शिवाय ॥ वाक्ष्रोत्रनेत्राङ्घ्रि विहीनजन्तोः…

Shri Vaidyanathaashtakam

|| Ashtakam || Shri Rama Soumitrijatayuveda Shadananaaditya Kujarchitaaya। Shri Neelakanthaaya Dayaamayaaya Shri Vaidyanathaaya Namah Shivaaya । Ganga Pravaahendu Jataadharaaya Trilochanaaya Smara Kalahantrae। Samasta Devairabhipoojitaaya Shri Vaidyanathaaya Namah Shivaaya । Bhaktaah Priyaaya Tripuraantakaaya Pinaakine Dushtaharaaya Nityam। Pratyaksha Leelaaya Manushya Loke Shri Vaidyanathaaya Namah Shivaaya । Prabhootavaataadi Samasta Roga Pranaashakatre Munivanditaaya। Prabhaakarendvagnivilochanaaya Shri Vaidyanathaaya Namah Shivaaya ।…

Kunthunath Aarti

|| Aarti || Shri Kunthunath Prabhu Ki, Hum Aarti Karte Hain Aarti Karke Janam-Janam Ke Paap Vinashate Hain Sansarik Sukh Ke Sang Aatmik Sukh Bhi Milte Hain Shri Kunthunath Prabhu Ki, Hum Aarti Karte Hain Shri Kunthunath Prabhu Ki, Hum Aarti Karte Hain Jab Garbh Mein Prabhu Tum Aaye-Haan Aaye, Pitu Surasen Shrikanta Maa Harshaaye….

Shri Bahubali Aarti

|| Aarti || Jai Jai Shri Bahujin, Tum Ho Tarun Taran. Bhavijan Pyare, Indra Dharanendra Stuti Dhara Tumhare. Prabhu Tum Sarvarthasiddhi Se Aaye, Mata Sunanda Ke Priya Sut Kahaaye. Aadi Nrip Ke Nandan, Tumko Shat Shat Vandan, Hon Hamare. Indra Dharanendra Stuti Dhara Tumhare… Karmayug Mein Hue Tum Vidhata, Lokhit Maarg Ke Tum Hi Gyata….

Shri Bharat Bhagwan Aarti

|| Aarti || Jai Jai Shri Bharatjin, Tum Ho Tarun Taran. Bhavijan Pyare, Indra Dharanendra Stuti Dhara Tumhare. Prabhu Tum Sarvarthasiddhi Se Aaye, Mata Sunanda Ke Priya Sut Kahaaye. Aadi Nrip Ke Nandan, Tumko Shat Shat Vandan, Hon Hamare. Indra Dharanendra Stuti Dhara Tumhare… Karmayug Mein Hue Tum Vidhata, Lokhit Maarg Ke Tum Hi Gyata….

Shri Arahnath Aarti

|| Aarti || Jai Arhannath Deva, Swami Arhannath Deva Aarti Teri Aarti Haari, Aarti Teri Aarti Haari Kare Karam Cheva, Jai Arhannath Deva || Jai Arhannath Deva…|| Hastinapur Mein Janm Liyo Hai, Jan Jan Sukhakari Swami Jan-Jan Sukhakari, Ray Sudarshan Mitra Aangan Ray Sudarshan Mitra Aangan, Ratnavrishti Bhari || Jai Arhannath Deva…|| Tri Pad Dhari…

Shri Naminath Aarti

|| Aarti || Shri Naminath Jineshwar Prabhu Ki, Aarti Hai Sukhakari Bhav Dukh Harati, Sab Sukh Bharati, Sada Saukhya Karatari Shri Naminath Jineshwar Prabhu Ki… Mithila Nagari Dhany Ho Gayi, Tum Sam Surya Ko Paake Maat Vappila, Vijay Pita, Janmotsav Khoob Manate Indra Janma Kalyan Manane, Swarg Se Aate Bhari Shri Naminath Jineshwar Prabhu Ki……

Shri Neminath Aarti

|| Aarti || Jai Neminath Swami, Prabhu Jai Neminath Swami Jai Neminath Swami, Prabhu Jai Neminath Swami Tum Ho Bhavadhi Tarak Prabhu Ji, Tum Ho Bhavadhi Tarak Prabhu Ji Antar Ke Yami Swami, Jai Neminath Swami || Jai Neminath Swami…|| Samavasharan Mein Aap Viraje, Samavasharan Mein Aap Viraje Khire Madhur Vani Swami, Jai Neminath Swami…

श्री नेमिनाथ आरती

।। आरती ।। जय नेमीनाथ स्वामी, प्रभु जय नेमीनाथ स्वामी जय नेमीनाथ स्वामी, प्रभु जय नेमीनाथ स्वामी तुम हो भवदधि तारक प्रभु जी, तुम हो भवदधि तारक प्रभु जी। अन्तर के यामि स्वामी, जय नेमीनाथ स्वामी। जय नेमीनाथ स्वामी… समवशरण में आप विराजे, समवशरण में आप विराजे । खिरे मधुर वाणी स्वामी, जय नेमीनाथ स्वामी।…

श्री नमिनाथ आरती

॥ आरती ॥ श्री नमिनाथ जिनेश्वर प्रभु की, आरति है सुखकारी। भव दु:ख हरती, सब सुख भरती, सदा सौख्य करतारी॥ श्री नमिनाथ जिनेश्वर प्रभु की.. मिथिला नगरी धन्य हो गई, तुम सम सूर्य को पाके। मात वप्पिला, विजय पिता, जन्मोत्सव खूब मनाते। इन्द्र जन्मकल्याण मनाने, स्वर्ग से आते भारी। श्री नमिनाथ जिनेश्वर प्रभु की.. शुभ…

श्री अरहनाथ आरती

।। आरती ।। जय अरहनाथ देवा, स्वामी अरहनाथ देवा आरती तेरी आरत हारी, आरती तेरी आरत हारी करे करम छेवा, जय अरहनाथ देवा। जय अरहनाथ देवा… हस्तिनापुर में जन्म लियो है, जन जन सुखकारी स्वामी जन-जन सुखकारी, राय सुदर्शन मित्रा आंगन राय सुदर्शन मित्रा आंगन, रत्नवृष्टि भारी जय अरहनाथ देवा… त्रि पद धारी तुम त्रिपुरारी,…

श्री भरत भगवान आरती

।। आरती ।। जय जय श्री भरतजिन, तुम हो तारण तरन ॥ भविजन प्यारे, इन्द्र धरणेन्द्र स्तुति धर तुम्हारे।। प्रभु तुम सर्वार्थसिद्धि से आये। माता सुनंदा के प्रिय सुत कहाये ॥ आदि नृप के नन्दन, तुमको शत शत वंदन, हों हमारे ।। इन्द्र धरणेन्द्र स्तुति धर तुम्हारे.. कर्मयुग में हुए तुम विधाता । लोकहित मार्ग…

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