श्री अजितनाथ चालीसा
।। चालीसा ।। श्री आदिनाथ को शिश नवा कर, शारदे माँ को ध्याय । शुरू करूँ श्री अजितनाथ का, चालीसा स्वपर सुखदाय ।। जय श्री अजितनाथ जिनराज, पावन चिह्न धरे गजराज ।। नगर अयोध्या करते राज, जितराज नामक महाराज ।। विजयसेना उनकी महारानी, देखे सोलह स्वप्न ललामी ।। दिव्य विमान विजय से चयकर, जननी उदर…