श्री गौरी माँ चालीसा
।। दोहा ।। मन मन्दिर मेरे इन बसों, आरंभ करूं गुणगान। गौरी माँ मातेश्वरी, दो चरणों का ध्यान। पूजन विधि ना जानती, पर श्रद्धा है अपार, प्रणाम मेरा स्वीकारिये , माँ प्राण आधार।। ।। चौपाई ।। नमो नमो हे गौरी माता। आप हो मेरी भाग्य विधाता।। शरनागत न कभी घबराता। गौरी उमा शंकरी माता।। आपका…