विष्णु जी आरती
|| आरती || ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥ || ॐ जय जगदीश हरे || जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का । स्वामी दुःख विनसे मन का । सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का ॥ || ॐ जय…
|| आरती || ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥ || ॐ जय जगदीश हरे || जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का । स्वामी दुःख विनसे मन का । सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का ॥ || ॐ जय…
|| Aarti || Om Jaya Jagadisa Hare | Svami Jaya Jagadisa Hare || Bhakta Jano Ke Sankata | Dasa Jano Ke Sankata | Ksana Me Dura Kare || Om Jaya Jagadisa Hare || Jo Jhyave Phala Pave | Dukha Binase Mana Ka || Svami Dukha Binase Mana Ka | Sukha Sampati Ghara Ave || Sukha…