ସୋମନାଥ ବ୍ରତା କଥା

।। ସୋମନାଥ ବ୍ରତ କଥା ।। ଏକ ଦିନକରେ କୈଳାସ ଶିଖରରେ ଈଶ୍ଵର ପାର୍ବତୀଙ୍କୁ ସଙ୍ଗତେ ଘେନି ଆନନ୍ଦରେ ବିହାର କରୁଛନ୍ତି । ସେଠାରେ ତେତିଶି କୋଟି ଦେବତା ବସିଛନ୍ତି । ଏମନ୍ତ ସମୟରେ ପାର୍ବତୀ ପଚାରିଲେ, ହେ ସ୍ଵାମୀ ! କେଉଁ ବ୍ରତ କଲେ ତୁମ୍ଭ ମନରେ ସନ୍ତୋଷ ହୁଅଇ ମୋତେ କହିବା ହୁଅନ୍ତୁ । ମୁଁ ସେ ବ୍ରତ କରିବି । ଏହା ଶୁଣି ଈଶ୍ବର ହସି ହସି କହିଲେ, ଭୋ ଦେବୀ ପାର୍ବତୀ,…

નિર્જલા એકદશી વ્રત કથા

॥ નિર્જલા એકદશી વ્રત કથા ॥ વેદવ્‍યાસજી નિર્જલા એકાદશીનું મહત્વ બતાવતા કહેવા લાગ્‍યાઃ “એકાદશીના દિવસે ભોજન ન કરવું પ્રાદશીના દિવસે સ્‍નાન વગેરે કરીને, પવિત્ર થઇને, પુષ્‍પોથીભગવાન કેશવની પૂજા કરવી. ત્‍યારબાદ નિત્‍યક્રમ સમાપ્‍ત થયા પછી પ્રથમ બ્રાહ્મણોને ભોજન કરાવવું પછી પોતે ભોજન કરવું. જનનાશૌચ અને મરણશૌચમાં પણ એકાદશીના દિવસે ભોજન ન કરવું.” આ સાંભળીને ભીમસેન બોલ્‍યાઃ…

మర్కసీర మహాలక్ష్మి విరాట్ కథ

|| Margasira Mahalakshmi Vrat Katha || పూర్వ కాలమున ఒక పల్లెటూర్లో కన్నతల్లి లేని ఒక అమ్మాయి తన సవతి తల్లితో అనేక ఇబ్బందులు పడుతూ ఉండేది. ఈ బాధలు చూసిన ఇరుగుపొరుగు వారు జాలి పడేవారు. ఒకనాడు ఆ గ్రామ దేవాలయ పూజారి ఈ అమ్మాయిని పిలిచి “ఓ అమ్మాయి! నీవు లక్ష్మి పూజ చేయుట ప్రారంభించుము. మీకు కష్టనష్టములు తొలగును” అని చెప్పగా ఆనాటి నుండి మట్టితో లక్ష్మి దేవి బొమ్మను తయారు…

నకిలీ స్వర్గం కథ

|| Poli Swargam Katha || కార్తికమాసం చివరికి రాగానే గుర్తుకువచ్చే కథ ‘పోలిస్వర్గం’. ఇంతకీ ఎవరీ పోలి? ఆమె వెనుక ఉన్న కథ ఏమిటి? దానిని తల్చుకుంటూ సాగే ఆచారం ఏమిటి? అంటే ఆసక్తికరమైన జవాబులే వినిపిస్తాయి. పోలిస్వర్గం అచ్చంగా తెలుగువారి కథ. కార్తికమాసంలోని దీపం ప్రాధాన్యతనే కాదు, ఆ ఆచారాన్ని నిష్కల్మషంగా పాటించాల్సిన అవసరాన్నీ సూచించే గాధ. అనగనగా ఒక ఊరిలో ఒక ఉమ్మడి కుటుంబం ఉండేది. ఆ కుటుంబంలో ఐదుగురు కోడళ్లు ఉండేవారట….

माता सीता की जन्म कथा

।। माता सीता की जन्म कथा ।। रामायण में माता सीता को जानकी कहकर भी संबोधित किया गया है। देवी सीता मिथिला के राजा जनक की पुत्री थीं इसलिए उन्हें जानकी भी कहा जाता है। सीता मिथिला (सीतामढ़ी, बिहार) में जन्मी थी, यह स्थान आगे चलकर सीतामढ़ी से विख्यात हुआ। देवी सीता मिथिला के नरेश…

गंगा दशहरा कथा

।। गंगा दशहरा कथा ।। भगवान् श्रीराम का जन्म अयोध्या के सूर्यवंश में हुआ था। चक्रवर्ती महाराज सगर उनके पूर्वज थे। उनकी केशिनी और सुमति नाम की दो रानियाँ थीं। केशिनी के पुत्रका नाम असमञ्जस था और सुमति के साठ हजार पुत्र थे। असमञ्जस के पुत्र का नाम अंशुमान् था। राजा सगरके असमञ्जससहित सभी पुत्र…

आषाढ़ी एकादशी व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| पूजा विधि || देवशयनी एकादशी व्रत रखने आले श्रद्धालुओं को प्रात:काल उठकर स्नान करना चाहिए। पूजा स्थल को साफ करके भगवान विष्णु की प्रतिमा को आसन पर विराजमान करके भगवान का षोडशोपचार पूजन करें। भगवान विष्णु को पीले वस्त्र, पीले फूल, पीला चंदन चढ़ाएं। उनके हाथों में शंख, चक्र, गदा और पद्म सुशोभित करें।…

पशुपति व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| पशुपति व्रत विधि || ⦿ आप पशुपति व्रत जिस सोमवार से करना प्रारंभ कर रहे हैं। उस सोमवार को स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण कर पांच सोमवार व्रत करने का संकल्प लें। ⦿ फिर आप अपने आस-पास के शिवालय (मंदिर) जाएं। ⦿ अपनी पूजा की थाली में (धूप, दीप, चंदन, लाल चंदन, विल्व पत्र,…

श्री विजया एकादशी व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| पूजा विधि || सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें। भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। भगवान की आरती करें। भगवान को भोग लगाएं। इस…

स्कंद षष्ठी व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| पूजन || स्कंद षष्ठी के अवसर पर शिव-पार्वती को पूजा जाता है। मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इसमें स्कंद देव (कार्तिकेय) की स्थापना करके पूजा की जाती है तथा अखंड दीपक जलाए जाते हैं। || महत्त्व || भगवान स्कंद शक्ति के अधिदेव हैं, देवताओं ने इन्हें अपना सेनापतित्व प्रदान किया था। मयूर…

सोलह (16) सोमवार व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| 16 सोमवार पूजा विधि || हाथ में अक्षत तथा फूल लेकर दोनों हाथ जोड़ लें और भगवान शिव का आह्वान करें। हाथ में लिये हुए फूल और अक्षत शिव भगवान को समर्पित करें। सबसे पहले भगवान शिव पर जल चढ़ाएं। जल के बाद सफेद वस्त्र अर्पित करें। सफेद चंदन से भगवान को तिलक लगाएं…

परमा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

।। परमा एकादशी पूजा विधि ।। सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें, भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें, अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें विष्णु चालीसा का पाठ और आरती जरूर…

अपरा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

।। अपरा एकादशी पूजा विधि ।। सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें। भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। भगवान की आरती करें। भगवान को भोग…

कामिका एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ कामिका एकादशी पूजा विधि ॥ इस एकादशी के व्रत की विधि दशमी से ही शुरू हो जाती है। इस व्रत को रखने वाले साधक को सात्विक भोजन करना चाहिए और अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। एकादशी के दिन सुबह जल्दी स्नान कर लेना चाहिए। उसके बाद विष्णु भगवान की पूजा करनी चाहिए। पूजा…

वरूथिनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ वरूथिनी एकादशी पूजा विधि ॥ सर्वप्रथम एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके निवृत्त हो जाएँ। इसके बाद साफ सुथरे कपड़े धारण कर लें। अब भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। तत्पश्चात एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र को…

श्री शीतला अष्टमी व्रत कथा

|| शीतलाष्टमी कथा || एक बार शीतला माता ने सोचा कि चलो आज देखूं कि धरती पर मेरी पूजा कौन करता है, कौन मुझे मानता है। यही सोचकर शीतला माता धरती पर राजस्थान के डुंगरी गाँव में आईं और देखा कि इस गाँव में मेरा मंदिर नहीं है, और ना ही मेरी पूजा होती है। माता शीतला…

श्री सत्यनारायण व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| श्री सत्य नारायण पूजन विधि || जो व्यक्ति भगवान् श्री सत्य नारायण की पूजा का संकल्प लेते हैं, उन्हें दिन भर व्रत रखना चाहिए। पूजन स्थल को गाय के गोबर से पवित्र करके वहाँ एक अल्पना बनाएँ और उस पर पूजा की चौकी रखना चाहिये। इस चौकी के चारों पायों के पास केले के…

पूर्णिमा व्रत कथा

|| पूर्णिमा व्रत का महत्व || पूर्णिमा तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसे धन दायक और संतान दायक व्रत माना गया है। जो लोग पूरे विधि विधान से पूर्णिमा का व्रत करते हैं और ||पूर्णिमा के दिन चंद्रमा का अर्घ देते हैं उनपर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा होती…

श्री गोगा नवमी व्रत कथा

|| गोगा नवमी की पूजन विधि || भाद्रपद कृष्ण पक्ष की नवमी को सुबह जल्दी उठ कर नहा धोकर खाना, खीर, चूरमा, गुलगुले आदि बनाकर जब मिट्टी की मूर्तियां लेकर महिलाएं आती हैं तो इनकी पूजा होती है। रोली, चावल से टीका कर बनी हुई रसोई का भोग लगाएं, गोगाजी के घोड़े के आगे दाल…

माता वैष्णो देवी की कथा

|| वैष्णो देवी मंदिर की कथा || मंदिर के संबंध में कई तरह की कथाएं प्रचलित हैं। एक बार त्रिकुटा की पहाड़ी पर एक सुंदर कन्या को देखकर भैरवनाथ उससे पकड़ने के लिए दौड़े। तब वह कन्या वायु रूप में बदलकर त्रिकूटा पर्वत की ओर उड़ चलीं। भैरवनाथ भी उनके पीछे भागे। माना जाता है…

प्रदोष व्रत कथा और पूजा विधि

॥ प्रदोष व्रत कथा पूजा विधि ॥ इस दिन सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान कर व्रत का संकल्प लें। भगवान शिव का अभिषेक करें। उन्हें उनकी प्रिय वस्तुओं का भोग लगाएं। व्रत रखने वाले लोग इस दिन फलाहार ग्रहण करते हैं। प्रदोष व्रत की पूजा शाम को प्रदोष काल यानी की गोधूली बेला में…

श्री खाटू श्याम जी कथा

|| श्री खाटू श्याम जी कथा || महाभारत काल में लगभग साढ़े पांच हज़ार वर्ष पहले एक महान आत्मा का अवतरण हुआ जिसे हम भीम पौत्र बर्बरीक के नाम से जानते हैं महीसागर संगम स्थित गुप्त क्षेत्र में नवदुर्गाओं की सात्विक और निष्काम तपस्या कर बर्बरीक ने दिव्य बल और तीन तीर व धनुष प्राप्त…

योगिनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

योगिनी एकादशी पूजा विधि सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें। भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। योगिनी एकादशी व्रत कथा स्वर्गधाम की अलकापुरी नामक नगरी में कुबेर नाम…

कामदा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

।। कामदा एकादशी पूजा विधि ।। इस दिन स्नान से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें और भगवान की पूजा करें। एकादशी व्रत के एक दिन पहले से ही नियमों का पालन शुरू कर देना चाहिए। एकादशी के एक दिन पहले यानी 11 अप्रैल, सोमवार को पूरे दिन और रात्रि में संयम पूर्वक व्यवहार करना…

पद्मिनी (कमला) एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

।। पद्मिनी एकादशी पूजा विधि ।। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पद्मिनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपनी दोनों हथेलियों को देखते हुए इस मंत्र का जाप करें। मंत्र कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती । करमूले तु गोविन्द: प्रभाते करदर्शनम् ।। इसके बाद स्नानादि ने निवृत्त होकर पीले रंग के स्वच्छ वस्त्र धारण करें….

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