स्वामी ब्रह्मविद्यानंद भारतीय तंत्र परंपरा के ज्ञाता और अनुभवी साधक हैं। उन्होंने तंत्र, मंत्र, और साधना के गूढ़ रहस्यों को सरल और सुलभ रूप में प्रस्तुत करने का कार्य किया है। उनकी पुस्तकें साधकों और तंत्र जिज्ञासुओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
माता बगलामुखी को दस महाविद्याओं में से एक माना जाता है। उनकी साधना को अत्यंत प्रभावशाली और तुरंत फलदायी माना गया है। यह पुस्तक माता बगलामुखी की साधना विधियों, उनके मंत्रों, और उपासना से जुड़ी गूढ़ जानकारी प्रदान करती है।
माता बगलामुखी साधना पुस्तक की मुख्य विशेषताएं
- माता बगलामुखी का स्वरूप:
- पुस्तक में माता बगलामुखी के दिव्य स्वरूप, उनकी शक्ति, और उनकी विशेषताओं का वर्णन है। माता को “स्तंभन शक्ति” की अधिष्ठात्री देवी माना गया है, जो शत्रुओं के नकारात्मक प्रभाव को समाप्त करती हैं।
- साधना विधि:
- माता बगलामुखी की साधना की चरणबद्ध विधि।
- मंत्रों के उच्चारण का सही तरीका।
- ध्यान और आराधना की विशेष तकनीक।
- मंत्रों की महिमा:
- माता बगलामुखी के मंत्रों का विवरण और उनका साधक के जीवन में प्रभाव। विशेष रूप से “ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा।” मंत्र का महत्व समझाया गया है।
- व्यावहारिक लाभ:
- यह साधना शत्रुओं के नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करने के लिए प्रसिद्ध है।
- मानसिक शांति और आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक।
- साधक के जीवन में स्थिरता और शक्ति का संचार करती है।
- तांत्रिक दृष्टिकोण:
- पुस्तक में तांत्रिक परंपरा के सिद्धांतों और माता बगलामुखी की साधना के दौरान पालन किए जाने वाले नियमों का उल्लेख है।
- सावधानियां और निर्देश:
- साधना के दौरान साधक को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- साधना के दुष्प्रभावों से बचने के उपाय।
- गुरु के मार्गदर्शन का महत्व।
माता बगलामुखी की साधना पुस्तक क्यों पढ़ें?
- यदि आप माता बगलामुखी की साधना और उनकी कृपा से अपने जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं।
- यदि आप तंत्र और साधना के गूढ़ रहस्यों को समझना चाहते हैं।
- यदि आप शत्रुओं से बचाव और जीवन में स्थिरता प्राप्त करना चाहते हैं।