पवनपुत्र हनुमान ग्रंथ भगवान हनुमान की अद्भुत शक्तियों, उनकी भक्ति, और उनके जीवन की प्रेरक कथाओं को समर्पित है। इस पुस्तक के लेखक स्वतन्त्र जैन ने भगवान हनुमान के चरित्र और उनके अलौकिक गुणों को इस प्रकार प्रस्तुत किया है कि यह हर पाठक के मन में भक्ति और श्रद्धा का संचार करता है।
इस पुस्तक में भगवान हनुमान के जीवन से जुड़ी पौराणिक कथाओं, उनके वीरतापूर्ण कार्यों, और भगवान श्रीराम के प्रति उनकी असीम भक्ति का वर्णन किया गया है। इसमें हनुमान जी की जन्म कथा से लेकर रामायण के विभिन्न प्रसंगों तक का विस्तारपूर्वक वर्णन है।
पवनपुत्र हनुमान पुस्तक की विशेषताएँ
- इसमें हनुमान जी के बाल्यकाल की लीलाओं, जैसे सूर्य को निगलने की घटना और उनकी अद्वितीय शक्तियों का वर्णन है।
- पुस्तक में हनुमान जी के श्रीराम के प्रति अटूट प्रेम और समर्पण को प्रमुखता से दर्शाया गया है। यह उनकी भक्ति का आदर्श रूप प्रस्तुत करता है।
- रामायण के विभिन्न प्रसंगों, जैसे सीता की खोज, लंका दहन, संजीवनी बूटी लाना, और अन्य घटनाओं में हनुमान जी के पराक्रम और बुद्धिमत्ता का चित्रण किया गया है।
- यह पुस्तक हनुमान जी के जीवन के माध्यम से धर्म, निष्ठा, और सेवा भाव का संदेश देती है।