मन में बसाकर तेरी मूर्ति – आरती
|| आरती || मन में बसाकर तेरी मूर्ति, उतारू में गिरधर तेरी आरती || करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन, भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन, करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन, भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन, दर्द की दवा तुम्हरे पास है, जिंदगी दया की है भीख…