अभ्युदय नरेंद्र कोहली द्वारा लिखित एक कालजयी उपन्यास है, जो महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण के आदर्श पात्र श्रीराम के जीवन को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक न केवल श्रीराम के जीवन की घटनाओं का वर्णन करती है, बल्कि उनके व्यक्तित्व, उनके संघर्षों और उनके आदर्शों को आधुनिक समाज के संदर्भ में समझने का प्रयास करती है।
नरेंद्र कोहली ने भारतीय पौराणिक साहित्य को समकालीन साहित्यिक शैली में प्रस्तुत करने का कार्य किया है। अभ्युदय उनके महाकाव्यात्मक उपन्यास श्रृंखला “रामकथा” का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह उपन्यास श्रीराम के वनवास, उनके संघर्षों, और उनके आदर्शों को दर्शाता है, जिसमें सत्य, धर्म और कर्तव्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता प्रमुख है।
अभ्युदय पुस्तक मुख्य विषय
- इस भाग में श्रीराम के वनवास के दौरान आने वाली कठिनाइयों, कैकेयी के निर्णय के पीछे की राजनीति, और समाज की स्थिति का गहन वर्णन किया गया है।
- उपन्यास में धर्म और कर्तव्य के आदर्शों को उजागर किया गया है। श्रीराम के निर्णय और उनके कार्य केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि समाज और मानवता के कल्याण के लिए प्रेरित हैं।
- नरेंद्र कोहली ने श्रीराम के जीवन को केवल धार्मिक दृष्टिकोण से न देखकर, उसे एक राजनेता और समाज सुधारक के रूप में भी प्रस्तुत किया है।