माँ बृजेश्वरी देवी चालीसा (काँगड़ा देवी चालीसा)

माँ बृजेश्वरी देवी चालीसा का पाठ करने से भक्तों को अनेकों लाभ प्राप्त होते हैं। यह चालीसा माँ बृजेश्वरी देवी की महिमा और शक्ति का गुणगान करती है, जो हिमाचल प्रदेश के काँगड़ा में विराजमान हैं। इसका नियमित पाठ करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। || माँ बृजेश्वरी देवी चालीसा (Maa…

राधा कृष्ण सहस्रनामावली

राधा कृष्ण सहस्रनामावली भगवान श्रीकृष्ण और देवी राधा के दिव्य स्वरूप और उनके गुणों का वर्णन करने वाला एक पवित्र ग्रंथ है। इसमें राधा-कृष्ण के 1000 नामों का संकलन है, जो उनकी दिव्यता, प्रेम, और भक्ति का प्रतीक हैं। यह सहस्रनामावली राधा-कृष्ण के प्रति समर्पण को बढ़ाती है और भक्तों को उनके अद्वितीय प्रेम का…

बृजेश्वरी देवी माता चालीसा

बृजेश्वरी देवी माता की महिमा अपरंपार है और उनकी चालीसा का पाठ भक्तों को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करता है। चालीसा का नियमित पाठ करने से माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन के सभी संकट दूर होते हैं। || बृजेश्वरी देवी माता चालीसा (Bajreshwari Mata Chalisa PDF) || || दोहा || शक्ति…

श्री राधा चालीसा

श्री राधा चालीसा एक अत्यंत पवित्र स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण की प्रियतमा, देवी राधा को समर्पित है। इस चालीसा का पाठ करने से साधक को राधा रानी और श्रीकृष्ण दोनों की कृपा प्राप्त होती है। यहाँ श्री राधा चालीसा, इसके पाठ की विधि और इससे होने वाले लाभों की जानकारी दी गई है। ||…

ललिता सप्तमी व्रत कथा

ललिता सप्तमी का पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन राधा रानी की प्रिय सखी देवी ललिता की पूजा की जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से संतान प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र व अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखा जाता है। इसे संतान सप्तमी के नाम…

श्री राधा आरती

श्री राधा रानी की आरती उनके भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह आरती राधा जी के दिव्य स्वरूप, उनकी कृपा और प्रेम को समर्पित है। “श्री राधा आरती PDF” के माध्यम से भक्तगण कभी भी, कहीं भी इस पावन आरती का पाठ कर सकते हैं, जिससे उन्हें मानसिक शांति और आध्यात्मिक संतोष प्राप्त होता…

श्री राधा अष्टमी व्रत कथा

|| राधाष्टमी, श्री राधा रानी के प्राकट्य दिवस का महत्व एवं पूजन विधि || सनातन धर्म में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को श्री राधाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। शास्त्रों में यह तिथि श्री राधारानी के प्राकट्य दिवस के रूप में वर्णित है। श्री राधाजी वृषभानु महाराज की यज्ञभूमि से…

राधा मंत्र

|| राधा मंत्र PDF || राधा रानी, भक्ति और प्रेम की प्रतीक मानी जाती हैं। श्रीकृष्ण की आध्यात्मिक शक्ति और उनकी अर्धांगिनी के रूप में राधा का विशेष स्थान है। राधा जी के मंत्रों का जाप करने से मन को शांति, प्रेम में स्थिरता और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। यह मंत्र न केवल भक्त…

आई बागों में बहार, झूला झूले राधा प्यारी

|| आई बागों में बहार, झूला झूले राधा प्यारी || आई बागों में बहार, झूला झूले राधा प्यारी । झूले राधा प्यारी, हाँ झूले राधा प्यारी ॥ आई बागों में बहार, झूला झूले राधा प्यारी । झूले राधा प्यारी, हाँ झूले राधा प्यारी ॥ सावन की ऋतु है आई, घनघोर घटा नभ छाई । ठंडी-ठंडी…

Power of Radhe Name – राधे नाम की महिमा, क्यों कहते हैं संत ‘राधे राधे’? कैसे करता है मन को शांत

radhe radhe

आपने अक्सर लोगों को ‘राधे राधे’ कहते सुना होगा, खासकर धार्मिक स्थलों पर या आध्यात्म से जुड़े व्यक्तियों के मुख से। पर क्या कभी आपने सोचा है कि इस साधारण से दो शब्दों के जाप में इतनी शक्ति क्यों मानी जाती है कि इसे कहने से मन शांत हो जाता है? आइए, आज हम इसी…

एक नजर कृपा की कर दो, लाडली श्री राधे

|| एक नजर कृपा की कर दो, लाडली श्री राधे || एक नजर कृपा की कर दो, लाडली श्री राधे । एक नजर कृपा की कर दो, लाडली श्री राधे । श्री राधे, श्री राधे श्री राधे, श्री राधे श्री राधे, श्री राधे दासी की झोली भरदो, लाडली श्री राधे । एक नजर कृपा की…

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे

|| छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे || छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो गाव रे मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो गाव रे वो तो तोतली बोली बोले मैं तो बरसाने बेटी रे, छोटी सी किशोरी…

अरे रे मेरी जान है राधा

|| अरे रे मेरी जान है राधा || अरे रे मेरी जान है राधा, तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा, अरे रे मेरी जान हैं राधा, तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा, रह न सकूंगा तुमसे दूर मैं, जब भी बने तू राधा श्याम बनूँगा , जब भी बने तू सीता राम बनूँगा, तेरे बिना आधा सुबह…

Shri Radha Kund Ashtakam

|| Shri Radha Kund Ashtakam PDF || Vrishabhadanujanashat Narmadharmoktirangaih, Nikhilanijatanubhiryat Svahastena purnam । Prakatitamapi vrindar Anyarajna pramodaih, Tadatisurabhi Radha Kundamevashrayo me ॥ Vrajabhuvimurashatroh Preyasinam nikaamaih, Asulabhamapi tuurnam Premakalpadrumam tam । Janayati hridi bhumaus Snaturuchchaih priyam yat, Tadatisurabhi Radha Kundamevashrayo me ॥ Agharipurapi yatnadratra Devyah prasada-, Prasarakritakataksha Praptikamah prakamam । Anusarati yaducchaih Snanasevanubandhaih, Tadatisurabhi Radha Kundamevashrayo…

Shri Radhika Dhipashtakam

|| Shri Radhika Dhipashtakam PDF || Chaturmukhadisamstutam Samastasattvatanutam Halayudhadisamyutam Namami Radhikadhipam ॥ Bakadidaitakalakam Sagopagopipalam Manoharasitalakam Namami Radhikadhipam ॥ Surendragarvabhanjanam Viranchimohabhanjanam Vrajangananuranjanam Namami Radhikadhipam ॥ Mayurapicchamandhanam Gajendradantakhandanam Nrishamsakamsadandanam Namami Radhikadhipam ॥ Pradattavipradarakam Sudamadhamakarakam Suradrumapaharakam Namami Radhikadhipam ॥ Dhananjayajayavaham Mahachamukshayavaham Pitamahavyathapaham Namami Radhikadhipam ॥ Munindrasapakaranam Yaduprajaapaharanam Dharabharavataram Namami Radhikadhipam ॥ Suvrikshamoolashayinam Mrigarimokshadayinam Svakiyadhamaayinam Namami Radhikadhipam ॥ Idam…

श्री राधिका धिपाष्टकम्

|| श्री राधिका धिपाष्टकम् PDF || चतुर्मुखादिसंस्तुतं समस्तसात्वतानुतम् हलायुधादिसंयुतं नमामि राधिकाधिपम् ॥ बकादिदैत्यकालकं सगोपगोपिपालकम् मनोहरासितालकं नमामि राधिकाधिपम् ॥ सुरेन्द्रगर्वभञ्जनं विरञ्चिमोहभञ्जनम् व्रजाङ्गनानुरञ्जनं नमामि राधिकाधिपम् ॥ मयूरपिच्छमण्डनं गजेन्द्रदन्तखण्डनम् नृशंसकंसदण्डनं नमामि राधिकाधिपम् ॥ प्रदत्तविप्रदारकं सुदामधामकारकम् सुरद्रुमापहारकं नमामि राधिकाधिपम् ॥ धनञ्जयजयावहं महाचमूक्षयावहम् पितामहव्यथापहं नमामि राधिकाधिपम् ॥ मुनीन्द्रशापकारणं यदुप्रजापहारणम् धराभरावतारणं नमामि राधिकाधिपम् ॥ सुवृक्षमूलशायिनं मृगारिमोक्षदायिनम् स्वकीयधाममायिनं नमामि राधिकाधिपम् ॥ इदं…

हे करुणा मयी राधे, मुझे बस तेरा सहारा है

|| हे करुणा मयी राधे, मुझे बस तेरा सहारा है || हे करुणा मयी राधे, मुझे बस तेरा सहारा है, मुझे बस तेरा सहारा है, अपना लो मुझे श्यामा, तेरे बिन कौन हमारा है, तेरे बिन कौन हमारा है, हे करुणा मयी राधे, मुझे बस तेरा सहारा है ॥ कोई किसी का नहीं जहाँ में,…

राधारानी मंदिर में दर्शन की नई व्यवस्था लागू, बढ़ती भीड़ पर कोर्ट का हस्तक्षेप, गोस्वामी समाज नाराज़

radha rani ji

विश्वप्रसिद्ध राधारानी मंदिर, जो ब्रह्मांचल पर्वत की चोटी पर स्थित है, प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना रहता है। बढ़ती भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए न्यायालय ने मंदिर प्रबंध समिति को दर्शन के लिए एक सुव्यवस्थित मार्ग तैयार करने के आदेश दिए हैं। इस निर्देश के पालन में नगर…

जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो

|| जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो || जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो जिस धाम में, जिस काम में, जिस नाम में रहो राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो जिस रंग में, जिस संग में, जिस ढंग में…

कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना

|| कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना || कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना, मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना॥ मेरे पापों का कोई ठिकाना नहीं, तेरी प्रीत क्या होती जाना नहीं, शरण देदो मेरे अवगुण निहारे बिना॥ ॥ कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना…॥ मोहे प्रीत की रीत सिखा दो…

कभी भूलू ना.. मेरे राधा रमण

|| कभी भूलू ना.. मेरे राधा रमण || कभी भूलू ना कभी भूलू ना कभी भूलू ना याद तुम्हारी रटू तेरा नाम मैं साँझ सवेरे राधा रमण मेरे, राधा रमण राधा रमण मेरे, राधा रमण सिर मोर मुकुट कानन कुन्दल, दो चंचल नैन कटारे मुख कमल से भवरे बने, केश लहराये काले काले हो जाओ…

करदो करदो बेडा पार राधे अलबेली सरकार

|| करदो करदो बेडा पार राधे अलबेली सरकार || करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार । राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार ॥ करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार । राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार ॥ बार बार श्री राधे हमको, वृन्दावन में बुलाना । आप भी दर्शन देना, बिहारी जी से…

खुल गया बैंक राधा, रानी के नाम का

|| खुल गया बैंक राधा, रानी के नाम का || खुल गया बैंक राधा, रानी के नाम का, बैठा बनके मैनेजर, कान्हा नंदगांव का, बैठा बनके मैनेजर, कान्हा नंदगांव का ॥ खाता खुलवाने में भक्तो, लगता ना कोई खर्चा, लगता ना कोई खर्चा, देर करो ना जल्दी आके, भर लो अपना परचा, भर लो अपना…

करुणामयी किरपामयी, मेरी दयामयी राधे

|| करुणामयी किरपामयी, मेरी दयामयी राधे || करुणामयी किरपामयी, मेरी दयामयी राधे ॥ पद – जुगल नाम सो नेम, जपत नित कुंज बिहारी, अविलोकित रहे केलि सखी, सुख को अधिकारी। गान कला गंधर्व, श्याम श्यामा को तोषे, उत्तम भोग लगाय, मोर मरकट तिमि पोषे। नृपति द्वार ठाड़े रहे, दरसन आशा जासकी, आशधीर उद्योत कर, रसिक…

Radhika Devi Aarti

|| Radhika Devi Aarti PDF || Aarti Shrivrishabhanulali Ki। Sat-Chit-Anand Kand-Kali Ki॥ Bhayabhanjini Bhava Sagara Tarini, Pap-Tap-Kali-Kalmasha-Harini, Divyadhama Goloka-Viharini, Janapalini Jagajanani Bhali Ki॥ Aarti Shrivrishabhanulali Ki… Akhila Vishwa-Ananda-Vidhayini, Mangalamayi Sumangaladayini, Nandanandana-Padaprema Pradayini, Amiya-Raga-Rasa Ranga-Rali Ki॥ Aarti Shrivrishabhanulali Ki… Nityanandamayi Ahladini, Anandaghana-Ananda-Prasadhini, Rasamayi, Rasamaya-Mana-Unmadini, Sarasa Kamalini Krishna-Ali Ki॥ Aarti Shrivrishabhanulali Ki… Nitya Nikunjeshwari Rajeshwari, Parama Premarupa…

राधिका देवी आरती

|| राधिका देवी आरती PDF || आरति श्रीवृषभानुलली की। सत-चित-आनन्द कन्द-कली की॥ भयभन्जिनि भव-सागर-तारिणि, पाप-ताप-कलि-कल्मष-हारिणि, दिव्यधाम गोलोक-विहारिणि, जनपालिनि जगजननि भली की॥ आरति श्रीवृषभानुलली की। अखिल विश्व-आनन्द-विधायिनि, मंगलमयी सुमंगलदायिनि, नन्दनन्दन-पदप्रेम प्रदायिनि, अमिय-राग-रस रंग-रली की॥ आरति श्रीवृषभानुलली की। नित्यानन्दमयी आह्लादिनि, आनन्दघन-आनन्द-प्रसाधिनि, रसमयि, रसमय-मन-उन्मादिनि, सरस कमलिनी कृष्ण-अली की॥ आरति श्रीवृषभानुलली की। नित्य निकुन्जेश्वरि राजेश्वरि, परम प्रेमरूपा परमेश्वरि, गोपिगणाश्रयि…

लाड़ली अद्भुत नजारा, तेरे बरसाने में है

|| लाड़ली अद्भुत नजारा, तेरे बरसाने में है || लाड़ली अद्भुत नजारा, तेरे बरसाने में है, बेसहारों को सहारा, तेरे बरसाने में है। लाडली अद्भुत नजारा, तेरे बरसाने में है ॥ झांकीया तेरे महल की, कर रहे सब देवगण, आ गया बैकुंठ सारा, तेरे बरसाने में है, आ गया बैकुंठ सारा, तेरे बरसाने में है…

मैं तो आई वृन्दावन धाम, किशोरी तेरे चरनन में

|| मैं तो आई वृन्दावन धाम, किशोरी तेरे चरनन में || मैं तो आई वृन्दावन धाम, किशोरी तेरे चरनन में । किशोरी तेरे चरनन में, श्री राधे तेरे चरनन में ॥ ब्रिज वृन्दावन की महारानी, मुक्ति भी यहाँ भरती पानी । तेरे चन पड़े चारो धाम, किशोरी तेरे चरनन में ॥ मैं तो आई वृन्दावन…

वृंदावन की स्थापना कब और कैसे हुई? जानिए इसका गौरवशाली इतिहास और वर्तमान स्वरूप

shree krishna

यमुना के पावन तट पर स्थित, लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र, वृंदावन धाम मात्र एक शहर नहीं, बल्कि एक जीवंत अनुभव है। यहाँ की हवा में राधा-कृष्ण के प्रेम की गूँज है, कण-कण में भक्ति की सुगंध है और हर गली में इतिहास की पदचाप सुनाई देती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है…

मेरी विनती यही है! राधा रानी

|| मेरी विनती यही है! राधा रानी || मेरी विनती यही है राधा रानी कृपा बरसाए रखना हे कृपा बरसाए रखना ॥ हे महारानी कृपा बरसाए…॥ मेरी विनती यही है राधा रानी… हो मुझे तेरा ही सहारा महारानी चरणो से लिपटाये रखना, कृपा बरसाए रखना ॥ हे महा रानी कृपा बरसाए…॥ छोड़ दुनिया के झूठे…

मिशरी से मिठो नाम

|| मिशरी से मिठो नाम || मिशरी से मिठो नाम, हमारी राधा रानी को, राधा रानी को, हमारी श्यामा प्यारी को, मिशरी ते मिठो नाम, हमारी राधा रानी को ॥ बाबा है वृषभान कुंवर जी, मैया कीरति, बाबा है वृषभान कुंवर जी, मैया कीरति, ब्रज में बरसानो धाम, हमारी राधा रानी को, मिशरी ते मिठो…

मीठे रस से भरीयो री, राधा रानी लागे

|| मीठे रस से भरीयो री, राधा रानी लागे || मीठे रस से भरीयो री, राधा रानी लागे। राधा तू बड़भागिनी, और कौन तपस्या किन, तीन लोक के स्वामी है, राधा सब तेरे आधीन । मीठे रस से भरीयो री, राधा रानी लागे, महारानी लागे, मने कारो कारो, जमुना जी रो पानी लागे ॥ यमुना…

नमामी राधे नमामी कृष्णम

|| नमामी राधे नमामी कृष्णम || हे भक्तवृंदों के प्राण प्यारे, नमामी राधे नमामी कृष्णम, हे भक्तवृंदों के प्राण प्यारे, नमामी राधें नमामी कृष्णम, तुम्ही हो माता पिता हमारे, तुम्ही हो माता पिता हमारे, नमामी राधें नमामी कृष्णम, हे भक्तवृंदों के प्राण प्यारे, नमामी राधें नमामी कृष्णम ॥ आदि शक्ति श्री राधे रानी, जय जगजननी…

राधा से कर दे सगाई

|| राधा से कर दे सगाई || प्यारी ओ प्यारी मैया, ओ प्यारी प्यारी मैया, कहते है कृष्ण कन्हाई, राधा से कर दे सगाई, मेरी राधा से कर दे सगाई ॥ ना रे ना बोली मैया, ना रे ना बोली मैया, छोटो है छोटो तू कन्हाई, कैसे मैं कर दूँ सगाई तेरी कैसे मैं कर…

राधे झूलन पधारो झुकी आए बदरा

|| राधे झूलन पधारो झुकी आए बदरा || राधे झूलन पधारो झुकी आए बदरा, झुक आये बदरा झुकी आये बदरा, राधे झूलन पधारो झुकी आये बदरा, झुक आये बदरा झुकी आये बदरा, साजो सकल श्रृंगार नैना सारो कजरा ॥ ऐसो मान ना कीजे हठ तजिए अली, ऐसो मान ना कीजे हठ तजिए अली, राधे झूलन…

राधा कौन से पुण्य किये तूने

|| राधा कौन से पुण्य किये तूने || राधा कौन से पुण्य किये तूने, जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥ राधा जब सोलह शृंगार करे, प्रभ दर्पण आप दिखाते है, राधा कौन से पुण्य किये तूने, जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥ राधा जब पनघट पे जावे, प्रभु मटकी आप उठाते…

राधे ब्रज जन मन सुखकारी

|| राधे ब्रज जन मन सुखकारी || राधे ब्रज जन मन सुखकारी, राधे श्याम श्यामा श्याम मोर मुकुट मकराकृत कुण्डल, गल वैजयंती माला, चरणन नुपर रसाल, राधे श्याम श्यामा श्याम ॥ सुन्दर वदन कमल-दल लोचन, बांकी चितवन हारी, मोहन वंशी विहारी, राधे श्याम श्यामा श्याम ॥ वृन्दावन में धेनु चरावे, गोपीजन मन हारी, श्री गोवेर्धन…

राधे पूछ रही तुलसा से

|| राधे पूछ रही तुलसा से || राधे पूछ रही तुलसा से, तुलसा कहाँ तेरा ससुराल । राधे पूछ रही तुलसा से, तुलसा कहाँ तेरा ससुराल । कहाँ तेरा ससुराल तुलसा, कौन तेरे भरतार । राधे पूछ रही तुलसा से, तुलसा कहाँ तेरा ससुराल । नीलगगन हैं पिता हमारे, भागीरथी हैं मात । वृंदावन ससुराल…

राधे राधे कहिए लगदे नहीं रुपये

|| राधे राधे कहिए लगदे नहीं रुपये || राधे राधे कहिए लगदे नहीं रुपये राधे राधे कहिए लगदे नहीं रुपये । रब ने सानू अंखिया दीतियाँ अंखिया दीतियाँ अंखिया दीतियाँ दर्शन पांदे रहिए दर्शन पांदे रहिए लगदे नहीं रुपये राधे राधे कहिए लगदे नहीं रुपये रब ने सानू हाथ वी दितते हाथ वी दितते हाथ…

प्रेम रंग से भरी ये ब्रज की होरी लागे

|| प्रेम रंग से भरी ये ब्रज की होरी लागे || प्रेम रंग से भरी ये ब्रज की होरी लागे ॥ दोहा – कान्हा पे रंग डारने, गोरी राधिका आई, रंग भरी वो प्यार के, भर पिचकारी लाई ॥ प्रेम रंग से भरी ये ब्रज की होरी लागे, ब्रज की होरी लागे, कान्हा को तो…

तेरी बिगडी बना देगी, चरण रज राधा प्यारी की

|| तेरी बिगडी बना देगी, चरण रज राधा प्यारी की || तेरी बिगड़ी बना देगी, चरण रज राधा प्यारी की ॥ तू बस एक बार श्रद्धा से, लगा कर देख मस्तक पर, सोयी किस्मत जगा देगी, चरण रज राधा प्यारी की। तेरी बिगडी बना देगी, चरण रज राधा प्यारी की ॥ दुखो के घोर बादल…

वृन्दावन हम चलेंगे राधे राधे गाते गाते

|| वृन्दावन हम चलेंगे राधे राधे गाते गाते || वृन्दावन हम चलेंगे राधे राधे गाते गाते, वृन्दावन हम चलेंगे राधे राधें गाते गाते, साँवरिया वहीँ मिलेंगे राधे राधे गाते गाते, वृँदावन हम चलेंगे राधे राधें गाते गाते, वृन्दावन हम चलेंगे राधे राधे गाते गाते ॥ वृन्दावन है प्रेम बगिया, कहीं ग्वाले कहीं सखियाँ, उनमे मिल…

वृन्दावन में हुकुम चले, बरसाने वाली का)

|| वृन्दावन में हुकुम चले, बरसाने वाली का || वृन्दावन में हुकुम चले, बरसाने वाली का, कान्हा भी दिवाना है, श्री राधे रानी का ॥ वहां डाली डाली पर, वहां पत्ते पत्ते पर, राज राधे का चलता, गांव के हर रस्ते पर, चारो तरफ़ डंका बजता, वृषभानु दुलारी का, कान्हा भी दिवाना है, श्री राधे…

वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे

|| वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे || वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे, राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे । जपे जा राधे राधे, भजे जा राधे राधे, राधा अलबेली सरकार, जपे जा राधे राधे ॥ जो राधा राधा गावे, वो प्रेम पदार्थ पावे । वाको है जाये बेडा…

सुन राधिका दुलारी में

|| सुन राधिका दुलारी में || सुन राधिका दुलारी में, हूँ द्वार का भिखारी, तेरे श्याम का पुजारी, एक पीड़ा है हमारी , हमें श्याम न मिला हम समझे थे कान्हा कही कुंजन में होगा, अभी तो मिलन का हमने सुख नहीं भोगा ओ सुनके प्रेम कि परिभाषा, मन में बंधी थी जो आशा, आशा…

श्री राधाष्टक

|| श्रीराधाष्टकम् PDF || ॐ दिशिदिशिरचयन्तीं सञ्चयन्नेत्रलक्ष्मीं, विलसितखुरलीभिः खञ्जरीटस्य खेलाम् । हृदयमधुपमल्लीं वल्लवाधीशसूनो-, रखिलगुणगभीरां राधिकामर्चयामि ॥ पितुरिह वृषभानो रत्नवायप्रशस्तिं, जगति किल सयस्ते सुष्ठु विस्तारयन्तीम् । व्रजनृपतिकुमारं खेलयन्तीं सखीभिः, सुरभिनि निजकुण्डे राधिकामर्चयामि ॥ शरदुपचितराकाकौमुदीनाथकीर्त्ति-, प्रकरदमनदीक्षादक्षिणस्मेरवक्त्राम् । नटयदभिदपाङ्गोत्तुङ्गितानं गरङ्गां, वलितरुचिररङ्गां राधिकामर्चयामि ॥ विविधकुसुमवृन्दोत्फुल्लधम्मिल्लधाटी-, विघटितमदघृर्णात्केकिपिच्छुप्रशस्तिम् । मधुरिपुमुखबिम्बोद्गीर्णताम्बूलराग-, स्फुरदमलकपोलां राधिकामर्चयामि ॥ नलिनवदमलान्तःस्नेहसिक्तां तरङ्गा-, मखिलविधिविशाखासख्यविख्यातशीलाम् । स्फुरदघभिदनर्घप्रेममाणिक्यपेटीं, धृतमधुरविनोदां राधिकामर्चयामि ॥…

राधा कृपा कटाक्ष स्त्रोत्र

|| Radha Kriya Kataksh Stotram || मुनीन्द्र–वृन्द–वन्दिते त्रिलोक–शोक–हारिणि प्रसन्न-वक्त्र-पण्कजे निकुञ्ज-भू-विलासिनि व्रजेन्द्र–भानु–नन्दिनि व्रजेन्द्र–सूनु–संगते कदा करिष्यसीह मां कृपाकटाक्ष–भाजनम् ॥१॥ अशोक–वृक्ष–वल्लरी वितान–मण्डप–स्थिते प्रवालबाल–पल्लव प्रभारुणांघ्रि–कोमले । वराभयस्फुरत्करे प्रभूतसम्पदालये कदा करिष्यसीह मां कृपाकटाक्ष–भाजनम् ॥२॥ अनङ्ग-रण्ग मङ्गल-प्रसङ्ग-भङ्गुर-भ्रुवां सविभ्रमं ससम्भ्रमं दृगन्त–बाणपातनैः । निरन्तरं वशीकृतप्रतीतनन्दनन्दने कदा करिष्यसीह मां कृपाकटाक्ष–भाजनम् ॥३॥ तडित्–सुवर्ण–चम्पक –प्रदीप्त–गौर–विग्रहे मुख–प्रभा–परास्त–कोटि–शारदेन्दुमण्डले । विचित्र-चित्र सञ्चरच्चकोर-शाव-लोचने कदा करिष्यसीह मां कृपाकटाक्ष–भाजनम् ॥४॥ मदोन्मदाति–यौवने प्रमोद–मान–मण्डिते प्रियानुराग–रञ्जिते…

राधा सहस्रनाम

|| Radha Sahasranama Stotram || वन्दे वृन्दावनानन्दा राधिका परमेश्वरी । गोपिकां परमां श्रेष्ठां ह्लादिनीं शक्तिरूपिणीम् ॥ श्रीराधां परमाराज्यां कृष्णसेवापरायणाम् । श्रीकृष्णाङ्ग सदाध्यात्री नवधाभक्तिकारिणी ॥ येषां गुणमयी-राधा वृषभानुकुमारिका । दामोदरप्रिया-राधा मनोभीष्टप्रदायिनी ॥ तस्या नामसहस्रं त्वं श्रुणु भागवतोत्तमा ॥ मानसतन्त्रे अनुष्टुप्छन्दसे अकारादि क्षकारान्तानि श्रीराधिकासहस्रनामानि ॥ अथ स्तोत्रम् । ॐ अनन्तरूपिणी-राधा अपारगुणसागरा । अध्यक्षरा आदिरूपा अनादिराशेश्वरी ॥ १॥…

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