विवाह पंचमी की कथा

विवाह पंचमी का पर्व मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान राम और माता सीता के विवाह की पवित्र तिथि के रूप में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी कथा त्रेतायुग से जुड़ी है, जब महाराजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के लिए शिव धनुष को तोड़ने की शर्त रखी…

विवाह पंचमी 2025 – जानिए श्रीराम-सीता विवाह की अद्भुत कथा, महत्व और पूजा विधि

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क्या आप जानते हैं कि हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को एक ऐसा पर्व मनाया जाता है, जो हमें प्रेम, समर्पण और मर्यादा की अनूठी गाथा याद दिलाता है? जी हां, हम बात कर रहे हैं विवाह पंचमी की, जो भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह का पावन उत्सव…

Unexplored Aspects of Ramayana – रामायण के अनसुने प्रसंग, जो बदल सकते हैं आपके जीवन के दृष्टिकोण

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रामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं, बल्कि जीवन का मार्गदर्शन करने वाली एक अद्भुत गाथा भी है। इसमें ऐसे कई अनसुने प्रसंग छिपे हैं, जो हमें सही जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं। इस लेख में हम उन अनसुने प्रसंगों को जानेंगे जो आपके दृष्टिकोण को बदल सकते हैं और आपको एक नई दिशा…

राम-नाम की शक्ति – रोज़ बस 10 मिनट में पाएं मन की शांति और सफलता!

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क्या आप भी रोज़ की भागदौड़ (hustle), चिंता और तनाव (stress) से परेशान हैं? क्या रात को बिस्तर पर जाते ही हज़ारों विचार आपके दिमाग में घूमने लगते हैं? अगर हाँ, तो आपको किसी महंगे थेरेपी या लंबी छुट्टी की ज़रूरत नहीं है! आपकी इस समस्या का समाधान सिर्फ दो अक्षरों में छिपा है –…

श्री राम का ‘असली’ नाम क्या था? बाल्यकाल के 7 अनसुने रहस्य! (7 Unheard Secrets of Lord Ram’s Childhood)

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भगवान श्री राम, जिन्हें हम मर्यादा पुरुषोत्तम (Maryada Purushottam) के रूप में पूजते हैं, केवल एक ऐतिहासिक चरित्र (Character) नहीं हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा (Soul) हैं। उनका नाम इतना शक्तिशाली है कि वह जीवन का आधार बन गया है। हम उन्हें ‘राम’ के नाम से जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि…

श्री राम चालीसा

श्री राम चालीसा हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और लोकप्रिय प्रार्थना है जो भगवान श्री राम को समर्पित है। यह चालीस चौपाइयों का एक संग्रह है, जिसमें भगवान राम के गुणों, उनके जीवन चरित्र और उनकी महिमा का वर्णन किया गया है। यह चालीसा न केवल भक्तों को मानसिक शांति प्रदान करती है…

ଶ୍ରୀରଘୁନାଥାଷ୍ଟକମ୍

|| ଶ୍ରୀରଘୁନାଥାଷ୍ଟକମ୍ (Raghunath Ashtakam Odia PDF) || ଶ୍ରୀ ଗଣେଶାୟ ନମଃ । ଶୁନାସୀରାଧୀଶୈରବନିତଲଜ୍ଞପ୍ତୀଡିତଗୁଣଂ ପ୍ରକୃତ୍ୟାଽଜଂ ଜାତଂ ତପନକୁଲଚଣ୍ଡାଂଶୁମପରମ୍ । ସିତେ ବୃଦ୍ଧିଂ ତାରାଧିପତିମିବ ଯନ୍ତଂ ନିଜଗୃହେ ସସୀତଂ ସାନନ୍ଦଂ ପ୍ରଣତ ରଘୁନାଥଂ ସୁରନୁତମ୍ ॥ ୧॥ ନିହନ୍ତାରଂ ଶୈବଂ ଧନୁରିବ ଇବେକ୍ଷୁଂ ନୃପଗଣେ ପଥି ଜ୍ୟାକୃଷ୍ଟେନ ପ୍ରବଲଭୃଗୁବର୍ୟସ୍ୟ ଶମନମ୍ । ବିହାରଂ ଗାର୍ହସ୍ଥ୍ୟଂ ତଦନୁ ଭଜମାନଂ ସୁବିମଲଂ ସସୀତଂ ସାନନ୍ଦଂ ପ୍ରଣତ ରଘୁନାଥଂ ସୁରନୁତମ୍ ॥ ୨॥ ଗୁରୋରାଜ୍ଞାଂ ନୀତ୍ୱା ବନମନୁଗତଂ ଦାରସହିତଂ ସସୌମିତ୍ରିଂ…

શ્રી રઘુનાથાષ્ટકમ્

|| શ્રી રઘુનાથાષ્ટકમ્ (Raghunath Ashtakam Gujarati PDF) || શ્રી ગણેશાય નમઃ શુનાસીરાધીશૈરવનિતલજ્ઞપ્તીડિતગુણં પ્રકૃત્યાઽજં જાતં તપનકુલચણ્ડાંશુમપરમ્ . સિતે વૃદ્ધિં તારાધિપતિમિવ યન્તં નિજગૃહે સસીતં સાનન્દં પ્રણત રઘુનાથં સુરનુતમ્ .. ૧.. નિહન્તારં શૈવં ધનુરિવ ઇવેક્ષું નૃપગણે પથિ જ્યાકૃષ્ટેન પ્રબલભૃગુવર્યસ્ય શમનમ્ . વિહારં ગાર્હસ્થ્યં તદનુ ભજમાનં સુવિમલં સસીતં સાનન્દં પ્રણત રઘુનાથં સુરનુતમ્ .. ૨.. ગુરોરાજ્ઞાં નીત્વા વનમનુગતં દારસહિતં સસૌમિત્રિં…

శ్రీరఘునాథాష్టకం

|| శ్రీరఘునాథాష్టకం (Raghunath Ashtakam Telugu PDF) || శ్రీ గణేశాయ నమః . శునాసీరాధీశైరవనితలజ్ఞప్తీడితగుణం ప్రకృత్యాఽజం జాతం తపనకులచండాంశుమపరం . సితే వృద్ధిం తారాధిపతిమివ యంతం నిజగృహే ససీతం సానందం ప్రణత రఘునాథం సురనుతం .. 1.. నిహంతారం శైవం ధనురివ ఇవేక్షుం నృపగణే పథి జ్యాకృష్టేన ప్రబలభృగువర్యస్య శమనం . విహారం గార్హస్థ్యం తదను భజమానం సువిమలం ససీతం సానందం ప్రణత రఘునాథం సురనుతం .. 2.. గురోరాజ్ఞాం నీత్వా వనమనుగతం దారసహితం ససౌమిత్రిం…

श्री रघुनाथाष्टकम्

|| श्री रघुनाथाष्टकम् PDF || श्री गणेशाय नमः । शुनासीराधीशैरवनितलज्ञप्तीडितगुणं प्रकृत्याऽजं जातं तपनकुलचण्डांशुमपरम् । सिते वृद्धिं ताराधिपतिमिव यन्तं निजगृहे ससीतं सानन्दं प्रणत रघुनाथं सुरनुतम् ॥ १॥ निहन्तारं शैवं धनुरिव इवेक्षुं नृपगणे पथि ज्याकृष्टेन प्रबलभृगुवर्यस्य शमनम् । विहारं गार्हस्थ्यं तदनु भजमानं सुविमलं ससीतं सानन्दं प्रणत रघुनाथं सुरनुतम् ॥ २॥ गुरोराज्ञां नीत्वा वनमनुगतं दारसहितं ससौमित्रिं त्यक्त्वेप्सितमपि सुराणां…

यत्र यत्र रघुनाथकीर्तनं – श्लोक अर्थ सहित

॥ यत्र यत्र रघुनाथकीर्तनं – श्लोक ॥ यत्र यत्र रघुनाथकीर्तनं तत्र तत्र कृतमस्तकांजलिम् वाष्पवारिपरिपूर्णालोचनं मारुतिं नमत राक्षसान्तकम् ॥ हिंदी अर्थ: जहाँ-जहाँ भगवान श्रीराम की महिमा का गान होता है, वहाँ-वहाँ भगवान हनुमान जी हाथ जोड़े खड़े रहते हैं। उनकी आँखें प्रेमाश्रुओं से भरी होती हैं। मैं उन हनुमान जी को प्रणाम करता हूँ, जो राक्षसों का…

श्री राम रक्षा स्तोत्रम्

|| श्रीराम रक्षा स्तोत्रम् PDF || नियोगः – ॐ अस्य श्री रामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः, श्री सीतारामचन्द्रोदेवता, अनुष्टुप् छन्दः, सीताशक्तिः, श्रीमद्हनुमान कीलकम् श्रीसीतरामचन्द्रप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः।। अर्थ:- इस राम रक्षा स्तोत्र मंत्र के रचयिता बुध कौशिक ऋषि हैं, सीता और रामचंद्र देवता हैं, अनुष्टुप छंद हैं, सीता शक्ति हैं, हनुमान जी कीलक है तथा श्री रामचंद्र जी…

Power of Ram Mantra – राम नाम की महिमा, क्यों है ‘राम’ मंत्र सबसे प्रभावशाली?

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हिंदू धर्म में ‘राम’ नाम सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि एक महामंत्र है। सदियों से इस नाम का जप करने से लोगों ने मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और जीवन की बाधाओं से मुक्ति पाई है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ‘राम’ नाम में ऐसी क्या शक्ति है जो इसे इतना प्रभावशाली बनाती…

आज राम मेरे घर आए

|| आज राम मेरे घर आए || आज राम मेरे घर आए, मेरे राम मेरे घर आए, नी मैं उंचिया भागा वाली, मेरी कुटिया दे भाग जगाए, आज राम मेरे घर आये ॥ नी मैं राह विच नैन बिछावा, नाल चन्दन तिलक लगावा, नी मैं रज रज दर्शन पावा, आज राम मेरे घर आये, मेरी…

आज अयोध्या की गलियों में, घुमे जोगी मतवाला

|| आज अयोध्या की गलियों में, घुमे जोगी मतवाला || आज अयोध्या की गलियों में, घुमे जोगी मतवाला, अलख निरंजन खड़ा पुकारे, देखूंगा तेरा लाला ॥ शैली श्रंगी लिए हाथ में, और डमरू त्रिशूल लिए, छमक छमक छम नाचे जोगी, दरस की मन में आस लिए, पग में घुंघरू छम छम बाजे, कर में जपते…

आदि अंत मेरा है राम

|| आदि अंत मेरा है राम || आदि अंत मेरा है राम, उन बिन और सकल बेकाम ॥ कहा करूं तेरा बेद पुराना, जिन है सकल जगत भरमाना ॥ कहा करूं तेरी अनुभै बानी, जिनमें तेरी सुद्धि भुलानी ॥ कहा करूं ये मान बड़ाई, राम बिना सबही दुखदाई ॥ कहा करूं तेरा सांख व जोग,…

क्या आपने सुनी है ‘राम रक्षा स्तोत्र’ की महिमा? जानिए इसका रहस्य और लाभ

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हिंदू धर्म में मंत्रों और स्तोत्रों का विशेष महत्व है। इन्हें न केवल आध्यात्मिक शक्ति का स्रोत माना जाता है, बल्कि शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए भी इनका उपयोग किया जाता है। इन्हीं में से एक अत्यंत शक्तिशाली और चमत्कारी स्तोत्र है ‘श्री राम रक्षा स्तोत्र’। यह केवल भगवान राम की स्तुति नहीं है,…

घर आये राम लखन और सीता

|| घर आये राम लखन और सीता || घर आये राम लखन और सीता, अयोध्या सुन्दर सज गई रे, सुन्दर सज गई रे अयोध्या, सुन्दर सज गई रे, घर आये राम लखन और सीता, अयोध्या सुन्दर सज गई रे ॥ मात कौशल्या बांटे बधाई, प्रीत हिया ना समाए, चौदह बरस बिताए वनो से, बेटे बहु…

શ્રી રામ ચાલીસા

|| શ્રી રામ ચાલીસા (Shri Ram Chalisa Gujarati PDF) || || ચોપાઈ || શ્રી રધુબીર ભક્ત હિતકારી સુનિ લીજે પ્રભુ અરજ હમારી નિશિ દિન ધ્યાન ઘરે જો કોઈ તા સમ ભક્ત ઔર નહિ હોઈ ધ્યાન ધરે શિવજી મન માહી બ્રહ્મા ઈન્દ્ર પાર નહિ પાહિ જય જય જય રધુનાથ કૃપાલા સદા કરો સંતન પ્રતિપાલા દૂત તુમ્હાર…

बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे

|| बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे || बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे ॥ दोहा – राम किया सुख उपजे, और कृष्ण किया दुःख जाय, एक बार हरी ॐ रटे, तो भव बंधन मिट जाय ॥ बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे, बोंल सुवा राम राम, मीठी मीठी…

बसाले मन मंदिर में राम

|| बसाले मन मंदिर में राम || बसाले मन मंदिर में राम, बनेंगे बिगड़े तेरे काम, बसालें मन मंदिर में राम, बसालें मन मंदिर में राम ॥ कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी, क्या आएगी काम, तेरा मेरा करते करते, तेरा मेरा करते करते, निकल जाएंगे प्राण, बसालें मन मंदिर में राम ॥ जिस पर होती कृपा…

बधैया बाजे आँगने में

|| बधैया बाजे आँगने में || बधैया बाजे आँगने में, बधैया बाजे आँगने मे ॥ चंद्रमुखी मृगनयनी अवध की, तोड़त ताने रागने में, बधैया बाजे आँगने मे ॥ प्रेम भरी प्रमदागन नाचे, नूपुर बाँधे पायने में, बधैया बाजे आँगने मे ॥ न्योछावर श्री राम लला जु, नहिं कोऊ लाजत माँगने में, बधैया बाजे आँगने मे…

धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है

|| धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है || धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है, पार करते हो सब जग को, पार करते हो सब जग को, नाव का तो बहाना है, धुला लो पांव राघव जी, अगर जो पार जाना है ॥ तुम्हारे चरणों की धूलि, सुना…

धन्य वह घर ही है मंदिर, जहाँ होती है रामायण

|| धन्य वह घर ही है मंदिर, जहाँ होती है रामायण || धन्य वह घर ही है मंदिर, जहाँ होती है रामायण, जहाँ होती है रामायण, जहाँ होती है रामायण, धन्य वह घर ही हैं मंदिर, जहाँ होती है रामायण ॥ यही है कर्म की कुंजी, यही है धर्म की पूंजी, यही है धर्म की…

बनेंगे सारे बिगड़े काम, प्रभु श्री राम को पूजो

|| बनेंगे सारे बिगड़े काम, प्रभु श्री राम को पूजो || बनेंगे सारे बिगड़े काम, प्रभु श्री राम को पूजो, यही विष्णु यही घनश्याम, प्रभु श्री राम को पूजो ॥ ना होगी धुप की चिंता, ना कोई भी फिकर होगी, सुहानी होगी सुबहो शाम, प्रभु श्री राम को पूजो ॥ बनो हनुमान के जैसा, प्रभु…

देखो राजा बने महाराज

|| देखो राजा बने महाराज || देखो राजा बने महाराज, आज राम राजा बने, देखों राजा बने महाराज, आज राम राजा बने ॥ मंगल साज सजे घर घर में, पूजा पात्र लिए सब कर में, चले आरती करन के काज, आज राम राजा बने, देखों राजा बने महाराज, आज राम राजा बने ॥ दासी दास…

दे दो अंगूठी मेरे प्राणों से प्यारी

|| दे दो अंगूठी मेरे प्राणों से प्यारी || दे दो अंगूठी मेरे प्राणों से प्यारी इसे लाया है कौन, इसे लाया है कौन मेरे रघुवर की, रघुबर की मात भी छोड़े, मैंने पिता भी छोड़े छोड़ी जनकपुरी, छोड़ी जनकपुरी, मेरे बाबुल की, बाबुल की दे दो अंगूठी मेरे प्राणों से प्यारी इसे लाया है…

डाल रही वरमाला अब तो जानकी

|| डाल रही वरमाला अब तो जानकी || डाल रही वरमाला अब तो जानकी, धनुष तोड़ा शिव जी का, श्री राम जी ने, जनक नंदनी मन में हर्षा गई है, विधाता मेरी पूर्ण की कामनाएं, ख़ुशी की सुहानी घड़ी आ गई है ॥ डाल रही वरमाला अब तो जानकी, जय बोलो जय बोलो सीताराम की,…

चोला माटी के हे राम

|| चोला माटी के हे राम || चोला माटी के हे राम, एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे, चोला माटी के हे हो, हाय चोला माटी के हें राम, एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे ॥ द्रोणा जइसे गुरू चले गे, करन जइसे दानी संगी, करन जइसे दानी, बाली जइसे बीर…

राम लक्ष्मण द्वादशी व्रत कथा और पूजा विधि

ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को राम लक्ष्मण द्वादशी के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्रीराम और उनके अनुज लक्ष्मण को समर्पित है। इस दिन भगवान गोविंद विट्ठलनाथजी की भी उपासना का विधान है। राम लक्ष्मण द्वादशी की कथा और महत्व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, त्रेता युग में महाराज…

बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे

|| बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे || बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे, जहाँ राम है सच वही, बाकी जगत इक सपना रे, सदा राम रहे राज़ी मुझसे, कर्म वही मुझे करना है, जहां धर्म है वही राम, मन राम रंग ही रंगना है, बोलो राम जय सिया…

अयोध्यावासी राम

|| अयोध्यावासी राम || अयोध्यावासी राम दशरथ नंदन राम जानकी जीवन राम श्री राम राम, जय राम अयोध्यावासी राम दशरथ नंदन राम जानकी जीवन राम श्री राम राम, जय राम अयोध्यावासी राम दशरथ नंदन राम जानकी जीवन राम श्री राम राम, जय राम अयोध्यावासी राम दशरथ नंदन राम जानकी जीवन राम श्री राम राम, जय…

अयोध्या सज रही सारी, अवध में राम आये है

|| अयोध्या सज रही सारी, अवध में राम आये है || खुशी सबको मिली भारी, अवध में राम आये है, अवध में राम आये है, प्रभु श्री राम आये है, सिया के राम आये है, अयोध्या सज रही सारी, अवध में राम आये है ॥ जले है दीप घर घर में, मना उत्सव जगत भर…

भगवा रंग चढ़ा है ऐसा, और रंग ना भाएगा

|| भगवा रंग चढ़ा है ऐसा, और रंग ना भाएगा || भगवा रंग चढ़ा है ऐसा, और रंग ना भाएगा, जय श्री राम के नाम का नारा, घर घर से अब आएगा, अयोध्या की नगरी में अब, केसरिया लहराएगा, केसरिया केसरिया म्हारो, केसरिया केसरिया ॥ मात्र भूमि के कण कण पर अब, राम नाम लिखा…

अवध में छाई खुशी की बेला

|| अवध में छाई खुशी की बेला || अवध में छाई खुशी की बेला, ​अवध में छाई खुशी की बेला, लगा है, अवध पुरी में मेला । चौदह साल वन में बिताएं, राम लखन सिया लौट के आए, घर घर खुशियां छाई, लगा है, अवध पुरी में मेला, ​अवध में छाई खुशी की बेला, ​अवध…

चाहे राम भजो चाहे श्याम

|| चाहे राम भजो चाहे श्याम || चाहे राम भजो चाहे श्याम, नाम दोनों हितकारी है, दोनों हितकारी है, विष्णु जी के अवतारी है, चाहे राम भजों चाहे श्याम, नाम दोनों हितकारी है ॥ राम जी जन जन के आदर्श, गर्व करे इनपे भारतवर्ष, श्याम बजाए बांसुरी, और रचाए रास, ब्रजमंडल से विश्व में, पहुंची…

चली जा रही है उमर धीरे धीरे

|| चली जा रही है उमर धीरे धीरे || चली जा रही है उमर धीरे धीरे, पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे, चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे, जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे, मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥ बचपन भी जाए जवानी भी जाए, बुढ़ापे का होगा असर धीरे धीरे,…

हे पुरुषोत्तम श्रीराम, करूणानिधान भगवान

|| हे पुरुषोत्तम श्रीराम, करूणानिधान भगवान || हे पुरुषोत्तम श्रीराम, करूणानिधान भगवान ॥ दोहा – राम नगरीया राम की, और बसे गंग के तीर, अटल राज महाराज को, चौकी हनुमत वीर। चित्रकूट के घाट पर, भई संतन की भीड़, तुलसीदास चन्दन घिसे, तिलक करे रघुवीर ॥ हे पुरुषोत्तम श्रीराम, करूणानिधान भगवान, तुम्हे कोटि कोटि प्रणाम,…

है सहारा अब मुझे तो, राम सकल गुणधाम का

|| है सहारा अब मुझे तो, राम सकल गुणधाम का || हो के नाचूं अब दिवाना, मैं प्रभु श्रीराम का, है सहारा अब मुझे तो, राम सकल गुणधाम का, है सहारा अब मुझें तो, राम सकल गुणधाम का ॥ कुटिया को पावन कर डाली, शबरी के घर जाय के, धन्य शबरी को कर डाली, बैर…

हे जग स्वामी, अंतर्यामी, तेरे सन्मुख आता हूँ

|| हे जग स्वामी, अंतर्यामी, तेरे सन्मुख आता हूँ || हे जग स्वामी, अंतर्यामी, तेरे सन्मुख आता हूँ । सन्मुख आता, मैं शरमाता भेंट नहीं कुछ लाता हूँ ॥ हे जग स्वामी…॥ पापी जन हूँ, मैं निर्गुण हूँ द्वार तेरे पर आता हूँ ॥ हे जग स्वामी…॥ मुझ पर प्रभु कृपा कीजे पापों से पछताता…

हमारे साथ श्री रघुनाथ, तो किस बात की चिंता

|| हमारे साथ श्री रघुनाथ, तो किस बात की चिंता || हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता । शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता । किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता । किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की…

हमें निज धर्म पर चलना सिखाती रोज रामायण

|| हमें निज धर्म पर चलना सिखाती रोज रामायण || हमें निज धर्म पर चलना, सिखाती रोज रामायण, सदा शुभ आचरण करना, सिखाती रोज रामायण ॥ जिन्हे संसार सागर से, उतर कर पार जाना है, उन्हे सुख के किनारे पर, लगाती रोज रामायण, सदा शुभ आचरण करना, सिखाती रोज रामायण ॥ कही छवि विष्णु की…

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ

|| हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ || हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ, आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ, अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ ॥ कनक सिहासन रजत जोड़ी, दशरथ नंदन जनक किशोरी, युगल छबि को सदा निहारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ॥ बाम भाग शोभित जग…

हे राम, हे राम

|| हे राम, हे राम || हे राम, हे राम जग में साचो तेरो नाम हे राम, हे राम तू ही माता, तू ही पिता है तू ही माता, तू ही पिता है तू ही तो है, राधा का श्याम हे राम, हे राम तू अंतर्यामी, सबका स्वामी तू अंतर्यामी, सबका स्वामी तेरे चरणों में,…

हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी

|| हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी || हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी, हम आए शरण तुम्हारी, रघुवर कृपाल प्रभु प्रनतपाल, अब राखो लाज हमारी, हम आए शरण तुम्हारी, हे आनंद घन मंगल भवन, नाथ अमंगलहारी, हम आए शरण तुम्हारी ॥ तुम जैसा नहीं पतित उदाहरण, पतित नहीं हम जैसा, बिन कारण जो द्रवे दीन पर,…

हे दयामय आप ही संसार के आधार हो

|| हे दयामय आप ही संसार के आधार हो || हे दयामय आप ही संसार के आधार हो। आप ही करतार हो हम सबके पालनहार हो॥ जन्म दाता आप ही माता पिता भगवान हो। सर्व सुख दाता सखा भ्राता हो तन धन प्राण हो॥ आपके उपकार का हम ऋण चुका सकते नहीं। बिन कृपा के…

Shri Rama Bhujanga Prayata Stotram

|| Shri Rama Bhujanga Prayata Stotram PDF || Vishuddham param Saccidanandarupam Gunadharamadha Raheenam varenyam Mahantam vibhantam Guhantam gunantam Sukhantam svayam Dhaama raamam prapadye || Shivam nityamekam Vibhum tarakakhayam Sukhakaramaakaara Shunyam sumanyam Mahesham kaleshm Suresham paresham Naresham nireesham Mahesham prapadye || Yadavarnayatkarnamule’ Ntakale shivo Ramarame’ti Rameti kaashyam Tadekam param Tarakabrahmarupam bhaje’ham Bhaje’ham bhaje’ Ham bhaje’ham ||…

Jatayu Krita Shri Rama Stotram

|| Jatayu Krita Shri Rama Stotram PDF || || Jatayuruvach || Aganita gunama Prameyamadyam Sakalajagatsthiti Samyamadihetum Uparamaparamam Paratmabhutam satatamaham Pranato’smi ramachandram || Niravadhisukh Amindirakataksham Kshapitasurendr Achaturmukhadidukham Naravaramanisham Nato’smi ramam Varadamaham Varachaapabaanahastam || Tribhuvanakam Aniyarupamidyam Ravishatabhasu Ramihitapradanam Sharanadamanisham Suragamule Kritanilayam Raghunandanam prapadye || Bhavavipinadava Agninaamadheyam Bhavamukhadev Atadevatam dayalum Danujapatisaha Srakotinasham Ravitamayasadṛśam Harim prapadye || Aviratabhavabha Avanatidooram…

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