Shri Ram Ashtakam

॥ Shri Ram Ashtakam ॥ Kritartadevavandanam Dineshavanshanandanam। Sushobhibhalachandanam Namami Ramamishvaram॥ Munindrayajnakarakam Shilavipattiharakam। Mahadhanurvidarakam Namami Ramamishvaram॥ Svatatavakyakarinam Tapovane Viharinam। Kare Suchapadharinam Namami Ramamishvaram॥ Kurangamuktasayakam Jatayumokshadayakam। Praviddhakishanayakam Namami Ramamishvaram॥ Plavangasangasammatim Nibaddhanimnagapatim। Dashasyavanshasankshatim Namami Ramamishvaram॥ Vidinadevaharshanam Kapipsitarthavarshanam। Svabandhushokakarshanam Namami Ramamishvaram॥ Gatarirajyarakshanam Prajajanartibhakshanam। Kritastamohalakshanam Namami Ramamishvaram॥ Hritakhilachalabharam Svadhamanitanagaram। Jagattamodivakaram Namami Ramamishvaram॥ Idam Samahitatmana Naro Raghuttamashtakam। Pathannirantaram Bhayam Bhavodbhavam Na…

Shri Ramachandra Ashtakam

॥ Shri Ramachandra Ashtakam ॥ Chidakaro Dhata Paramasukhadah Pavana- Tanurmunindrairyo- gindrairyatipatisurendrairhanumata। Sada Sevyah Purno Janakatanayangah Suraguru Ramanatho Ramo Ramatu Mama Chitte Tu Satatam॥ Mukundo Govindo Janakatanayalalitapadah Padam Prapta Yasyadhamakulabhava Chapi Shabari। Giratitoagamyo Vimaladhishanairvedavachasa Ramanatho Ramo Ramatu Mama Chitte Tu Satatam॥ Dharadhishoadhishah Suranaravaranam Raghupatih Kiriti Keyuri Kanakakapishah Shobhitavapuh। Samasinah Pithe Ravishatanibhe Shantamanaso Ramanatho Ramo Ramatu Mama…

Shri Ramaprema Ashtakam

॥ Shri Ramaprema Ashtakam ॥ Shyamambuda- bhamaravinda- vishalanetram Bandhukapushpa- sadrishadharapanipadam। Sitasahayamuditam Dhritachapabanam Ramam Namami Shirasa Ramaniyavesham॥ Patujaladhara- dhiradhvanamadaya Chapam Pavanadamanamekam Banamakrishya Tunat। Abhayavachanadayi Sanujah Sarvato Me Ranahatadanujendro Ramachandrah Sahayah॥ Dasharathakuladipo -ameyabahupratapo Dashavadanasakopah Kshalitasheshapapah। Kritasurariputapo Nanditanekabhupo Vigatatimirapanko Ramachandrah Sahayah॥ Kuvalayadalanilah Kamitarthaprado Me Kritamunijanaraksha Rakshasame Kahanta। Apahritaduritoasau Namamatrena Punsamakhila- suranripendro Ramachandrah Sahayah॥ Asurakula- krishanurmanasambhojabhanuh Suranaranikaranamagranirme Raghunam। Aganitagunasima…

Shri Ram Chalisa

|| Shri Ram Chalisa || || Chaupaii || Shri Raghubir bhagat hitkari suni lije prabhu araj hamari । Nisidin dhyan dhare jo koi ta sam bhakt aur nahi hoi ।। Dhyan dhare shivji man mahi brahma indra par nahi pahi । Jai jai jai raghunath kripala sada karo santan pratipala ।। Doot tumhar veer hanumana…

Shri Ram Stuti

|| Shri Ram Stuti || Shri Ramachandra Kripalu Bhajuman, Harana Bhavabhaya Daarunam । Navakanja Lochana Kanja Mukhakara, Kanja Pada Kanjaarunam ॥ Kandarpa Aganita Amita Chhav Nava, Neela Neerara Sundaram । Patapita Maanahum Tadita Ruchi Shuchi, Navmi Janaka Sutaavaram ॥ Bhaju Deena Bandhu Dinesh Daanav, Daityavansha Nikandanam । Raghunanda Aananda Kanda Kaushala, Chanda Dasharatha Nandanam ॥…

રામ જી આરતી

|| રામ જી આરતી || શ્રી રામચંદ્ર કૃપાલુ ભજમન હરણ ભવ ભય દારૂણમ્ નવ કંજ લોચન કંજ મુખ કર કંજ પદ કંજારુણમ્ કંદર્પ અગણિત અમિત છબી નવ નીલ નીરજ સુંદરમ્ પટ પીત માનહુ તડિત રુચિ સુચી નોમી જનક સુતાવરમ્ ભજ દિન બંધુ દિનેશ દાનવ દૈત્ય વંશ નિકંદનમ્ રઘુનંદ આનંદ કંદ કૌશલ ચંદ દશરથ નંદનમ્ શિર…

राम जी के साथ जो हनुमान नहीं होते – भजन

|| राम जी के साथ जो हनुमान नहीं होते – भजन || राम जी के साथ जो,हनुमान नहीं होते, राम जी के पूरे कभी, काम नहीं होते | राम जी के साथ जो,हनुमान नहीं होते, राम जी के पूरे कभी, काम नहीं होते || हनुमान पर्वत उठाकर ना लाते, कैसे संजीवन सुषेण वेद पाते, प्राण…

श्री राम जहाँ होंगे हनुमान वहां होंगे – भजन

|| श्री राम जहाँ होंगे हनुमान वहां होंगे – भजन || तर्ज – जब हम जवां होंगे श्री राम जहाँ होंगे, हनुमान वहां होंगे, दोनों जहाँ होंगे,वहां कल्याण करेंगे, हर काम बनेंगे,श्री राम जहाँ होंगे || || श्री राम का जो भी,ध्यान लगाएगा, बालाजी के दर्शन,वो ही पाएगा, प्रभु राम की भक्ति से,तुम्हे हनुमान मिलेंगे,…

श्री रामरक्षा स्तोत्र

|| श्री रामरक्षा स्तोत्र || ॥ ध्यानम् ॥ ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपद्मासनस्थं। पीतं वासो वसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम्॥ वामाङ्कारूढसीतामुखकमलमिललोचनं नीरदाभं। नानालंकारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डनं रामचंद्रम्॥ ॥ इति ध्यानम् ॥ चरितं रघुनाथस्य शतकोटिप्रविस्तरम्। एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम्॥१॥ ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम्। जानकीलक्ष्मणोपेतं जटामुकुटमण्डितम्॥२॥ सासितूणधनुर्बाणपाणिं नक्तं चरांतकम्। स्वलीलया जगत्त्रातुमाविर्भूतमजं विभुम्॥३॥ रामरक्षां पठेत्प्राज्ञः पापघ्नीं सर्वकामदाम्। शिरो मे राघवः पातु भालं दशरथात्मजः॥४॥ कौसल्येयो दृशौ…

రామరక్ష స్తోత్రం

|| శ్రీ రామ రక్షా స్తోత్రం || ||ధ్యానం|| ధ్యాయేదాజానుబాహుం ధృతశరధనుషం బద్ధపద్మాసనస్థం పీతం వాసో వసానం నవకమలదళస్పర్ధినేత్రం ప్రసన్నమ్ | వామాంకారూఢసీతాముఖకమలమిలల్లోచనం నీరదాభం నానాలంకారదీప్తం దధతమురుజటామండలం రామచంద్రమ్ || ||అథ స్తోత్రం || చరితం రఘునాథస్య శతకోటిప్రవిస్తరమ్ | ఏకైకమక్షరం పుంసాం మహాపాతకనాశనమ్ || ధ్యాత్వా నీలోత్పలశ్యామం రామం రాజీవలోచనమ్ | జానకీలక్ష్మణోపేతం జటాముకుటమండితమ్ || సాఽసితూణధనుర్బాణపాణిం నక్తంచరాంతకమ్ | స్వలీలయా జగత్త్రాతుమావిర్భూతమజం విభుమ్ || రామరక్షాం పఠేత్ప్రాజ్ఞః పాపఘ్నీం సర్వకామదామ్ | శిరో మే…

श्री राम स्तुति

|| श्री राम स्तुति लिरिक्स || ॥ दोहा ॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं । नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं ॥ कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं । पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि नोमि जनक सुतावरं ॥ भजु दीनबन्धु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनं । रघुनन्द आनन्द…

राम नवमी व्रत कथा

|| राम नवमी व्रत कथा || भगवान श्री विष्णु ने अपने सातवें अवतार के रूप में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के रूप में जन्म लेकर अनेक अद्भुत लीलाएं रचीं। अंततः उन्होंने अहंकारी रावण का संहार कर धर्म की विजय स्थापित की। श्री राम जी के जन्मोत्सव को राम नवमी के रूप में श्रद्धा और हर्षोल्लास…

रामचन्द्रपादुकामहामन्त्रः

|| रामचन्द्रपादुकामहामन्त्रः || अस्य श्रीरामपादुकामहामन्त्रस्य नारायणाय ऋषये नमः शिरसि । अनुष्टुभे छन्दसे नमः मुखे । श्री पादुकाख्य परमात्मने देवतायै नमः हृदये । हंसः बीजाय नमः गुह्ये । सोऽहं शक्तये नमः पादयोः । ऐं कीलकाय नमः नाभौ । श्रीरामचन्द्रप्रसादसिद्ध्यर्थे श्रीगुरोराज्ञया जपे विनियोगाय नमः । सर्वाङ्गे करन्यासः / हृदयादि न्यासः । हंसां अङ्गुष्ठाभ्यां नमः हृदयाय नमः ।…

Unexplored Aspects of Ramayana – रामायण के अनसुने प्रसंग, जो बदल सकते हैं आपके जीवन के दृष्टिकोण

ramayan secrates

रामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं, बल्कि जीवन का मार्गदर्शन करने वाली एक अद्भुत गाथा भी है। इसमें ऐसे कई अनसुने प्रसंग छिपे हैं, जो हमें सही जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं। इस लेख में हम उन अनसुने प्रसंगों को जानेंगे जो आपके दृष्टिकोण को बदल सकते हैं और आपको एक नई दिशा…

श्रीकालूरामाचार्यनिर्मितं श्रीरामब्रह्माष्टकं

|| श्रीकालूरामाचार्यनिर्मितं श्रीरामब्रह्माष्टकं || नमस्कृत्य गुरं रामानन्दं भाष्यकृतं तथा । मुक्तिदमष्टकं कुर्वे श्रीरामब्रह्मणः शुभम् ॥ १॥ सर्जको जगतो यश्च जगतः पालकश्च यः । जगत्संहारको यश्च रामं ब्रह्म नमामि तम् ॥ २॥ येन सम्पादिता वेदाः प्रदत्ता ब्रह्मणे तथा । ब्रह्मा चोत्पादितो येन रामं ब्रह्म नमामि तम् ॥ ३॥ आमनन्ति च वेदा हि सर्वे नित्यं च यत्पदम्…

श्रीअनन्तानन्दाचार्यकृतं श्रीराममन्त्रराजपरम्परा स्तोत्रम्

|| श्रीअनन्तानन्दाचार्यकृतं श्रीराममन्त्रराजपरम्परा स्तोत्रम् || परधाम्नि स्थितो रामःपुण्डरीकायतेक्षणः । सेवया परया जुष्टो जानक्यै तारकं ददौ ॥ १॥ श्रियः श्रीरपि लोकानां दुखोद्धरणहेतवे । हनूमते ददौ मन्त्रं सदा रामाङ्घ्रिसेविने ॥ २॥ ततस्तु ब्रह्मणा प्राप्तो मुह्यमानेन मायया । कल्पान्तरे तु रामो वै ब्रह्मणे दत्तवानिमम् ॥ ३॥ मन्त्रराजजपं कृत्वा धाता निर्मातृतां गतः । त्रयीसारमिमं धातुर्वसिष्ठो लब्धवान् परम् ॥ ४॥…

श्रीरामसर्वस्वस्तोत्रम्

|| श्रीरामसर्वस्वस्तोत्रम् || ॥ अथ श्रीरामसर्वस्वस्तोत्रम् ॥ रामो माता मत्पितारामचन्द्रो भ्रातारामो मत्सखा रामचन्द्रः । रामः स्वामी राम एवार्थदाता रामादन्यं नैव जाने न जाने ॥ १॥ रामः सेव्यो वन्दनीयोऽपि रामो रामोनित्यं मादृशैश्चितनीयः । रामो ज्ञानं ध्यानगम्योऽपि रामो रामादन्यं नैव जाने न जाने ॥ २॥ रामो भुक्तिर्मुक्तिदाता च रामो रामोऽस्माकं राजते राजराजः । लोकेऽस्माभिर्लोक्यते रामचन्द्रो रामादन्यं नैव…

Shri Ram Aarti

|| Shri Ram Aarti || Shri Ramachandra Kripalu Bhajman Harana Bhavabhaya Daarunam । Navakanja Lochana Kanja Mukhakara, Kanja Pada Kanjaarunam ॥ ॥ Shri Ramchandra Kripalu..॥ Kandarpa Aganita Amita Chhav Nava, Neela Neerara Sundaram । Patapita Maanahum Tadita Ruchi Shuchi, Navmi Janaka Sutaavaram ॥ ॥ Shri Ramchandra Kripalu..॥ Bhaju Deena Bandhu Dinesh Daanav, Daityavansha Nikandanam ।…

श्री राम आरती

|| श्री राम आरती || श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन, हरण भवभय दारुणम्। नव कंज लोचन, कंज मुख कर कंज पद कंजारुणम्॥ ॥श्री रामचन्द्र कृपालु..॥ कन्दर्प अगणित अमित छवि, नव नील नीरद सुन्दरम्। पट पीत मानहुं तड़ित रूचि-शुचि नौमि जनक सुतावरम्॥ ॥श्री रामचन्द्र कृपालु..॥ भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनम्। रघुनन्द आनन्द कन्द कौशल…

राम अवतार स्तोत्र

|| Ram Avtar Stotram || भये प्रगट कृपाला, दीनदयाला कौसल्या हितकारी हरषित महतारी, मुनि मनहारी अद्भुत रूप बिचारी लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा, निज आयुध भुज चारी भूषन वनमाला, नयन बिसाला, सोभासिंधु खरारी कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी, केहित बिधि करूं अनंता माया गुन ग्यानातीत अमाना, वेद पुरान भनंता करुना सुख सागर, सब गुन आगर,…

श्रीराम भुजंग स्तोत्र

|| श्रीराम भुजंग स्तोत्र || विशुद्धं परं सच्चिदानन्दरूपम् गुणाधारमाधारहीनं वरेण्यम् । महान्तं विभान्तं गुहान्तं गुणान्तं सुखान्तं स्वयं धाम रामं प्रपद्ये ॥ १ ॥ शिवं नित्यमेकं विभुं तारकाख्यं सुखाकारमाकारशून्यं सुमान्यम् । महेशं कलेशं सुरेशं परेशं नरेशं निरीशं महीशं प्रपद्ये ॥ २ ॥ शिवाय विष्णुरूपाय शिवरूपाय विष्णवे । शिवस्य हृदयम् विश्णु विष्णोश्च हृदयम् शिवः ॥ यदावर्णयत्कर्णमूलेऽन्तकाले शिवो…

श्रीराघवेन्द्रकरुणालहरी

|| श्रीराघवेन्द्रकरुणालहरी || त्वङ्गत्तुङ्ग-तरङ्ग-मङ्गल-नदी-तुङ्गान्तरङ्ग-स्थली- रङ्गोत्सङ्ग-निषङ्गि-वात-विधुताम्भः प्लाविते पाविते । श्रीमन्त्रालय-नाम्नि धाम्नि वसते चाशंसते शं सते मन्त्रालोचनमार्ति-नाशन-कृते पुंसां नमस्तन्वते ॥ १॥ नो मञ्चा न गृहा न चञ्चल-दृशो द्रव्यं श्रमात्सञ्चितं चञ्चत् किञ्चन किञ्च काञ्चनमपि त्वां चानुयान्त्यत्यये । सञ्चित्यैवमिदं च मुञ्च सकलं प्रापञ्चिकं नश्वरं मञ्चाली-गुरुमञ्च शाश्वत-सुखं त्वं चेत्सखे वाञ्छसि ॥ २॥ इष्टार्थाकलनान्नृणामिह तथा कष्टावलेर्वारणात् कुष्ठापस्मृति-पूर्व-भीकर-रुजा-दुष्ट-ग्रहोत्सारणात् । प्रेष्ठो भक्तततेस्तथा भगवतः…

श्रीरामसौन्दर्यलहरी

|| श्रीरामसौन्दर्यलहरी || यद्दीनेषु धरासुतारमण ते नेत्रद्वयं जात्वपि प्रान्तेक्षाकनिताखिलार्त्यपगमद्ध्यानाद्यकुर्वत्स्वपि । नित्यं प्रेमदयोर्जितं निविशते तत्सन्ततं भक्तितः त्वत्सेवैकहृदः कथं न विषयीकुर्यात्तथा नः कृशान् ॥ १॥ मुग्धं राम तवाननं सहृदयं लोकस्य सम्पश्यतो नेत्रं विस्तृतपक्ष्मविभ्रममितो नापैति लक्ष्म्या यया । शीतांशुं विमलं न सा बहुशरद्राकोद्भवास्वेकदा श्रीष्वप्यार्य गतासु तादृशि मनाग्लक्ष्येत भिन्ने किमु ॥ २॥ चन्द्रं तवाननसमं द्रुहिणो विधातु- मेकैकया प्रतिदिनं कलया…

मंगल भवन अमंगल हारी – भजन

|| मंगल भवन अमंगल हारी || हो.. मगंल भवन अमंगल हारी द्रबहु सु दशरथ अचार बिहारी राम सिया राम सिया राम जय जय राम राम सिया राम सिया राम जय जय राम हो.. होई हैं वोही जो राम रची राखा को करी तरक बढ़ावे साखा राम सिया राम सिया राम जय जय राम राम सिया…

हरे राम हरे रामा जपते थे हनुमाना – भजन

|| हरे राम हरे रामा जपते थे हनुमाना || हरे राम हरे रामा, जपते थे हनुमाना, इस मंत्र कि महिमा को, सारे जग ने जाना || जब केवट ने मुख से, इस मंत्र के बोल पढ़े, त्रिलोकपति आकर, केवट की नाव चढ़े || हरे राम हरें रामा, जपते थे हनुमाना, इस मंत्र कि महिमा को,…

राम राम रामेति मंत्र

राम रामेति एक श्लोक है जिसका अर्थ है “राम का नाम जपना” याँ “राम का स्मरण करना”। और इसका जाप, सम्पूर्ण विष्णु सहस्त्रनाम याँ भगवान विष्णु के 1000 नामों के जाप के समतुल्य है। राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे मंत्र राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे। सह्स्रनाम तत्तुल्यं राम नाम वरानने॥ राम राम रामेति…

राम लक्ष्मण के संग जानकी – भजन

|| राम लक्ष्मण के संग जानकी || राम लक्ष्मण के संग जानकी, जय बोलो हनुमान की, राम लक्ष्मण के संग जानकी, जय बोलो हनुमान की || बल बुद्धि हमे ज्ञान दो, नित पापो से हम सब टले, बल बुद्धि हमे ज्ञान दो, नित पापो से हम सब टले, बैठ कर तेरे द्वारे पे हम, तेरे…

रामजी की निकली सवारी रामजी की लीला है न्यारी

|| रामजी की निकली सवारी रामजी की लीला है न्यारी || सर पे मुकुट सजे मुख पे उजाला हाथ धनुष गले में पुष्प माला हम दास इनके ये सबके स्वामी अंजान हम ये अंतरयामी शीश झुकाओ राम गुण गाओ बोलो जय विष्णु के अवतारी रामजी की निकली सवारी, रामजी की लीला है, एक तरफ लक्ष्मण…

हमारे साथ श्री रघुनाथ

|| हमारे साथ श्री रघुनाथ || हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता । शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता । किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता । किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता । तेरे स्वामी, तेरे…

जग में सुंदर हैं दो नाम

|| जग में सुंदर हैं दो नाम || जग में सुन्दर हैं दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम । बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम श्याम ॥ माखन ब्रज में एक चुरावे, एक बेर भिलनी के खावे । प्रेम भाव से भरे अनोखे, दोनों के हैं काम ॥ बोलो राम राम राम, बोलो…

राम भक्त ले चला रे राम की निशानी

|| राम भक्त ले चला रे राम की निशानी || राम भक्त ले चला रे, राम की निशानी, शीश पर खड़ाऊँ, अखियों में पानी, राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी ॥ शीश खड़ाऊ ले चला ऐसे, राम सिया जी संग हो जैसे, अब इनकी छाव में, रहेगी राजधानी, राम भक्त लें चला रे,…

जानकी नाथ सहाय करें – भजन

॥ जानकी नाथ सहाय करें – भजन ॥ जानकी नाथ सहाय करें जानकी नाथ सहाय करें, जब कौन बिगाड़ करे नर तेरो सुरज मंगल सोम भृगु सुत बुध और गुरु वरदायक तेरो राहु केतु की नाहिं गम्यता, संग शनीचर होत हुचेरो जानकी नाथ सहाय करें.. दुष्ट दु:शासन विमल द्रौपदी, चीर उतार कुमंतर प्रेरो ताकी सहाय…

मंगल मूर्ति राम दुलारे

|| मंगल मूर्ति राम दुलारे || मंगल मूरति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे द्वारे, हे बजरंगबली हनुमान, हे महावीर करो कल्याण, हे महावीर करो कल्याण ॥ तीनों लोक तेरा उजियारा, दुखियों का तूने काज सवारा, हे जगवंदन केसरी नंदन, कष्ट हरो हे कृपा निधान ॥ मंगल मुरति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे द्वारे,…

जब ते राम भाए घर आए

|| जब ते राम भाए घर आए || जब तें रामु ब्याहि घर आए । नित नव मंगल मोद बधाए ॥ भुवन चारिदस भूधर भारी । सुकृत मेघ बरषहिं सुख बारी ॥1॥ रिधि सिधि संपति नदीं सुहाई । उमगि अवध अंबुधि कहुँ आई ॥ मनिगन पुर नर नारि सुजाती । सुचि अमोल सुंदर सब भाँती…

सजादो घर को गुलशन सा

|| सजादो घर को गुलशन सा || सजा दो घर को गुलशन सा, अवध में राम आए हैं, अवध मे राम आए है, मेरे सरकार आए हैं, लगे कुटिया भी दुल्हन सी, अवध मे राम आए हैं, सजा दो घर को गुलशन सा, अवध मे राम आएं हैं । पखारों इनके चरणों को, बहा कर…

मेरे घर राम आए हैं

|| मेरे घर राम आए हैं || मेरी चौखट पे चलके आज, चारों धाम आए है, बजाओ ढोल स्वागत में, मेरे घर राम आये है, कथा शबरी की जैसे, जुड़ गई मेरी कहानी से, ना रोको आज धोने दो चरण, आँखों के पानी से, बहुत खुश है मेरे आंसू, के प्रभु के काम आए है,…

श्री राम के लिए

|| श्री राम के लिए || जो खेल गये प्राणो पे, श्री राम के लिए, एक बार तो हाथ उठालो, मेरे हनुमान के लिए । एक बार तो हाथ उठालो, मेरे हनुमान के लिए । सागर को लांग के इसने, सीता का पता लगाया, प्रभु राम नाम का डंका, लंका में जाके बजाया , माता…

रघुपति राघव राजा राम

|| रघुपति राघव राजा राम || रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम ॥ सुंदर विग्रह मेघश्याम गंगा तुलसी शालग्राम ॥ रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम ॥ भद्रगिरीश्वर सीताराम भगत-जनप्रिय सीताराम ॥ रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम ॥ जानकीरमणा सीताराम जयजय राघव सीताराम ॥ रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम ॥ रघुपति राघव राजाराम…

जरा देर ठहरो राम

|| जरा देर ठहरो राम || जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ॥ कैसी घड़ी आज जीवन की आई । अपने ही प्राणो की करते विदाई । अब ये अयोध्या हमारी नहीं है ॥ माता कौशल्या की आंखों के तारे। दशरथ जी के राज दुलारे ।…

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ

|| हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ || हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ, आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ, अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ ॥ कनक सिहासन रजत जोड़ी, दशरथ नंदन जनक किशोरी, युगल छबि को सदा निहारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ॥ बाम भाग शोभित जग…

राम भक्तों के लिए जरूरी सूचना – अयोध्या राम मंदिर दर्शन और आरती का नया समय, जानें पूरा शेड्यूल

ram ji ayodhya

यह सच है कि अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए रामलला के दर्शन और आरती के समय में बदलाव किया है। अब दर्शन सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक होंगे। इसका मतलब है कि अब श्रद्धालु सुबह 1 घंटे 30 मिनट और शाम को 30 मिनट अधिक…

मेरी झोपड़ी के भाग आज

|| मेरी झोपड़ी के भाग आज || मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे, राम आएँगे मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे ॥ राम आएँगे तो, आंगना सजाऊँगी, दिप जलाके, दिवाली मनाऊँगी मेरे जन्मो के सारे, पाप मिट जाएंगे, राम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे…

नगरी हो अयोध्या सी

|| नगरी हो अयोध्या सी || नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो । और चरण हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो ॥ हो त्याग भारत जैसा, सीता सी नारी हो । और लवकुश के जैसी संतान हमारी हो ॥ नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो । और चरण हो राघव…

श्री राम पञ्च रत्न स्तोत्रम

|| श्री राम पञ्च रत्न स्तोत्रम || कञ्जातपत्रायत लोचनाय कर्णावतंसोज्ज्वल कुण्डलाय कारुण्यपात्राय सुवंशजाय नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 1 ॥ विद्युन्निभाम्भोद सुविग्रहाय विद्याधरैस्संस्तुत सद्गुणाय वीरावतारय विरोधिहर्त्रे नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 2 ॥ संसक्त दिव्यायुध कार्मुकाय समुद्र गर्वापहरायुधाय सुग्रीवमित्राय सुरारिहन्त्रे नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 3 ॥ पीताम्बरालङ्कृत मध्यकाय पितामहेन्द्रामर वन्दिताय पित्रे स्वभक्तस्य जनस्य मात्रे नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 4 ॥ नमो…

अष्टाक्षर श्रीराम मन्त्र स्तोत्रम

|| अष्टाक्षर श्रीराम मन्त्र स्तोत्रम || स सर्वं सिद्धिमासाद्य ह्यन्ते रामपदं व्रजेत् । चिन्तयेच्चेतसा नित्यं श्रीरामः शरणं मम ॥ १ ॥ विश्वस्य चात्मनो नित्यं पारतन्त्र्यं विचिन्त्य च । चिन्तयेच्चेतसा नित्यं श्रीरामः शरणं मम ॥ २ ॥ अचिन्त्योऽपि शरीरादेः स्वातन्त्र्येणैव विद्यते । चिन्तयेच्चेतसा नित्यं श्रीरामः शरणं मम ॥ ३ ॥ आत्माधारं स्वतन्त्रं च सर्वशक्तिं विचिन्त्य च…

राम मंत्र

|| राम मंत्र || 1. शक्तिशाली राम मंत्र रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया: पतये नमः 2. धन-संपदा के लिए राम मंत्र ॐ क्लीं नमो भगवते रामचन्द्राय सकलजन वश्यकराय स्वाह: || 3. श्री राम गायत्री मंत्र ॐ दाशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥ 4. कोदण्ड राम मंत्र श्री राम जय राम कोदण्ड राम॥…

श्री रामनवमी व्रत कथा

|| श्री रामनवमी की पौराणिक कथा || त्रेता युग में चैत्र मास की नवमी तिथि के दिन भगवान विष्णु ने अयोध्या के राजा दशरथ के घर में श्रीराम के रूप में अवतार लिया था। श्रीराम का जन्म रावण के अंत के लिए हुआ था। श्रीराम को उनके सुशासन, मर्यादित व्यवहार और सदाचार युक्त शासन के…

सीता राम जी की प्यारी राजधानी लागे – भजन

|| सीता राम जी की प्यारी राजधानी लागे || तर्ज – मीठे रस से भरयो री सीता राम जी की प्यारी, राजधानी लागे, राजधानी लागे, मोहे मिठो मिठो, सरयू जी रो पानी लागे || धन्य कौशल्या धन्य कैकई, धन्य सुमित्रा मैया, धन्य कौशल्या धन्य कैकई, धन्य सुमित्रा मैया, धन्य भूप दशरथ के अँगना, खेलत चारो…

Join WhatsApp Channel Download App