Shiva

देवता भी स्वार्थी थे, दौड़े अमृत के लिए

Dewata Bhi Swarthi The Bhajan Hindi Lyrics

ShivaBhajan (भजन संग्रह)हिन्दी
Share This

Join HinduNidhi WhatsApp Channel

Stay updated with the latest Hindu Text, updates, and exclusive content. Join our WhatsApp channel now!

Join Now

|| देवता भी स्वार्थी थे, दौड़े अमृत के लिए ||

देवता भी स्वार्थी थे,
दौड़े अमृत के लिए,
हम सदा उनको भजेंगे,
जो जहर हंस के पिए,
हम नमन उनको करेंगे,
जो जहर हंस के पिए ॥

जो रहे अमृत के पीछे,
सोचो वो क्या देव है,
जगत के खातिर विष पिया जो,
वो बने महादेव है,
हम नमन उनको करेंगे,
हम नमन उनको करेंगे,
जो सदा सबको दिए,
हम सदा उनको भजेंगे,
जो जहर हंस के पिए ॥

औरो के खातिर जगत में,
सब नहीं जी सकते है,
जो है अविनाशी अजन्मा,
जहर वही पी सकते है,
हम नमन उनको करेंगे,
हम नमन उनको करेंगे,
जो मरे ना ना जिए,
हम सदा उनको भजेंगे,
जो जहर हंस के पिए ॥

देवता भी स्वार्थी थे,
दौड़े अमृत के लिए,
हम सदा उनको भजेंगे,
जो जहर हंस के पिए,
हम नमन उनको करेंगे,
जो जहर हंस के पिए ॥

Read in More Languages:

Found a Mistake or Error? Report it Now

Download देवता भी स्वार्थी थे, दौड़े अमृत के लिए PDF

देवता भी स्वार्थी थे, दौड़े अमृत के लिए PDF

Leave a Comment

Join WhatsApp Channel Download App