मैं कौन हूँ? आध्यात्मिक गुरू दादा भगवान द्वारा लिखित एक प्रेरणादायक और आत्म-चिंतनपूर्ण पुस्तक है। यह ग्रंथ मानव जीवन के सबसे बुनियादी और गूढ़ प्रश्न, “मैं कौन हूँ?” का उत्तर खोजने की दिशा में एक गाइड की तरह है। इसमें आत्मा, आत्मा का स्वरूप, और आत्म-साक्षात्कार जैसे विषयों को सरल और व्यावहारिक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
मैं कौन हूँ पुस्तक की विशेषताएँ
- यह पुस्तक पाठकों को आत्मा के असली स्वरूप को समझने और अपने भीतर छिपे दिव्य तत्व को पहचानने के लिए प्रेरित करती है। दादा भगवान ने आत्म-साक्षात्कार की प्रक्रिया को सरल और वैज्ञानिक रूप में समझाया है।
- पुस्तक में यह बताया गया है कि कैसे व्यक्ति आत्मज्ञान और आध्यात्मिकता को अपने रोजमर्रा के जीवन में लागू कर सकता है। इसमें ऐसे उपाय सुझाए गए हैं जो जीवन को अधिक शांतिपूर्ण और सार्थक बना सकते हैं।
- दादा भगवान इस पुस्तक में यह समझाते हैं कि “मैं कौन हूँ?” का उत्तर जानने से सभी प्रकार के मानसिक और आध्यात्मिक कष्टों का समाधान संभव है। यह जीवन के वास्तविक उद्देश्य को समझने में मदद करता है।
- पुस्तक में पाठकों की जिज्ञासाओं और आम प्रश्नों को उत्तर देने के लिए संवादात्मक शैली अपनाई गई है। यह पाठकों को गहराई से सोचने और आत्मनिरीक्षण करने के लिए प्रेरित करती है।
- दादा भगवान ने इस जटिल विषय को बेहद सरल भाषा और उदाहरणों के माध्यम से समझाया है, ताकि इसे हर वर्ग के पाठक आसानी से समझ सकें।