नष्ट-जातकम ज्योतिष के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट ग्रंथ है, जिसकी रचना आचार्य मुकुंद दैवज्ञ पर्वतीय ने की है। यह पुस्तक उन विशेष स्थितियों में उपयोगी होती है, जब जातक का जन्म समय, स्थान, या अन्य विवरण उपलब्ध नहीं होते। इस ग्रंथ में ऐसे रहस्यमय और गहन ज्योतिषीय सिद्धांतों का वर्णन किया गया है, जो बिना किसी जन्म कुंडली के भविष्यवाणी करने में सक्षम बनाते हैं।
नष्ट-जातकम पुस्तक की विशेषताएं
- पुस्तक में बताया गया है कि किस प्रकार नष्ट हो चुकी या उपलब्ध न होने वाली जन्म कुंडली को ज्योतिषीय गणनाओं और उपायों से पुनःनिर्मित किया जा सकता है। इसमें नाड़ी ज्योतिष और प्रश्न ज्योतिष के सिद्धांतों का समावेश है।
- “नष्ट-जातकम” में प्रश्न ज्योतिष के माध्यम से जातक की वर्तमान स्थिति, उसकी समस्याओं, और भविष्य की संभावनाओं को जानने के तरीके बताए गए हैं। इसमें बिना जन्म विवरण के, केवल प्रश्न के समय पर आधारित ज्योतिषीय उपाय सुझाए गए हैं।
- पुस्तक न केवल ज्योतिषीय गणनाओं का ज्ञान देती है, बल्कि उसमें व्यावहारिक समाधान और उपाय भी सुझाए गए हैं। इसमें ग्रह दोष निवारण, शुभ समय का चयन, और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता पाने के उपाय दिए गए हैं।
- आचार्य मुकुंद दैवज्ञ ने इस ग्रंथ में ज्योतिष को एक विज्ञान और आध्यात्मिक प्रणाली के रूप में प्रस्तुत किया है। इसमें यह दर्शाया गया है कि किस प्रकार ज्योतिष के माध्यम से जीवन की दिशा को सही मार्ग पर लाया जा सकता है।
- पुस्तक में प्राचीन ज्योतिषीय ग्रंथों और आधुनिक दृष्टिकोण का समन्वय किया गया है, जो इसे वर्तमान समय के पाठकों के लिए भी प्रासंगिक बनाता है।