श्री वामन आरती

|| आरती || ॐ जय वामन देवा, हरि जय वामन देवा बलि राजा के द्वारे, बलि राजा के द्वारे सन्त करे सेवा, || ॐ जय वामन देवा…||  वामन रूप अनुपम छत्र दंड शोभा, हरि छत्र दंड शोभा तिलक भाल की मनोहर भक्तन मन मोहा || ॐ जय वामन देवा…||  आगम निगम पुराण बतावे, मुख मंडल…

Shri Vaman Chalisa

|| Doha || Shri Vaman Sharan Jo Aayake, Dhare Vivek Ka Dhyan. Shri Vaman Prabhu Dhyan Dhar, Deyo Abhay Varadan. Sankat Mukta Nik Rakiyo, Hey Lakshmipati Kartar. Charan Sharan De Leejiye, Vishnu Batuk Avtar. || Chaupai || Jay Jay Jay Aman Balabira, Tino Lok Tumhi Randheera. Brahman Gun Roop Dharo Jab, Tona Bhari Naam Pado…

Shri Kalki Aarti

|| Aarti || Om Jay Jay Sur Rakshak Asur Vinashak, Padmavat Ke Pyare. Jay Jay Shri Kalki Bhakt Hitkari, Dushtan Maaran Haare. Jay Jay Khadgadhari Jay Asurari, Gau Vipran Ke Rakhvaare. Ksheer Sagarvaasi Jay Avinaashi, Bhoomi Bhaar Utaaran Haare. Alakh Niranjan Bhav Bhay Bhanjan, Jay Sambhal Sarkaare. Bhakt Jaano Ke Palankarta, Jay Gaun Rakhvaare. Jay…

श्री कल्कि आरती

|| आरती || ॐ जय जय सुर रक्षक असुर विनाशक, पद्मावत के प्यारे॥ जय जय श्री कल्कि भक्त हितकारी, दुष्टन मारन हारे॥ जय जय खड्गधारी जय असुरारी, गऊ विप्रन के रखवारे॥ क्षीर सागरवासी जय अविनाशी, भूमि भार उतारन हारे॥ अलख निरंजन भव भय भंजन, जय संभल सरकारे॥ भक्त जानो के पालनकर्ता, जय गउन रखवारे॥ जय…

Shri Kalki Chalisa

||  Doha || Kalki Kalki Naam Binu, Milta Nahin Kalyan. Poojo Japo Bhajo Nit, Shri Kalki Ka Naam. Yugacharya Kahate Suno, Is Dharti Ke Log. Kalki Bhagavat Kripa Binu, Nahin Chhootat Bhavrog. || Chaupai || Kalki Naam Hai Jag Ujiyara. Bhaktajano Ko Atishay Pyara. Jo Kalki Ka Naam Pukare, Usko Milte Sabhi Sahare. Sankat Hare…

श्री कल्कि चालीसा

॥दोहा॥ कल्कि कल्कि नाम बिनु, मिलता नहीं कल्याण। पूजो जपो भजो नित, श्री कल्कि का नाम॥ युगाचार्य कहते सुनो, इस धरती के लोग। कल्कि भगवत कृपा बिनु, नहीं छूटत भवरोग॥ ॥चोपाई॥ कल्कि नाम है जग उजियारा । भक्तजनों को अतिशय प्यारा॥ जो कल्कि का नाम पुकारे। उसको मिलते सभी सहारे॥ संकट हरे मिटे सब पीरा।…

श्री वामन चालीसा

॥ दोहा ॥ श्री वामन शरण जो आयके, धरे विवेक का ध्यान । श्री वामन प्रभु ध्यान धर, देयो अभय वरदान ॥ संकट मुक्त निक राखियो, हे लक्ष्मीपति करतार । चरण शरण दे लीजिये, विष्णु बटुक अवतार ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय अमन बलबीरा। तीनो लोक तुम्ही रणधीरा॥ ब्राह्मण गुण रूप धरो जब।…

श्री प्रेतराज चालीसा

॥ दोहा ॥ गणपति की कर वंदना, गुरू चरनन चितलाय। प्रेतराज जी का लिखूं, चालीसा हरषाय।। जय जय भूताधिप प्रबल, हरण सकल दुःख भार। वीर शिरोमणि जयति, जय प्रेतराज सरकार।। ॥ चौपाई ॥ जय जय प्रेतराज जग पावन, महा प्रबल त्रय ताप नसावन। विकट वीर करुणा के सागर, भक्त कष्ट हर सब गुण आगर। रत्न…

श्री गिरिराज चालीसा

।। दोहा ।। बन्दहुँ वीणा वादिनी, धरि गणपति को ध्यान। महाशक्ति राधा, सहित कृष्ण करौ कल्याण। सुमिरन करि सब देवगण, गुरु पितु बारम्बार। बरनौ श्रीगिरिराज यश, निज मति के अनुसार। ।। चौपाई ।। जय हो जय बंदित गिरिराजा, ब्रज मण्डल के श्री महाराजा। विष्णु रूप तुम हो अवतारी, सुन्दरता पै जग बलिहारी। स्वर्ण शिखर अति…

श्री महावीर चालीसा

।। दोहा ।। सिद्ध समूह नमों सदा, अरु सुमरूं अरहन्त। निर आकुल निर्वांच्छ हो, गए लोक के अंत ॥ मंगलमय मंगल करन, वर्धमान महावीर। तुम चिंतत चिंता मिटे, हरो सकल भव पीर ॥ ।। चौपाई ।। जय महावीर दया के सागर, जय श्री सन्मति ज्ञान उजागर। शांत छवि मूरत अति प्यारी, वेष दिगम्बर के तुम…

श्री गोपाल चालीसा

।। दोहा ।। श्री राधापद कमल रज, सिर धरि यमुना कूल। वरणो चालीसा सरस, सकल सुमंगल मूल।। ।। चौपाई ।। जय जय पूरण ब्रह्म बिहारी, दुष्ट दलन लीला अवतारी। जो कोई तुम्हरी लीला गावै, बिन श्रम सकल पदारथ पावै। श्री वसुदेव देवकी माता, प्रकट भये संग हलधर भ्राता। मथुरा सों प्रभु गोकुल आये, नन्द भवन…

श्री रविदास चालीसा

|| दोहा || बन्दौ वीणा पाणि को, देहु आय मोहिं ज्ञान। पाय बुद्धि रविदास को, करौं चरित्र बखान। मातु की महिमा अमित है, लिखि न सकत है दास। ताते आयों शरण में, पुरवहुं जन की आस। || चौपाई || जै होवै रविदास तुम्हारी, कृपा करहु हरिजन हितकारी। राहू भक्त तुम्हारे ताता, कर्मा नाम तुम्हारी माता।…

श्री यमुना चालीसा

॥ दोहा ॥ प्रियसंग क्रीड़ा करत नित, सुखनिधि वेद को सार। दरस परस ते पाप मिटे, श्रीकृष्ण प्राण आधार॥ यमुना पावन विमल सुजस, भक्तिसकल रस खानि। शेष महेश वदंन करत, महिमा न जाय बखानि॥ पूजित सुरासुर मुकुन्द प्रिया, सेवहि सकल नर-नार। प्रकटी मुक्ति हेतु जग, सेवहि उतरहि पार॥ बंदि चरण कर जोरी कहोँ, सुनियों मातु…

कूष्माण्डा माता व्रत कथा पूजा विधि

।। कूष्माण्डा व्रत कथा ।। कूष्माण्डा देवी की आठ भुजाएं हैं, इसलिए अष्टभुजा कहलाईं। इनके सात हाथों में क्रमशः कमण्डल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा हैं। आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जप माला है। इस देवी का वाहन सिंह है और इन्हें कुम्हड़े की बलि प्रिय है।…

Shri Navagrah Aarti

|| Aarti || Aarti Sri Navagrahao Ki Kijai. Baadh, Kasth, Roag, Har Leeje. Surya Tej Vyaape Jeewan Bhar. Jaaki Kripa Kabhut Nahi Cheejhe. Rup Chandra Sheetalta Laaye. Shanti Sneh Saras Rasu Bhijai. Mangal Hare Amangal Sara. Saumya Sudha Ras Pijai. Buddha Sadha Vaibhav Yash Liiye. Sukh Sampathi Lakshmi Pacizai. Vidya Budhi Gyaan Guru Se Le…

Shri Navagrah Chalisa

॥ Doha॥ Shri Ganapati Gurupada Kamala, Prema Sahita Shiranaya। Navagraha ChalIsa Kahata, Sharada Hot Sahaya॥ Jay Jaya Ravi Shashi Soma Budha, Jaya Guru Bhragu Shani Raaja। Jayati Rahu Aru Ketu Graha, Karahu Anugraha Aaja॥ ॥ Chaupai ॥ ॥ Shri Surya Stuti ॥ Prathamahi Ravi Kahan Naavon Maathaa, Karahu Kripaa Jan Jaani Anaathaa। He Aaditya Divaakar…

श्री नवग्रह आरती

|| आरती || आरती श्री नवग्रहों की कीजै । बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ॥ सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर । जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ॥ रुप चंद्र शीतलता लायें । शांति स्नेह सरस रसु भीजै ॥ मंगल हरे अमंगल सारा । सौम्य सुधा रस अमृत पीजै ॥ बुद्ध सदा वैभव यश लीये ।…

श्री नवग्रह चालीसा

॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुपद कमल, प्रेम सहित सिरनाय । नवग्रह चालीसा कहत, शारद होत सहाय ॥ जय जय रवि शशि सोम बुध, जय गुरु भृगु शनि राज। जयति राहु अरु केतु ग्रह, करहुं अनुग्रह आज ॥ ॥ चौपाई ॥ ॥ श्री सूर्य स्तुति ॥ प्रथमहि रवि कहं नावौं माथा, करहुं कृपा जनि जानि…

श्री यमराज जी की आरती

|| आरती || धर्मराज कर सिद्ध काज, प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी । पड़ी नाव मझदार भंवर में, पार करो, न करो देरी ॥ ॥ धर्मराज कर सिद्ध काज..॥ धर्मलोक के तुम स्वामी, श्री यमराज कहलाते हो । जों जों प्राणी कर्म करत हैं, तुम सब लिखते जाते हो ॥ अंत समय में सब ही…

Shri Yamraj Ji Ki Aarti

|| Aarti || Dharmraj Kar Siddh Kaaj, Prabhu Main Sharnaagat Hoon Teri । Padi Naav Majhdar Bhanwar Mein, Paar Karo, Na Karo Deri ॥ ॥ Dharmraj Kar Siddh Kaaj.. ॥ Dharmalok Ke Tum Swami, Shri Yamraj Kahlate Ho । Jon Jon Prani Karm Karat Hain, Tum Sab Likhte Jate Ho ॥ Ant Samay Mein Sab…

Shri Dhramraj Ji Ki Aarti

|| Aarti || Dharmraj Kar Siddh Kaaj, Prabhu Main Sharnaagat Hoon Teri । Padi Naav Majhdar Bhanwar Mein, Paar Karo, Na Karo Deri ॥ ॥ Dharmraj Kar Siddh Kaaj.. ॥ Dharmalok Ke Tum Swami, Shri Yamraj Kahlate Ho । Jon Jon Prani Karm Karat Hain, Tum Sab Likhte Jate Ho ॥ Ant Samay Mein Sab…

श्री धर्मराज जी की आरती

|| आरती || धर्मराज कर सिद्ध काज, प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी । पड़ी नाव मझदार भंवर में, पार करो, न करो देरी ॥ ॥ धर्मराज कर सिद्ध काज..॥ धर्मलोक के तुम स्वामी, श्री यमराज कहलाते हो । जों जों प्राणी कर्म करत हैं, तुम सब लिखते जाते हो ॥ अंत समय में सब ही…

श्री गरुडाची आरती

|| आरती || जय जय देव जय वनतेया ल आरती ओवंळु तुज पक्षिवर्या ll धृ.ll हरिवाह्नास्मृतहरण कश्यपवंदना ल दिनंकर सारथीबंधो खगकुलमंडेना एल कांचनमय बाहू नाम पूर्णा ल नारायण सान्निध्ये वन्ध त्रिभुवना ll जय.ll त्वयारुढ हौनि विष्णुंचे गमन ल मुनीन्द्रवचने केले सागरझडपन एल जलचरी वार्ता एकांत जान एल विनतेपयोब्धिने केले संतत्वन ll जय.ll तीन नाममंत्र जपति…

Shri Garud Dev Aarti

|| Aarti || Jai Dev Jai Dev Jai Vainateya Aarti Ovalu Tuj Pakshivarya||Dhru.|| Harivahana Smruthi N Kasyapa Vandana Dinakara Sarathi Bandho Khaga Kulamandana Kanchanamaya Bahu Naam Suparna Narayana Sannidhye Vande Tribhuvana||Jai|| Twayyaroodh Hauni Vishnunche Gaman Munindra Vachane Kele Sagar Jhadpan Jalachari Varta Ekant Jan Eel Vintepayobdhi Ne Kele Santvan||Jai|| Tujhe Naamamantra Japti Te Kon Sarpaadik…

श्री गरुड़ देव आरती

|| आरती || जय देव जय देव जय वैनातेय ल आरती ओवलु तुज पक्षीवर्य ll ध्रु.ll हरिवाहनस्मृथर्न कश्यपवंदना ल दिनकर सारथिबन्धो खगकुलमन्दन ल कंचनमय बाहु नाम सुपर्णा ल नारायण सन्निध्ये वन्ध त्रिभुवना ll जय ll त्वय्यारूढ हौनि विष्णुन्चे गमन ल मुनिन्द्रवचने केले सागरझडपन ल जलचारी वार्ता एकांत जान एल विन्तेपयोब्धिने केले संतवन ll जय ll…

Shri Hinglaj Devi Aarti

|| Aarti || Om Jai Hinglaj Mata, Maiya Jai ​​Hinglaj Mata. Jo Nar Tmko Dhyata, Vanchit Phal Pata. Om Jai Hinglaj Mata… Heera Panna Mandhit, Shish Mrukut Sohe. Bhal Sinduri Tikka, Bhaktan Man Mohe. Om Jai Hinglaj Mata… Karnphool Ati Ujjaval, Jhilmil Sa Chmke. Gajmotin Ki Mala, Kandan Par Damke. Om Jai Hinglaj Mata… Swarn…

श्री हिंगलाज देवी आरती

|| आरती || ॐ जय हिंगलाज माता, मैया जय हिंगलाज माता । जो नर तुमको ध्याता, वांछित फल पाता ॥ ॐ जय हिंगलाज माता… हीरा पन्ना मंडित, शीश मुकुट सोहे । भाल सिन्दुरी टीका, भक्तन मन मोहे ॥ ॐ जय हिंगलाज माता… कर्णफूल अति उज्जवल, झिलमिल सा चमके । गजमोतिन की माला, कण्डन पर दमके…

Kushmanda Mata Aarti

।। Aarti ।। Kushmanda Jay Jag Sukhadani। Mujh Par Daya Karo Mahaarani।। Piganla Jvaalaamukhi Nirali। Shaakambari Maa Bholi Bhali।। Laakhon Naam Nirale Tere । Bhakt Kai Matavale Tere।। Bheema Parvat Par Hai Dera। Sveekaro Pranaam Ye Mera।। Sabaki Sunati Ho Jagadambe। Sukh Pahunchati Ho Maa Ambe।। Tere Darshan Ka Main Pyaasa। Poorn Kar Do Meri…

Skandmata Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Teri Ho Skandmata, Panchva Naam Tumhara Aata । Sabke Mann Ki Jannan Hari, Jag Janni Sab Ki Mehtari ॥ Teri Jyoti Jalata Rahu Main, Hardam Tumhe Dhyata Rahu Main । Kayi Namon Se Tujhe Pukara, Mujhe Ek Hai Tera Sahara ॥ Kahi Pahado Par Hai Dera, Kayi Shehron Mein Tera Basera।…

Siddhidatri Mata Aarti

।। Aarti ।। Jay Siddhidatri Maa Tu Siddhi Ki Data। Tu Bhakton Ki Rakshak Tu Dason Ki Mata ।। Tera Naam Lete Hi Milti Hai Siddhi । Tere Naam Se Man Ki Hoti Hai Shuddhi ।। Kathin Kaam Siddh Karti Ho Tum । Jabhi Haath Sevak Ke Sir Dharti Ho Tum ।। Teri Puja Me…

कूष्मांडा माता आरती

॥ आरती ॥ कूष्मांडा जय जग सुखदानी। मुझ पर दया करो महारानी॥ पिंगला ज्वालामुखी निराली। शाकंबरी मां भोलीभाली॥ लाखों नाम निराले तेरे। भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा। स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥ सबकी सुनती हो जगदंबे। सुख पहुंचाती हो मां अंबे॥ तेरे दर्शन का मैं प्यासा। पूर्ण कर दो मेरी आशा॥ मां…

स्कंद माता आरती

॥ आरती ॥ जय तेरी हो स्कंद माता। पांचवां नाम तुम्हारा आता॥ सबके मन की जानन हारी। जग जननी सबकी महतारी॥ तेरी जोत जलाता रहूं मैं। हरदम तुझे ध्याता रहूं मैं॥ कई नामों से तुझे पुकारा। मुझे एक है तेरा सहारा॥ कहीं पहाड़ों पर है डेरा। कई शहरों में तेरा बसेरा॥ हर मंदिर में तेरे…

श्री तारा देवी चालीसा

|| दोहा || जय तारा जगदम्ब जै जय कृपाद्रष्टि की खान। कृपा करो सुरेश्वरि मोहि शरण तिहारी जान।। || चौपाई || माता तुम ही जगत की पालन हारी तुम ही भक्तन कि भयहारी। तुम ही आदिशक्ति कलिका माइ तुम ही सन्त जनों की सुखदायी। तारणी तरला तन्वी कहलाती निज जनो की मंगलदाता कहलाती। तारा तरुणा…

Shri Tara Devi Chalisa

|| Doha || Jay Tara Jagdamba Jay, Jay Kripa Drishti Ki Khan. Kripa Karo Sureshwari, Moi Sharan Tihari Jaan. || Chaupai || Mata Tum Hi Jagat Ki Palan Haari, Tum Hi Bhaktan Ki Bhayahari. Tum Hi Aadishakti Kalika Mai, Tum Hi Sant Janon Ki Sukhdaai. Taran Tarla Tanvi Kahlati, Nij Janon Ki Mangaldaata Kahlati. Tara…

श्री तारा देवी आरती

|| आरती || जय तारा तुम जग विख्यात, ब्रह्माणी रूप सुन्दर भात। चंद्रमा कोहनी भ्राजत, हंस रूप बन माँ तुम आई। कनकवाले केशों में, धूप-दीप फिर सजे। कंबल नीला, वस्त्र सुंदर, चरणों में अंगूर सजे। चन्दन बासम बिलोचन पर, बेल पत्रानि मला धरू। भक्तों के काज राखो, शंकर मन्दिर विशेष आयूं। जय तारा तुम जग…

Shri Tara Devi Aarti

|| Aarti || Jai Tara tum jag vikhyaat, Brahmani roop sundar bhaat. Chandrama kohni bhraajat, Hans roop ban Maa tum aai. Kanakvaale keshon mein, Dhoop-deep phir saje. Kambal neela, vastra sundar, Charano mein angoor saje. Chandan basam bilochan par, Bel patraani mala dharu. Bhakton ke kaaj raakho, Shankar mandir vishesh aayun. Jai Tara tum jag…

श्री उमा देवी आरती

|| आरती || देवी दुर्गा उमा, विश्व जननी रमा, मात तारा, एक जगदम्बा तेरा सहारा, देवि दुर्गा उमा, विश्व जननी रमा, मात तारां, एक जगदम्बा तेरा सहारा, तू ही वैष्णवी मोह माया, तूने सारे जग को बनाया, चरण कमलों में माँ, रहता मस्तक नवाँ, यह हमारा, एक जगदम्बा तेरा सहारा, देवी दुर्गा उमा, विश्व जननी…

Shri Uma Devi Chalisa

|| Aarti || Devi Durga Uma, Vishwa Janani Rama, Maat Tara, Ek Jagadamba tera sahara, Devi Durga Uma, Vishwa Janani Rama, Maat Tara, Ek Jagadamba tera sahara, Tu hi Vaishnavi Moh Maya, Tune saare jag ko banaya, Charan kamalon mein Maa, Rahta mastak navaan, yeh hamara, Ek Jagadamba tera sahara, Devi Durga Uma, Vishwa Janani…

Shri Indra Baisa Chalisa

|| Doha || Namo Namo Gaj Badan Ne, Riddh-Siddh Ke Bhandar. Namo Saraswati Sharada, Maa Karni Avtar. Indra Baisa Aparo, Khudar Dhaam Badh Khambh. Sankat Meto Sevaga, Sharan Padaya Bhuj Lamb. || Choupaii || Avadji Aru Raja Baisa, Aur Deshane Karni Mai. Chautho Avtar Khudar Mein Lino, Charan Kul Ujjwal Kar Deeho. Sagar Daan Pita…

श्री इन्द्र बाईसा की आरती

|| आरती || ॐ जय जय इन्द्राणी, माँ जय जय इन्द्राणी। मरूधर में माँ प्रगटिया, जग सारे जाणी॥ ॐ जय जय इन्द्राणी…. सागर सुता सुलोचनी, मोचिनी दुःख माता। धापू कोख जनमिया, धनि-धनि धनदाता ॥ ॐ जय जय इन्द्राणी…. महा शक्ति जग मानो, पुरुष प्रकृति रूपा । सावंल वदन सुकोमल, सेवत भव भूपा॥ ॐ जय जय…

Shri Indra Baisa Ki Aarti

|| Aarti || Om Jai Jai Indraani, Maa Jai Jai Indraani. Marudhar Mein Maa Pragatiya, Jag Saare Jaani. Om Jai Jai Indraani…. Sagar Suta Sulochani, Mochini Dukh Mata. Dhapu Kokh Janamiya, Dhani-Dhani Dhanadatta. Om Jai Jai Indraani…. Maha Shakti Jag Mano, Purush Prakriti Roopa. Saval Vadan Sukomal, Sevat Bhav Bhoopa. Om Jai Jai Indraani…. Ratanum…

Shri Badrinath Aarti

॥ Aarti ॥ Pawan Mand Sugandh Sheetal, Hem Mandir Shobhitam । Nikat Ganga Bahat Nirmal, Shri Badrinath Vishwmbharam ॥ Shesh Sumiran Karat Nishadin, Dharat Dhyan Maheshwaram । Ved Brahma Karat Stuti, Shri Badrinath Vishwambharam ॥ ॥ Pawan Mand Sugandh Sheetal…॥ Shakti Gauri Ganesh Sharad, Narad Muni Uchcharanam । Jog Dhyan Apar Leela, Shri Badrinath Vishwmbharam…

श्री बद्रीनाथजी आरती

॥ आरती ॥ पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम् । निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥ शेष सुमिरन करत निशदिन, धरत ध्यान महेश्वरम् । वेद ब्रह्मा करत स्तुति, श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम् ॥ ॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥ शक्ति गौरी गणेश शारद, नारद मुनि उच्चारणम् । जोग ध्यान अपार लीला, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम्…

Chintpurni Mata Aarti

॥ Aarti ॥ Chintapurni Chinta Dur Karni, Jag Ko Taaro Bholi Maa Jan Ko Taaro Bholi Maa, Kaali Da Putra Pavan Da Ghoda ॥ ॥ Bholi Maa ॥ Sinha Par Bhai Asawaar, Bholi Maa Chintapurni Chinta Dur ॥ ॥ Bholi Maa ॥ Ek Haath Khadag Duje Me Khanda, Tije Trishul Sambhaalo ॥ ॥ Bholi Maa…

Vaishno Mata Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Vashnavi Mata, Maiya Jai Vashnavi Mata । Hath Jod Tere Aage, Aarti Mai Gaataa ॥ ॥ Jai Vashnavi Mata…॥ Sheesh Par Chatra Birajay, Murtiyan Pyaari । Ganga Bahti Charnan, Jyoti Jage Nyaari ॥ ॥ Jai Vashnavi Mata…॥ Brahma Ved Padhe Nit Dvare, Shankar Dhyan Dhare । Sevat Chanvar Dulavat, Narad Nritya…

वैष्णो माता आरती

॥ आरती ॥ जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता । हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता ॥ ॥ जय वैष्णवी माता..॥ शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया प्यारी । गंगा बहती चरनन, ज्योति जगे न्यारी ॥ ॥ जय वैष्णवी माता..॥ ब्रह्मा वेद पढ़े नित द्वारे, शंकर ध्यान धरे । सेवक चंवर डुलावत, नारद नृत्य…

श्री नैना देवी चालीसा

।। दोहा ।। नैनों में बसती छवि दुर्गे नैना मात। प्रातः काल सिमरन करू हे जग की विख्यात।। सुख वैभव सब आपके चरणों का प्रताप । ममता अपनी दीजिए माई, मैं बालक करूं जाप।। ।। चौपाई ।। नमस्कार हैं नैना माता। दीन दुखी की भाग्य विधाता।। पार्वती ने अंश दिया हैं। नैना देवी नाम किया…

Shri Naina Devi Chalisa

|| Doha || Nainon mein basati chhavi, Durga, Naina Maat। Pratah kaal simran karu, Hey jag ki vikhyaat।। Sukh vaibhav sab Aapke charano ka prataap। Mamta apni dijiye, Mai, balak karu jaap।। ।। Chaupai ।। Namaskaar hain Naina Maata Deen dukhi ki bhagya vidhaata। Parvati ne ansh diya hai Naina Devi naam kiya hai। Dabi…

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