श्री भवानी सहस्त्रनाम स्तवराजम देवी भवानी (मां दुर्गा) की महिमा का एक विशिष्ट ग्रंथ है, जिसे लेखक दुर्गा लाल शर्मा जी ने लिखा है। यह पुस्तक देवी के हजार नामों (सहस्त्रनाम) का संग्रह है, जो उनकी विभिन्न शक्तियों, गुणों और स्वरूपों को प्रकट करते हैं। यह ग्रंथ मां दुर्गा के भक्तों के लिए उनकी आराधना और ध्यान का एक अत्यंत महत्वपूर्ण साधन है।
श्री भवानी सहस्त्रनाम स्तवराजम पुस्तक की विशेषताएँ
- पुस्तक में देवी के 1000 नामों का विस्तृत संग्रह है, जिनमें प्रत्येक नाम मां के विशेष गुण, स्वरूप या कार्य को दर्शाता है।
- हर नाम का अर्थ और उसकी महत्ता पुस्तक में विस्तार से दी गई है। इससे पाठकों को देवी के स्वरूपों और उनके महत्व को समझने में सहायता मिलती है।
- ग्रंथ में श्री भवानी सहस्त्रनाम स्तवराजम के पाठ की विधि का उल्लेख है, जिसमें शुभ समय, सामग्री, और नियमों का वर्णन किया गया है। यह साधकों के लिए उपयोगी मार्गदर्शन प्रदान करता है।
- देवी भवानी की स्तुतियों, मंत्रों, और आरती का भी समावेश पुस्तक में है, जिन्हें भक्त अपने दैनिक पूजा और ध्यान में शामिल कर सकते हैं।