श्री गौराङ्ग महाप्रभु पुस्तक भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु के जीवन, व्यक्तित्व और शिक्षाओं का गहन वर्णन प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक के लेखक शिवनंदन सहाय ने श्री चैतन्य महाप्रभु के भक्तिमय जीवन और उनके द्वारा प्रचारित भक्ति आंदोलन को सरल और प्रेरणादायक भाषा में प्रस्तुत किया है।
यह ग्रंथ श्री चैतन्य महाप्रभु के जीवन की प्रमुख घटनाओं, उनकी दिव्य लीलाओं और उनके भक्ति आंदोलन की व्याख्या करता है। श्री गौराङ्ग महाप्रभु का जीवन भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति का जीवंत उदाहरण है।
श्री गौराङ्ग महाप्रभु पुस्तक की मुख्य विशेषताएँ
- पुस्तक में महाप्रभु के जन्म से लेकर संन्यास धारण करने तक की प्रमुख घटनाओं का वर्णन किया गया है।
- श्री चैतन्य महाप्रभु ने प्रेम और भक्ति के मार्ग को सबसे श्रेष्ठ मार्ग बताया। इस पुस्तक में उनके द्वारा चलाए गए हरिनाम संकीर्तन आंदोलन और उसके प्रभाव का विवरण है।
- श्री गौराङ्ग महाप्रभु के भक्ति सिद्धांत और उनके जीवन के आदर्शों को विस्तार से समझाया गया है।
- महाप्रभु की अलौकिक लीलाएँ, जैसे भक्तों को कृष्ण-प्रेम का अनुभव कराना और उनके जीवन में परिवर्तन लाना, इस ग्रंथ में सुंदर ढंग से प्रस्तुत की गई हैं।