|| श्री व्यंकटेश जी आरती ||
शेषाचल अवतार तारक तूं देवा ।
सुरवर मुनिवर भावें करिती जन सेवा ॥
कमलारमणा अससी अगणित गुण ठेवा ।
कमलाक्षा मज रक्षुनि सत्वर वर द्यावा ॥
जय देव जय देव जय व्यंकटेशा ।
केवळ करूणासिंधु पुरविसी आशा ॥
हे निजवैकुंठ म्हणुनी ध्यातों मी तू तें ।
दाखविसी गुण कैसे सकळिक लोकाते ॥
देखुनि तुझे स्वरूप सुख अद्भुत होते ।
ध्यातां तुजला श्रीपति दृढ मानस होते ॥
॥ इति श्री व्यंकटेश आरती संपूर्णम् ॥
Read in More Languages:- hindiश्री वेंकटेश्वर स्वामी आरती
- marathiवेंकटेशाची आरती मराठी
- englishShri Balaji Ki Aarti
- englishShri Venkateshwar Swami Aarti
- englishShri Venkatesh Ji Aarti
- hindiमेहन्दीपुर बालाजी आरती
- englishMehandipur Balaji Aarti
- englishShri Tirupati Balaji Aarti
- hindiश्री तिरुपति बालाजी आरती
Found a Mistake or Error? Report it Now
Download श्री व्यंकटेश जी आरती MP3 (FREE)
♫ श्री व्यंकटेश जी आरती MP3