अग्रपूजा एक मराठी पुस्तक है, जिसके लेखक केशव गणेश और वसंत रामचंद्र नेरूरकर हैं। यह पुस्तक 122 पृष्ठों की है और इसका आकार 14 MB है। पुस्तक को ऑनलाइन पढ़ने या डाउनलोड करने के लिए ‘ई-पुस्तकालय’ पर उपलब्ध है।
अग्रपूजा (Agrapuja)
पुस्तक के नमूना पाठ से ज्ञात होता है कि इसमें देवताओं की एक अनोखी दौड़ का वर्णन है, जिसमें गणपति अपने मूषक वाहन पर सवार होकर अन्य देवताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। यह कथा भारतीय पौराणिक कथाओं में गणेश जी की बुद्धिमत्ता और चातुर्य को दर्शाती है, जहां वे अपनी सूझबूझ से प्रतियोगिता में विजय प्राप्त करते हैं।
पुस्तक में इस प्रकार की कथाओं के माध्यम से पाठकों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं की गहराई से परिचित कराया गया है, जो विशेष रूप से मराठी भाषी समुदाय के लिए रुचिकर हो सकती हैं।