भैरव तंत्र सिद्धि तंत्र से जुड़ी एक किताब है। इस किताब में आप तंत्र, मंत्र, यंत्र, और परिविज्ञान से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। भैरव तंत्र, भारतीय तंत्र शास्त्र की एक प्राचीन पद्धति है। भैरव तंत्र के ज़रिए आध्यात्मिक और शक्तिपूर्ण बदलाव लाए जाते हैं।
भगवान भैरव की पूजा करने से साधक को स्नान-ध्यान करके पवित्र मन से पहले उनकी पूजा के लिए संकल्प लेना चाहिए. इसके बाद ” ॐ तीखदन्त महाकाय कल्पान्तदोहनम्, भैरवाय नमस्तुभ्यं अनुज्ञां दातुर्माहिसि” मंत्र पढ़ते हुए भगवान भैरव से उनकी पूजा के लिए आज्ञा लेनी चाहिए. इसके बाद नीचे दिए गए कालभैरवाष्टकम् का पाठ करें।