देवी गंगा सहस्रनामावली

देवी गंगा सहस्रनामावली में मां गंगा के 1000 पवित्र नामों का वर्णन है, जो उनके दिव्य स्वरूप, महिमा और उनकी कृपा को प्रकट करते हैं। गंगा नदी को हिंदू धर्म में सर्वाधिक पवित्र माना गया है और उन्हें “मां गंगा” के रूप में पूजा जाता है। यह माना जाता है कि मां गंगा का स्मरण…

श्री गंगा स्तोत्रम्

॥ श्री गंगा स्तोत्रम् ॥ देवि! सुरेश्वरि! भगवति! गंगे त्रिभुवनतारिणि तरलतरंगे । शंकरमौलिविहारिणि विमले मम मतिरास्तां तव पदकमले ॥ भागीरथिसुखदायिनि मातस्तव जलमहिमा निगमे ख्यातः । नाहं जाने तव महिमानं पाहि कृपामयि मामज्ञानम् ॥ हरिपदपाद्यतरंगिणि गंगे हिमविधुमुक्ताधवलतरंगे । दूरीकुरु मम दुष्कृतिभारं कुरु कृपया भवसागरपारम् ॥ तव जलममलं येन निपीतं परमपदं खलु तेन गृहीतम् । मातर्गंगे त्वयि…

श्री गंगा चालीसा

॥दोहा॥ जय जय जय जग पावनी, जयति देवसरि गंग । जय शिव जटा निवासिनी, अनुपम तुंग तरंग ॥ ॥चौपाई॥ जय जय जननी हराना अघखानी । आनंद करनी गंगा महारानी ॥ जय भगीरथी सुरसरि माता । कलिमल मूल डालिनी विख्याता ॥ जय जय जहानु सुता अघ हनानी । भीष्म की माता जगा जननी ॥ धवल कमल…

Siddhivinayak Aarti

|| Siddhivinayak Aarti || Sukh Karta Dukhharta Varta Vighnachi । Noorvi Poorvi Prem Krupya Jayachi । Sarwangi Sundar Utishendu Rachi । Kanthi Jhalke Maad Mukhta Padhanchi । Jai Dev Jai Dev.. Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti । Darshan Matre Mann, Kamana Purti Jai Dev Jai Dev ॥ Ratnakhachit Phara Tujh Gaurikumra । Chandanaachi…

Ganga Aarti

|| Ganga Aarti || ॥ Shri Ganga Maiya Aarti ॥ Har Har Gange, Jai Maa Gange, Har Har Gange, Jai Maa Gange ॥ Om Jai Gange Mata, Shri Jai Gange Mata । Jo Nar Tumako Dhyata, Manavanchit Phal Pata ॥ Chandr Si Jot Tumhari, Jal Nirmal Aata । Sharan Paden Jo Teri, So Nar Tar…

गंगा स्नान का महापर्व: गंगा दशहरा कब है? जाने शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और कथा

गंगा दशहरा

ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर मां गंगा हस्त नक्षत्र, व्यतीपात योग, गर करण, आनंद योग में ही शिव की जटाओं से पृथ्वी पर उतरी थीं। इसलिए हस्त नक्षत्र में पूजा-पाठ और मांगलिक कार्य पूर्णत: सफल माने जाते हैं। गंगा दशहरा का दिन मोक्षदायिनी गंगा माता का पूजन पितरों को तारने, पुत्र,…

गंगा अवतरण राजा भगीरथ की कथा

।।गंगा अवतरण राजा भगीरथ की कथा।। एक बार की बात है, इक्ष्वाकु के वंश में सगर नामक एक राजा रहता था। जिस वंश के महाराज रामचन्द्र थे, उसी वंश के, उनके कई पीढ़ी पहले अयोध्या में राजा सगर राज्य करते थे। वह महान शक्तिशाली शासक था और उसने आसपास के विभिन्न राज्यों के साथ कई…

आनंदतीर्थ कृतं गंगा अष्टकम

॥आनंदतीर्थ कृतं गंगा अष्टकम॥ यदवधि तवतीरं पातकी नैति गंगे तदवधि मलजालैर्नैवमुक्तः कलौ स्यात्। तव जलकणिकाऽलं पापिनां पापशुद्ध्यै पतितपरमदीनांस्त्वंहि पासि प्रपन्नान् ॥ तव शिवजललेशं वायुनीतं समेत्य सपदि निरयजालं शून्यतामेतिगङ्गे। शमलगिरिसमूहाः प्रस्फुटन्ति प्रचण्डा-स्त्वयि सखि विशतां नः पापशंका कुतः स्यात् ॥ तव शिवजलजालं निःसृतं यर्हि गङ्गे सकलभुवनजालं पूतपूतं तदाभूत्। यमभटकलिवार्ता देवि लुप्ता यमोपि व्यतिकृत वरदेहाः पूर्णकामाः सकामाः॥ मधुमधुवनपूगै…

गंगा दशहरा कथा

।। गंगा दशहरा कथा ।। भगवान् श्रीराम का जन्म अयोध्या के सूर्यवंश में हुआ था। चक्रवर्ती महाराज सगर उनके पूर्वज थे। उनकी केशिनी और सुमति नाम की दो रानियाँ थीं। केशिनी के पुत्रका नाम असमञ्जस था और सुमति के साठ हजार पुत्र थे। असमञ्जस के पुत्र का नाम अंशुमान् था। राजा सगरके असमञ्जससहित सभी पुत्र…

गंगा मैया में जब तक पानी रहे – भजन

॥गंगा मैया में जब तक पानी रहे – भजन॥ मैया हो गंगा मैया मैया हो गंगा मैया मैया हो गंगा मैया मैया हो गंगा मैया ओ गंगा मैया में जब तक के पानी रहे मेरे सजना तेरी जिंदगानी रहे ज़िंदगानी रहे मैया हो गंगा मैया मैया हो गंगा मैया ओ गंगा मैया में जब तक…

Shri Ganga Stotram

|| Stotram || Devi! Sureshvari! Bhagavati! Gange tribhuvanataarini Taralatarange | Shankara mauli viharini Vimale mama Matirastam tava Padakamale || Bhageerathisukhadayini Maatastava Jalamahimaa nigame Khyaatah | Naaham jaane tava Mahimaanam Paahi kripaamayi Maamajnanam || Haripadapadya Tarangini Gange Himavidhumukta Adhavalatarange | Doorikuru mama Dushkritibharam Kuru kripayaa Bhavasaagaraparam || Tava jalamamalam Yena nipeetam Paramapadam khalu Tena griheetam |…

श्री गंगा अष्टकम्

॥ श्री गङ्गाष्टकम् ॥ भगवति तव तीरे नीरमात्राशनोऽहं विगतविषयतृष्णः कृष्णमाराधयामि। सकलकलुषभङ्गे स्वर्गसोपानसङ्गे तरलतरतरङ्गे देवि गङ्गे प्रसीद॥ भगवति भवलीलामौलिमाले तवाम्भः कणमणुपरिमाणं प्राणिनो ये स्पृशन्ति। अमरनगरनारीचामरग्राहिणीनां विगतकलिकलङ्कातङ्कमङ्के लुठन्ति॥ ब्रह्माण्डं खण्डयन्ती हरशिरसि जटावल्लिमुल्लासयन्ती स्वर्लोकादापतन्ती कनकगिरिगुहागण्डशैलात्स्खलन्ती। क्षोणीपृष्ठे लुठन्ती दुरितचयचमूनिर्भरं भर्त्सयन्ती पाथोधिं पुरयन्ती सुरनगरसरित्पावनी नः पुनातु॥ मज्जन्मातङ्गकुम्भच्युतमदमदिरामोदमत्तालिजालं स्नानैः सिद्धाङ्गनानां कुचयुगविगलत्कुङ्कुमासङ्गपिङ्गम्। सायंप्रातर्मुनीनां कुशकुसुमचयैश्छन्नतीरस्थनीरं पायान्नो गाङ्गमम्भः करिकलभकराक्रान्तरंहस्तरङ्गम्॥ आदावादिपितामहस्य नियमव्यापारपात्रे जलं पश्चात्पन्नगशायिनो भगवतः…

Shri Ganga Ashtakam

॥ Shri Ganga Ashtakam ॥ Bhagavati Tava Tire Niramatrashanoaham Vigatavishayatrishnah Krishnamaradhayami। Sakalakalushabhange Svargasopanasange Taralataratarange Devi Gange Prasida॥ Bhagavati Bhavalila maulimale Tavambhah Kanamanuparimanam Pranino Ye Sprishanti। Amaranagara- narichamaragrahininam Vigatakalikalankatankamanke Luthanti॥ Brahmandam Khandayanti Harashirasi Jatavallimullasayanti Swarlokadapatanti Kanakagiriguhaganda- shailatskhalanti। Kshoniprishthe Luthanti Duritachayachamunirbharam Bhartsayanti Pathodhim Purayanti Suranagarasaritpavani Nah Punatu॥ Majjanmatanga-kumbhachyutamadama- diramodamattalijalam Snanaiah Siddhangananam Kuchayugavigalatkunkumasangapingam। Sayampratarmuninam Kushakusumachayaish- chhannatirasthaniram Payanno Gangamambhah…

Shri Ganga Stuti

|| Stuti || Jaya Jaya Bhagirathnandini, Muni-chaya Chakora-chandini, Nara-naga-bibudha-bandini Jaya Jahnu Balika. Vishnu-vishnupad-sarojajasi, Isha-sisapara bibhasi, Tripathagasi, Punyarasi, Papa-chhalika. Jaya Jaya Bhagirathnandini…… Bimala Bipula Bahasi Bari, Sitala Trayatapa-hari, Bhramara Bara Bibhangatar Taranga-malika. Purajan Pujopahara, Sobhita Sasi Dhavaladhara, Bhanjana Bhava-bhara, Bhakti-kalpathalika. Jaya Jaya Bhagirathnandini…… Nija Tatavasi Bihanga, Jala-thala-chara Pasu-pasupatanga, Keeta-jatila Tapasa Sab Saris Palika. Tulasi Tava Teera…

Shri Ganga Maiya Ki Aarti

|| Aarti || Har Har Gange, Jai Maa Gange, Har Har Gange, Jai Maa Gange ॥ Om Jai Gange Mata, Shri Jai Gange Mata । Jo Nar Tumako Dhyata, Manavanchit Phal Pata ॥ Chandr Si Jot Tumhari, Jal Nirmal Aata । Sharan Paden Jo Teri, So Nar Tar Jata ॥ ॥ Om Jay Gange Mata..॥…

श्री गंगा मैया जी की आरती

॥ आरती ॥ नमामि गंगे ! तव पाद पंकजम्, सुरासुरैः वंदित दिव्य रूपम् । भक्तिम् मुक्तिं च ददासि नित्यं, भावानुसारेण सदा नराणाम् ॥ हर हर गंगे, जय माँ गंगे, हर हर गंगे, जय माँ गंगे ॥ ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥ चंद्र सी…

Shri Ganga Ji Chalisa

॥ Doha ॥ Jai Jai Jai Jag Pavni, Jayati Devsari Gang । Jai Shiv Jata Nivasini, Anupam Tung Tarang ॥ ॥ Chaupai ॥ Jai Jai Janani Harana Aghakhani । Anand Karani Ganga Maharani ॥ Jai Bhagirathi Surasari Mata । Kalimal Mool Dalini Vikhyata ॥ Jai Jai Jahanu Suta Agh Hanani । Bhishm Ki Mata Jaga…