लक्ष्मी जयंती 2026 – कब और कैसे करें पूजा? जानें धन की देवी को प्रसन्न करने के उपाय

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लक्ष्मी जयंती, धन और समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी के जन्मोत्सव का पावन पर्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2026 में लक्ष्मी जयंती 3 मार्च को मनाई जाएगी। मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान इसी दिन देवी लक्ष्मी का प्राकट्य हुआ था। इस…

साल 2026 के पहले दिन करें ये सरल टोटका, पूरे साल बरसेगी माँ लक्ष्मी की कृपा और होंगे सभी काम सफल!

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नया साल, नई उम्मीदें, नए सपने! साल 2026 (New Year 2026) का पहला दिन यानी 1 जनवरी, सिर्फ कैलेंडर की तारीख नहीं बदलता, बल्कि हमारे जीवन में खुशहाली और सफलता की नई राहें खोलता है। हर कोई चाहता है कि आने वाला साल धन-धान्य, समृद्धि (prosperity) और खुशियों से भरा हो। अगर आप भी चाहते…

New Year 2026 – नववर्ष 2026 में मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए करें ये 11 काम

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नया साल एक नई शुरुआत का प्रतीक है, और यदि आप 2026 को खुशहाली और समृद्धि से भरना चाहते हैं, तो मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए इन 11 विशेष कामों को अपनाएं। मां लक्ष्मी धन, वैभव और सुख-शांति की देवी मानी जाती हैं। हर व्यक्ति चाहता है कि आने वाला साल उनके…

क्या आपने सुनी है संपदा शुक्रवार व्रत की यह चमत्कारी कथा? घर में आती है लक्ष्मी, जाती है दरिद्रता

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संपदा शुक्रवार व्रत, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी को समर्पित एक विशेष व्रत है। यह व्रत शुक्रवार के दिन रखा जाता है और मान्यता है कि जो व्यक्ति इसे श्रद्धापूर्वक करता है, उसके घर में देवी लक्ष्मी का वास होता है और दरिद्रता दूर होती है। इस…

शुक्रवार प्रदोष व्रत 2025 – जब शिव-लक्ष्मी दोनों करते हैं कृपा, जानें शुक्र प्रदोष व्रत का महत्व और चमत्कार

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नमस्कार दोस्तों! हमारे सनातन धर्म में हर व्रत और त्यौहार का अपना एक विशेष महत्व होता है। इनमें से कुछ व्रत ऐसे होते हैं, जो हमें न केवल आध्यात्मिक शांति देते हैं, बल्कि हमारे जीवन की भौतिक परेशानियों को भी दूर करते हैं। ऐसा ही एक अद्भुत और शक्तिशाली व्रत है ‘शुक्र प्रदोष व्रत’। यह…

शुक्रवार के ये उपाय बदल सकते हैं आपकी किस्मत – देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने की विधि

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हर किसी की चाहत होती है कि उनके घर में सुख-समृद्धि और धन का आगमन हो। भारतीय परंपरा में, शुक्रवार का दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी को समर्पित है, जिन्हें धन, वैभव, और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए गए कुछ विशेष उपाय और पूजा-अर्चना से…

सूरज ढलते ही क्यों छिन ली जाती है हाथ से झाड़ू? क्या सच में रूठ जाती हैं माँ लक्ष्मी?

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भारत के हर घर की कहानी – घड़ी में शाम के 6 या 7 बजे और अगर गलती से आपने झाड़ू (Broom) उठा ली, तो घर की बड़ों की आवाज़ गूंज उठती है: “रहने दे! सूरज डूब गया है, अब झाड़ू नहीं लगाते, लक्ष्मी चली जाएगी!” हम में से कई लोग इसे मानते हैं, तो…

मार्गशीर्ष महालक्ष्मी व्रत कथा व पूजा विधि (मार्गशीर्ष गुरुवार व्रत कथा)

मार्गशीर्ष (अगहन) महीने के गुरुवार को महालक्ष्मी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत की कथा में एक गरीब और धर्मपरायण स्त्री का वर्णन है, जो अत्यंत निर्धनता में जीवन जीती थी। एक दिन, स्वयं देवी महालक्ष्मी ने बूढ़ी स्त्री का रूप धारण करके उसे यह व्रत-विधि बताई। उस स्त्री ने पूर्ण श्रद्धा और भक्ति…

श्री महालक्ष्मी व्रताची कथा (मार्गशीर्ष गुरुवारची व्रत कथा)

श्री महालक्ष्मी व्रताची कथा मार्गशीर्ष महिन्यातील गुरुवारी सांगितली जाते. ही कथा देवी लक्ष्मीच्या कृपेचे महत्त्व सांगते. एका गरीब ब्राह्मणीने हे व्रत श्रद्धेने केले आणि तिला देवी महालक्ष्मीचा आशीर्वाद मिळाला. कथेनुसार, एकदा लक्ष्मी देवीने एका म्हाताऱ्या स्त्रीचे रूप घेऊन राजाच्या महालात प्रवेश करण्याचा प्रयत्न केला, पण राणीने तिचा अपमान केला. मात्र, राजकन्या शामबालेने म्हातारीला (जी प्रत्यक्ष…

त्रिपुर भैरवी जयन्ती – लाल फूल और गुड़ का भोग, तिजोरी में रखें ये चीज़ें, होगी धन वर्षा! (Tripura Bhairavi Jayanti)

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हिंदू धर्म (Hindu religion) में शक्ति की उपासना का विशेष महत्व है, और दस महाविद्याओं में से एक, मां त्रिपुर भैरवी (Maa Tripura Bhairavi) का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन्हें ‘भव-बन्ध-मोचन’ की देवी कहा जाता है, जो भक्तों को सभी बंधनों से मुक्त करती हैं। मार्गशीर्ष माह (Margashirsha Month) की पूर्णिमा तिथि को त्रिपुर भैरवी…

श्री कमला कवचम्

श्री कमला कवचम् (Shri Kamala Kavacham) एक शक्तिशाली हिंदू स्तोत्र है जो देवी कमला, दस महाविद्याओं में से एक और धन-समृद्धि की देवी माँ लक्ष्मी का आह्वान करता है। यह कवच (अभेद मंत्र) भक्तों को भौतिक और आध्यात्मिक दोनों तरह के शत्रुओं से सुरक्षा प्रदान करने के लिए रचा गया है। ‘श्री कमला कवचम् PDF’…

घर में चांदी का कछुआ कब और क्यों लाएं? कूर्म द्वादशी पर करें ये अचूक उपाय, बरसेगी लक्ष्मी कृपा! (Silver Turtle – Vastu Tips)

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सनातन धर्म और वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में कछुए (Tortoise) को अत्यंत शुभ और चमत्कारी माना गया है। यह न केवल लंबी आयु, स्थिरता (Stability) और धैर्य का प्रतीक है, बल्कि इसे धन और समृद्धि (Wealth and Prosperity) का कारक भी माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सभी धातुओं के कछुओं में,…

নতেরস কী পৌরাণিক কথা

The “Dhanteras Katha Bengali PDF” refers to a downloadable document containing the traditional legends associated with the Hindu festival of Dhanteras, transcribed in the Bengali script. Dhanteras, also known as Dhanatrayodashi, marks the first day of the five-day Diwali celebrations. The stories typically include the popular legend of King Hima’s sixteen-year-old son, who was saved…

ધનતેરસ કી પૌરાણિક કથા

ધનતેરસ કી પૌરાણિક કથા PDF ગુજરાતીમાં ધનતેરસના તહેવાર સાથે જોડાયેલી પ્રાચીન વાર્તાઓનું સંકલન છે. ધનતેરસ, જેને ધનત્રયોદશી પણ કહેવાય છે, તે દિવાળીના પાંચ દિવસીય ઉત્સવનો પ્રથમ દિવસ છે. આ દિવસે બે મુખ્ય કથાઓ પ્રચલિત છે. પ્રથમ કથા સમુદ્ર મંથન સાથે સંકળાયેલી છે, જેમાં ભગવાન ધન્વંતરિ (આયુર્વેદના દેવતા) અમૃત કલશ લઈને પ્રગટ થયા હતા. તેથી આ…

धनत्रयोदशीची कहाणी

धनत्रयोदशीची कहाणी (Dhanatrayodashi Story) या PDF मध्ये प्रामुख्याने दोन कथांचा समावेश असतो. पहिली कथा समुद्रमंथनाशी संबंधित आहे, जिथे आरोग्याची देवता धन्वंतरी अमृत कलश घेऊन प्रकटले. म्हणून या दिवशी धन्वंतरीची पूजा केली जाते. दुसरी कथा हेम राजाचा पुत्र आणि त्याची पत्नी यांच्याबद्दल आहे. राजकुमाराला सोळाव्या वर्षी सर्पदंशाने मृत्यू होणार होता. त्याच्या पत्नीने, मृत्यूच्या रात्री, खोलीभर दिवे…

देवी कमला सहस्रनामावली

देवी कमला सहस्रनामावली देवी कमला के 1000 दिव्य नामों का संग्रह है, जो धन, समृद्धि और ऐश्वर्य की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। देवी कमला, महालक्ष्मी का एक रूप हैं और उनकी पूजा से साधक को जीवन में सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति होती है। सहस्रनामावली में उनके विभिन्न नामों का उल्लेख उनकी महिमा,…

ధనతేరస కీ పౌరాణిక కథా

The “Dhanteras Katha” is the traditional narrative associated with the Hindu festival of Dhanteras, which marks the start of Diwali. One popular story is the legend of King Hima’s sixteen-year-old son, whose life was predicted to end by a snakebite. His clever wife saved him by lighting numerous lamps and piling up gold and silver…

ധനതേരസ കീ പൗരാണിക കഥാ

The “Dhanteras Katha Malayalam PDF” refers to a downloadable document containing the traditional legends associated with the Hindu festival of Dhanteras, transcribed in the Malayalam script. Dhanteras marks the beginning of Diwali and is celebrated on the thirteenth lunar day of the Krishna Paksha. The central stories often include the emergence of Lord Dhanvantari, the…

ಧನತೇರಸ ಕೀ ಪೌರಾಣಿಕ ಕಥಾ

The “Dhanteras Katha Kannada PDF” refers to a digital document containing the traditional stories associated with the Hindu festival of Dhanteras, transcribed in the Kannada script. Dhanteras, or Dhantrayodashi, marks the beginning of the five-day Diwali festival. The accompanying katha (story) typically narrates the legend of Lord Dhanvantari, the physician of the gods, who emerged…

த⁴னதேரஸ கீ பௌராணிக கதா²

The “Dhanteras Katha Tamil PDF” refers to a downloadable document containing the traditional stories associated with the Hindu festival of Dhanteras, transcribed in the Tamil language script. Dhanteras, marking the start of Diwali, celebrates wealth, health, and prosperity. The main katha or story relates to the Samudra Manthan (Churning of the Ocean), where Lord Dhanvantari…

ଧନତେରସ କୀ ପୌରାଣିକ କଥା

The “Dhanteras Katha Odia PDF” refers to a downloadable document that contains the traditional story (Katha) associated with the Hindu festival of Dhanteras, transcribed in the Odia language (spoken in the Indian state of Odisha). Dhanteras, also known as Dhantrayodashi, marks the first day of the five-day Diwali festival. The popular Katha often recounts the…

धनतेरस की पौराणिक कथा

धनतेरस की पौराणिक कथाएँ मुख्य रूप से दो हैं। एक कथा के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इन्हें आयुर्वेद और चिकित्सा का देवता माना जाता है। इनके प्रकट होने के उपलक्ष्य में यह पर्व मनाया जाता है। दूसरी कथा…

चोपड़ा पूजा 2025 शुभ मुहूर्त – जानिए कब करें खाता-बही पूजन और मां लक्ष्मी का आह्वान

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दिवाली (Diwali) का त्योहार न केवल दीपों का पर्व है, बल्कि यह व्यापार और समृद्धि का भी उत्सव है। इस दिन देशभर में माँ लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) और भगवान गणेश का पूजन कर नए कार्यों और नए वित्त वर्ष (New Financial Year) की शुरुआत की जाती है। इसी महत्वपूर्ण पूजन को गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र…

कोजागर पूजा 2025 – माता लक्ष्मी के आगमन की रात, जानें पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त

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हिंदू धर्म में, आश्विन मास की पूर्णिमा की रात को कोजागर पूजा (Kojagara Puja) का विशेष महत्व है। इसे शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) या कौमुदी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। यह वह पवित्र रात है जब चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से युक्त होकर पृथ्वी पर अमृत की वर्षा करता है और माना…

कमला जयंती का आध्यात्मिक महत्व – माँ कमला के 10 गुप्त रहस्य और पूजा की सम्पूर्ण विधि

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नमस्ते और जय माता दी! आज हम बात करेंगे उस देवी के बारे में जो धन, समृद्धि और वैभव की देवी लक्ष्मी का ही एक रूप मानी जाती हैं – माँ कमला। कमला जयंती का यह पावन पर्व न केवल एक धार्मिक (religious) उत्सव है, बल्कि यह हमें आंतरिक शांति (inner peace) और आध्यात्मिक उन्नति…

आश्विन पूर्णिमा 2025 – क्यों कहलाती है कोजागरी पूर्णिमा? जानें व्रत की विधि और चमत्कारी लाभ

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क्या आपने कभी सोचा है कि शरद ऋतु की सबसे खूबसूरत रात कौन सी होती है? वह रात है आश्विन पूर्णिमा की, जिसे कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह सिर्फ एक पूर्णिमा नहीं, बल्कि श्रद्धा, भक्ति और जागरण का एक अद्भुत पर्व है। इस दिन व्रत रखने और कुछ विशेष अनुष्ठान…

महालक्ष्मी व्रत कथा और पूजा विधि

भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी से महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत होती है और यह व्रत पूरे सोलह दिनों तक चलता है। इस व्रत में माता लक्ष्मी के आठ रूपों की पूजा की जाती है, जिन्हें अष्टलक्ष्मी कहा जाता है। यह कथा माता लक्ष्मी के एक भक्त की कहानी पर आधारित है, जिसे दरिद्रता…

श्री ललिता पञ्चरत्नं स्तोत्र

|| श्री ललिता पञ्चरत्नं स्तोत्र (Lalitha Pancharatnam Stotram PDF) || प्रातः स्मरामि ललितावदनारविन्दं बिम्बाधरं पृथुलमौक्तिकशोभिनासम् । आकर्णदीर्घनयनं मणिकुण्डलाढ्यं मन्दस्मितं मृगमदोज्ज्वलफालदेशम् ॥ प्रातर्भजामि ललिताभुजकल्पवल्लीं रक्ताङ्गुलीयलसदङ्गुलिपल्लवाढ्याम् । माणिक्यहेमवलयाङ्गदशोभमानां पुण्ड्रेक्षुचापकुसुमेषुसृणीर्दधानाम् ॥ प्रातर्नमामि ललिताचरणारविन्दं भक्तेष्टदाननिरतं भवसिन्धुपोतम् । पद्मासनादिसुरनायकपूजनीयं पद्माङ्कुशध्वजसुदर्शनलाञ्छनाढ्यम् ॥ प्रातः स्तुवे परशिवां ललितां भवानीं त्रय्यन्तवेद्यविभवां करुणानवद्याम् । विश्वस्य सृष्टिविलयस्थितिहेतुभूतां विद्येश्वरीं निगमवाङ्मनसातिदूराम् ॥ प्रातर्वदामि ललिते तव पुण्यनाम कामेश्वरीति कमलेति…

श्री ललिता सहस्रनामावली

श्री ललिता सहस्रनामावली देवी ललिता त्रिपुरसुंदरी की स्तुति में रचित 1000 पवित्र नामों का संग्रह है। यह ग्रंथ ब्रह्मांड पुराण का एक अंश है और अद्वैत वेदांत में इसकी विशेष महिमा है। देवी ललिता को सर्वोच्च शक्ति और सृष्टि की माँ माना जाता है। वे सृष्टि, स्थिति और संहार की अधिष्ठात्री देवी हैं। उनकी उपासना…

संतोषी माता चालीसा

संतोषी माता चालीसा का पाठ करने से जीवन में संतोष, सुख और शांति आती है। यह चालीसा माता के गुणों और महिमा का वर्णन करती है। इसका नियमित पाठ करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह चालीसा विशेष रूप से शुक्रवार को पढ़ी जाती है, क्योंकि यह…

श्री महालक्ष्मी चालीसा

श्री महालक्ष्मी चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति को धन-धान्य, ऐश्वर्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह चालीसा धन, समृद्धि और वैभव की देवी, माता महालक्ष्मी को समर्पित है। इसका नियमित पाठ करने से घर में सुख, शांति और सकारात्मकता आती है, तथा सभी प्रकार के आर्थिक संकट दूर होते हैं। || श्री महालक्ष्मी…

श्री लक्ष्मी चालीसा

श्री लक्ष्मी चालीसा, धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी माँ लक्ष्मी को समर्पित एक भक्तिमय पाठ है। इसका नियमित पाठ करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। || श्री लक्ष्मी चालीसा (Lakshmi Chalisa PDF) || ॥ दोहा॥ मातु लक्ष्मी करि कृपा, करो हृदय में वास । मनोकामना सिद्घ करि, परुवहु मेरी आस…

Varalakshmi Vratam 2025 – इस वरलक्ष्मी व्रत पर खोलिए लक्ष्मी कृपा के द्वार! वरलक्ष्मी व्रत क्यों है दक्षिण भारत की खास परंपरा? जानिए रहस्य

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2025 में, वरलक्ष्मी व्रत कब मनाया जाएगा, इसका क्या महत्व है, पूजा विधि क्या है और यह क्यों दक्षिण भारत की एक विशेष परंपरा है, आइए इन सभी रहस्यों से पर्दा उठाते हैं। भारत, विविधताओं का देश, जहाँ हर त्योहार अपने आप में एक अनूठी कहानी समेटे हुए है। इन्हीं में से एक है वरलक्ष्मी…

2025 में वरलक्ष्मी व्रत क्यों है खास? जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के उपाय

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वरलक्ष्मी व्रत 2025, सौभाग्य और समृद्धि का महापर्व! श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि, शुक्रवार, 8 अगस्त 2025 को यह पावन व्रत मनाया जाएगा। माँ वरलक्ष्मी, भगवान विष्णु की अर्धांगिनी, धन, धान्य और ऐश्वर्य की अधिष्ठात्री देवी हैं। इस दिन विवाहित स्त्रियाँ अपने पति की लंबी आयु, परिवार की सुख-शांति और संतान की…

करियर को बनाएं ‘श्री यंत्र’ के प्रभाव से – जानें स्थापना और सिद्धि विधि

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क्या आप अपने करियर में रुकावटों का सामना कर रहे हैं? क्या कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता आपसे दूर है? अगर हाँ, तो आपको अपनी ऊर्जा को सही दिशा में केंद्रित करने की आवश्यकता है। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, ‘श्री यंत्र’ एक ऐसा शक्तिशाली साधन है जो आपके जीवन में सकारात्मकता, समृद्धि और…

अष्ट लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ – जब माँ लक्ष्मी देंगी आठों प्रकार की समृद्धि

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आज के दौर में हर इंसान सुख-समृद्धि की तलाश में है। हम सभी चाहते हैं कि हमारे जीवन में धन, स्वास्थ्य, सफलता और खुशी की कोई कमी न हो। भारतीय संस्कृति में इन सभी चीजों को पाने का एक बहुत ही शक्तिशाली और आध्यात्मिक तरीका बताया गया है, और वो है अष्ट लक्ष्मी स्तोत्र का…

धनलक्ष्मी स्तोत्र

|| धनलक्ष्मी स्तोत्र (Dhanalakshmi Stotram PDF) || श्रीधनदा उवाच- देवी देवमुपागम्य नीलकण्ठं मम प्रियम् । कृपया पार्वती प्राह शङ्करं करुणाकरम् ॥ श्रीदेव्युवाच- ब्रूहि वल्लभ साधूनां दरिद्राणां कुटुम्बिनाम् । दरिद्र-दलनोपायमञ्जसैव धनप्रदम् ॥ श्रीशिव उवाच- पूजयन् पार्वतीवाक्यमिदमाह महेश्वरः । उचितं जगदम्बासि तव भूतानुकम्पया ॥ ससीतं सानुजं रामं साञ्जनेयं सहानुगम् । प्रणम्य परमानन्दं वक्ष्येऽहं स्तोत्रमुत्तमम् ॥ धनदं श्रद्दधानानां…

महालक्ष्मी स्तुति

|| महालक्ष्मी स्तुति (Mahalakshmi Stuti PDF) || महालक्ष्मीमहं भजे । देवदैत्यनुतविभवां वरदां महालक्ष्मीमहं भजे । सर्वरत्नधनवसुदां सुखदां महालक्ष्मीमहं भजे । सर्वसिद्धगणविजयां जयदां महालक्ष्मीमहं भजे । सर्वदुष्टजनदमनीं नयदां महालक्ष्मीमहं भजे । सर्वपापहरवरदां सुभगां महालक्ष्मीमहं भजे । आदिमध्यान्तरहितां विरलां महालक्ष्मीमहं भजे । महालक्ष्मीमहं भजे । काव्यकीर्तिगुणकलितां कमलां महालक्ष्मीमहं भजे । दिव्यनागवरवरणां विमलां महालक्ष्मीमहं भजे । सौम्यलोकमतिसुचरां सरलां…

श्री लक्ष्मी मंगलाष्टक स्तोत्र

|| श्री लक्ष्मी मंगलाष्टक स्तोत्र (Lakshmi Mangalashtakam PDF) || मङ्गलं करुणापूर्णे मङ्गलं भाग्यदायिनि। मङ्गलं श्रीमहालक्ष्मि मङ्गलं शुभमङ्गलम्। अष्टकष्टहरे देवि अष्टभाग्यविवर्धिनि। मङ्गलं श्रीमहालक्ष्मि मङ्गलं शुभमङ्गलम्। क्षीरोदधिसमुद्भूते विष्णुवक्षस्थलालये। मङ्गलं श्रीमहालक्ष्मि मङ्गलं शुभमङ्गलम्। धनलक्ष्मि धान्यलक्ष्मि विद्यालक्ष्मि यशस्करि। मङ्गलं श्रीमहालक्ष्मि मङ्गलं शुभमङ्गलम्। सिद्धिलक्ष्मि मोक्षलक्ष्मि जयलक्ष्मि शुभङ्करि। मङ्गलं श्रीमहालक्ष्मि मङ्गलं शुभमङ्गलम्। सन्तानलक्ष्मि श्रीलक्ष्मि गजलक्ष्मि हरिप्रिये। मङ्गलं श्रीमहालक्ष्मि मङ्गलं शुभमङ्गलम्। दारिद्र्यनाशिनि…

लक्ष्मी अष्टक स्तोत्र

|| लक्ष्मी अष्टक स्तोत्र (Lakshmi Ashtak Stotram PDF) || यस्याः कटाक्षमात्रेण ब्रह्मरुद्रेन्द्रपूर्वकाः। सुराः स्वीयपदान्यापुः सा लक्ष्मीर्मे प्रसीदतु। याऽनादिकालतो मुक्ता सर्वदोषविवर्जिता। अनाद्यनुग्रहाद्विष्णोः सा लक्ष्मी प्रसीदतु। देशतः कालतश्चैव समव्याप्ता च तेन या। तथाऽप्यनुगुणा विष्णोः सा लक्ष्मीर्मे प्रसीदतु। ब्रह्मादिभ्योऽधिकं पात्रं केशवानुग्रहस्य या। जननी सर्वलोकानां सा लक्ष्मीर्मे प्रसीदतु। विश्वोत्पत्तिस्थितिलया यस्या मन्दकटाक्षतः। भवन्ति वल्लभा विष्णोः सा लक्ष्मीर्मे प्रसीदतु। यदुपासनया नित्यं…

अष्टलक्ष्मी स्तुति

|| अष्टलक्ष्मी स्तुति (Ashtalakshmi Stuti PDF) || विष्णोः पत्नीं कोमलां कां मनोज्ञां पद्माक्षीं तां मुक्तिदानप्रधानाम्। शान्त्याभूषां पङ्कजस्थां सुरम्यां सृष्ट्याद्यन्तामादिलक्ष्मीं नमामि। शान्त्या युक्तां पद्मसंस्थां सुरेज्यां दिव्यां तारां भुक्तिमुक्तिप्रदात्रीम्। देवैरर्च्यां क्षीरसिन्ध्वात्मजां तां धान्याधानां धान्यलक्ष्मीं नमामि। मन्त्रावासां मन्त्रसाध्यामनन्तां स्थानीयांशां साधुचित्तारविन्दे। पद्मासीनां नित्यमाङ्गल्यरूपां धीरैर्वन्द्यां धैर्यलक्ष्मीं नमामि। नानाभूषारत्नयुक्तप्रमाल्यां नेदिष्ठां तामायुरानन्ददानाम्। श्रद्धादृश्यां सर्वकाव्यादिपूज्यां मैत्रेयीं मातङ्गलक्ष्मीं नमामि। मायायुक्तां माधवीं मोहमुक्तां भूमेर्मूलां क्षीरसामुद्रकन्याम्।…

देवी लक्ष्मी के 108 नाम

देवी लक्ष्मी धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी हैं। उनके 108 नाम उनकी दिव्य विशेषताओं और गुणों का बखान करते हैं। इन नामों का जाप करने से भक्तों को देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सकारात्मकता आती है। “देवी लक्ष्मी के 108 नाम PDF” आसानी से उपलब्ध हैं, जिससे भक्त इन पवित्र…

लक्ष्मी पंचाली का पाठ क्यों है हर गृहस्थ के लिए आवश्यक? लक्ष्मी पंचाली से बदलें अपनी किस्मत – जानिए पाठ विधि और लाभ

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क्या आप अपने घर में सुख-समृद्धि, शांति और अटूट धन की कामना करते हैं? क्या आप चाहते हैं कि आपके जीवन से दरिद्रता का नाश हो और धन-धान्य की कभी कमी न हो? यदि हाँ, तो लक्ष्मी पंचाली का पाठ आपके लिए एक अचूक उपाय सिद्ध हो सकता है। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं,…

वैभव लक्ष्मी आरती

महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए वैभव लक्ष्मी आरती का पाठ अत्यंत शुभ माना जाता है। यह आरती देवी लक्ष्मी को समर्पित है, जो धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी हैं। इस आरती का नियमित पाठ करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं। आप आसानी…

લક્ષ્મી માતાની આરતી

|| લક્ષ્મી માતાની આરતી (Laxmi Aarti Gujarati PDF) || ૐ જય લક્ષ્મી માતા, મૈયા જય લક્ષ્મી માતા તુમ કો નિશદિન સેવત મૈયાજી કો નિસ દિન સેવત હર વિષ્ણુ વિધાતા । ૐ જય લક્ષ્મી માતા ॥ ઉમા રમા બ્રહ્માણી, તુમ હી જગ માતા । ઓ મૈયા તુમ હી જગ માતા । સૂર્ય ચન્દ્ર માઁ ધ્યાવત નારદ…

లక్ష్మీ ఆర్తి

|| లక్ష్మీ ఆర్తి (Laxmi Aarti Telugu PDF) || జై లక్ష్మీ మాతా, ( మాయ ) జై లక్ష్మీ మాతా | తుమ్కో నిస్తిన్ సేవత్ హర్-విష్ణు-విదదా || ఉమా రమా బాబ్రమణి నీవు లోకమాతవి నారదుడు సూర్యచంద్రులను తపస్సు చేసి ఋషి అయ్యాడు || ఓం జై లక్ష్మీ మాత… దుర్గా స్వరూపమైన నిరంజిని సుఖాన్ని, సంపదలను ప్రసాదించేది నిన్ను ధ్యానించేవాడు ఋత్ధి-సిద్ధి-తానాన్ని పొందుతాడు || ఓం జై లక్ష్మీ మాత… నీవు…

अलक्ष्मी कौन हैं? अलक्ष्मी और लक्ष्मी में क्या है अंतर? जानिए दरिद्रता की देवी के रहस्य और उनसे बचने के उपाय

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हिंदू धर्म में देवियों का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिनमें धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से की जाती है। लेकिन क्या आपने कभी अलक्ष्मी के बारे में सुना है? अलक्ष्मी, जिन्हें दरिद्रता और दुर्भाग्य की देवी माना जाता है, माँ लक्ष्मी से बिल्कुल विपरीत गुणों वाली हैं। अक्सर…

कौन हैं लक्ष्मी माता? जानिए उनकी अद्भुत कथा, रहस्य और अलौकिक शक्तियां

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देवी लक्ष्मी, धन, समृद्धि, वैभव और सौभाग्य की देवी हैं। हिंदू धर्म में उनका विशेष स्थान है और उनकी पूजा व्यापक रूप से की जाती है। देवी लक्ष्मी की पूजा अनेक अवसरों पर की जाती है, विशेष रूप से दीपावली, धनतेरस और विजयादशमी के दिन। उनकी पूजा के लिए श्री लक्ष्मी सूक्त, लक्ष्मी चालीसा और…

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