राम कहने से तर जाएगा – भजन

|| राम कहने से तर जाएगा || राम कहने से तर जाएगा, पार भव से उतर जायेगा || उस गली होगी चर्चा तेरी, उस गली होगी चर्चा तेरी, जिस गली से गुजर जायेगा, राम कहने से तर जाएगा || बड़ी मुश्किल से नर तन मिला, बड़ी मुश्किल से नर तन मिला, कल ना जाने किधर…

मेरे राम गाड़ी वाले – भजन

|| जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको मेरे राम गाड़ी वाले || जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले, जरा हलके गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले, जरा हौले हौले गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले || है जी गाड़ी म्हारी रंग रंगीली, पहिया है लाल गुलाल, गाड़ी म्हारी रंग रंगीली, पहिया है लाल…

ना राम नाम लीनो – भजन

|| ना राम नाम लीनो तेने भरी जवानी में || ना राम नाम लीनो, तेने भरी जवानी में, तू डूब के मर जा रे, चुल्लू भर पानी में || क्या लायो माटी में, मिल जायगो माटी में, एक दिन काया तेरी, कस जाएगी काठी मैं पानी को बबूला है, मिल जाएगो पानी में तू डूब…

वन वन भटके राम – भजन

|| वन वन भटके राम || | चौपाई | आश्रम देखि जानकी हीना भए बिकल जस प्राकृत दीना || विरह व्यथा से, व्यतीत द्रवित हो, बन बन भटके राम, बन बन भटके राम, अपनी सिया को, प्राण पिया को, पग पग ढूंढे राम, विरह व्यथा से, व्यतीत द्रवित हो, बन बन भटके राम, बन बन…

बोल पिंजरे का तोता राम – भजन

|| बोल पिंजरे का तोता राम || बोल पिंजरे का तोता राम, हरे राम राधेश्याम सियाराम रे, हरे राम राधेश्याम सियाराम रे, बोल पिंजरे का तोता राम, हरे राम राधेश्याम सियाराम रे || प्रभु की भक्ति सुबह के जैसी, माया है एक ढलती शाम, दुविधा में ना दोऊ जाए, माया मिले ना तुझको राम, तू…

जगमग जगमग जोत जली है राम आरती होने लगी है – भजन

|| जगमग जगमग जोत जली है राम आरती होने लगी है || जगमग जगमग जोत जली है, राम आरती होन लगी है | जगमग जगमग जोत जली है, राम आरती होन लगी है || भक्ति का दीपक प्रेम की बाती, आरती संत करें दिन राती, आनंद की सरिता उभरी है, राम आरती होन लगी है…

राम की बात करता हूं – भजन

|| मैं और किसी की नहीं, राम की बात करता हूं || जिनके नाम से मैं दिन की शुरुआत करता हूं मैं और किसी की नहीं, राम की बात करता हूं जिनके नाम को प्रेम मैं दिन रात करता हूं मैं और किसी की नहीं, राम की बात करता हूं श्री राम जानकी जय जय…

राम सिया राम – भजन

|| राम सिया राम सिया राम जै जै राम || सिया मुख पर दिख जाये मुस्कान जो राम दरस मिल जाये सिया राम नाम से बनी है जोगन राम नाम की कहाये जिसे प्रीत लगी बस राम से उसकी लाज रखे एक नाम राम सिया राम सिया राम जै जै राम राम सिया राम सिया…

सिया राम के चरणों की – भजन

|| सिया राम के चरणों की || सियाराम के चरणों की, गर धूल जो मिल जाए, सच कहता हे राम, तकदीर बदल जाए, सियाराम के चरणों की || ये मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ, जितना इसे समझाऊं, उतना ही मचल जाए, सियाराम के चरणो की, गर धूल जो मिल जाए, सच कहता…

मेरे राम मुझको देना सहारा – भजन

|| मेरे राम मुझको देना सहारा || मेरे राम मुझको देना सहारा, कही छूट जाये न दामन तुम्हारा || दामन तुम्हारा, दामन तुम्हारा, दामन तुम्हारा दामन, कही छूट जाये न दामन तुम्हारा || इशारो से मुझको बुलाती ये दुनिया, तेरे रास्ते से हटाती ये दुनिया, तेरा नाम मुझको है प्राणो से प्यारा, कही छूट जाये…

सीताराम दरश रस बरसें – भजन

|| सीताराम दरश रस बरसें जैसे सावन की झड़ी || सीताराम दरश रस बरसें, जैसे सावन की झड़ी || चहुं दिशि बरसें राम रस, छायों हरस अपार, राजा रानी की करे, सब मिल जय जयकार कौशल नंदन राजा राम, जानकी वल्लभ राजा राम, जय सियाराम जय जय सियाराम। ऐसे राम दरश रस बरसें, जैसे सावन…

Epic Journey of Shree Ram – अयोध्या से अशोक वाटिका तक श्रीराम का सफर, एक संक्षिप्त विवरण

ram-bhagwan

यह अद्भुत देश, भारत, अनेक प्रसिद्ध स्थलों का गौरव रखता है, जो विवेक और धार्मिक आदर्शों से परिपूर्ण हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण यात्रा है “अयोध्या से अशोक वाटिका तक: राम का सफर”। यह यात्रा भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। इस लेख में, हम इस अद्भुत यात्रा का अनुसरण करेंगे, जिसमें भगवान राम का…

श्री राम जी की आरती

|| श्री राम जी की आरती || हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ, आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ, अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ || कनक सिहासन रजत जोड़ी, दशरथ नंदन जनक किशोरी, युगल छबि को सदा निहारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं || बाम भाग शोभित जग जननी,…

श्री राम स्तुति – नमामि भक्त वत्सलं

॥ श्री राम स्तुति – नमामि भक्त वत्सलं ॥ नमामि भक्त वत्सलं । कृपालु शील कोमलं ॥ भजामि ते पदांबुजं । अकामिनां स्वधामदं ॥ निकाम श्याम सुंदरं । भवाम्बुनाथ मंदरं ॥ प्रफुल्ल कंज लोचनं । मदादि दोष मोचनं ॥ प्रलंब बाहु विक्रमं । प्रभोऽप्रमेय वैभवं ॥ निषंग चाप सायकं । धरं त्रिलोक नायकं ॥ दिनेश…

अवध में राम आए है – भजन

|| अवध में राम आए है – भजन || सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आये हैं सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आये हैं अवध में राम आये हैं मेरे सरकार आये हैं अवध में राम आये हैं मेरे सरकार आये हैं मेरे सरकार आये हैं लगे कुटिया…

श्री राम कवच

॥ श्री राम कवचम् ॥ ॥ अगस्तिरुवाच ॥ आजानुबाहुमरविन्ददळायताक्षाजन्म शुद्धरस हास मुखप्रसादम् । श्यामं गृहीत शरचाप मुदाररूपम् । रामं सराम मभिराम मनुस्मरामि ॥ १॥ श्रुणु वक्ष्याम्यहं सर्वं सुत्तिक्ष्ण मुनिसत्तम । श्रीरामकवचं पुण्यं सर्वकाम प्रदायकम् ॥ २॥ अद्वैतानन्द चैतन्य शुद्ध सत्वैक लक्षणः । बहिरन्तः सुतीक्ष्णात्र रामचन्द्रः प्रकाशते ॥ ३॥ तत्व विद्यार्थिनो नित्यं रमन्ते चित्सुखात्मनि । इति…

श्री राम चालीसा

|| श्री राम चालीसा || ॥ दोहा ॥ आदौ राम तपोवनादि गमनं हत्वाह् मृगा काञ्चनं वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणं बाली निर्दलं समुद्र तरणं लङ्कापुरी दाहनम् पश्चद्रावनं कुम्भकर्णं हननं एतद्धि रामायणं ॥ चौपाई ॥ श्री रघुबीर भक्त हितकारी । सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी ॥ निशि दिन ध्यान धरै जो कोई । ता सम…

श्री राम के 108 नाम

|| भगवान श्री राम के 108 नाम || ॐ श्रीरामाय नमः ॐ रामभद्राय नमः। ॐ रामचन्द्राय नमः ॐ शाश्वताय नमः। ॐ राजीवलोचनाय नमः। ॐ श्रीमते नमः। ॐ राजेन्द्राय नमः। ॐ रघुपुङ्गवाय नमः। ॐ जानकीवल्लभाय नमः। ॐ जैत्राय नमः। (10) ॐ जितामित्राय नमः। ॐ जनार्दनाय नमः। ॐ विश्वामित्रप्रियाय नमः। ॐ दान्ताय नमः। ॐ शरणत्राणतत्पराय नमः। ॐ…

श्री राम रघुपति आरती

॥ श्री राम रघुपति आरती ॥ बन्दौं रघुपति करुना निधान। जाते छूटै भव-भेद ग्यान॥ रघुबन्स-कुमुद-सुखप्रद निसेस। सेवत पद-पन्कज अज-महेस॥ निज भक्त-हृदय पाथोज-भृन्ग। लावन्यबपुष अगनित अनन्ग॥ अति प्रबल मोह-तम-मारतण्ड। अग्यान-गहन- पावक-प्रचण्ड॥ अभिमान-सिन्धु-कुम्भज उदार। सुररन्जन, भन्जन भूमिभार॥ रागादि- सर्पगन पन्नगारि। कन्दर्प-नाग-मृगपति, मुरारि॥ भव-जलधि-पोत चरनारबिन्द। जानकी-रवन आनन्द कन्द॥ हनुमन्त प्रेम बापी मराल। निष्काम कामधुक गो दयाल॥ त्रैलोक-तिलक, गुनगहन…

श्री राम रघुवीर आरती

॥ श्री राम रघुवीर आरती ॥ ऐसी आरती राम रघुबीर की करहि मन। हरण दुखदुन्द गोविन्द आनन्दघन॥ अचर चर रुप हरि, सर्वगत, सर्वदा बसत, इति बासना धूप दीजै। दीप निजबोधगत कोह-मद-मोह-तम प्रौढ़ अभिमान चित्तवृत्ति छीजै॥ ऐसी आरती राम रघुबीर की करहि मन॥ भाव अतिशय विशद प्रवर नैवेद्य शुभ श्रीरमण परम सन्तोषकारी। प्रेम-ताम्बूल गत शूल सन्शय…

राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली – भजन

।। राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली – भजन ।। राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली । कृष्ण नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली । ले लो रे कोई राम का प्यारा, शोर मचाऊँ गली गली । ले लो रे कोई श्याम का प्यारा, शोर मचाऊँ गली…

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है – भजन

॥ जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है – भजन ॥ जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ॥ कैसी घड़ी आज जीवन की आई । अपने ही प्राणो की करते विदाई । अब ये अयोध्या हमारी नहीं है ॥ जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है…

बड़ी देर भई, कब लोगे खबर मोरे राम – भजन

॥ बड़ी देर भई, कब लोगे खबर मोरे राम – भजन ॥ बड़ी देर भई, बड़ी देर भई, कब लोगे खबर मोरे राम, बड़ी देर भई, कहते हैं तुम हो दया के सागर, फिर क्यूँ खाली मेरी गागर, झूमें झुके कभी ना बरसे, कैसे हो तुम घनश्याम , हे राम, हे राम बड़ी देर भई,…

जिस भजन में राम का नाम ना हो – भजन

॥ जिस भजन में राम का नाम ना हो – भजन ॥ जिस भजन में राम का नाम ना हो, उस भजन को गाना ना चाहिए ॥ चाहे बेटा कितना प्यारा हो, उसे सिर पे चढ़ाना ना चाहिए, चाहे बेटी कितनी लाडली हो, घर घर ने घुमाना ना चाहिए, जिस भजन में राम का नाम…

सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये – भजन

॥ सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये – भजन ॥ सीता राम सीता राम, सीताराम कहिये, जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये। मुख में हो राम नाम, राम सेवा हाथ में, तू अकेला नाहिं प्यारे, राम तेरे साथ में । विधि का विधान जान, हानि लाभ सहिये, जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये…

जिन पर कृपा राम करे – भजन

॥ जिन पर कृपा राम करे – भजन ॥ राम नाम आधार जिन्हें, वो जल में राह बनाते हैं, जिन पर कृपा राम करें, वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥ लक्ष्य राम जी सिद्धि राम जी, राम ही राह बनायी, राम कर्म हैं राम ही कर्ता, राम की सकल बड़ाई राम काम करने वालों…

जिनके हृदय श्री राम बसे – भजन

॥ जिनके हृदय श्री राम बसे – भजन ॥ जिनके हृदय श्री राम बसे, उन और को नाम लियो ना लियो । जिनके हृदय श्री राम बसे, उन और को नाम लियो ना लियो । जिनके हृदय श्री राम । कोई मांगे कंचन सी काया, कोई मांग रहा प्रभु से माया । कोई पुण्य करे,…

राम ही पार लगावेंगे – भजन

॥ राम ही पार लगावेंगे – भजन ॥ अजी मैं तो राम ही राम भजूँ री मेरे राम, राम ही पार लगावेंगे जल थल गगन मण्डल में राम राम ही पार लगावेंगे तन मोरा राम, मन मोरा राम तन मोरा राम, मन मोरा राम मोरा कण-कण हो ऽ ऽ राम ही राम॥ राम ही पार…

कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी – भजन

॥ कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी – भजन ॥ कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी कब दर्शन देंगे राम दीन हितकारी रास्ता देखत शबरी की उम्र गयी सारी ॥ कही कोई कांटा प्रभु को नहीं चुभ जाये पग तन्मग्चारे चुन चुन पुष्प बिछाए मीठे फल चख कर नित्य सजाये थारी रास्ता देखत शबरी की…

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो – भजन

॥ पायो जी मैंने राम रतन धन पायो – भजन ॥ पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु । कृपा कर अपनायो ॥ पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । जन्म जन्म…

राम नाम के साबुन से जो – भजन

॥ राम नाम के साबुन से जो – भजन ॥ राम नाम के साबुन से जो, मन का मेल भगाएगा, निर्मल मन के दर्पण में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ रोम रोम में राम है तेरे, वो तो तुझसे दूर नही, देख सके न आंखे उनको, उन आंखों में नूर नही, देखेगा तू मन…

अयोध्या वही है, राम भी वही है – भजन

|| अयोध्या वही है, राम भी वही है || अयोध्या में आये राम सपना नहीं है अयोध्या वही है, राम भी वही है ! बरसों से बैठे तंबू में राम थे कोन कौन इनके पीछे हुए बदनाम थे संतों की मेहनत व्यर्थ नहीं है अयोध्या वही है, राम भी वही है कैकई माँ ने वनवास…

राम आ गए धन्य भाग सबरी मुस्काये – भजन

|| राम आ गए धन्य भाग सबरी मुस्काये || राम आ गए, धन्य भाग शबरी मुस्काये। आँखों में प्रेम आंसू, चरणों को धो रही है, मारे ख़ुशी के शबरी, व्याकुल सी हो रही है, क्या लाऊँ क्या खिलाऊँ, कुछ भी समझ ना आए, राम आ गये, धन्य भाग्य शबरी हर्षाए ॥ वन से जो तोड़कर…

एक बार तो आओ राम, दासी की कुटिया में – भजन

|| एक बार तो आओ राम, दासी की कुटिया में || एक बार तो आओ राम, दासी की कुटिया में – २ कर लो थोड़ा आराम, दासी की कुटिया में – २ तेरे लिए रघुवर, मैं वन में रहती हूँ – २ दुःख दर्द सभी सारे, हसकर के सहती हूँ – २ कब आओगे राघव…

जनक दुलारी के जानकी प्यारी के – भजन

|| जनक दुलारी के जानकी प्यारी के || तर्ज – हम तुम चोरी से जनक दुलारी के, जानकी प्यारी के मन में बसे श्री राम || जब से देखा है राम को, की जनक दुलारी के, जानकी प्यारी के, मन में बसे श्री राम || मंदिर में जनक दुलारी, जब गौरी पूजन आई | सिया…

श्री राम की गली में तुम जाना – भजन

|| श्री राम की गली में तुम जाना || तर्ज – मनिहारी का भेष बनाया श्री राम की गली में तुम जाना, वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना, श्री राम की गली मे तुम जाना, वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना || उनके तन में है राम, उनके मन में है राम, अपनी आंखो से देखे, वो कण कण…

राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे – भजन

|| राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे || राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे, तेरे सारे काम हनुमानजी करेंगे || जय हो जय हो | राम और श्याम दोनों बात मानते हैं, भक्त से बड़ा ना कोई सब जानते हैं, होगा वही जो भी ये जुबान से कहेंगे, राम जी करेगे…

हे मारुती सारी राम कथा – भजन

|| हे मारुती सारी राम कथा का सार तुम्हारी आँखों में || हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में, हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में, दुनिया भर की भक्ति का, भंडार तुम्हारी आँखों में, हे मारुती, हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में || जय…

काम होगा वही जिसे चाहोगे राम – भजन

|| काम होगा वही जिसे चाहोगे राम || काम होगा वही जिसे चाहोगे राम, अपने स्वामी को, अपने स्वामी को सेवक क्या समझाएगा || सागर में तेर रहे पत्थर यह सारे, इनमे बसे है श्री रामजी हमारे, वही डूब गये पत्थर नही जिनमे राम, अपने स्वामी को, अपने स्वामी को सेवक क्या समझाएगा || लंका…

आते जाते हुए गुनगुनाया करो – भजन

|| आते जाते हुए गुनगुनाया करो || आते जाते हुए गुनगुनाया करो, राम बोला करो राम गाया करो || रिश्ता रखते हो जैसे तुम संसार से, मोह बंधन बंधा है जैसे परिवार से, मोह बंधन बंधा है जैसे परिवार से, थोड़ा उससे भी रिश्ता निभाया करो, राम बोला करो राम गाया करो || कौन कहता…

एक बार जो रघुबर की नजरो – भजन

|| एक बार जो रघुबर की नजरो का इशारा हो जाये || एक बार जो रघुबर की, नजरो का इशारा हो जाये, तेरी लगन में खो जाऊँ मैं, दुनिया से किनारा हो जाये || श्री राम तुम्हारे चरणों में, आशीष सभी को मिलती है, यह धूल तुम्हारी मिल जाये, जीवन का सहारा हो जाये ||…

मेरी नैया में लक्ष्मण राम – भजन

|| मेरी नैया में लक्ष्मण राम ओ गंगा मैया धीरे बहो || मेरी नैया में लक्ष्मण राम, ओ गंगा मैया धीरे बहो, गंगा मैया हो गंगा मैया, मेरी नैया मे चारों धाम, ओ गंगा मैया धीरे बहो, गंगा मैया हो गंगा मैया || उछल उछल मत मारो हिचकोले, देख हिचकोले, मेरा मनवा डोले, मेरी नैया…

मै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा – भजन

|| मै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा || || दोहा || चलती चक्की को देखकर, दिया कबीरा रोय, दो पाटन के बिच में, साबुत बचा ना कोई | मै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा, गोरखधंधा, गोरखधंधा, गोरखधंधा राम, मै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा || धरती और आकाश बिच में, सूरज तारे चन्दा, हवा बादलो…

श्री राम भुजङ्ग प्रयात स्तोत्रम्

॥ श्री राम भुजङ्ग प्रयात स्तोत्रम् ॥ विशुद्धं परं सच्चिदानन्दरूपं गुणाधारमाधारहीनं वरेण्यम् । महान्तं विभान्तं गुहान्तं गुणान्तं सुखान्तं स्वयं धाम रामं प्रपद्ये ॥ शिवं नित्यमेकं विभुं तारकाख्यं सुखाकारमाकारशून्यं सुमान्यम् । महेशं कलेशं सुरेशं परेशम् नरेशं निरीशं महीशं प्रपद्ये ॥ यदावर्णयत्कर्णमूलेऽन्तकाले शिवो रामरामेति रामेति काश्याम् । तदेकं परं तारकब्रह्मरूपं भजेऽहं भजेऽहं भजेऽहं भजेऽहं ॥ महारत्नपीठे शुभे…

जटायु कृत श्री राम स्तोत्र

॥ जटायु कृत श्री राम स्तोत्र ॥ जटायुरुवाच अगणितगुणमप्रमेयमाद्यं सकलजगत्स्थितिसंयमादिहेतुम् । उपरमपरमं परात्मभूतं सततमहं प्रणतोऽस्मि रामचन्द्रम् ॥ निरवधिसुखमिन्दिराकटाक्षं क्षपितसुरेन्द्रचतुर्मुखादिदुःखम् । नरवरमनिशं नतोऽस्मि रामं वरदमहं वरचापबाणहस्तम् ॥ त्रिभुवनकमनीयरूपमीड्यं रविशतभासुरमीहितप्रदानम् । शरणदमनिशं सुरागमूले कृतनिलयं रघुनन्दनं प्रपद्ये ॥ भवविपिनदवाग्निनामधेयं भवमुखदैवतदैवतं दयालुम् । दनुजपतिसहस्रकोटिनाशं रवितनयासदृशं हरिं प्रपद्ये ॥ अविरतभवभावनातिदूरं भवविमुखैर्मुनिभिस्सदैव दृश्यम् । भवजलधिसुतारणाङ्घ्रिपोतं शरणमहं रघुनन्दनं प्रपद्ये ॥ गिरिशगिरिसुतामनोनिवासं गिरिवरधारिणमीहिताभिरामम्…

श्री नामरामायणम्

|| श्री नामरामायणम् || ॥ बालकाण्डः ॥ शुद्धब्रह्मपरात्पर राम्॥ १॥ कालात्मकपरमेश्वर राम्॥ २॥ शेषतल्पसुखनिद्रित राम्॥ ३॥ ब्रह्माद्यामरप्रार्थित राम्॥ ४॥ चण्डकिरणकुलमण्डन राम्॥ ५॥ श्रीमद्दशरथनन्दन राम्॥ ६॥ कौसल्यासुखवर्धन राम्॥ ७॥ विश्वामित्रप्रियधन राम्॥ ८॥ घोरताटकाघातक राम्॥ ९॥ मारीचादिनिपातक राम्॥ १०॥ कौशिकमखसंरक्षक राम्॥ ११॥ श्रीमदहल्योद्धारक राम्॥ १२॥ गौतममुनिसम्पूजित राम्॥ १३॥ सुरमुनिवरगणसंस्तुत राम्॥ १४॥ नाविकधावितमृदुपद राम्॥ १५॥ मिथिलापुरजनमोहक राम्॥ १६॥…

Adbhut Ramayan (अद्भुत रामायण)

Adbhut Ramayan (अद्भुत रामायण)

अद्भुत रामायण वाल्मीकि द्वारा रचित एक प्रसिद्ध ग्रंथ है, जो रामायण का एक विशेष संस्करण माना जाता है। यह रामायण की एक अनूठी और अद्वितीय कहानी प्रस्तुत करता है, जो मूल वाल्मीकि रामायण से भिन्न है। अद्भुत रामायण में भगवान राम की वीरता, त्याग और शक्ति का वर्णन अत्यंत प्रभावशाली ढंग से किया गया है।…

विवाह पंचमी की कथा

|| विवाह पंचमी की कथा || विवाह पंचमी का पर्व हिन्दू धर्म में एक प्रमुख त्योहार है, जो भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह पर्व मार्गशीर्ष (अगहन) मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विशेष रूप से मनाया जाता है। यह कथा त्रेतायुग की उस महत्वपूर्ण घटना…

Join WhatsApp Channel Download App