गोपाल सहस्त्रनामावली एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के एक हजार नामों का वर्णन किया गया है। ‘गोपाल’ श्रीकृष्ण का एक नाम है, जिसका अर्थ ‘गोपों के पालक’ होता है। इस स्तोत्र के माध्यम से भगवान के विभिन्न लीलाओं, गुणों और दिव्य स्वरूपों की स्तुति की जाती है, जो भक्तों को आध्यात्मिक शांति, मानसिक स्थिरता और भक्ति की गहन अनुभूति प्रदान करती है।
इस स्तोत्र के प्रत्येक नाम में श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं और गुणों का वर्णन है, जो भक्तों को धर्म, भक्ति और जीवन के सत्य मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। इस स्तोत्र के प्रत्येक नाम में श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं और गुणों का वर्णन है, जो भक्तों को धर्म, भक्ति और जीवन के सत्य मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।