सनातन धर्म में माघ माह का बहुत बड़ा महत्व हैं हिन्दू पंचाग के अनुसार ये वर्ष का ग्यारहवाँ महीना है। इस माह में विधिपूर्वक श्रीहरि, मां लक्ष्मी और तुलसी माता की पूजा करने से सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है। हिन्दू धर्म के अनुसार माघ माह के नियमों का पालन करने से व्यक्ति को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ माह क्या हैं ?
हिंदू कैलेंडर का 11वां महीना माघ होता है। इस महीने में भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। दान-पुण्य की दृष्टि से माघ माह बहुत शुभ और फलदायी माना गया है. माघ माह के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत हो जाती है।
2025 में माघ माह कब शुरू होगा : – माघ माह का प्रारंभ 14 जनवरी से होगा। वहीं, इसका समापन अगले महीने यानी 12 फरवरी को होगा।
माघ महीने के त्यौहार की सूची
- 14 जनवरी को मकर संक्रांति और पोंगल का पर्व मनाया जाएगा।
- 15 जनवरी को बिहू है।
- 17 जनवरी को सकट चौथ और लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है।
- 21 जनवरी को कालाष्टमी है।
- 25 जनवरी को षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi 2025) का व्रत किया जाएगा।
- 27 जनवरी को मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत है।
- 29 जनवरी को माघी अमावस्या और मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा।
- 30 जनवरी से माघ गुप्त नवरात्र शुरू होगी।
- 01 फरवरी को विनायक चतुर्थी व्रत किया जाएगा।
- 02 फरवरी को बसंत पंचमी है।
- 04 फरवरी को नर्मदा जयंती मनाई जाएगी।
- 08 फरवरी को शुक्ल पक्ष में जया एकादशी व्रत किया जाएगा।
- 09 फरवरी को शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत किया जाएगा।
- 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा व्रत, कुंभ संक्रांति और गुरु रविदास जयंती है।
माघ महीने का महत्व
धार्मिक मान्यता के अनुसार माघ माह में देवता धरती पर आकर मनुष्य रूप धारण करते हैं और प्रयाग में स्नान करने के साथ ही दान और जप करते हैं। इसीलिए प्रयाग में स्नान का खास महत्व है। जहां स्नान करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। माघ पूर्णिमा के दिन पुष्य नक्षत्र हो तो इस तिथि का महत्व और बढ़ जाता है।
माघ माह में जहां कहीं भी जल हो तो ऐसा माना जाता है कि वह गंगाजल के समान पवित्र हो जाता है। जो भी माघ माह में गंगा स्नान करता हैं लक्ष्मीपति भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करता है। माघ माह में स्नान करने से सुख-सौभग्य, धन-संतान और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस मास में शीतल जल के भीतर डुबकी लगाने वाले मनुष्य पापमुक्त हो जाते हैं।
माघ माह मे क्या करना चाहिए ?
- माघ माह में रोजाना भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए।
- माघ महीने में विशेष चीजों का दान जरूर करना चाहिए।
- माघ महीने में पूजा के दौरान गीता का पाठ करना चाहिए।
- माघ महीने में शुभ तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए।
- माघ माह में रोजाना तुलसी माता की पूजा करनी चाहिए।
माघ के महीने में क्या नहीं करना चाहिए?
- माघ माह में तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- माघ महीने में किसी से गलत भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- माघ महीने में बड़े-बुर्जुग और महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए।
- माघ माह में घर और मंदिर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए।
- माघ महीने में घर और परिवार में वाद-विवाद नहीं करना चाहिए।
माघ माह में किसकी पूजा करनी चाहिए?
- शस्त्रों के अनुसार माघ माह में सूर्य देव के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
- इस पूरे माह किए जाने वाले कामों का शुभ फल मिलता है।
- माघ माह में रोजना गीता का पाठ करना फलदायी माना जाता है।
- माघ महीने में पवित्र नदियों में स्नान जरूर करना चाहिए।
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