शिव नमस्कार मंत्र

|| Shiv Namaskar Mantra || ॥ शिवनमस्कार ॥ नमः शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शङ्कराय च । मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च ॥ १॥ ईशानः सर्वविद्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रह्माधिपतिर्ब्रह्मणोऽधिपतिर्ब्रह्मा शिवो मे अस्तु दाशिवोम् ॥ २॥ तत्पुरुषाय विद्दाहे महादेवाय धीमहि । तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् ॥ ३॥ अघोरेभ्योऽथ घोरेभ्यो घोरघोरतरेभ्यः सर्वेभ्यः सर्वशर्वेभ्यो नमस्तेऽस्तु रुद्ररूपेभ्यः ॥ ४॥…

एकविंशतिगणेशमन्त्राः

|| एकविंशतिगणेशमन्त्राः || अथातः सम्प्रवक्ष्यामि चैकविंशतिसङ्ख्यकान् । गणेशान्राजमातङ्ग्या सम्बद्धान् योगिनीयुतान् ॥ १॥ बीजषट्कं गणेशस्य ङेऽन्तं तन्नाम चोच्चरेत् । नमोऽन्ता मनवस्तेषां क्रमान्नामानि वच्म्यहम् ॥ २॥ अग्रे पृष्ठे द्विदन्तादिद्वितुण्डाक्षो विनायकः । ज्येष्ठो विनायकश्चैव तथा गजविनायकः ॥ ३॥ विनायकः कालसंज्ञो नागेशाख्यो विनायकः । अथान्तर्गृहमावृत्य स्थिताञ्छृणु विनायकान् ॥ ४॥ तथा सृष्टिगणेशश्च यक्षविघ्नेश एव च । गजकर्णश्चित्रघण्टः स्यान्मङ्गलविनायकः ॥ ५॥…

महामृत्युंजय मंत्र

|| महामृत्युंजय मंत्र || ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥ महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ :- हम त्रि-नेत्रीय वास्तविकता का चिंतन करते हैं जो जीवन की मधुर परिपूर्णता को पोषित करता है और वृद्धि करता है। ककड़ी की तरह हम इसके तने से अलग (मुक्त) हों, अमरत्व से नहीं बल्कि मृत्यु…

शिव गायत्री मंत्र

||  Shiv Gayatri Mantra || इस मंत्र का जाप करने से सुख, समृद्धि और एश्वर्य की प्राप्ति होती है। ये मंत्र आपके पापों का भी नाश करता हैं। इस मंत्र का जाप करने से अकाल मृत्यु और गंभीर बीमारियों से मुक्ति मिलती है। शिव गायत्री मंत्र –  ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र प्रचोदयात् |…

नरसिंह मंत्र

|| नरसिंह मंत्र || 1 नरसिंह भगवान का बीज मंत्र ॐ श्री लक्ष्मीनृसिंहाय नम:।। 2 संकटमोचन नरसिंह मंत्र ध्याये न्नृसिंहं तरुणार्कनेत्रं सिताम्बुजातं ज्वलिताग्रिवक्त्रम्। अनादिमध्यान्तमजं पुराणं परात्परेशं जगतां निधानम्।। 3 आपत्ति निवारक नरसिंह मंत्र ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्। नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम्॥ 4 नरसिंह गायत्री मंत्र ॐ वज्रनखाय विद्महे तीक्ष्ण दंष्ट्राय धीमहि…

धनवन्तरी मंत्र

|| धनवन्तरी मंत्र || 1 ॐ धन्वन्तरये नमः॥ 2 ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय सर्वभयविनाशाय सर्वरोगनिवारणाय त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूपाय श्रीधन्वन्तरीस्वरूपाय श्रीश्रीश्री औषधचक्राय नारायणाय नमः॥ ॐ नमो भगवते धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय सर्व आमय विनाशनाय त्रिलोकनाथाय श्रीमहाविष्णुवे नम: 3 “नमनि धन्वंतरी आदि देवं, सुरसुर वंदीथम पद पद्मम, लोके जरा रुग्भयमृत्यु नशकम, दाताराम ईशम विविदौषधिनाम“ 4…

नन्दिकेश्वर मंत्र

|| नन्दिकेश्वर मंत्र || 1 ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, नन्दिकेश्वराय धीमहि, तन्नो वृषभ: प्रचोदयात् ।। 2 ॐ तत्पुरुषाय विद्महे चक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो नन्दिः प्रचोदयात् || 3 ॐ शिववाहनाय विद्महे तुण्डाय धीमहि, तन्नो नन्दी: प्रचोदयात! 4 भवेशं भवेशानमीड्यं सुरेशं विभुं विश्वनाथं भवानीसमार्द्रम् । शरच्चन्द्रगात्रं सुधापूर्णनेत्रं भजे नन्दिकेशं दरिद्रार्तिनाशम् ॥ १ ॥ देवादिदेव हे पार्वती-प्रिय नन्दिकेश! 5 हिमाद्रौ…

नारायण मंत्र

|| नारायण मंत्र || ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि। श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।। कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने । प्रणत क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नमः। नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि । तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् ॥ ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये: अमृतकलश हस्ताय सर्वभय विनाशाय सर्वरोगनिवारणाय त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय…

वरुण मंत्र

|| वरुण मंत्र || ॐ जल बिम्बाय विद्महे! नील पुरुषाय धीमहि! तन्नो वरुण: प्रचोदयात्॥ “ॐ अपां पतये वरुणाय नमः” नमोस्तु लोकेश्वर पाश पाने यादौ, गणैर्वन्दित पाद् पद्मम। पीठेऽत्रय देवेश गृहाण पूजां, पाहि त्वमस्यमान भगवन्नमस्ते।। ॐ धुवासु त्वासु क्षितिषु क्षियंतोव्य अस्मत्पाशं वरुणो मुमोचत् अवो वन्वाना अदिते रूपस्था द्यूयं पात स्वस्तिभि: सदा नः स्वः || ॐ वाम…

राम मंत्र

|| राम मंत्र || 1. शक्तिशाली राम मंत्र रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया: पतये नमः 2. धन-संपदा के लिए राम मंत्र ॐ क्लीं नमो भगवते रामचन्द्राय सकलजन वश्यकराय स्वाह: || 3. श्री राम गायत्री मंत्र ॐ दाशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥ 4. कोदण्ड राम मंत्र श्री राम जय राम कोदण्ड राम॥…

तुलसी मंत्र

|| तुलसी मंत्र || 1. महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी। आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते.. 2. तुलसी गायत्री मंत्र ॐ तुलसीदेव्यै च विद्महे, विष्णुप्रियायै च धीमहि, तन्नो वृन्दा प्रचोदयात् ।। 3. वृंदा देवी-अष्टक: गाङ्गेयचाम्पेयतडिद्विनिन्दिरोचिःप्रवाहस्नपितात्मवृन्दे । बन्धूकबन्धुद्युतिदिव्यवासोवृन्दे नुमस्ते चरणारविन्दम् ॥ १॥ 4. समस्तवैकुण्ठशिरोमणौ श्रीकृष्णस्य वृन्दावनधन्यधामिन् । दत्ताधिकारे वृषभानुपुत्र्या वृन्दे नुमस्ते चरणारविन्दम् ॥ ३॥ 5. ॐ…

अन्नपूर्णा मंत्र

|| अन्नपूर्णा मंत्र || 1. कैलासाचलकन्दरालयकरी गौरी उमाशङ्करी कौमारी निगमार्थगोचरकरी ओङ्कारबीजाक्षरी। मोक्षद्वारकपाटपाटनकरी काशीपुराधीश्वरी भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी।। 2. योगानन्दकरी रिपुक्षयकरी धर्मार्थनिष्ठाकरी चन्द्रार्कानलभासमानलहरी त्रैलोक्यरक्षाकरी। सर्वैश्वर्यसमस्तवाञ्छितकरी काशीपुराधीश्वरी भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी।। 3. दृश्यादृश्यविभूतिवाहनकरी ब्रह्माण्डभाण्डोदरी लीलानाटकसूत्रभेदनकरी विज्ञानदीपाङ्कुरी। श्रीविश्वेशमनःप्रसादनकरी काशीपुराधीश्वरी भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी।। 4. नानारत्नविचित्रभूषणकरी हेमाम्बराडम्बरी मुक्ताहारविलम्बमानविलसद्वक्षोजकुम्भान्तरी। काश्मीरागरुवासिताङ्गरुचिरे काशीपुराधीश्वरी भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी।। 5. नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौन्दर्यरत्नाकरी निर्धूताखिलघोरपावनकरी…

गरुड़ मंत्र

|| गरुड़ मंत्र || 1. गरीबी दूर करने का मंत्र ॐ जूं स: 2. संजीवनी मंत्र यक्षि ओम उं स्वाहा 3. ॐ पक्षिराजाय विद्महे पक्षिदेवाय धीमहि तन्नो पक्षिः प्रचोदयात् || 4 गरुड़ गायत्री मंत्र ॐ तत्पुरूषाय विद्महे, सुवर्णपक्षाय धीमहि, तन्नो गरुड: प्रचोदयात् || 5. विष्णुरेकादशी गंगा तुलसीविप्रधेवनः। असारे दुर्गसंसारे षट्पदी मुक्तिदायिनी।।

नवग्रह मंत्र

|| नवग्रह मंत्र || 1. सूर्य मंत्र: बीज मंत्र: ॐ ह्रीं ह्रौं सूर्याय नमः। आ कृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यं च॥ हिरण्येन सविता रक्षेन देवो यति भुवनानि पश्यन्। सूर्यमावाहयामि, स्थापयामि, पूजयामि, नमस्करोमि॥ 2. चन्द्र मंत्र: बीज मंत्र: ॐ ऐं क्लीं सोमाय नमः। इमं देवा असपत्न ग्वं सुवध्वं महते क्षत्राय , महते ज्यैष्ठ्याय महते जानराज्यायेन्द्रिस्येन्द्रियाय। इममममुष्य…

धन्वंतरि मंत्र

॥ ॐ धन्वंतराये नमः॥ आरोग्य प्राप्ति हेतु धन्वंतरि देव का पौराणिक मंत्र ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये: अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः॥ अर्थात् :- परम भगवन को, जिन्हें सुदर्शन वासुदेव धन्वंतरि कहते हैं, जो अमृत कलश लिए हैं, सर्व भयनाशक…

गणेश अंग पूजा मंत्र

|| गणेश अंग पूजा मंत्र || गणेश अंग पूजा भगवान गणेश को समर्पित एक विशेष पूजा विधि है। इसमें भगवान के प्रत्येक अंग को अलग-अलग मंत्रों से पूजा जाता है। यह माना जाता है कि इस पूजा से भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। सनातन धर्म में…

मां सरस्वती मंत्र

|| मां सरस्वती मंत्र || 1. सरस्वती मूल मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं सरस्वत्यै नमः ॥ 2. विद्या-दायिनी सरस्वती मंत्र: सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी। विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा॥ 3. सरस्वती वंदना मंत्र या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा पूजिता, सा मां पातु सरस्वति भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥

गोवर्धन मंत्र

|| गोवर्धन मंत्र || गोवर्धन धराधार गोकुल त्राणकारक। विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रभो भव।।” श्री कृष्ण का शक्तिशाली मंत्र “श्री कृष्णाय वयं नुम: सच्चिदानंदरूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे। तापत्रयविनाशाय श्रीकृष्णाय वयं नुम:।। ॐ देविकानन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात”

Sri Bala Tripurasundari Triyakshari Mantra

|| Sri Bala Tripurasundari Triyakshari Mantra || (śāpōddhāraḥ – ōṁ aiṁ aiṁ sauḥ, klīṁ klīṁ aiṁ, sauḥ sauḥ klīm | iti śatavāraṁ japēt |) asya śrībālātripurasundarī mahāmantrasya dakṣiṇāmūrtiḥ r̥ṣiḥ (śirasi), paṅktiśchandaḥ (mukhē) śrībālātripurasundarī dēvatā (hr̥di), aiṁ bījaṁ (guhyē), sauḥ śaktiḥ (pādayōḥ), klīṁ kīlakaṁ (nābhau), śrībālātripurasundarī prītyarthē japē viniyōgaḥ | karanyāsaḥ – aiṁ aṅguṣṭhābhyāṁ namaḥ |…

ஶ்ரீ பா³லாத்ரிபுரஸுந்த³ரீ த்ர்யக்ஷரீ மந்த்ர꞉

|| ஶ்ரீ பா³லாத்ரிபுரஸுந்த³ரீ த்ர்யக்ஷரீ மந்த்ர꞉ || (ஶாபோத்³தா⁴ர꞉ – ஓம் ஐம் ஐம் ஸௌ꞉, க்லீம் க்லீம் ஐம், ஸௌ꞉ ஸௌ꞉ க்லீம் । இதி ஶதவாரம் ஜபேத் ।) அஸ்ய ஶ்ரீபா³லாத்ரிபுரஸுந்த³ரீ மஹாமந்த்ரஸ்ய த³க்ஷிணாமூர்தி꞉ ருஷி꞉ (ஶிரஸி), பங்க்திஶ்ச²ந்த³꞉ (முகே²) ஶ்ரீபா³லாத்ரிபுரஸுந்த³ரீ தே³வதா (ஹ்ருதி³), ஐம் பீ³ஜம் (கு³ஹ்யே), ஸௌ꞉ ஶக்தி꞉ (பாத³யோ꞉), க்லீம் கீலகம் (நாபௌ⁴), ஶ்ரீபா³லாத்ரிபுரஸுந்த³ரீ ப்ரீத்யர்தே² ஜபே விநியோக³꞉ । கரந்யாஸ꞉ – ஐம் அங்கு³ஷ்டா²ப்⁴யாம் நம꞉ । க்லீம்…

ಶ್ರೀ ಬಾಲಾತ್ರಿಪುರಸುಂದರೀ ತ್ರ್ಯಕ್ಷರೀ ಮಂತ್ರಃ

|| ಶ್ರೀ ಬಾಲಾತ್ರಿಪುರಸುಂದರೀ ತ್ರ್ಯಕ್ಷರೀ ಮಂತ್ರಃ || (ಶಾಪೋದ್ಧಾರಃ – ಓಂ ಐಂ ಐಂ ಸೌಃ, ಕ್ಲೀಂ ಕ್ಲೀಂ ಐಂ, ಸೌಃ ಸೌಃ ಕ್ಲೀಂ | ಇತಿ ಶತವಾರಂ ಜಪೇತ್ |) ಅಸ್ಯ ಶ್ರೀಬಾಲಾತ್ರಿಪುರಸುಂದರೀ ಮಹಾಮಂತ್ರಸ್ಯ ದಕ್ಷಿಣಾಮೂರ್ತಿಃ ಋಷಿಃ (ಶಿರಸಿ), ಪಂಕ್ತಿಶ್ಛಂದಃ (ಮುಖೇ) ಶ್ರೀಬಾಲಾತ್ರಿಪುರಸುಂದರೀ ದೇವತಾ (ಹೃದಿ), ಐಂ ಬೀಜಂ (ಗುಹ್ಯೇ), ಸೌಃ ಶಕ್ತಿಃ (ಪಾದಯೋಃ), ಕ್ಲೀಂ ಕೀಲಕಂ (ನಾಭೌ), ಶ್ರೀಬಾಲಾತ್ರಿಪುರಸುಂದರೀ ಪ್ರೀತ್ಯರ್ಥೇ ಜಪೇ ವಿನಿಯೋಗಃ | ಕರನ್ಯಾಸಃ – ಐಂ ಅಂಗುಷ್ಠಾಭ್ಯಾಂ ನಮಃ | ಕ್ಲೀಂ…

శ్రీ బాలాత్రిపురసుందరీ త్ర్యక్షరీ మంత్రః

|| శ్రీ బాలాత్రిపురసుందరీ త్ర్యక్షరీ మంత్రః || (శాపోద్ధారః – ఓం ఐం ఐం సౌః, క్లీం క్లీం ఐం, సౌః సౌః క్లీం | ఇతి శతవారం జపేత్ |) అస్య శ్రీబాలాత్రిపురసుందరీ మహామంత్రస్య దక్షిణామూర్తిః ఋషిః (శిరసి), పంక్తిశ్ఛందః (ముఖే) శ్రీబాలాత్రిపురసుందరీ దేవతా (హృది), ఐం బీజం (గుహ్యే), సౌః శక్తిః (పాదయోః), క్లీం కీలకం (నాభౌ), శ్రీబాలాత్రిపురసుందరీ ప్రీత్యర్థే జపే వినియోగః | కరన్యాసః – ఐం అంగుష్ఠాభ్యాం నమః | క్లీం…

श्री बालात्रिपुरसुन्दरी त्र्यक्षरी मन्त्रः

|| श्री बालात्रिपुरसुन्दरी त्र्यक्षरी मन्त्रः || (शापोद्धारः – ओं ऐं ऐं सौः, क्लीं क्लीं ऐं, सौः सौः क्लीम् । इति शतवारं जपेत् ।) अस्य श्रीबालात्रिपुरसुन्दरी महामन्त्रस्य दक्षिणामूर्तिः ऋषिः (शिरसि), पङ्क्तिश्छन्दः (मुखे) श्रीबालात्रिपुरसुन्दरी देवता (हृदि), ऐं बीजं (गुह्ये), सौः शक्तिः (पादयोः), क्लीं कीलकं (नाभौ), श्रीबालात्रिपुरसुन्दरी प्रीत्यर्थे जपे विनियोगः । करन्यासः – ऐं अङ्गुष्ठाभ्यां नमः । क्लीं…

वीरभद्र गायत्री मंत्र विधि और लाभ

॥ वीरभद्र मंत्र का जाप विधि ॥ सुबह सूर्योदय के साथ या सूर्यास्त बाद करें। बस्त्र रंग – लाल काधारण करे। दक्षिण दिशा के और बैठे सबसे पहले गणेश जी को अर्घ्य दें। घी का दीपक जलाएं। मन में वीरभद्र स्वामी का मानसिक चित्र बनाएं। रुद्राक्ष माला के सहारे मंत्र का 108 बार जाप करें।…

कुबेर मंत्र

॥ कुबेर मंत्र ॥ ॐ यक्ष कुबेर मंत्र ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥ धन प्राप्ति के लिए कुबेर मंत्र ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥ कुबेर अष्टलक्ष्मी धन प्राप्ति मंत्र ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥ कुबेर मंत्र जाप ॐ यक्षाय…

राशियों के मंत्र

|| राशियों के मंत्र || मेष राशि मंत्र ॐ ऎं क्लीं सौः | Om Aing Kleeng Sauh | वृषभ राशि मंत्र ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं | Om Hreeng Kleeng Shreeng | मिथुन राशि मंत्र ॐ श्रीं ऎं सौः | Om Shreeng Aing Sauh | कर्क राशि मंत्र ॐ ऎं क्लीं श्रीं | Om Aing Kleeng…

भगवान नरसिंह का शक्तिशाली मंत्र

।। नरसिंह मंत्र के फायदे ।। नरसिंह मंत्र से तंत्र-मंत्र बाधा, भूत पिशाच भय, अकाल मृत्यु का डर, असाध्य रोग आदि से मुक्ति मिलती है। श्री नरसिंह प्रतिमा की पूजा करके संकटमोचन नृसिंह मंत्र का स्मरण करें। समस्त संकटों से आसानी से छुटकारा मिल जाएगा। अगर आप को क्रोध से मुक्ति, सुखद और सफल जीवन…

राशियों के इष्टदेव के मंत्र

|| राशियों के इष्टदेव मंत्र || Mesha (Aries) ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मी नारायणाभ्यां नमः ।। Om Hirng Shring Lakshmi Narayanabhyam Namah|| Vrishabha (Taurus) ॐ गोपालाय उत्तरध्वजाय नमः ।। Om Gopalay Utterdhvajay Namah || Mithuna (Gemini) ॐ क्लीं कृष्णाय नमः ।। Om Kling Krishnay Namah|| Karka (Cancer) ॐ हिरण्यगर्भाय अव्यक्तरुपिणे नमः ।। Om HiranyaGarbhay Avyaktrupine Namah…

శ్రీ ధన్వంతరీ మహామంత్రం

|| శ్రీ ధన్వంతరీ మహామంత్రం || ధ్యానం | అచ్యుతానంత గోవింద విష్ణో నారాయణాఽమృత రోగాన్మే నాశయాఽశేషానాశు ధన్వంతరే హరే | ఆరోగ్యం దీర్ఘమాయుష్యం బలం తేజో ధియం శ్రియం స్వభక్తేభ్యోఽనుగృహ్ణంతం వందే ధన్వంతరిం హరిమ్ || ధన్వంతరేరిమం శ్లోకం భక్త్యా నిత్యం పఠంతి యే | అనారోగ్యం న తేషాం స్యాత్ సుఖం జీవంతి తే చిరమ్ || మంత్రం | ఓం నమో భగవతే వాసుదేవాయ ధన్వంతరయే అమృతకలశహస్తాయ [వజ్రజలౌకహస్తాయ] సర్వామయవినాశనాయ త్రైలోక్యనాథాయ శ్రీమహావిష్ణవే…

श्री धन्वन्तरी महामन्त्रम्

|| श्री धन्वन्तरी महामन्त्रम् || ध्यानम् । अच्युतानन्त गोविन्द विष्णो नारायणाऽमृत रोगान्मे नाशयाऽशेषानाशु धन्वन्तरे हरे । आरोग्यं दीर्घमायुष्यं बलं तेजो धियं श्रियं स्वभक्तेभ्योऽनुगृह्णन्तं वन्दे धन्वन्तरिं हरिम् ॥ धन्वन्तरेरिमं श्लोकं भक्त्या नित्यं पठन्ति ये । अनारोग्यं न तेषां स्यात् सुखं जीवन्ति ते चिरम् ॥ मन्त्रम् । ओं नमो भगवते वासुदेवाय धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय [वज्रजलौकहस्ताय] सर्वामयविनाशनाय त्रैलोक्यनाथाय श्रीमहाविष्णवे…

శ్రీ గాయత్రీ మంత్రం

|| శ్రీ గాయత్రీ మంత్రం || ఓం భూర్భువ॑స్సువ॑: | తత్స॑వి॒తుర్వరే॑ణ్య॒o భర్గో॑ దే॒వస్య॑ ధీమహి | ధియో॒ యో న॑: ప్రచో॒దయా॑త్ || (ఋ.౩.౬౨.౧౦)

श्री गायत्री मन्त्रम्

|| श्री गायत्री मन्त्रम् || ओं भूर्भुव॑स्सुवः॑ । तत्स॑वितु॒र्वरे”ण्य॒म् । भ॒र्गो॑ दे॒वस्य॑ धी॒महि । धियो॒ योनः॑ प्रचो॒दया”त् ॥

Sri Gayatri Tattva Mala Mantram

|| Sri Gayatri Tattva Mala Mantram || asya śrīgāyatrītattvamālāmantrasya viśvāmitra r̥ṣiḥ anuṣṭup chandaḥ paramātmā dēvatā halō bījāni svarāḥ śaktayaḥ avyaktaṁ kīlakaṁ mama samastapāpakṣayārthē śrīgāyatrī mālāmantra japē viniyōgaḥ | caturviṁśati tattvānāṁ yadēkaṁ tattvamuttamam | anupādhi paraṁ brahma tatparaṁ jyōtirōmiti || 1 || yō vēdādau svaraḥ prōktō vēdāntē ca pratiṣṭhitaḥ | tasya prakr̥tilīnasya tatparaṁ jyōtirōmiti || 2…

ஶ்ரீ கா³யத்ரீ தத்த்வமாலாமந்த்ரம்

|| ஶ்ரீ கா³யத்ரீ தத்த்வமாலாமந்த்ரம் || அஸ்ய ஶ்ரீகா³யத்ரீதத்த்வமாலாமந்த்ரஸ்ய விஶ்வாமித்ர ருஷி꞉ அநுஷ்டுப் ச²ந்த³꞉ பரமாத்மா தே³வதா ஹலோ பீ³ஜாநி ஸ்வரா꞉ ஶக்தய꞉ அவ்யக்தம் கீலகம் மம ஸமஸ்தபாபக்ஷயார்தே² ஶ்ரீகா³யத்ரீ மாலாமந்த்ர ஜபே விநியோக³꞉ । சதுர்விம்ஶதி தத்த்வாநாம் யதே³கம் தத்த்வமுத்தமம் । அநுபாதி⁴ பரம் ப்³ரஹ்ம தத்பரம் ஜ்யோதிரோமிதி ॥ 1 ॥ யோ வேதா³தௌ³ ஸ்வர꞉ ப்ரோக்தோ வேதா³ந்தே ச ப்ரதிஷ்டி²த꞉ । தஸ்ய ப்ரக்ருதிலீநஸ்ய தத்பரம் ஜ்யோதிரோமிதி ॥ 2 ॥ ததி³த்யாதி³பதை³ர்வாச்யம்…

ಶ್ರೀ ಗಾಯತ್ರೀ ತತ್ತ್ವಮಾಲಾಮಂತ್ರಂ

|| ಶ್ರೀ ಗಾಯತ್ರೀ ತತ್ತ್ವಮಾಲಾಮಂತ್ರಂ || ಅಸ್ಯ ಶ್ರೀಗಾಯತ್ರೀತತ್ತ್ವಮಾಲಾಮಂತ್ರಸ್ಯ ವಿಶ್ವಾಮಿತ್ರ ಋಷಿಃ ಅನುಷ್ಟುಪ್ ಛಂದಃ ಪರಮಾತ್ಮಾ ದೇವತಾ ಹಲೋ ಬೀಜಾನಿ ಸ್ವರಾಃ ಶಕ್ತಯಃ ಅವ್ಯಕ್ತಂ ಕೀಲಕಂ ಮಮ ಸಮಸ್ತಪಾಪಕ್ಷಯಾರ್ಥೇ ಶ್ರೀಗಾಯತ್ರೀ ಮಾಲಾಮಂತ್ರ ಜಪೇ ವಿನಿಯೋಗಃ | ಚತುರ್ವಿಂಶತಿ ತತ್ತ್ವಾನಾಂ ಯದೇಕಂ ತತ್ತ್ವಮುತ್ತಮಮ್ | ಅನುಪಾಧಿ ಪರಂ ಬ್ರಹ್ಮ ತತ್ಪರಂ ಜ್ಯೋತಿರೋಮಿತಿ || ೧ || ಯೋ ವೇದಾದೌ ಸ್ವರಃ ಪ್ರೋಕ್ತೋ ವೇದಾಂತೇ ಚ ಪ್ರತಿಷ್ಠಿತಃ | ತಸ್ಯ ಪ್ರಕೃತಿಲೀನಸ್ಯ ತತ್ಪರಂ ಜ್ಯೋತಿರೋಮಿತಿ || ೨ || ತದಿತ್ಯಾದಿಪದೈರ್ವಾಚ್ಯಂ…

శ్రీ గాయత్రీ తత్త్వమాలామంత్రం

|| శ్రీ గాయత్రీ తత్త్వమాలామంత్రం || అస్య శ్రీగాయత్రీతత్త్వమాలామంత్రస్య విశ్వామిత్ర ఋషిః అనుష్టుప్ ఛందః పరమాత్మా దేవతా హలో బీజాని స్వరాః శక్తయః అవ్యక్తం కీలకం మమ సమస్తపాపక్షయార్థే శ్రీగాయత్రీ మాలామంత్ర జపే వినియోగః | చతుర్వింశతి తత్త్వానాం యదేకం తత్త్వముత్తమమ్ | అనుపాధి పరం బ్రహ్మ తత్పరం జ్యోతిరోమితి || ౧ || యో వేదాదౌ స్వరః ప్రోక్తో వేదాంతే చ ప్రతిష్ఠితః | తస్య ప్రకృతిలీనస్య తత్పరం జ్యోతిరోమితి || ౨ || తదిత్యాదిపదైర్వాచ్యం…

श्री गायत्री तत्त्वमालामन्त्रम्

|| श्री गायत्री तत्त्वमालामन्त्रम् || अस्य श्रीगायत्रीतत्त्वमालामन्त्रस्य विश्वामित्र ऋषिः अनुष्टुप् छन्दः परमात्मा देवता हलो बीजानि स्वराः शक्तयः अव्यक्तं कीलकं मम समस्तपापक्षयार्थे श्रीगायत्री मालामन्त्र जपे विनियोगः । चतुर्विंशति तत्त्वानां यदेकं तत्त्वमुत्तमम् । अनुपाधि परं ब्रह्म तत्परं ज्योतिरोमिति ॥ १ ॥ यो वेदादौ स्वरः प्रोक्तो वेदान्ते च प्रतिष्ठितः । तस्य प्रकृतिलीनस्य तत्परं ज्योतिरोमिति ॥ २ ॥ तदित्यादिपदैर्वाच्यं…

Sri Manasa Devi Mantra

|| Sri Manasa Devi Mantra || dhyānam | śvētacampakavarṇābhāṁ ratnabhūṣaṇabhūṣitām | vahniśuddhāṁśukādhānāṁ nāgayajñōpavītinīm || 1 || mahājñānayutāṁ caiva pravarāṁ jñānināṁ satām | siddhādhiṣṭātr̥dēvīṁ ca siddhāṁ siddhipradāṁ bhajē || 2 || pañcōpacāra pūjā | ōṁ namō manasāyai – gandhaṁ parikalpayāmi | ōṁ namō manasāyai – puṣpaṁ parikalpayāmi | ōṁ namō manasāyai – dhūpaṁ parikalpayāmi | ōṁ…

ஶ்ரீ மனஸா தேவீ மூலமந்த்ரம்

|| ஶ்ரீ மனஸா தேவீ மூலமந்த்ரம் || த்⁴யாநம் । ஶ்வேதசம்பகவர்ணாபா⁴ம் ரத்நபூ⁴ஷணபூ⁴ஷிதாம் । வஹ்நிஶுத்³தா⁴ம்ஶுகாதா⁴நாம் நாக³யஜ்ஞோபவீதிநீம் ॥ 1 ॥ மஹாஜ்ஞாநயுதாம் சைவ ப்ரவராம் ஜ்ஞாநிநாம் ஸதாம் । ஸித்³தா⁴தி⁴ஷ்டாத்ருதே³வீம் ச ஸித்³தா⁴ம் ஸித்³தி⁴ப்ரதா³ம் ப⁴ஜே ॥ 2 ॥ பஞ்சோபசார பூஜா । ஓம் நமோ மநஸாயை – க³ந்த⁴ம் பரிகல்பயாமி । ஓம் நமோ மநஸாயை – புஷ்பம் பரிகல்பயாமி । ஓம் நமோ மநஸாயை – தூ⁴பம் பரிகல்பயாமி । ஓம்…

ಶ್ರೀ ಮನಸಾ ದೇವೀ ಮೂಲಮಂತ್ರಂ

|| ಶ್ರೀ ಮನಸಾ ದೇವೀ ಮೂಲಮಂತ್ರಂ || ಧ್ಯಾನಮ್ | ಶ್ವೇತಚಂಪಕವರ್ಣಾಭಾಂ ರತ್ನಭೂಷಣಭೂಷಿತಾಮ್ | ವಹ್ನಿಶುದ್ಧಾಂಶುಕಾಧಾನಾಂ ನಾಗಯಜ್ಞೋಪವೀತಿನೀಮ್ || ೧ || ಮಹಾಜ್ಞಾನಯುತಾಂ ಚೈವ ಪ್ರವರಾಂ ಜ್ಞಾನಿನಾಂ ಸತಾಮ್ | ಸಿದ್ಧಾಧಿಷ್ಟಾತೃದೇವೀಂ ಚ ಸಿದ್ಧಾಂ ಸಿದ್ಧಿಪ್ರದಾಂ ಭಜೇ || ೨ || ಪಂಚೋಪಚಾರ ಪೂಜಾ | ಓಂ ನಮೋ ಮನಸಾಯೈ – ಗಂಧಂ ಪರಿಕಲ್ಪಯಾಮಿ | ಓಂ ನಮೋ ಮನಸಾಯೈ – ಪುಷ್ಪಂ ಪರಿಕಲ್ಪಯಾಮಿ | ಓಂ ನಮೋ ಮನಸಾಯೈ – ಧೂಪಂ ಪರಿಕಲ್ಪಯಾಮಿ | ಓಂ…

శ్రీ మనసా దేవీ మూలమంత్రం

|| శ్రీ మనసా దేవీ మూలమంత్రం || ధ్యానమ్ | శ్వేతచంపకవర్ణాభాం రత్నభూషణభూషితామ్ | వహ్నిశుద్ధాంశుకాధానాం నాగయజ్ఞోపవీతినీమ్ || ౧ || మహాజ్ఞానయుతాం చైవ ప్రవరాం జ్ఞానినాం సతామ్ | సిద్ధాధిష్టాతృదేవీం చ సిద్ధాం సిద్ధిప్రదాం భజే || ౨ || పంచోపచార పూజా | ఓం నమో మనసాయై – గంధం పరికల్పయామి | ఓం నమో మనసాయై – పుష్పం పరికల్పయామి | ఓం నమో మనసాయై – ధూపం పరికల్పయామి | ఓం…

श्री मनसा देवी मूलमन्त्रम्

|| श्री मनसा देवी मूलमन्त्रम् || ध्यानम् । श्वेतचम्पकवर्णाभां रत्नभूषणभूषिताम् । वह्निशुद्धांशुकाधानां नागयज्ञोपवीतिनीम् ॥ १ ॥ महाज्ञानयुतां चैव प्रवरां ज्ञानिनां सताम् । सिद्धाधिष्टातृदेवीं च सिद्धां सिद्धिप्रदां भजे ॥ २ ॥ पञ्चोपचार पूजा । ओं नमो मनसायै – गन्धं परिकल्पयामि । ओं नमो मनसायै – पुष्पं परिकल्पयामि । ओं नमो मनसायै – धूपं परिकल्पयामि । ओं…

Sri Shiva Panchakshari Mantra (Nyasa Sahitam)

|| Sri Shiva Panchakshari Mantra (Nyasa Sahitam) || ācamanam ōṁ śambhavē svāhā | ōṁ śaṅkarāya svāhā | ōṁ śāntāya svāhā | ōṁ śāśvatāya namaḥ | śiva, sthāṇō, bhavānīpatē, bhūtēśa, tripurāntaka, trinayana, śrīkaṇṭha, kālāntaka, śarva, ugra, abhava, bharga, bhīma, jagatāṁ nātha, akṣaya, śrīnidhē, rudra, īśāna, mahēśa, mahādēvāya namaḥ || viniyōgaḥ asya śrī śiva pañcākṣarī mantrasya vāmadēva…

ஶ்ரீ ஶிவ பஞ்சாக்ஷரீ மந்த்ர꞉ (ந்யாஸ ஸஹிதம்)

|| ஶ்ரீ ஶிவ பஞ்சாக்ஷரீ மந்த்ர꞉ (ந்யாஸ ஸஹிதம்) || ஆசமநம் ஓம் ஶம்ப⁴வே ஸ்வாஹா । ஓம் ஶங்கராய ஸ்வாஹா । ஓம் ஶாந்தாய ஸ்வாஹா । ஓம் ஶாஶ்வதாய நம꞉ । ஶிவ, ஸ்தா²ணோ, ப⁴வாநீபதே, பூ⁴தேஶ, த்ரிபுராந்தக, த்ரிநயந, ஶ்ரீகண்ட², காலாந்தக, ஶர்வ, உக்³ர, அப⁴வ, ப⁴ர்க³, பீ⁴ம, ஜக³தாம் நாத², அக்ஷய, ஶ்ரீநிதே⁴, ருத்³ர, ஈஶாந, மஹேஶ, மஹாதே³வாய நம꞉ ॥ விநியோக³꞉ அஸ்ய ஶ்ரீ ஶிவ பஞ்சாக்ஷரீ மந்த்ரஸ்ய வாமதே³வ…

ಶ್ರೀ ಶಿವ ಪಂಚಾಕ್ಷರೀ ಮಂತ್ರಃ (ನ್ಯಾಸ ಸಹಿತಂ)

|| ಶ್ರೀ ಶಿವ ಪಂಚಾಕ್ಷರೀ ಮಂತ್ರಃ (ನ್ಯಾಸ ಸಹಿತಂ) || ಆಚಮನಮ್ ಓಂ ಶಂಭವೇ ಸ್ವಾಹಾ | ಓಂ ಶಂಕರಾಯ ಸ್ವಾಹಾ | ಓಂ ಶಾಂತಾಯ ಸ್ವಾಹಾ | ಓಂ ಶಾಶ್ವತಾಯ ನಮಃ | ಶಿವ, ಸ್ಥಾಣೋ, ಭವಾನೀಪತೇ, ಭೂತೇಶ, ತ್ರಿಪುರಾಂತಕ, ತ್ರಿನಯನ, ಶ್ರೀಕಂಠ, ಕಾಲಾಂತಕ, ಶರ್ವ, ಉಗ್ರ, ಅಭವ, ಭರ್ಗ, ಭೀಮ, ಜಗತಾಂ ನಾಥ, ಅಕ್ಷಯ, ಶ್ರೀನಿಧೇ, ರುದ್ರ, ಈಶಾನ, ಮಹೇಶ, ಮಹಾದೇವಾಯ ನಮಃ || ವಿನಿಯೋಗಃ ಅಸ್ಯ ಶ್ರೀ ಶಿವ ಪಂಚಾಕ್ಷರೀ ಮಂತ್ರಸ್ಯ ವಾಮದೇವ…

శ్రీ శివ పంచాక్షరీ మంత్రః (న్యాస సహితం)

|| శ్రీ శివ పంచాక్షరీ మంత్రః (న్యాస సహితం) || ఆచమనమ్ ఓం శంభవే స్వాహా | ఓం శంకరాయ స్వాహా | ఓం శాంతాయ స్వాహా | ఓం శాశ్వతాయ నమః | శివ, స్థాణో, భవానీపతే, భూతేశ, త్రిపురాంతక, త్రినయన, శ్రీకంఠ, కాలాంతక, శర్వ, ఉగ్ర, అభవ, భర్గ, భీమ, జగతాం నాథ, అక్షయ, శ్రీనిధే, రుద్ర, ఈశాన, మహేశ, మహాదేవాయ నమః || వినియోగః అస్య శ్రీ శివ పంచాక్షరీ మంత్రస్య వామదేవ…

श्री शिव पञ्चाक्षरी मन्त्रः (न्यास सहितं)

|| श्री शिव पञ्चाक्षरी मन्त्रः (न्यास सहितं) || श्री शिव पञ्चाक्षरी मन्त्रः (न्यास सहितं) आचमनम् ओं शम्भवे स्वाहा । ओं शङ्कराय स्वाहा । ओं शान्ताय स्वाहा । ओं शाश्वताय नमः । शिव, स्थाणो, भवानीपते, भूतेश, त्रिपुरान्तक, त्रिनयन, श्रीकण्ठ, कालान्तक, शर्व, उग्र, अभव, भर्ग, भीम, जगतां नाथ, अक्षय, श्रीनिधे, रुद्र, ईशान, महेश, महादेवाय नमः ॥ विनियोगः…

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