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Parvati Ji

देवी मातंगी सहस्रनामावली

Matangi Mata Sahastra Namavali Hindi

Parvati JiSahastranaam (सहस्त्रनाम संग्रह)संस्कृत
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देवी मातंगी तंत्र साधना और विद्या की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। उन्हें “तंत्र स्वरूपिणी” और “सरस्वती का तांत्रिक रूप” भी कहा जाता है। देवी मातंगी सहस्रनामावली में उनके एक हजार पवित्र नामों का वर्णन है, जो उनकी महिमा, शक्ति और अनुकंपा को प्रकट करते हैं। यह सहस्रनामावली देवी की कृपा प्राप्त करने और जीवन में ज्ञान, कला, और समृद्धि लाने का माध्यम है। देवी मातंगी विशेष रूप से उन भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं, जो विद्या, वाणी और तांत्रिक सिद्धियों की साधना करते हैं।

देवी मातंगी सहस्रनामावली पढ़ने के लाभ

  • देवी मातंगी का सहस्रनाम पाठ करने से व्यक्ति में ज्ञान, विद्या, और वाणी की प्रतिभा बढ़ती है।
  • देवी की कृपा से कला, संगीत और साहित्य में निपुणता प्राप्त होती है।
  • जीवन में आने वाले बाधाओं और कष्टों को दूर करने में यह सहस्रनामावली अत्यंत प्रभावी है।
  • सहस्रनामावली का पाठ साधक को आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर करता है और ध्यान में गहराई लाता है।
  • देवी मातंगी तांत्रिक सिद्धियों की देवी हैं। उनका यह पाठ साधकों को सिद्धियां प्रदान करता है।
  • देवी की कृपा से भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
  • देवी मातंगी का आशीर्वाद घर में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।

देवी मातंगी सहस्रनामावली पढ़ने के नियम

  • पाठ से पहले स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को शुद्ध करें।
  • पाठ आरंभ करने से पहले देवी मातंगी के समक्ष अपनी मनोकामना का संकल्प लें।
  • यह पाठ विशेष रूप से मंगलवार, पूर्णिमा, और नवरात्रि के दौरान शुभ माना जाता है।
  • काले या लाल आसन पर बैठें और उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख करें।
  • प्रातःकाल ब्रह्ममुहूर्त में या रात के समय (तांत्रिक साधना में) पाठ करना श्रेष्ठ है।
  • पाठ के दौरान देवी मातंगी के दिव्य स्वरूप और उनकी कृपा का ध्यान करें।

देवी मातंगी सहस्रनामावली की पूजा विधि

  • देवी मातंगी की मूर्ति या चित्र, लाल और पीले फूल, धूप, दीप और काले तिल, नीम और बेलपत्र, मिष्ठान्न और गुड़ का भोग पूजा सामग्री एकत्रित करें।
  • देवी के समक्ष दीप जलाकर “ॐ ह्रीं मातंग्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
  • देवी को लाल फूल और बेलपत्र अर्पित करें।
  • शांतचित्त होकर सहस्रनामावली का पाठ करें।
  • हर नाम के साथ देवी की शक्ति और उनकी कृपा का ध्यान करें।
  • देवी को गुड़ और मिष्ठान्न का भोग लगाएं।
  • अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
  • पूजा के अंत में देवी की आरती करें।
  • प्रसाद को सभी भक्तों में वितरित करें।

।। देवी मातंगी सहस्रनामावली ।।

ॐ अहन्तातिकारिण्यै नमः।
ॐ अहिभूषणायै नमः।
ॐ कङ्काल्यै नमः।
ॐ कठिन्यै नमः।
ॐ कठोरकरणायै नमः।
ॐ कण्ठवत्यै नमः।
ॐ कदम्बस्थायै नमः।
ॐ कदलीकुशशायिन्यै नमः।
ॐ कनकशोभाढ्यायै नमः।
ॐ कन्दलालयायै नमः।
ॐ कपटिन्यै नमः।
ॐ कपर्दिन्यै नमः।
ॐ कपालवसिन्यै नमः।
ॐ कपालिन्यै नमः।
ॐ कमलस्थायै कलावत्यै नमः।
ॐ कमलस्थायै नमः।
ॐ कमलस्थायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ कम्पमानशिरोरुहायै नमः।
ॐ करभोर्वै नमः।
ॐ करिहस्तायै नमः।
ॐ कलकण्ठिन्यै नमः।
ॐ कलभाषिण्यै नमः।
ॐ कलायै नमः।
ॐ काञ्च्यै नमः।
ॐ कात्यायन्यै नमः।
ॐ कादम्बर्यै नमः।
ॐ कान्तायै नमः।
ॐ कामदात्र्यै नमः।
ॐ कामपत्न्यै नमः।
ॐ कामरत्यै नमः।
ॐ कामरूपायै नमः।
ॐ कामवन्दितायै नमः।
ॐ कामाख्यायै नमः।
ॐ कामेश्यै नमः।
ॐ कार्तिक्यै नमः।
ॐ कालकामिन्यै नमः।
ॐ कालप्रियायै नमः।
ॐ कालिकायै नमः।
ॐ काल्यै नमः।
ॐ काल्यै नमः।
ॐ काल्यै नमः।
ॐ काश्यै नमः।
ॐ काष्ठायै नमः।
ॐ कीरायै नमः।
ॐ कुङ्कुमप्रेमधारिण्यै नमः।
ॐ कुञ्जरतायै नमः।
ॐ कुञ्जरस्थायै नमः।
ॐ कुटिलायै नमः।
ॐ कुटुम्बिन्यै नमः।
ॐ कुण्डपद्मायै नमः।
ॐ कुण्डप्रियायै नमः।
ॐ कुण्डरुच्यै नमः।
ॐ कुण्डलाङ्गदमण्डितायै नमः।
ॐ कुण्डलायै नमः।
ॐ कुन्दबिम्बालिनदिन्यै नमः।
ॐ कुपितायै नमः।
ॐ कुमार्यै नमः।
ॐ कुमुदप्रीतिवर्धिन्यै नमः।
ॐ कुमुदिन्यै नमः।
ॐ कुम्भस्तन्यै नमः।
ॐ कुम्भीकाङ्गायै नमः।
ॐ कुम्भ्यै नमः।
ॐ कुरङ्गनयनायै नमः।
ॐ कुरूढकुसुमप्रियायै नमः।
ॐ कुलस्थायै नमः।
ॐ कुलायै नमः।
ॐ कुलीनायै नमः।
ॐ कुशवर्तिन्यै नमः।
ॐ कुशावर्त्तायै नमः।
ॐ कुसुम्भकुसुमाकरायै नमः।
ॐ कृत्तिकायै नमः।
ॐ कृपायुक्तायै नमः।
ॐ केलिकरायै नमः।
ॐ केल्यै नमः।
ॐ केशदायिन्यै नमः।
ॐ केशवप्रियायै नमः।
ॐ केशिन्यै नमः।
ॐ केश्यै नमः।
ॐ कोकिलायै नमः।
ॐ कोटरस्थायै नमः।
ॐ कौमुद्यै नमः।
ॐ कौशाम्भ्यै नमः।
ॐ क्रतवे नमः।
ॐ क्रतुकरप्रियायै नमः।
ॐ क्वणत्किङ्किणिकाकट्यै नमः।
ॐ क्षणक्षुते नमः।
ॐ क्षणदायै नमः।
ॐ क्षणायै नमः।
ॐ क्षत्यै नमः।
ॐ क्षत्रियाङ्गनायै नमः।
ॐ क्षमायै नमः।
ॐ क्षमावत्यै नमः।
ॐ क्षयकर्यै नमः।
ॐ क्षयकर्यै नमः।
ॐ क्षयकृते नमः।
ॐ क्षयायै नमः।
ॐ क्षान्त्यै नमः।
ॐ क्षामायै नमः।
ॐ क्षामोदर्यै नमः।
ॐ क्षीणपातकायै नमः।
ॐ क्षीरदायै नमः।
ॐ क्षीरसागरायै नमः।
ॐ क्षीरायै नमः।
ॐ क्षुत्क्षमायै नमः।
ॐ क्षुत्क्षीणायै नमः।
ॐ क्षुद्रिकाक्षुद्रायै नमः।
ॐ क्षुद्रिकायै नमः।
ॐ क्षेमङ्कर्यै नमः।
ॐ क्षेम्यायै नमः।
ॐ क्षौमभृते नमः।
ॐ खगायै नमः।
ॐ खञ्जरीटेक्षणायै नमः।
ॐ खञ्जायै नमः।
ॐ खट्वाङ्गधारिण्यै नमः।
ॐ खट्वायै नमः।
ॐ खड्गिन्यै नमः।
ॐ खण्डखाद्यायै नमः।
ॐ खण्डनप्रियायै नमः।
ॐ खण्डप्रियायै नमः।
ॐ खण्डसिन्धवे नमः।
ॐ खण्डितायै नमः।
ॐ खण्डिन्यै नमः।
ॐ खरखण्डिन्यै नमः।
ॐ खरगायै नमः।
ॐ खरनादायै नमः।
ॐ खरस्थायै नमः।
ॐ खरांशवे नमः।
ॐ खरायै नमः।
ॐ खेचर्यै नमः।
ॐ खेलनप्रियायै नमः।
ॐ खेलन्यै नमः।
ॐ ख्यात्यै नमः।
ॐ गगनगायै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गजगायै नमः।
ॐ गणायै नमः।
ॐ गण्डसदनायै नमः।
ॐ गयायै नमः।
ॐ गरुडध्वजायै नमः।
ॐ गवे नमः।
ॐ गारुड्यै नमः।
ॐ गिरिभूपालदुहितायै नमः।
ॐ गिर्यै नमः।
ॐ गीतप्रियायै नमः।
ॐ गीतायै नमः।
ॐ गुणप्रीत्यै नमः।
ॐ गुरवे नमः।
ॐ गूढविग्रस्तगुञ्जिन्यै नमः।
ॐ गूढायै नमः।
ॐ गेयायै नमः।
ॐ गोकुलवासिन्यै नमः।
ॐ गोकुलायै नमः।
ॐ गोक्षायै नमः।
ॐ गोगायै नमः।
ॐ गोतम्यै नमः।
ॐ गोदावर्यै नमः।
ॐ गोपिन्यै नमः।
ॐ गोप्त्र्यै नमः।
ॐ गोप्यै नमः।
ॐ गोप्रतारिण्यै नमः।
ॐ गोविन्दिन्यै नमः।
ॐ गौतम्यै नमः।
ॐ गौर्यै नमः।
ॐ गौर्यै नमः।
ॐ घटघटावृतायै नमः।
ॐ घटनायै नमः।
ॐ घटस्थायै नमः।
ॐ घण्टानादप्रियायै नमः।
ॐ घण्टायै नमः।
ॐ घण्टायै नमः।
ॐ घननिस्वनायै नमः।
ॐ घनरुच्यै नमः।
ॐ घनस्तन्यै नमः।
ॐ घनोरवे नमः।
ॐ घातकर्यै नमः।
ॐ घातनिवारिण्यै नमः।
ॐ घुक्षकर्यै नमः।
ॐ घुङ्कारिण्यै नमः।
ॐ घूघूकपरिवारितायै नमः।
ॐ घृतप्रीत्यै नमः।
ॐ घृतवृष्ट्यै नमः।
ॐ घृताच्यै नमः।
ॐ घृताञ्जन्यै नमः।
ॐ घोटकवाहिन्यै नमः।
ॐ घोटायै नमः।
ॐ घोररूपायै नमः।
ॐ घोरायै नमः।
ॐ चकोर्यै नमः।
ॐ चक्रमोदिन्यै नमः।
ॐ चक्रवर्तिवध्वै नमः।
ॐ चक्राङ्ग्यै नमः।
ॐ चञ्चरीक्यै नमः।
ॐ चञ्चवे नमः।
ॐ चञ्चवे नमः।
ॐ चण्डायै नमः।
ॐ चण्डालवासिन्यै नमः।
ॐ चपलायै नमः।
ॐ चमत्कृत्यै नमः।
ॐ चम्पकप्रीत्यै नमः।
ॐ चातुर्यै नमः।
ॐ चातुर्वर्ण्यमय्यै नमः।
ॐ चापिन्यै नमः।
ॐ चामुण्डायै नमः।
ॐ चिञ्चामूलनिवासिन्यै नमः।
ॐ चितायै नमः।
ॐ चित्तवृत्यै नमः।
ॐ चित्रायै नमः।
ॐ चिन्तामणिस्थितायै नमः।
ॐ चिरञ्जीविन्यै नमः।
ॐ चीरधारिण्यै नमः।
ॐ चेतनप्रियायै नमः।
ॐ चेतनायै नमः।
ॐ चेतश्चर्यै नमः।
ॐ चोराचार्य्यायै नमः।
ॐ छटायै नमः।
ॐ छत्रदायै नमः।
ॐ छत्रमध्यस्थायै नमः।
ॐ छद्मिन्यै नमः।
ॐ छन्दाकर्यै नमः।
ॐ छर्वै नमः।
ॐ छलप्रीत्यै नमः।
ॐ छलिन्यै नमः।
ॐ छान्दस्यै नमः।
ॐ छायायै नमः।
ॐ छिण्टिच्छेदकर्यै नमः।
ॐ छिदायै नमः।
ॐ छिन्दाकर्यै नमः।
ॐ छिन्दायै नमः।
ॐ छिन्नायै नमः।
ॐ छुच्छुन्दरनिभस्वनायै नमः।
ॐ छुच्छुन्दर्यै नमः।
ॐ छुरिकायै नमः।
ॐ जगच्छोभाकर्यै नमः।
ॐ जगज्जन्यै नमः।
ॐ जगज्जीवपरायै नमः।
ॐ जगज्जीवमय्यै नमः।
ॐ जगज्जीवायै नमः।
ॐ जगतीत्राणकृज्जङ्घायै नमः।
ॐ जगते नमः।
ॐ जगत्क्षोभकर्यै नमः।
ॐ जगत्क्षोभविनाशिन्यै नमः।
ॐ जगत्यै नमः।
ॐ जगदावासायै नमः।
ॐ जङ्गमप्रियायै नमः।
ॐ जङ्गमायै नमः।
ॐ जत्वै नमः।
ॐ जननिरतायै नमः।
ॐ जननीगृहवासिन्यै नमः।
ॐ जनप्रियायै नमः।
ॐ जनहितायै नमः।
ॐ जनानुरागायै नमः।
ॐ जनापवादायै नमः।
ॐ जनायै नमः।
ॐ जन्तुप्रधानायै नमः।
ॐ जन्मभुवे नमः।
ॐ जन्यायै नमः।
ॐ जपत्यै नमः।
ॐ जपापुष्पप्रियायै नमः।
ॐ जपायै नमः।
ॐ जपायै नमः।
ॐ जपार्हायै नमः।
ॐ जप्यायै नमः।
ॐ जप्यायै नमः।
ॐ जभुवे नमः।
ॐ जम्बूप्रियायै नमः।
ॐ जम्भस्यै नमः।
ॐ जयदायै नमः।
ॐ जयदायै नमः।
ॐ जयदायै नमः।
ॐ जयप्रियायै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ जरत्कारवे नमः।
ॐ जलचक्रनिवासिन्यै नमः।
ॐ जलजायै नमः।
ॐ जलजायै नमः।
ॐ जलजेक्षणायै नमः।
ॐ जलप्रियायै नमः।
ॐ जलमुक्तायै नमः।
ॐ जलवासायै नमः।
ॐ जलविस्फूर्जितवपुषे नमः।
ॐ जलवेलायै नमः।
ॐ जलशोभावत्यै नमः।
ॐ जलारोहायै नमः।
ॐ जलार्तिकृते नमः।
ॐ जलौकायै नमः।
ॐ जलौकायै नमः।
ॐ जवायै नमः।
ॐ जातिप्रियायै नमः।
ॐ जातिरूपिण्यै नमः।
ॐ जातिहायै नमः।
ॐ जातीपुष्पप्रियायै नमः।
ॐ जातीफलविनोदिन्यै नमः।
ॐ जात्यै नमः।
ॐ जात्यै नमः।
ॐ जानुस्थायै नमः।
ॐ जाप्यभूषणायै नमः।
ॐ जामलायै नमः।
ॐ जायायै नमः।
ॐ जायिन्यै नमः।
ॐ जायिन्यै नमः।
ॐ जायिन्यै नमः।
ॐ जालनाशिन्यै नमः।
ॐ जालन्धरमयीजानवे नमः।
ॐ जीमूतवाहनरुच्यै नमः।
ॐ जीमूतसदृशीरुच्यै नमः।
ॐ जीमूतायै नमः।
ॐ जीर्णवस्त्रकृते नमः।
ॐ जीर्णवस्त्रधरायै नमः।
ॐ जीर्णायै नमः।
ॐ जीवनस्थायै नमः।
ॐ जीवनस्थायै नमः।
ॐ जीवायै नमः।
ॐ जीवायै नमः।
ॐ ज्ञानमोहिन्यै नमः।
ॐ ज्वलत्पावकशोभिन्यै नमः।
ॐ ज्वलत्यै नमः।
ॐ ज्वालायै नमः।
ॐ झञ्झ्यै नमः।
ॐ झणत्कारकर्यै नमः।
ॐ झम्पकर्यै नमः।
ॐ झम्पत्रासनिवारिण्यै नमः।
ॐ झम्पायै नमः।
ॐ झिञ्झायै नमः।
ॐ झिञ्झायै नमः।
ॐ झिल्लमय्यै नमः।
ॐ टङ्ककर्यै नमः।
ॐ टङ्कारकरणांहसायै नमः।
ॐ टङ्कारस्थायै नमः।
ॐ टङ्कारोट्टकृतष्ठीवायै नमः।
ॐ डाकिन्यै नमः।
ॐ डामिर्यै नमः।
ॐ डिण्डिमध्वनिनादिन्यै नमः।
ॐ डिण्डीरवसनावृतायै नमः।
ॐ तच्चिन्तात्तायै नमः।
ॐ तटस्थायै नमः।
ॐ तन्तवे नमः।
ॐ तपनद्युत्यै नमः।
ॐ तपिन्यै नमः।
ॐ तमःप्रियायै नमः।
ॐ तमःसङ्क्षोभकारिण्यै नमः।
ॐ तमालिन्यै नमः।
ॐ तमिस्रायै नमः।
ॐ तमोदानवत्यै नमः।
ॐ तम्यै नमः।
ॐ तरुण्यै नमः।
ॐ तरुण्यै नमः।
ॐ तापिन्यै नमः।
ॐ तामस्यै नमः।
ॐ तामस्यै नमः।
ॐ ताम्रतालस्थानवत्यै नमः।
ॐ ताम्रपर्ण्यै नमः।
ॐ ताम्रवत्यै नमः।
ॐ ताम्रायै नमः।
ॐ ताम्रोष्ठायै नमः।
ॐ तारकाधीशशेखरायै नमः।
ॐ तारकेशकुटुम्बिन्यै नमः।
ॐ तारकेश्यै नमः।
ॐ तारायै नमः।
ॐ तिलकृते नमः।
ॐ तिलतैलाक्तायै नमः।
ॐ तिलपुष्पप्रियायै नमः।
ॐ तिलोत्तमायै नमः।
ॐ तीरायै नमः।
ॐ तीव्रपराक्रमायै नमः।
ॐ तीव्रायै नमः।
ॐ तुदिन्यै नमः।
ॐ तुनिन्यै नमः।
ॐ तुन्दायै नमः।
ॐ तुन्दिलायै नमः।
ॐ तुन्दिलायै नमः।
ॐ तुमुलायै नमः।
ॐ तुम्बायै नमः।
ॐ तुलजायै नमः।
ॐ तुलसम्भवायै नमः।
ॐ तुलाकोटिनिनादिन्यै नमः।
ॐ तुलाकोटिसुवेगायै नमः।
ॐ तुलादानकर्यै नमः।
ॐ तुलाश्रयायै नमः।
ॐ तुलाश्रयायै नमः।
ॐ तुल्यकामायै नमः।
ॐ तुल्यकालायै नमः।
ॐ तुल्यगत्यै नमः।
ॐ तुल्यवेगायै नमः।
ॐ तुल्यायै नमः।
ॐ त्वरहायै नमः।
ॐ त्वरितायै नमः।
ॐ दण्डिन्यै नमः।
ॐ दन्तिन्यै नमः।
ॐ दमवत्यै नमः।
ॐ दम्पतीभ्यां नमः।
ॐ दम्यै नमः।
ॐ दयायै नमः।
ॐ दयालवे नमः।
ॐ दरदात्र्यै नमः।
ॐ दरदायै नमः।
ॐ दरिद्रायै नमः।
ॐ दशादीपस्थितायै नमः।
ॐ दाडिमस्तन्यै नमः।
ॐ दामायै नमः।
ॐ दामिन्यै नमः।
ॐ दारिण्यै नमः।
ॐ दित्यायै नमः।
ॐ दीनवत्सलायै नमः।
ॐ दीनवत्सलायै नमः।
ॐ दुःखप्रशमकारिण्यै नमः।
ॐ दुन्दुभीध्वान्तायै नमः।
ॐ दुर्गन्धनाशिन्यै नमः।
ॐ दुर्गन्धायै नमः।
ॐ दुर्गम्यायै नमः।
ॐ दुर्गवासिन्यै नमः।
ॐ दुर्गायै नमः।
ॐ दुर्गार्तिशमन्यै नमः।
ॐ दुर्व्याधदयितायै नमः।
ॐ दुस्स्थायै नमः।
ॐ दूरवासिन्यै नमः।
ॐ दूरस्थायै नमः।
ॐ देवतानतायै नमः।
ॐ देवतामय्यै नमः।
ॐ देवभूषणायै नमः।
ॐ देवमूर्तिकरायै नमः।
ॐ देववध्वै नमः।
ॐ देवायै नमः।
ॐ दैत्यायै नमः।
ॐ दोलाक्रीडायै नमः।
ॐ दोषकारिण्यै नमः।
ॐ दोषादोषहायै नमः।
ॐ धनदायिन्यै नमः।
ॐ धनुर्धरायै नमः।
ॐ धमनीधूर्तविग्रहायै नमः।
ॐ धमन्यै नमः।
ॐ धरित्र्यै नमः।
ॐ धर्मदायै नमः।
ॐ धीरमानसायै नमः।
ॐ धीरारवायै नमः।
ॐ धुरन्धरायै नमः।
ॐ धुरीणायै नमः।
ॐ धूममोदिन्यै नमः।
ॐ धूमलायै नमः।
ॐ धूम्रपानायै नमः।
ॐ धूम्रवर्णायै नमः।
ॐ धौरेय्यै नमः।
ॐ नग्नकामिन्यै नमः।
ॐ नत्यै नमः।
ॐ नन्दिनीनन्दबालिकायै नमः।
ॐ नन्दिनीनन्दायै नमः।
ॐ नन्दिन्यै नमः।
ॐ नर्मदायै नमः।
ॐ नर्मनेमये नमः।
ॐ नवायै नमः।
ॐ नवीनायै नमः।
ॐ नासिकाभिधायै नमः।
ॐ निगमाधारायै नमः।
ॐ निम्नगायै नमः।
ॐ नियमनिःस्वनायै नमः।
ॐ निरञ्जनजनायै नमः।
ॐ निरत्नायै नमः।
ॐ निरीहायै नमः।
ॐ निर्गुणायै नमः।
ॐ निर्गुण्डायै नमः।
ॐ निर्गुण्डिकायै नमः।
ॐ निर्नासायै नमः।
ॐ निर्मलायै नमः।
ॐ निर्लोभायै नमः।
ॐ निर्वाणायै नमः।
ॐ निशामय्यै नमः।
ॐ नीलग्रीवायै नमः।
ॐ नीलायै नमः।
ॐ पङ्कमग्नायै नमः।
ॐ पङ्किलायै नमः।
ॐ पञ्चतायै नमः।
ॐ पञ्चमप्रियायै नमः।
ॐ पञ्चम्यै नमः।
ॐ पञ्चयज्ञायै नमः।
ॐ पञ्जरस्थितायै नमः।
ॐ पट्वै नमः।
ॐ पण्डितायै नमः।
ॐ पतङ्गाभायै नमः।
ॐ पतङ्गायै नमः।
ॐ पताकायै नमः।
ॐ पताकिन्यै नमः।
ॐ पतितापिन्यै नमः।
ॐ पतितायै नमः।
ॐ पतिपत्न्यै नमः।
ॐ पत्न्यै नमः।
ॐ पत्रप्रीत्यै नमः।
ॐ पयस्विन्यै नमः।
ॐ परपरायै काल्यै नमः।
ॐ परशुधारिण्यै नमः।
ॐ परायै नमः।
ॐ पराशायै नमः।
ॐ पवनप्रीतिवर्धिन्यै नमः।
ॐ पवनस्थायै नमः।
ॐ पवनायै नमः।
ॐ पवनाश्यै नमः।
ॐ पशवे नमः।
ॐ पशुवृद्धिकर्यै नमः।
ॐ पांशुलायै नमः।
ॐ पांशुहायै नमः।
ॐ पाण्डुघ्न्यै नमः।
ॐ पाण्डुरप्रभायै नमः।
ॐ पानदानकरोद्यतायै नमः।
ॐ पानदायै नमः।
ॐ पानपात्र्यै नमः।
ॐ पानीयायै नमः।
ॐ पापघ्न्यै नमः।
ॐ पारकृत्यभुजप्रियायै नमः।
ॐ पाशकर्यै नमः।
ॐ पाशायै नमः।
ॐ पाशिन्यै नमः।
ॐ पिक्यै नमः।
ॐ पिङ्गललोचनायै नमः।
ॐ पिचुमन्दायै नमः।
ॐ पिण्ड्यै नमः।
ॐ पिशाचघ्न्यै नमः।
ॐ पिशाच्यै नमः।
ॐ पिशिताशनतोषिण्यै नमः।
ॐ पीनसापहायै नमः।
ॐ पीनस्तन्यै नमः।
ॐ पीनायै नमः।
ॐ पीयूषायै नमः।
ॐ पुण्डरीकायै नमः।
ॐ पुष्टिवर्धिन्यै नमः।
ॐ पुष्पपोषकायै नमः।
ॐ पुष्पिण्यै नमः।
ॐ पुस्तककरायै नमः।
ॐ पूर्णमनोरथायै नमः।
ॐ पूर्णायै नमः।
ॐ पूर्णिमातलवासिन्यै नमः।
ॐ पेयायै नमः।
ॐ पेश्यै नमः।
ॐ पौनःपुन्यपिबापरायै नमः।
ॐ प्रसिद्धायै नमः।
ॐ प्रियङ्गुमञ्जर्यै नमः।
ॐ प्रियालस्थायै नमः।
ॐ प्रेतासनायै नमः।
ॐ फलदात्र्यै नमः।
ॐ फलभूषणायै नमः।
ॐ फलश्रिये नमः।
ॐ फलिन्यै नमः।
ॐ फुल्लाम्बुजाननायै नमः।
ॐ फुल्लायै नमः।
ॐ फूत्कारकारिण्यै नमः।
ॐ बगलस्थायै नमः।
ॐ बन्धनिवारिण्यै नमः।
ॐ बन्धवे नमः।
ॐ बन्धूककुसुमप्रियायै नमः।
ॐ बन्धूककुसुमाधरायै नमः।
ॐ बलवर्धिन्यै नमः।
ॐ बलाधिकायै नमः।
ॐ बलारात्यै नमः।
ॐ बलिन्यै नमः।
ॐ बालमायायै नमः।
ॐ बिम्बवत्सलायै नमः।
ॐ बिम्बोष्ठ्यै नमः।
ॐ बुद्धमात्रे नमः।
ॐ बुद्धायै नमः।
ॐ बोधदायिन्यै नमः।
ॐ बोधिन्यै नमः।
ॐ भगमालायै नमः।
ॐ भगरूपायै नमः।
ॐ भगवत्यै नमः।
ॐ भगसर्पिण्यै नमः।
ॐ भगस्थायै नमः।
ॐ भगायै नमः।
ॐ भगालयायै नमः।
ॐ भगासनायै नमः।
ॐ भगिन्यै नमः।
ॐ भयावहायै नमः।
ॐ भरदायिन्यै नमः।
ॐ भवनाशिन्यै नमः।
ॐ भवान्यै नमः।
ॐ भवाभोगायै नमः।
ॐ भारद्वाजायै नमः।
ॐ भालायै नमः।
ॐ भिये नमः।
ॐ भिल्लधरायै नमः।
ॐ भिल्ल्यै नमः।
ॐ भीमदर्शनायै नमः।
ॐ भीमाननायै नमः।
ॐ भीमाभङ्गुरायै नमः।
ॐ भीमायै नमः।
ॐ भीरवे नमः।
ॐ भीषणायै नमः।
ॐ भीषणारावायै नमः।
ॐ भूतिघ्न्यै नमः।
ॐ भूतिभूषणायै नमः।
ॐ भूपतये नमः।
ॐ भूपालकुलसंस्थितायै नमः।
ॐ भूमिदात्र्यै नमः।
ॐ भूमिदायै नमः।
ॐ भेरीझङ्काररञ्जितायै नमः।
ॐ भेरुण्डायै नमः।
ॐ भोगदात्र्यै नमः।
ॐ भ्रमर्यै नमः।
ॐ भ्रामर्यै नमः।
ॐ मण्डलस्थायै नमः।
ॐ मतङ्गस्थायै नमः।
ॐ मथुरायै नमः।
ॐ मदक्षीबायै नमः।
ॐ मदिरायै नमः।
ॐ मदिरारागगर्वितायै नमः।
ॐ मदिरालयायै नमः।
ॐ मदोद्धतायै नमः।
ॐ मद्यपायै नमः।
ॐ मधुमर्दिन्यै नमः।
ॐ मधुरसायै नमः।
ॐ मधुस्रवायै नमः।
ॐ मध्याधिपस्थितायै नमः।
ॐ मनोहर्यै नमः।
ॐ महाकालसङ्काशायै नमः।
ॐ महादेववध्वै नमः।
ॐ महामायायै नमः।
ॐ महामार्यै नमः।
ॐ महामालायै नमः।
ॐ महारवायै नमः।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
ॐ महाविद्यायै नमः।
ॐ महाविद्यायै नमः।
ॐ महिममन्दिरायै नमः।
ॐ महिषासुरमर्दिन्यै नमः।
ॐ महेश्वर्यै नमः।
ॐ मह्यै नमः।
ॐ मांसलोभस्थायै नमः।
ॐ मातङ्गतनयायै नमः।
ॐ मातङ्गिन्यै नमः।
ॐ मातङ्ग्यै नमः।
ॐ मात्रे नमः।
ॐ माधव्यै नमः।
ॐ मानिन्यै नमः।
ॐ मान्यायै नमः।
ॐ मायायै नमः।
ॐ मायायै नमः।
ॐ मालायै नमः।
ॐ मालाविलासिन्यै नमः।
ॐ मिलिन्दाक्ष्यै नमः।
ॐ मुण्डमालायै नमः।
ॐ मूर्धावत्यै नमः।
ॐ मेदस्विन्यै नमः।
ॐ मेधायै नमः।
ॐ मेध्यायै नमः।
ॐ मेरुमण्डितायै नमः।
ॐ मैथुनोद्यतायै नमः।
ॐ मोक्षदायै नमः।
ॐ मोदकर्यै नमः।
ॐ मोदायै नमः।
ॐ मोदिन्यै नमः।
ॐ मोहिन्यै नमः।
ॐ यकारस्थायै नमः।
ॐ यक्षजनन्यै नमः।
ॐ यक्षिण्यै नमः।
ॐ यक्ष्यै नमः।
ॐ यजमानस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ यज्ञकर्मकर्यै नमः।
ॐ यज्ञयजुषे नमः।
ॐ यज्ञायै नमः।
ॐ यमकल्पायै नमः।
ॐ यमघ्न्यै नमः।
ॐ यवनार्दिन्यै नमः।
ॐ यवन्यै नमः।
ॐ यवाङ्कुरप्रियायै नमः।
ॐ यशस्विन्यै नमः।
ॐ यशस्सूत्रप्रदायै नमः।
ॐ यशोदायै नमः।
ॐ यशोनिष्कम्पकारिण्यै नमः।
ॐ यामायै नमः।
ॐ यामायै नमः।
ॐ यामिनीनाथभूषायै नमः।
ॐ यामिन्यै नमः।
ॐ यावकरञ्जितायै नमः।
ॐ यासधारिण्यै नमः।
ॐ यूपस्तम्भनिवासिन्यै नमः।
ॐ रक्तचर्मधरायै नमः।
ॐ रङ्गलोचनायै नमः।
ॐ रङ्गवत्यै नमः।
ॐ रङ्गवाहिन्यै नमः।
ॐ रङ्गस्थायै नमः।
ॐ रङ्गाङ्गमधुरायै नमः।
ॐ रङ्गायै नमः।
ॐ रङ्गायै नमः।
ॐ रङ्ग्यै नमः।
ॐ रजक्यै नमः।
ॐ रजतवासिन्यै नमः।
ॐ रजनीपत्यै नमः।
ॐ रजन्यै नमः।
ॐ रजन्यै नमः।
ॐ रजश्चित्रायै नमः।
ॐ रजोवत्यै नमः।
ॐ रञ्जन्यै नमः।
ॐ रञ्जितायै नमः।
ॐ रतोत्साहायै नमः।
ॐ रमणीयायै नमः।
ॐ रमण्यै नमः।
ॐ रमायै नमः।
ॐ रमायै नमः।
ॐ रम्भाफलप्रीत्यै नमः।
ॐ रम्भोरवे नमः।
ॐ रवीरणायै नमः।
ॐ रागकृद्दयायै नमः।
ॐ रागज्ञायै नमः।
ॐ रागायै नमः।
ॐ राघवप्रियायै नमः।
ॐ राजनीत्यै नमः।
ॐ राजन्वत्यै नमः।
ॐ राजपत्न्यै नमः।
ॐ राज्ञ्यै नमः।
ॐ राज्यदायै नमः।
ॐ राज्यवर्धिन्यै नमः।
ॐ रामायै नमः।
ॐ रामावत्यै रत्यै नमः।
ॐ रामिकायै नमः।
ॐ रूपभृते नमः।
ॐ रेखायै नमः।
ॐ रेतोरत्यै नमः।
ॐ रेवायै नमः।
ॐ रोगकारिण्यै नमः।
ॐ रोगघ्न्यै नमः।
ॐ रोगस्राविण्यै नमः।
ॐ रोगहन्त्र्यै नमः।
ॐ रोगिण्यै नमः।
ॐ रोदस्यै नमः।
ॐ रोधकृते नमः।
ॐ लकुलायै नमः।
ॐ लक्ष्मीप्रदायै नमः।
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
ॐ लघीयस्यै नमः।
ॐ लघुमध्यमायै नमः।
ॐ लघूदर्यायै नमः।
ॐ लङ्कापुरपुरन्दरायै नमः।
ॐ लङ्घायै नमः।
ॐ लङ्घिन्यै नमः।
ॐ लतायै नमः।
ॐ लतिकायै नमः।
ॐ लपत्यै नमः।
ॐ लपन्त्यै नमः।
ॐ लभ्यायै नमः।
ॐ लम्पायै नमः।
ॐ लम्बकर्णायै नमः।
ॐ लम्बविग्रहायै नमः।
ॐ लम्बिकायै नमः।
ॐ लम्बोदर्यै नमः।
ॐ लयायै नमः।
ॐ ललनायै नमः।
ॐ ललन्तिकायै नमः।
ॐ ललामलोचनायै नमः।
ॐ ललितायै नमः।
ॐ लहर्यै नमः।
ॐ लाक्षाक्ष्यै नमः।
ॐ लालिमायै नमः।
ॐ लावण्यवनमालिन्यै नमः।
ॐ लीलायै नमः।
ॐ लीलावत्यै नमः।
ॐ लुलन्त्यै नमः।
ॐ लुलायस्थायै नमः।
ॐ लुलितप्रभायै नमः।
ॐ लुलुम्पत्यै नमः।
ॐ लूतायै नमः।
ॐ लूताविनाशिन्यै नमः।
ॐ लोपामुद्रायै नमः।
ॐ लोभ्यायै नमः।
ॐ लोमलम्ब्यै नमः।
ॐ लोमशायै नमः।
ॐ लोलाक्ष्यै नमः।
ॐ लोलायै नमः।
ॐ वनचर्यै नमः।
ॐ वनचर्यै नमः।
ॐ वनजाक्ष्यै नमः।
ॐ वनमालावत्यै नमः।
ॐ वनविनोदिन्यै नमः।
ॐ वन्दितायै नमः।
ॐ वन्दिन्यै नमः।
ॐ वन्दिस्तुतायै नमः।
ॐ वन्द्यमानायै नमः।
ॐ वन्द्यायै नमः।
ॐ वन्द्यै नमः।
ॐ वन्ध्यायै नमः।
ॐ वन्यै नमः।
ॐ वरदायै नमः।
ॐ वरवन्द्यायै नमः।
ॐ वरायै नमः।
ॐ वलग्नलग्नायै नमः।
ॐ वारुण्यै नमः।
ॐ विकपालायै नमः।
ॐ विकोपायै नमः।
ॐ विगतज्वरायै नमः।
ॐ विङ्कवत्सलायै नमः।
ॐ विङ्कस्थायै नमः।
ॐ विजयायै नमः।
ॐ विजयाविजयप्रदायै नमः।
ॐ वित्तदायै नमः।
ॐ विदे नमः।
ॐ विद्याप्रदायै नमः।
ॐ विद्यौघविह्वलायै नमः।
ॐ विधायै नमः।
ॐ विधिविङ्ककरीविधायै नमः।
ॐ विनोदस्थायै नमः।
ॐ विनोदिन्यै नमः।
ॐ विन्ध्यस्थायै नमः।
ॐ विरावायै नमः।
ॐ विरिञ्चिजनयित्र्यै नमः।
ॐ विरोग्यै नमः।
ॐ विवरीकारायै नमः।
ॐ विवशायै नमः।
ॐ विश्वविश्रुतायै नमः।
ॐ विष्णुवल्लभायै नमः।
ॐ वीणायै नमः।
ॐ वीणावादनतत्परायै नमः।
ॐ वीरस्थानवरायै नमः।
ॐ वेगदायै नमः।
ॐ वेगायै नमः।
ॐ वेगिन्यै नमः।
ॐ वेणुवाद्यायै नमः।
ॐ वेदविदे नमः।
ॐ वेदान्तवेद्यायै नमः।
ॐ वेद्यै नमः।
ॐ वेलायै नमः।
ॐ वेलायै नमः।
ॐ वैद्यचिकित्सायै नमः।
ॐ वैद्यायै नमः।
ॐ वैद्राव्यै नमः।
ॐ वैष्णव्यै नमः।
ॐ शक्त्यै नमः।
ॐ शङ्कर्यै नमः।
ॐ शङ्खगलायै नमः।
ॐ शङ्खपात्राशिन्यै नमः।
ॐ शङ्खमालावत्यै नमः।
ॐ शङ्खरोषणायै नमः।
ॐ शङ्खवलयायै नमः।
ॐ शङ्खस्वनायै नमः।
ॐ शङ्खिन्यै नमः।
ॐ शङ्खिन्यै नमः।
ॐ शन्तन्वै नमः।
ॐ शबर्यै नमः।
ॐ शमदायै नमः।
ॐ शमहन्त्र्यै नमः।
ॐ शम्बर्यै नमः।
ॐ शम्भुकेशायै नमः।
ॐ शम्भुसीमन्तिन्यै नमः।
ॐ शम्भ्वै नमः।
ॐ शम्यै नमः।
ॐ शरासिन्यै नमः।
ॐ शर्यै नमः।
ॐ शवकर्णायै नमः।
ॐ शवकाञ्च्यै नमः।
ॐ शवकुण्डलिन्यै नमः।
ॐ शवदायिन्यै नमः।
ॐ शवभुजे नमः।
ॐ शवमालायै नमः।
ॐ शवशायिन्यै नमः।
ॐ शवशिंशायै नमः।
ॐ शवश्रीकायै नमः।
ॐ शवस्थायै नमः।
ॐ शवाकृत्यै नमः।
ॐ शवायै नमः।
ॐ शवायै नमः।
ॐ शवोदर्यै नमः।
ॐ शशिशेखरायै नमः।
ॐ शश्यै नमः।
ॐ शाङ्कर्यै नमः।
ॐ शान्तायै नमः।
ॐ शान्तिप्रदायै नमः।
ॐ शान्त्यै नमः।
ॐ शापदायै नमः।
ॐ शापपथे नमः।
ॐ शापहायै नमः।
ॐ शापायै नमः।
ॐ शाविन्यै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिशिराशिन्यै नमः।
ॐ शीकरायै नमः।
ॐ शृङ्गिण्यै नमः।
ॐ शृङ्गिपलभुजे नमः।
ॐ शेमुष्यै नमः।
ॐ शेमुष्यै नमः।
ॐ शेषशायिन्यै नमः।
ॐ शेषायै नमः।
ॐ शेषाशेषाख्यायै नमः।
ॐ शैवायै नमः।
ॐ शोषिण्यै नमः।
ॐ शौर्यशरायै नमः।
ॐ शौर्यायै नमः।
ॐ श्मशानस्थानभूषणायै नमः।
ॐ श्मशानस्थायै नमः।
ॐ श्मशानायै नमः।
ॐ श्यामलोचनायै नमः।
ॐ श्यामाङ्ग्यै नमः।
ॐ श्यामायै नमः।
ॐ श्येनवत्यै नमः।
ॐ श्रियै नमः।
ॐ संविच्छङ्किसम्पत्तिदायिन्यै नमः।
ॐ सङ्कुचायै नमः।
ॐ सततायै नमः।
ॐ सत्यै नमः।
ॐ सदाशिवायै नमः।
ॐ सध्रीच्यै नमः।
ॐ सन्तत्यै नमः।
ॐ सपत्न्यै नमः।
ॐ समदर्शनायै नमः।
ॐ समधियै नमः।
ॐ समस्तदायै नमः।
ॐ समस्तसुरसन्मुख्यै नमः।
ॐ समानास्यायै नमः।
ॐ समाराध्यायै नमः।
ॐ समाराध्यायै नमः।
ॐ सम्पदायै नमः।
ॐ सम्पदायै नमः।
ॐ सम्मोहायै नमः।
ॐ सम्यै नमः।
ॐ सरसायै नमः।
ॐ सरस्वत्यै नमः।
ॐ सर्वसम्पत्तिजनन्यै नमः।
ॐ सवनायै नमः।
ॐ सवनासारायै नमः।
ॐ सवरायै नमः।
ॐ सवल्यै नमः।
ॐ सविधायै नमः।
ॐ ससहायिन्यै नमः।
ॐ साधन्यै नमः।
ॐ साधवे नमः।
ॐ साध्व्यै नमः।
ॐ सामत्यै नमः।
ॐ सामदायै नमः।
ॐ सामधायै नमः।
ॐ सारङ्गायै नमः।
ॐ सारस्वतकर्यै नमः।
ॐ सारायै नमः।
ॐ सावरायै नमः।
ॐ सावित्र्यै नमः।
ॐ सिद्धसरस्वत्यै नमः।
ॐ सिद्धायै नमः।
ॐ सिद्धिप्रदात्र्यै नमः।
ॐ सिन्धवे नमः।
ॐ सिन्धुसुन्दर्यै नमः।
ॐ सिन्धुसेविन्यै नमः।
ॐ सिमरायै नमः।
ॐ सीमायै नमः।
ॐ सीमायै नमः।
ॐ सुधायै नमः।
ॐ सुधारसायै नमः।
ॐ सुन्दराननायै नमः।
ॐ सुमुख्यै नमः।
ॐ सुरसायै नमः।
ॐ सुरासमांसाशनायै नमः।
ॐ सेव्यायै नमः।
ॐ सौम्यायै नमः।
ॐ स्थपत्यै नमः।
ॐ स्थलसङ्गविवर्धिन्यै नमः।
ॐ स्थाणुपत्न्यै नमः।
ॐ स्थाल्यै नमः।
ॐ स्थित्यै नमः।
ॐ स्थिरकर्यै नमः।
ॐ स्थूलविग्रहायै नमः।
ॐ स्थूलसम्पद्विवर्धिन्यै नमः।
ॐ स्थूलस्थलवत्यै नमः।
ॐ स्थैर्यस्थविष्ठायै नमः।
ॐ स्फार्यै नमः।
ॐ स्फीतकीर्तिकर्यै नमः।
ॐ स्फीतमत्यै नमः।
ॐ स्फुलिङ्गहायै नमः।
ॐ स्रवन्त्यै नमः।
ॐ हंसगत्यै नमः।
ॐ हंस्यै नमः।
ॐ हंस्यै नमः।
ॐ हङ्कायै नमः।
ॐ हङ्कार्यै नमः।
ॐ हङ्कृत्यै नमः।
ॐ हन्तायै नमः।
ॐ हन्त्यै नमः।
ॐ हयायै नमः।
ॐ हरवल्लभायै नमः।
ॐ हरिणीनेत्रायै नमः।
ॐ हरिण्यै नमः।
ॐ हरिसम्मतायै नमः।
ॐ हर्षविवर्धिन्यै नमः।
ॐ हलवत्यै नमः।
ॐ हलश्रियै नमः।
ॐ हलायै नमः।
ॐ हलिन्यै नमः।
ॐ हव्यै नमः।
ॐ हाराराविण्यै नमः।
ॐ हालायै नमः।
ॐ हालिन्यै नमः।
ॐ हाहाहितायै नमः।
ॐ हितायै नमः।
ॐ हिमाचलनिवासिन्यै नमः।
ॐ हीत्यै नमः।
ॐ हीहीहाहाहितायै नमः।
ॐ हेमप्रदायै नमः।
ॐ हेलायै नमः।
ॐ होत्र्यै नमः।
ॐ होमहविषे नमः।
ॐ होमायै नमः।
ॐ होरायै नमः।
ॐ होलिकायै नमः।
ॐ ह्रेषायै नमः।

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