रुद्रयामल तंत्र भगवान शिव की महिमा का विस्तारपूर्वक वर्णन करने वाला एक अद्वितीय ग्रंथ है। इस ग्रंथ में शिव सहस्रनामावली भगवान शिव के एक हजार दिव्य नामों का संग्रह है, जो उनके विभिन्न स्वरूपों, शक्तियों और गुणों को प्रकट करते हैं। यह सहस्रनामावली शिव की अनंत कृपा, उनकी भौतिक और आध्यात्मिक महिमा को व्यक्त करती है। भगवान शिव, जिन्हें महादेव, भोलेनाथ और त्रिनेत्रधारी के नाम से जाना जाता है, सृष्टि, पालन और संहार के अधिष्ठाता हैं।
रुद्रयामल भगवान शिव सहस्रनामावली का पाठ करने से साधक को शिव कृपा का अनुभव होता है और जीवन के सभी क्षेत्रों में उन्नति प्राप्त होती है।
रुद्रयामल भगवान शिव सहस्रनामावली पढ़ने के लाभ
- यह सहस्रनामावली पाठ व्यक्ति की आत्मा को शुद्ध करती है और उसे मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर करती है।
- भगवान शिव के दिव्य नामों का जाप करने से उनके आशीर्वाद से हर प्रकार की समस्याओं का समाधान होता है।
- सहस्रनामावली का पाठ करने से शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
- भगवान शिव के नामों का स्मरण करने से घर में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- विशेष रूप से कालसर्प योग, पितृ दोष और शनि दोष को शांत करने के लिए यह पाठ अत्यंत प्रभावी है।
- यह सहस्रनामावली व्यक्ति को अनिष्ट शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा से बचाती है।
- नियमित पाठ से साधक की ध्यान शक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि होती है।
रुद्रयामल भगवान शिव सहस्रनामावली पढ़ने के नियम
- पाठ से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। पूजा स्थल को शुद्ध और साफ रखें।
- कुश या ऊन का आसन उपयोग करें और पूरब या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- सहस्रनामावली का पाठ करते समय मन को भगवान शिव पर केंद्रित रखें।
- पाठ श्रद्धा और समर्पण के साथ करें। बिना श्रद्धा के किया गया पाठ निष्फल होता है।
- सुबह ब्रह्म मुहूर्त या संध्याकाल में यह पाठ करना सबसे शुभ माना जाता है।
- उच्चारण में त्रुटि से बचने के लिए सहस्रनामावली को स्पष्ट और शुद्ध रूप से पढ़ें।
- शिवरात्रि, प्रदोष व्रत या सोमवार को यह पाठ विशेष लाभकारी होता है।
रुद्रयामल भगवान शिव सहस्रनामावली की पूजा विधि
- बेलपत्र, गंगाजल, अक्षत, चंदन, धूप, दीप, फूल और भगवान शिव का चित्र या शिवलिंग, दूध, दही, शहद, घी और गन्ने का रस अभिषेक के लिए, पूजा सामग्री एकत्रित करें।
- भगवान शिव का पंचामृत और गंगाजल से अभिषेक करें।
- बेलपत्र और फूल अर्पित करें।
- पूजा स्थल पर दीपक जलाकर भगवान शिव का आह्वान करें।
- भगवान शिव के सामने बैठकर सहस्रनामावली का पाठ करें।
- प्रत्येक नाम के बाद “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।
- भगवान शिव को ताजा फल, मिष्ठान्न और भांग-धतूरा अर्पित करें।
- पाठ समाप्ति के बाद शिवजी की आरती करें।
- अपनी मनोकामनाएं व्यक्त करें और किसी भी त्रुटि के लिए भगवान शिव से क्षमा मांगे।
॥ रुद्रयामल भगवान शिव सहस्रनामावली ॥
ॐ अक्षयाय नमः।
ॐ अक्षराय नमः।
ॐ अक्षोभ्याय नमः।
ॐ अग्रण्ये नमः।
ॐ अग्रियाय नमः।
ॐ अग्रेवधाय नमः।
ॐ अजडाय नमः।
ॐ अजराय नमः।
ॐ अजाय नमः।
ॐ अतिघातकाय नमः।
ॐ अतिदूरस्थाय नमः।
ॐ अतिमूर्तये नमः।
ॐ अतिरागिणे नमः।
ॐ अतीन्द्रियाय नमः।
ॐ अदुष्टेष्टाय नमः।
ॐ अद्वितीयाय नमः।
ॐ अनघाय नमः।
ॐ अनणवे नमः।
ॐ अनन्तकल्याणपरिपूर्णाय नमः।
ॐ अनन्तरूपाय नमः।
ॐ अनन्तविग्रहाय नमः।
ॐ अनन्तसोमसूर्याग्निमण्डलप्रतिमप्रभाय नमः।
ॐ अनन्यनाथाय नमः।
ॐ अनपायाय नमः।
ॐ अनर्थघ्ने नमः।
ॐ अनसूयकाय नमः।
ॐ अनातुराय नमः।
ॐ अनामयाय नमः।
ॐ अनावेक्ष्याय नमः।
ॐ अनिर्विण्णाय नमः।
ॐ अनुग्राय नमः।
ॐ अनुत्तमाय नमः।
ॐ अन्धकासुरसूदनाय नमः।
ॐ अन्नदाय नमः।
ॐ अन्नमयाय नमः।
ॐ अपगल्भाय नमः।
ॐ अपमृत्युविनाशकाय नमः।
ॐ अपरजाय नमः।
ॐ अपरिग्रहाय नमः।
ॐ अपायरहिताय नमः।
ॐ अपूतात्मने नमः।
ॐ अप्रधृष्याय नमः।
ॐ अप्रमेयगुणाधाराय नमः।
ॐ अभयाय नमः।
ॐ अभोक्त्रे नमः।
ॐ अमलाय नमः।
ॐ अमूर्तिमते नमः।
ॐ अमृताकराय नमः।
ॐ अमृताधीशाय नमः।
ॐ अमृताय नमः।
ॐ अमेयाय नमः।
ॐ अमोघविक्रमाय नमः।
ॐ अमोघशक्तये नमः।
ॐ अयन्त्रे नमः।
ॐ अयुग्मलोचनाय नमः।
ॐ अरण्येशाय नमः।
ॐ अरिषड्वर्गनाशकाय नमः।
ॐ अरिष्टनाशकाय नमः।
ॐ अरिसूदनाय नमः।
ॐ अरुणाय नमः।
ॐ अलभ्याय नमः।
ॐ अलिङ्गात्मने नमः।
ॐ अलोलुपाय नमः।
ॐ अवर्ष्याय नमः।
ॐ अवसान्याय नमः।
ॐ अवस्वन्याय नमः।
ॐ अवार्याय नमः।
ॐ अविद्यालेशरहिताय नमः।
ॐ अव्यक्तलक्षणाय नमः।
ॐ अव्यक्ताय नमः।
ॐ अशक्ताय नमः।
ॐ अष्टमूर्तये नमः।
ॐ असुलभाय नमः।
ॐ अहन्त्यात्मने नमः।
ॐ अहेतुकाय नमः।
ॐ आग्नेयात्मने नमः।
ॐ आचाराय नमः।
ॐ आज्ञापकेच्छाय नमः।
ॐ आतताविने नमः।
ॐ आतप्याय नमः।
ॐ आतार्याय नमः।
ॐ आत्मसम्भवाय नमः।
ॐ आनन्दमयाय नमः।
ॐ आनन्दाय नमः।
ॐ आलाद्याय नमः।
ॐ आव्याधिनीशाय नमः।
ॐ आशास्याय नमः।
ॐ आशुषेणाय नमः।
ॐ आहनन्याय नमः।
ॐ इत्यात्मने नमः।
ॐ इरिण्याय नमः।
ॐ ईध्रियाय नमः।
ॐ ईशनायकाय नमः।
ॐ ईशानाय नमः।
ॐ उग्राय नमः।
ॐ उच्चाय नमः।
ॐ उच्चैर्घोषाय नमः।
ॐ उत्कृष्टाय नमः।
ॐ उत्तमाय नमः।
ॐ उत्तमोत्तमाय नमः।
ॐ उत्तरणाय नमः।
ॐ उत्तराकृतये नमः।
ॐ उद्यताय नमः।
ॐ उद्यमाय नमः।
ॐ उन्नताय नमः।
ॐ उपवीतये नमः।
ॐ उर्वर्याय नमः।
ॐ उर्वीशाय नमः।
ॐ उलप्याय नमः।
ॐ ऊढ्रे नमः।
ॐ ऊर्ध्वाधःसुदिगाकाराय नमः।
ॐ ऊर्ध्वाय नमः।
ॐ ऊर्म्याय नमः।
ॐ ऊर्व्याय नमः।
ॐ ऋङ्मूर्तये नमः।
ॐ ऋषये नमः।
ॐ ऋषये नमः।
ॐ ओम्काराय नमः।
ॐ ओषधीशाय नमः।
ॐ ककुभाय नमः।
ॐ कक्ष्याय नमः।
ॐ कनिष्ठाय नमः।
ॐ कपर्दिने नमः।
ॐ कपालमालाभरणाय नमः।
ॐ कपालिने नमः।
ॐ कमनीयात्मने नमः।
ॐ कमलासनकालाग्नये नमः।
ॐ कमलासनपूजिताय नमः।
ॐ कम्बुकण्ठाय नमः।
ॐ कर्त्रे नमः।
ॐ कर्पूरगौराय नमः।
ॐ कलाधाराय नमः।
ॐ कल्पकर्त्रे नमः।
ॐ कल्पकल्पकाय नमः।
ॐ कल्पनाशकाय नमः।
ॐ कल्पलक्षणतत्पराय नमः।
ॐ कल्पाकाराय नमः।
ॐ कल्पाकृतये नमः।
ॐ कल्पाय नमः।
ॐ कल्याणगुणसंश्रयाय नमः।
ॐ कल्याणरूपाय नमः।
ॐ कल्याणाय नमः।
ॐ कवचिने नमः।
ॐ कवये नमः।
ॐ कस्तूरीविलसत्फालाय नमः।
ॐ काट्याय नमः।
ॐ कात्यायनीप्रियाय नमः।
ॐ कारणाय नमः।
ॐ कालकण्ठाय नमः।
ॐ कालकालाग्नये नमः।
ॐ कालकृते नमः।
ॐ कालविदे नमः।
ॐ कालाग्निरुद्राय नमः।
ॐ कालाधीशाय नमः।
ॐ कालाय नमः।
ॐ किंशिलाय नमः।
ॐ किरीटलेढिफालेन्दवे नमः।
ॐ कीर्तिकराय नमः।
ॐ कीर्तिसागराय नमः।
ॐ कीर्तिस्तम्भाय नमः।
ॐ कीर्तिहेतवे नमः।
ॐ कीर्त्याधाराय नमः।
ॐ कुन्देन्दुशङ्खधवलाय नमः।
ॐ कुमारगुरवे ईशानाय नमः।
ॐ कुमाराय नमः।
ॐ कुलुञ्चेशाय नमः।
ॐ कुशलाय नमः।
ॐ कूप्याय नमः।
ॐ कूल्याय नमः।
ॐ कृतकृत्यात्मने नमः।
ॐ कृतकृत्याय नमः।
ॐ कृतज्ञप्रियकृत्तमाय नमः।
ॐ कृतज्ञाय नमः।
ॐ कृतागमाय नमः।
ॐ कृत्यविच्छ्रेष्ठाय नमः।
ॐ कृत्यविदे नमः।
ॐ कृत्स्नवीताय नमः।
ॐ कृपापूराय नमः।
ॐ कैलासशिखरप्रियाय नमः।
ॐ कैलासशिखरावासाय नमः।
ॐ क्रुद्धसमराय नमः।
ॐ क्रूराय नमः।
ॐ क्रोधकारणाय नमः।
ॐ क्रोधकृते नमः।
ॐ क्रोधघ्ने नमः।
ॐ क्रोधरूपधृषे नमः।
ॐ क्रोधविदे नमः।
ॐ क्रोधशमनाय नमः।
ॐ क्रोधिजनकृते नमः।
ॐ क्रोधिजनघ्ने नमः।
ॐ क्षयणाय नमः।
ॐ क्षेत्रज्ञाय नमः।
ॐ क्षेत्रपालकाय नमः।
ॐ क्षेत्रेशाय नमः।
ॐ क्षेम्याय नमः।
ॐ क्षोदिष्ठाय नमः।
ॐ क्षोभदाय नमः।
ॐ क्षोभनाशकाय नमः।
ॐ क्षोभरहिताय नमः।
ॐ खट्वाङ्गिने नमः।
ॐ खण्डपर्शवे नमः।
ॐ खल्याय नमः।
ॐ गणाधिपाय नमः।
ॐ गणाध्यक्षाय नमः।
ॐ गम्भीराय नमः।
ॐ गलव्यालमणये नमः।
ॐ गव्ययनाय नमः।
ॐ गह्वरेष्ठाय नमः।
ॐ गिरिचराय नमः।
ॐ गिरिशयाय नमः।
ॐ गीतसत्क्रियाय नमः।
ॐ गुणकृते नमः।
ॐ गुणग्राहिणे नमः।
ॐ गुणनाशकाय नमः।
ॐ गुणवते नमः।
ॐ गुणविच्छ्रेष्ठाय नमः।
ॐ गुणवित्प्रियाय नमः।
ॐ गुणाकाराय नमः।
ॐ गुणाधाराय नमः।
ॐ गुरवे देवशिखामणये नमः।
ॐ गुरवे नमः।
ॐ गुहेष्टदाय नमः।
ॐ गृह्याय नमः।
ॐ गेह्याय नमः।
ॐ गोविन्दाय नमः।
ॐ गोष्ठ्याय नमः।
ॐ गौरीगुरुगुहाश्रयाय नमः।
ॐ गौरीपतये नमः।
ॐ गौरीविलाससदनाय नमः।
ॐ गौरीशाय नमः।
ॐ ग्रहकृते नमः।
ॐ ग्रहग्रहाय नमः।
ॐ ग्रहभिदे नमः।
ॐ ग्रहविलक्षणाय नमः।
ॐ ग्रहाकाराय नमः।
ॐ ग्रहाधाराय नमः।
ॐ ग्रहाय नमः।
ॐ ग्रहेश्वराय नमः।
ॐ ग्रामण्ये नमः।
ॐ ग्राहिणे नमः।
ॐ ग्रीष्मकृते नमः।
ॐ ग्रीष्मनाशकाय नमः।
ॐ ग्रीष्मवर्धकाय नमः।
ॐ ग्रीष्मात्मने नमः।
ॐ घोरपातकदावाग्नये नमः।
ॐ घोररूपाय नमः।
ॐ चन्द्रमौलये नमः।
ॐ चर्मधाम्ने नमः।
ॐ चामुण्डाजनकाय नमः।
ॐ जगते नमः।
ॐ जगत्कर्त्रे नमः।
ॐ जगत्प्रलयकारणाय नमः।
ॐ जगत्प्रियाय नमः।
ॐ जगदानन्ददाय नमः।
ॐ जगदुत्पत्तिकारणाय नमः।
ॐ जगदेकप्रभवे नमः।
ॐ जगद्रक्षाकराय नमः।
ॐ जगद्वन्द्याय नमः।
ॐ जगन्मयाय नमः।
ॐ जघन्याय नमः।
ॐ जङ्गमाजङ्गमाकाराय नमः।
ॐ जटामण्डलमण्डिताय नमः।
ॐ जनावासाय नमः।
ॐ जन्मजरामरणवर्जिताय नमः।
ॐ जयकारणाय नमः।
ॐ जयप्रदाय नमः।
ॐ जयात्मने नमः।
ॐ जयाध्यक्षाय नमः।
ॐ जविने नमः।
ॐ जातुकर्णाय नमः।
ॐ जितमानसाय नमः।
ॐ जितसर्वाय नमः।
ॐ जितारये नमः।
ॐ जिष्णवे नमः।
ॐ जिह्मनाशकाय नमः।
ॐ जीवकृते नमः।
ॐ जीवघ्ने नमः।
ॐ जीवजीवनाय नमः।
ॐ जीवरक्षकाय।नमः।
ॐ जीववन्द्याय नमः।
ॐ जीवविदे नमः।
ॐ जीवसंश्रयाय नमः।
ॐ जीवहेतवे नमः।
ॐ जीवाध्यक्षाय नमः।
ॐ जेत्रे नमः।
ॐ ज्येष्ठाय नमः।
ॐ ज्योतिःस्वरूपिणे नमः।
ॐ तमसे नमः।
ॐ तरुराजे नमः।
ॐ तल्प्याय नमः।
ॐ तस्कराध्यक्षाय नमः।
ॐ ताम्राय नमः।
ॐ तारकाय नमः।
ॐ ताराय नमः।
ॐ तार्यज्ञाय नमः।
ॐ तार्यहृद्गतये नमः।
ॐ तार्याय नमः।
ॐ तीक्ष्णेषुपाणये नमः।
ॐ तीर्थ्याय नमः।
ॐ तुम्बवीणाय नमः।
ॐ तुष्टये नमः।
ॐ त्रिकाग्नये नमः।
ॐ त्रिकालज्ञाय नमः।
ॐ त्रिपुरान्तकाय नमः।
ॐ त्रियम्बकाय नमः।
ॐ दक्षमखान्तकाय नमः।
ॐ दक्षिणाकाराय नमः।
ॐ दमयित्रे नमः।
ॐ दमाय नमः।
ॐ दम्भदाय नमः।
ॐ दम्भनाशकाय नमः।
ॐ दम्भरहिताय नमः।
ॐ दयासुधार्द्रनयनाय नमः।
ॐ दवभस्मकणप्रियाय नमः।
ॐ दान्ताय नमः।
ॐ दिक्पतये नमः।
ॐ दिगम्बराय नमः।
ॐ दिव्यचन्दनचर्चिताय नमः।
ॐ दिव्यदेहप्रभाकूट-सन्दीपितदिगन्तराय नमः।
ॐ दिव्यरत्नगणाकीर्णकण्ठाभरणभूषिताय नमः।
ॐ दिव्यवेषविराजिताय नमः।
ॐ दिव्याय नमः।
ॐ दुःसहर्षभाय नमः।
ॐ दुःस्वप्ननाशकाय नमः।
ॐ दुन्दुभ्याय नमः।
ॐ दुरत्ययाय नमः।
ॐ दुराराध्याय नमः।
ॐ दुरासदाय नमः।
ॐ दुष्टमृत्यवे नमः।
ॐ दुष्टविग्रहवारकाय नमः।
ॐ दूरेवधाय नमः।
ॐ दृढाचारिणे नमः।
ॐ देवतात्मने नमः।
ॐ देवदेवाय नमः।
ॐ देवदेवेशाय नमः।
ॐ देवसिंहाय नमः।
ॐ देवाय नमः।
ॐ देवासुरगुरुस्तव्याय नमः।
ॐ देवासुरनमस्कृताय नमः।
ॐ द्युतिमते नमः।
ॐ द्वीप्याय नमः।
ॐ धनदप्रियाय नमः।
ॐ धनप्रियाय नमः।
ॐ धनाकराय नमः।
ॐ धनाधिपाय नमः।
ॐ धर्मनिपुणाय नमः।
ॐ धर्मप्रवर्तकाय नमः।
ॐ धर्मवते नमः।
ॐ धर्मवेत्त्रे नमः।
ॐ धर्माधर्मप्रवर्तकाय नमः।
ॐ धर्माय नमः।
ॐ धीराय नमः।
ॐ धीरोदात्ताय नमः।
ॐ धुर्याय नमः।
ॐ धूर्जटये नमः।
ॐ धृष्णवे नमः।
ॐ धैर्यदाय नमः।
ॐ धैर्यवर्धकाय नमः।
ॐ नटपराय नमः।
ॐ नन्दिकेश्वराय नमः।
ॐ नरसिंहनिपातनाय नमः।
ॐ नवरत्नगणोपेतकिरीटिने नमः।
ॐ नाट्यकर्त्रे नमः।
ॐ नादाय नमः।
ॐ नाद्याय नमः।
ॐ नानागानविशारदाय नमः।
ॐ नानादेशैकनायकाय नमः।
ॐ नानाविद्यैकसंश्रयाय नमः।
ॐ नानाविधानेकरत्नलसत्कुण्डलमण्डिताय नमः।
ॐ नासापुटभ्राजित-मौक्तिकाय नमः।
ॐ निःसङ्गाय नमः।
ॐ निकटस्थाय नमः।
ॐ निचेरवे नमः।
ॐ नित्याय नमः।
ॐ निधनेशाय नमः।
ॐ नियताय नमः।
ॐ निरञ्जनाय नमः।
ॐ निराकाराय नमः।
ॐ निराधाराय नमः।
ॐ निराशिषे नमः।
ॐ निरीहाय नमः।
ॐ निरुपद्रवाय नमः।
ॐ निरुपप्लवाय नमः।
ॐ निरुपाधिकाय नमः।
ॐ निरृतीशाय नमः।
ॐ निर्गुणाय नमः।
ॐ निर्द्वन्द्वाय नमः।
ॐ निर्बीजाय नमः।
ॐ निर्लुप्ताय नमः।
ॐ निवेष्प्याय नमः।
ॐ निव्याधये नमः।
ॐ निषङ्गिणे नमः।
ॐ निष्प्रपञ्चाय नमः।
ॐ नीतिकृते नमः।
ॐ नीतिप्रदात्रे नमः।
ॐ नीतिमते नमः।
ॐ नीतिवित्प्रियाय नमः।
ॐ नीतिविदे नमः।
ॐ नीतिसंश्रयाय नमः।
ॐ नीतिस्वरूपाय नमः।
ॐ नीप्याय नमः।
ॐ नीलकण्ठाय नमः।
ॐ नेत्रे नमः।
ॐ नेदिष्ठाय नमः।
ॐ पञ्चब्रह्मसमुत्पत्तये नमः।
ॐ पञ्चयज्ञाय नमः।
ॐ पञ्चवक्त्राय नमः।
ॐ पटवे नमः।
ॐ पत्तीशाय नमः।
ॐ पथ्याय नभसे नमः।
ॐ पथ्याय नमः।
ॐ परब्रह्मणे नमः।
ॐ परमात्मने नमः।
ॐ परमात्मने सनातनाय नमः।
ॐ परमाय नमः।
ॐ परमार्थात्मने नमः।
ॐ परापरेशाय नमः।
ॐ परार्थवृत्तये मधुराय नमः।
ॐ परार्थैकप्रयोजनाय नमः।
ॐ परिचराय नमः।
ॐ परिवञ्चकाय नमः।
ॐ पर्णशद्याय नमः।
ॐ पर्ण्याय नमः।
ॐ पशुपतये नमः।
ॐ पांसव्याय नमः।
ॐ पाण्डुराय नमः।
ॐ पार्याय नमः।
ॐ पावकाकृतये नमः।
ॐ पावकाय नमः।
ॐ पावनाय नमः।
ॐ पाशमोचकाय नमः।
ॐ पिङ्गलजटाय नमः।
ॐ पिङ्गलाक्षाय नमः।
ॐ पिङ्गलाय नमः।
ॐ पितामहाय नमः।
ॐ पिनाकपाणये नमः।
ॐ पिशाचानुचरावृताय नमः।
ॐ पुण्डरीकनिभेक्षणाय नमः।
ॐ पुण्यकीर्तये नमः।
ॐ पुण्यदात्रे नमः।
ॐ पुण्यमूर्तये नमः।
ॐ पुण्यश्रवणकीर्तनाय नमः।
ॐ पुण्यापुण्यफलप्रदाय नमः।
ॐ पुण्याय नमः।
ॐ पुरन्दराय नमः।
ॐ पुराणपुरुषाय नमः।
ॐ पुरातनाय नमः।
ॐ पुरुषेशाय नमः।
ॐ पुरुष्टुताय नमः।
ॐ पुलस्त्याय नमः।
ॐ पुष्कराक्षाय नमः।
ॐ पुष्टये नमः।
ॐ पुष्टेशाय नमः।
ॐ पूतात्मने नमः।
ॐ पूर्णानन्दाय नमः।
ॐ पूर्णाय नमः।
ॐ पूर्वजाय नमः।
ॐ पूषदन्तभिदे नमः।
ॐ प्रकृन्तेशाय नमः।
ॐ प्रच्छन्नाय नमः।
ॐ प्रणतार्तिप्रभञ्जनाय नमः।
ॐ प्रणवाय नमः।
ॐ प्रतरणाय नमः।
ॐ प्रतिश्रवाय नमः।
ॐ प्रतिसर्याय नमः।
ॐ प्रतीच्यात्मने नमः।
ॐ प्रथमाय नमः।
ॐ प्रधानपुरुषाय नमः।
ॐ प्रधानात्मने नमः।
ॐ प्रपथ्याय नमः।
ॐ प्रभञ्जकाय नमः।
ॐ प्रभवे नमः।
ॐ प्रभाकराय नमः।
ॐ प्रमथाधिपाय नमः।
ॐ प्रमृशाय नमः।
ॐ प्रलयानलकृते नमः।
ॐ प्रलयानलनाशकाय नमः।
ॐ प्रवाह्याय नमः।
ॐ प्रहिताय नमः।
ॐ प्राच्यात्मने नमः।
ॐ प्राणमयाय नमः।
ॐ प्रावृट्कालप्रवर्तकाय नमः।
ॐ प्रावृट्कृते नमः।
ॐ प्रावृट्प्रवर्धकाय नमः।
ॐ प्रावृडाकाराय नमः।
ॐ प्रावृड्-विनाशकाय नमः।
ॐ प्रावृण्णाथाय नमः।
ॐ प्रियदवाय नमः।
ॐ प्रियाय नमः।
ॐ फेन्याय नमः।
ॐ बन्धवर्जिताय नमः।
ॐ बभ्लुशाय नमः।
ॐ बलकृते नमः।
ॐ बलप्रमथनाय नमः।
ॐ बलविदे नमः।
ॐ बलाय नमः।
ॐ बलिने नमः।
ॐ बीजदाय नमः।
ॐ बीजनाशकाय नमः।
ॐ बीजराजाय नमः।
ॐ बीजरूपाय नमः।
ॐ बीजवृद्धिदाय नमः।
ॐ बीजहेतवे नमः।
ॐ बीजाधाराय नमः।
ॐ बील्मिने नमः।
ॐ बुद्धिमते वराय नमः।
ॐ बुध्नियाय नमः।
ॐ ब्रह्मचारिणे नमः।
ॐ ब्रह्मज्योतिषे नमः।
ॐ ब्रह्मणे नमः।
ॐ ब्रह्माण्डनायकाय नमः।
ॐ ब्रह्मानन्दाश्रयाय नमः।
ॐ भक्तकल्पतरवे नमः।
ॐ भक्तकल्याणदाय नमः।
ॐ भक्तकामधेनवे नमः।
ॐ भक्तकैलासदाय नमः।
ॐ भक्तमानसमन्दिराय नमः।
ॐ भक्तवत्सलाय नमः।
ॐ भक्तेष्टफलपूरकाय नमः।
ॐ भगनेत्रभिदे नमः।
ॐ भगवते नमः।
ॐ भयानकाय नमः।
ॐ भर्गाय नमः।
ॐ भववैद्याय नमः।
ॐ भवाब्धितरणोपायाय नमः।
ॐ भवाय नमः।
ॐ भस्मधारणहृष्टात्मने नमः।
ॐ भस्मोद्धूलितविग्रहाय नमः।
ॐ भीमकर्मणे नमः।
ॐ भीमपराक्रमाय नमः।
ॐ भीमवेषाय नमः।
ॐ भीमाय नमः।
ॐ भुजगेन्द्रलसत्कण्ठाय नमः।
ॐ भुजङ्गवलयावृताय नमः।
ॐ भुजङ्गविलसत्कर्णाय नमः।
ॐ भुजङ्गाभरणप्रियाय नमः।
ॐ भुवन्तये नमः।
ॐ भूतघ्ने नमः।
ॐ भूतपतये नमः।
ॐ भूतमूर्तये नमः।
ॐ भूतसङ्घाय नमः।
ॐ भूताय नमः।
ॐ भूतिभूषणाय नमः।
ॐ भूधराय नमः।
ॐ भूधरायुधाय नमः।
ॐ भूपाय नमः।
ॐ भूरथाय नमः।
ॐ भूशयाय नमः।
ॐ भोक्त्रे नमः।
ॐ भोजनाय नमः।
ॐ भोजयित्रे नमः।
ॐ भ्राजिष्णवे नमः।
ॐ मङ्गलाकराय नमः।
ॐ मणिकङ्कणभूषिताय नमः।
ॐ मदघ्ने नमः।
ॐ मदनान्तकाय नमः।
ॐ मदनाय नमः।
ॐ मदापहाय नमः।
ॐ मधवे नमः।
ॐ मधुकराय नमः।
ॐ मधुरप्रियदर्शनाय नमः।
ॐ मधुरप्रियाय नमः।
ॐ मधुराय नमः।
ॐ मध्यमाय नमः।
ॐ मनवे नमः।
ॐ मनोजवाय नमः।
ॐ मनोन्मनाय नमः।
ॐ मनोमयाय नमः।
ॐ मनोरूपाय नमः।
ॐ मन्त्रात्मने नमः।
ॐ मन्त्रिणे नमः।
ॐ मन्दमन्दारपुष्पौ-घलसद्वायुनिषेविताय नमः।
ॐ मन्दारकुसुमावृताय नमः।
ॐ मन्दारमूलनिलयाय नमः।
ॐ मयस्कराय नमः।
ॐ मयोभवाय नमः।
ॐ मर्मज्ञाय नमः।
ॐ महते नमः।
ॐ महदोष्ठाय नमः।
ॐ महाकायाय नमः।
ॐ महाकालाय नमः।
ॐ महाग्रीवाय नमः।
ॐ महातपसे नमः।
ॐ महातेजसे नमः।
ॐ महादंष्ट्राय नमः।
ॐ महादेवाय नमः।
ॐ महाधीराय नमः।
ॐ महानाट्यविशारदाय नमः।
ॐ महाप्रेतासनासीनाय नमः।
ॐ महाभुजाय नमः।
ॐ महामायाय नमः।
ॐ महायशसे नमः।
ॐ महारथाय नमः।
ॐ महारुद्राय नमः।
ॐ महावक्त्राय नमः।
ॐ महावक्षसे नमः।
ॐ महाविश्वाय महाविद्याय नमः।
ॐ महावीराय नमः।
ॐ महाव्रतिने नमः।
ॐ महाशिरसे नमः।
ॐ महाश्मशाननिलयाय नमः।
ॐ महासेनाय नमः।
ॐ महास्कन्धाय नमः।
ॐ महाहनवे नमः।
ॐ महीतनवे नमः।
ॐ महेश्वराय नमः।
ॐ महेष्वासाय नमः।
ॐ महोत्साहाय नमः।
ॐ महोदयाय नमः।
ॐ महोदराय नमः।
ॐ महोन्नताय नमः।
ॐ मादकाय नमः।
ॐ माद्याय नमः।
ॐ मायाविने नमः।
ॐ मीढुष्टमाय नमः।
ॐ मुक्तादामपरीताङ्गाय नमः।
ॐ मुख्याय नमः।
ॐ मुण्डिने नमः।
ॐ मुनिमृग्याय नमः।
ॐ मुनिवन्द्याय नमः।
ॐ मुनिवृन्दनिषेविताय नमः।
ॐ मुनिश्रेष्ठाय नमः।
ॐ मुनिसङ्घैकजीवनाय नमः।
ॐ मुनिहृत्पुण्डरीकस्थाय नमः।
ॐ मुनीश्वराय नमः।
ॐ मूकनाशनाय नमः।
ॐ मूर्तिभवाय नमः।
ॐ मूर्तिवर्जिताय नमः।
ॐ मृगव्याधाय नमः।
ॐ मृगहस्ताय नमः।
ॐ मृगाद्युत्पत्तिकारणाय नमः।
ॐ मृगेन्द्रचर्मवसनाय नमः।
ॐ मृडाय नमः।
ॐ मृत्युघ्ने नमः।
ॐ मृत्युघ्ने मृत्युपूजिताय नमः।
ॐ मृत्युञ्जयाय नमः।
ॐ मृत्युमृत्यवे नमः।
ॐ मेघ्याय नमः।
ॐ मोक्षदाय नमः।
ॐ मोक्षदाय पथ्याय नमः।
ॐ मोक्षनायकाय नमः।
ॐ मोक्षार्थिजनसंसेव्याय नमः।
ॐ मोचकाय नमः।
ॐ यजुर्मूर्तये नमः।
ॐ यज्ञकत्रे नमः।
ॐ यज्ञकर्मफलाध्यक्षाय नमः।
ॐ यज्ञनायकाय नमः।
ॐ यज्ञपुरुषाय नमः।
ॐ यज्ञभोक्त्रे नमः।
ॐ यज्ञमूर्तये नमः।
ॐ यज्ञविघ्नविनाशकाय नमः।
ॐ यज्ञेशाय नमः।
ॐ यन्त्रे नमः।
ॐ यमशासकाय नमः।
ॐ यमाय नमः।
ॐ यविष्ठाय नमः।
ॐ यष्ट्रे नमः।
ॐ याम्याय नमः।
ॐ युगकृते नमः।
ॐ युगनाशकाय नमः।
ॐ युगाधीशाय नमः।
ॐ युगावहाय नमः।
ॐ योगपुङ्गवाय नमः।
ॐ योगिने नमः।
ॐ योगिवेद्याय नमः।
ॐ योगिसिंहहृदासनाय नमः।
ॐ योगीशाय नमः।
ॐ रजस्याय नमः।
ॐ रत्नकञ्चुकाय नमः।
ॐ रत्नभ्राजद्धेम-सूत्रलसत्कटितटाय नमः।
ॐ रत्नरञ्जितपादुकाय नमः।
ॐ रत्नाङ्गदाङ्गाय नमः।
ॐ रत्नाङ्गुलीयविल-सत्करशाखानखप्रभाय नमः।
ॐ रत्नेशाय नमः।
ॐ रवये नमः।
ॐ रसभूताय नमः।
ॐ रसाश्रयाय नमः।
ॐ रागघ्नाय नमः।
ॐ रागदाय नमः।
ॐ रागशमनाय नमः।
ॐ रागहेतवे नमः।
ॐ रागिरागविदे नमः।
ॐ रुद्राक्षपक्षकाय नमः।
ॐ रुद्राक्षप्रियवत्सलाय नमः।
ॐ रुद्राक्षमालाभरणाय नमः।
ॐ रुद्राक्षरूपाय नमः।
ॐ रुद्राक्षवक्षसे नमः।
ॐ रुद्राय नमः।
ॐ रूपवर्जिताय नमः।
ॐ रेष्म्याय नमः।
ॐ रोहिताय नमः।
ॐ लभ्याय नमः।
ॐ लाभदाय नमः।
ॐ लाभप्रवर्धकाय नमः।
ॐ लाभात्मने नमः।
ॐ लावण्यराशये नमः।
ॐ लिङ्गमूर्तये नमः।
ॐ लिङ्गालिङ्गात्मविग्रहाय नमः।
ॐ लीलावलम्बितवपुषे नमः।
ॐ लोकबन्धवे नमः।
ॐ लोप्याय नमः।
ॐ वक्त्रे नमः।
ॐ वज्रभूषिताय नमः।
ॐ वज्रहस्तात्मने नमः।
ॐ वज्रात्मने नमः।
ॐ वज्रेशाय नमः।
ॐ वञ्चकाय नमः।
ॐ वदान्याय नमः।
ॐ वधाय नमः।
ॐ वननायकाय नमः।
ॐ वन्याय नमः।
ॐ वरदाय नमः।
ॐ वराय नमः।
ॐ वरिष्ठाय नमः।
ॐ वरूथिने नमः।
ॐ वरेण्याय नमः।
ॐ वर्मिणे नमः।
ॐ वर्षरूपाय नमः।
ॐ वर्षीयसे नमः।
ॐ वर्ष्याय नमः।
ॐ वशकृते वशिने नमः।
ॐ वशिने नमः।
ॐ वश्याय नमः।
ॐ वषट्काराय नमः।
ॐ वसन्तकृते नमः।
ॐ वसन्तदाय नमः।
ॐ वसन्तात्मने नमः।
ॐ वसन्तेशाय नमः।
ॐ वसुप्रदाय नमः।
ॐ वाणिजाय नमः।
ॐ वात्याय नमः।
ॐ वामनाय नमः।
ॐ वामाङ्कभागविल-सत्पार्वतीवीक्षणप्रियाय नमः।
ॐ वामाय नमः।
ॐ वायवे नमः।
ॐ वायव्यात्मने नमः।
ॐ वारिवस्कृताय नमः।
ॐ वास्तव्याय नमः।
ॐ वास्तुपाय नमः।
ॐ विगतज्वराय नमः।
ॐ विघ्नकर्त्रे नमः।
ॐ विघ्नेश्वराय नमः।
ॐ विचित्रमाल्यवसनाय नमः।
ॐ विजिह्वाय नमः।
ॐ विज्ञानमयाय नमः।
ॐ विदुषे नमः।
ॐ विद्युत्याय नमः।
ॐ विद्वज्जनमानससंश्रयाय नमः।
ॐ विद्वज्जनस्तव्यपराक्रमाय नमः।
ॐ विद्वज्जनाश्रयाय नमः।
ॐ विद्वत्तमाय नमः।
ॐ विनीतवत्सलाय नमः।
ॐ विभवे नमः।
ॐ वियत्पतये नमः।
ॐ विरागविदे नमः।
ॐ विराट्द्रूपधराय नमः।
ॐ विव्याधिने नमः।
ॐ विशारदाय नमः।
ॐ विशृङ्खलाय नमः।
ॐ विश्वकाराय विद्याकाराय नमः।
ॐ विश्वनाथाय नमः।
ॐ विश्वप्रदात्रे विद्याप्रदात्रे नमः।
ॐ विश्वबाहवे नमः।
ॐ विश्वभोक्त्रे नमः।
ॐ विश्वमात्रैकसंश्रयाय विद्यामात्रैकसंश्रयाय नमः।
ॐ विश्वमूर्तये नमः।
ॐ विश्वमूर्ध्ने नमः।
ॐ विश्वलोचनाय नमः।
ॐ विश्ववक्त्राय नमः।
ॐ विश्वविश्वाय विद्याविद्याय नमः।
ॐ विश्वसृजे नमः।
ॐ विश्वात्मने नमः।
ॐ विश्वाशापरिपूरकाय नमः।
ॐ विश्वेशाय विद्येशाय नमः।
ॐ विश्वेश्वराय नमः।
ॐ विषादनाय नमः।
ॐ विष्णुब्रह्मादिवन्द्याङ्घ्रये नमः।
ॐ विष्णुवल्लभाय नमः।
ॐ वीतरागिणे नमः।
ॐ वीरभद्राय नमः।
ॐ वीराय नमः।
ॐ वीर्यकराय नमः।
ॐ वीर्यघ्ने नमः।
ॐ वीर्यवते नमः।
ॐ वीर्यवर्धकाय नमः।
ॐ वीर्यविच्छ्रेष्ठाय नमः।
ॐ वीर्यविदे नमः।
ॐ वीर्यसंश्रयाय नमः।
ॐ वीर्याकाराय नमः।
ॐ वृक्षेशाय नमः।
ॐ वृन्दारकप्रियतमाय नमः।
ॐ वृन्दारकवरार्चिताय नमः।
ॐ वृषभध्वजाय नमः।
ॐ वृषभवाहनाय नमः।
ॐ वृषभाधीशाय नमः।
ॐ वृषाङ्काय नमः।
ॐ वृषात्मने नमः।
ॐ वेदकृते नमः।
ॐ वेदजिह्वाय नमः।
ॐ वेदपाय नमः।
ॐ वेदमृग्याय नमः।
ॐ वेदवक्त्राय नमः।
ॐ वेदविग्रहाय नमः।
ॐ वेदवेदान्तसंस्तुताय नमः।
ॐ वेदवेद्याय नमः।
ॐ वेदसम्मताय नमः।
ॐ वेदाश्वाय नमः।
ॐ वेद्याय नमः।
ॐ वैद्याय नमः।
ॐ वैशन्ताय नमः।
ॐ व्यक्ततमाय नमः।
ॐ व्यक्ताय नमः।
ॐ व्यक्ताव्यक्ताय नमः।
ॐ व्यापकाय नमः।
ॐ व्युप्तकेशाय नमः।
ॐ व्योमकेशाय नमः।
ॐ व्रतकृते नमः।
ॐ व्रतप्रियाय नमः।
ॐ व्रतविच्छ्रेष्ठाय नमः।
ॐ व्रतविदुषे नमः।
ॐ व्रताकाराय नमः।
ॐ व्रताधाराय नमः।
ॐ व्रतेश्वराय नमः।
ॐ शङ्कराय नमः।
ॐ शङ्गाय नमः।
ॐ शमरूपाय नमः।
ॐ शमेश्वराय नमः।
ॐ शम्बरारिनिकृन्तनाय नमः।
ॐ शम्भवे नमः।
ॐ शरणागतदीनार्त-परित्राणपरायणाय नमः।
ॐ शरण्याय नमः।
ॐ शरत्कालनाशकाय नमः।
ॐ शरत्कालप्रवर्तकाय नमः।
ॐ शरदात्मने नमः।
ॐ शरदाश्रयाय नमः।
ॐ शरद्धेतवे नमः।
ॐ शरन्नाथाय नमः।
ॐ शर्वाय नमः।
ॐ शर्वाय नमः।
ॐ शष्प्याय नमः।
ॐ शस्त्रवित्तमाय नमः।
ॐ शान्तभद्राय नमः।
ॐ शान्ताय नमः।
ॐ शारदप्लवाय नमः।
ॐ शार्दूलचर्मवसनाय नमः।
ॐ शाश्वताय शान्ताय नमः।
ॐ शिपिविष्टाय नमः।
ॐ शिवतराय नमः।
ॐ शिवाय नमः।
ॐ शीभ्याय नमः।
ॐ शुचये नमः।
ॐ शुचिस्मिताय नमः।
ॐ शुद्धपाणये नमः।
ॐ शुद्धशासनाय नमः।
ॐ शुद्धाय नमः।
ॐ शुभाय नमः।
ॐ शुष्क्याय नमः।
ॐ शूराय नमः।
ॐ शूलिने नमः।
ॐ शैशिरर्तुप्रवर्तकाय नमः।
ॐ शैशिरात्मने नमः।
ॐ शैशिरेशाय नमः।
ॐ श्रितावासाय नमः।
ॐ श्रीमते नमः।
ॐ श्रुतसेनाय नमः।
ॐ श्रुताय नमः।
ॐ श्रेष्ठाय नमः।
ॐ श्लोक्याय नमः।
ॐ श्वुतिमते अमितप्रभाय नमः।
ॐ संसारास्त्राय नमः।
ॐ सक्रोधाय नमः।
ॐ सत्त्वगुणोपेताय नमः।
ॐ सत्त्वनिष्ठाय नमः।
ॐ सत्त्वमूर्तये नमः।
ॐ सत्त्ववित्तमाय नमः।
ॐ सत्त्ववित्प्रियाय नमः।
ॐ सत्त्वविदे नमः।
ॐ सत्त्वाय नमः।
ॐ सत्त्वेशाय नमः।
ॐ सत्यज्ञाय नमः।
ॐ सत्यवाक्याय नमः।
ॐ सत्यवित्तमाय नमः।
ॐ सत्यसङ्गराय नमः।
ॐ सत्याय नमः।
ॐ सदम्भाय नमः।
ॐ सदागतये नमः।
ॐ सदाशिवाय नमः।
ॐ समस्तगुणसागराय नमः।
ॐ समस्तजगदाधाराय नमः।
ॐ समस्तदुःखविध्वंसिने नमः।
ॐ समस्तानन्दकारणाय नमः।
ॐ सम्पूर्णकामाय नमः।
ॐ सम्प्रतापनाय नमः।
ॐ सम्राजे नमः।
ॐ सरस्याय नमः।
ॐ सर्वज्ञाय नमः।
ॐ सर्वज्ञाय सुबुद्धये नमः।
ॐ सर्वधर्मफलप्रदाय नमः।
ॐ सर्वपक्षिमृगाकाराय नमः।
ॐ सर्वपक्षिमृगाधाराय नमः।
ॐ सर्वपक्षिमृगाधिपाय नमः।
ॐ सर्वमन्त्रात्मने नमः।
ॐ सर्वलोकमयाय नमः।
ॐ सर्वलोकेष्टभूषणाय नमः।
ॐ सर्वशिक्षकाय नमः।
ॐ सर्वस्मै नमः।
ॐ सर्वान्नराजे नमः।
ॐ सर्वाशास्यगुणाय नमः।
ॐ सर्वेशाय नमः।
ॐ सर्वेष्टदात्रे नमः।
ॐ सर्वेष्टाय नमः।
ॐ सस्पिञ्जराय नमः।
ॐ सहमानाय नमः।
ॐ सहस्रपदे नमः।
ॐ सहस्राक्षाय नमः।
ॐ साक्षिणे नमः।
ॐ सात्त्विकप्रियाय नमः।
ॐ सामगप्रियाय नमः।
ॐ सामगाय नमः।
ॐ सामप्रियाय नमः।
ॐ साममूर्तये नमः।
ॐ सामवेत्रे नमः।
ॐ सारग्राहिणे नमः।
ॐ सारभूतात्मने नमः।
ॐ सारभूताय नमः।
ॐ सिकत्याय नमः।
ॐ सुकन्दराय नमः।
ॐ सुकृते नमः।
ॐ सुखकराय नमः।
ॐ सुखदुःखविवर्जिताय नमः।
ॐ सुखप्रदाय नमः।
ॐ सुखाकाराय नमः।
ॐ सुधन्वने नमः।
ॐ सुधिये नमः।
ॐ सुनयनाय नमः।
ॐ सुन्दरभ्रुवे नमः।
ॐ सुन्दरविग्रहाय नमः।
ॐ सुप्रसन्नात्मने नमः।
ॐ सुमण्डलाय नमः।
ॐ सुरगुरवे नमः।
ॐ सुरगुरुप्रियाय नमः।
ॐ सुराधिपाय नमः।
ॐ सुरावासाय नमः।
ॐ सुराश्रयाय नमः।
ॐ सुरासुरनमस्कृताय नमः।
ॐ सुरूपाय नमः।
ॐ सुरेश्वराय नमः।
ॐ सुलभाय नमः।
ॐ सुललाटय नमः।
ॐ सुवर्णदृशे नमः।
ॐ सूक्ष्माय नमः।
ॐ सूताय नमः।
ॐ सूद्याय नमः।
ॐ सूर्म्याय नमः।
ॐ सूर्यात्मने नमः।
ॐ सेनान्ये नमः।
ॐ सैकताश्रयाय नमः।
ॐ सोभ्याय नमः।
ॐ सोमसूर्याग्निलोचनाय नमः।
ॐ सोमाय नमः।
ॐ सोमाय सोमकलाकाराय नमः।
ॐ सौभाग्यदायकाय नमः।
ॐ सौभाग्यनिधये नमः।
ॐ सौम्याय नमः।
ॐ स्तव्याय नमः।
ॐ स्तायुरक्षकाय नमः।
ॐ स्तेनरक्षकाय नमः।
ॐ स्तोत्रवरप्रियाय नमः।
ॐ स्तोत्रे नमः।
ॐ स्थपतये नमः।
ॐ स्थविष्ठाय नमः।
ॐ स्थाणवे नमः।
ॐ स्थिराय नमः।
ॐ स्फटिकप्रभाय नमः।
ॐ स्फुरन्मङ्गलविग्रहाय नमः।
ॐ स्रुत्याय नमः।
ॐ स्रोतस्याय नमः।
ॐ स्वतन्त्राय नमः।
ॐ स्वरमयाय नमः।
ॐ स्वर्णकेशाय नमः।
ॐ स्वर्णरेतसे नमः।
ॐ स्वामिने नमः।
ॐ स्वायुधाय नमः।
ॐ हनीयात्मने नमः।
ॐ हन्त्रे नमः।
ॐ हराय नमः।
ॐ हरिकेशाय नमः।
ॐ हरित्याय नमः।
ॐ हविषे नमः।
ॐ हस्तराजत्पुण्डरीकाय नमः।
ॐ हितकृते नमः।
ॐ हितैषिणे नमः।
ॐ हिमघ्ने नमः।
ॐ हिमदाय नमः।
ॐ हिमनायकाय नमः।
ॐ हिमस्वरूपाय नमः।
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।
ॐ हिरण्यदाय नमः।
ॐ हिरण्यबाहवे नमः।
ॐ हिरण्यश्मश्रवे नमः।
ॐ हिरण्याय नमः।
ॐ हुतभुजे नमः।
ॐ हृद्यकृते नमः।
ॐ हृद्याय नमः।
ॐ हेमरूपाय नमः।
ॐ हेमाङ्गाय नमः।
ॐ ह्रदय्याय नमः।
ॐ ह्रस्वाय नमः।
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