Download HinduNidhi App
Shri Jaharveer

श्री जाहरवीर जी आरती

Shri Jaharveer Ji Aarti Hindi

Shri JaharveerAarti (आरती संग्रह)हिन्दी
Share This

|| आरती ||

जय जय जाहरवीर हरे, जय जय गोगावीर हरे ।
धरती पर आकर के भक्तों के कष्ट हरे ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

जो कोई भक्ति करे प्रेम से,भागे दुःख परे।
विघ्न हरन मंगल के दाता, जन -जन का कष्ट हरे ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

जेवर राव के पुत्र कहाए, रानी बाछल माता ।
बागड़ में जन्म लिया गुगा ने, सब जय -जयकार करे ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

धर्म कि बेल बढाई निशदिन, तपस्या रोज करे ।
दुष्ट जनों को दण्ड दिया, जग में रहे आप खरे ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

सत्य अहिंसा का व्रत धारा, झुठ से सदा डरे ।
वचन भंग को बुरा समझ कर, घर से आप निकरे ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

माडी में करी तपस्या अचरज सभी करे ।
चारों दिशाओं से भगत आ रहे, जोड़े हाथ खड़े ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

अजर अमर है नाम तुम्हारा, हे प्रसिद्ध जगत उजियारा ।
भुत पिशाच निकट नहीं आवे, जो कोई जाहर नाम गावे ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

सच्चे मन से जो ध्यान लगावे ,सुख सम्पति घर आवे ।
नाम तुम्हारा जो कोई गावे ,जन्म जन्म के दुःख बिसरावे ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

भादो कृष्ण नोमी के दिन जो पुजे ,वह विघ्नों से नहीं डरे ।
जय-जय जाहर वीर हरे , जय श्री गोगा वीर हरे ॥
जय जय जाहरवीर हरे…

॥ इति श्री जाहरवीर आरती संपूर्णम् ॥

Read in More Languages:

Found a Mistake or Error? Report it Now

Download HinduNidhi App

Download श्री जाहरवीर जी आरती PDF

श्री जाहरवीर जी आरती PDF

Leave a Comment