देवी तारा दस महाविद्याओं में दूसरी महाविद्या मानी जाती हैं। उनका स्वरूप करुणा, रक्षा और ज्ञान का प्रतीक है। देवी तारा को ‘नील सरस्वती’ के नाम से भी जाना जाता है। वे साधकों को अज्ञान के अंधकार से निकालकर ज्ञान और आध्यात्मिक प्रकाश की ओर ले जाती हैं। तारा सहस्रनामावली में देवी के एक हजार दिव्य नामों का संग्रह है, जो उनकी शक्तियों, स्वरूप और गुणों का वर्णन करते हैं। इस पाठ के माध्यम से साधक देवी की कृपा प्राप्त कर अपने जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकता है।
देवी तारा सहस्रनामावली पढ़ने के लाभ
- देवी तारा की कृपा से जीवन में आने वाले संकट और बाधाएं समाप्त होती हैं।
- देवी तारा को विद्या और वाणी की देवी माना जाता है। उनका पाठ व्यक्ति को तेज बुद्धि और मधुर वाणी प्रदान करता है।
- देवी के नामों का जाप साधक को भयमुक्त करता है और शत्रुओं से रक्षा करता है।
- तारा सहस्रनामावली का पाठ साधक को आत्मज्ञान और मोक्ष की ओर प्रेरित करता है।
- देवी की आराधना से धन-संपदा और समृद्धि प्राप्त होती है।
- देवी तारा की पूजा से घर और मन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- देवी की कृपा से शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
- सहस्रनामावली का नियमित पाठ भक्त की इच्छाओं को पूर्ण करता है।
देवी तारा सहस्रनामावली पढ़ने के नियम
- पाठ से पहले स्नान करें और पूजा स्थल को पवित्र रखें। स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- पाठ शुरू करने से पहले देवी के समक्ष अपनी मनोकामना का संकल्प लें।
- अमावस्या, पूर्णिमा और चतुर्दशी के दिन देवी की पूजा और पाठ करना विशेष फलदायी होता है।
- सफेद वस्त्र का आसन बिछाकर उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- पाठ के दौरान देवी तारा के स्वरूप और उनकी कृपा का ध्यान करें।
- सहस्रनामावली का पाठ 21, 51, या 108 दिनों तक नियमित रूप से करें।
देवी तारा सहस्रनामावली की पूजा विधि
- देवी तारा का चित्र या यंत्र, नीले पुष्प, कुमकुम, चंदन, अक्षत, दीपक, धूप और गंगाजल, नैवेद्य (दूध, मिष्ठान्न, और फल) पूजा सामग्री एकत्रित करें।
- पूजा स्थान पर दीप प्रज्वलित करें।
- “ॐ तारे तुत्तारे तुरे स्वाहा” मंत्र का जाप करते हुए पुष्प अर्पित करें।
- शांतचित्त होकर सहस्रनामावली का पाठ करें।
- हर नाम के साथ देवी की शक्तियों का स्मरण करें।
- देवी को नैवेद्य अर्पित करें और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
- पाठ के अंत में देवी की आरती करें।
- प्रसाद सभी भक्तों और परिजनों में वितरित करें।
।। देवी तारा सहस्रनामावली ।।
ॐ अंसायै नमः।
ॐ अःकारवनितायै नमः।
ॐ अच्युतायै नमः।
ॐ अदृश्यायै नमः।
ॐ अनामायै नमः।
ॐ अपर्णायै नमः।
ॐ अपर्णायै नमः।
ॐ अपान्निधिसमुद्भूतायै नमः।
ॐ अमलवाहिन्यै नमः।
ॐ अमलायै नमः।
ॐ अम्बायै नमः।
ॐ अम्बायै नमः।
ॐ अम्बिकायै नमः।
ॐ अम्बिकायै नमः।
ॐ अरुन्धत्यै नमः।
ॐ अव्यक्तरूपायै नमः।
ॐ अष्टादशभुजायै नमः।
ॐ अष्टारपङ्कजोपरिसंस्थितायै नमः।
ॐ आग्नेय्यै नमः।
ॐ आज्ञायै नमः।
ॐ आनन्दकन्दलकारिण्यै नमः।
ॐ आनन्दभैरव्यै नमः।
ॐ आनन्दवर्धिन्यै नमः।
ॐ आनन्दसुन्दर्यै नमः।
ॐ आनन्दसुन्दर्यै नमः।
ॐ इडायै नमः।
ॐ इष्टायै नमः।
ॐ ईश्वरवल्लभायै नमः।
ॐ उग्रकाल्यै नमः।
ॐ उग्राख्यायै नमः।
ॐ उदीर्णभूषणायै नमः।
ॐ उद्भवायै नमः।
ॐ उर्वश्यै नमः।
ॐ ऊर्णायै नमः।
ॐ ऋकारायै नमः।
ॐ ॠस्वरोद्भवायै नमः।
ॐ ऌकारवर्णकूटस्थायै नमः।
ॐ ऌकारस्वरभूषितायै नमः।
ॐ एकारवर्णकूटस्थायै नमः।
ॐ एकारस्वरभूषितायै नमः।
ॐ एष्यायै नमः।
ॐ ऐन्द्र्यै नमः।
ॐ ऐशान्यै नमः।
ॐ ऐष्यायै नमः।
ॐ ओषायै नमः।
ॐ औकाराक्षररूपिण्यै नमः।
ॐ कञ्जपत्रायतेक्षणायै नमः।
ॐ कञ्जलोचनायै नमः।
ॐ कदलीजङ्घायै नमः।
ॐ कन्दर्पस्य कलायै नमः।
ॐ कन्धत्यै नमः।
ॐ कन्यायै नमः।
ॐ कपर्दिन्यै नमः।
ॐ कपालिन्यै नमः।
ॐ कपालिन्यै नमः।
ॐ कमनीयायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ करालायै नमः।
ॐ करिगत्यै नमः।
ॐ कर्त्तिखर्परधारिण्यै नमः।
ॐ कर्त्र्यै नमः।
ॐ कर्पूरपूर्णवदनायै नमः।
ॐ कलानाथसमप्रभायै नमः।
ॐ कलायै नमः।
ॐ कल्पनाभायै नमः।
ॐ कादम्बिन्यै नमः।
ॐ कान्तायै नमः।
ॐ कामदायै नमः।
ॐ कामरूपायै नमः।
ॐ कामाख्यायै नमः।
ॐ कामिन्यै नमः।
ॐ कारिण्यै नमः।
ॐ कालदैत्यविनाशिन्यै नमः।
ॐ कालभैरव्यै नमः।
ॐ कालरात्र्यै नमः।
ॐ कालसुन्दर्यै नमः।
ॐ कालिकायै नमः।
ॐ कालिन्द्यै नमः।
ॐ काल्यै नमः।
ॐ काश्यप्यै नमः।
ॐ कीर्णकदम्बकुसुमोत्सुकायै नमः।
ॐ कुञ्चितकेश्यै नमः।
ॐ कुञ्जरेश्वरगामिन्यै नमः।
ॐ कुञ्ज्यै नमः।
ॐ कुन्दायै नमः।
ॐ कुमार्यै नमः।
ॐ कुमुदाकरायै नमः।
ॐ कुमुदायै नमः।
ॐ कुमुदायै नमः।
ॐ कुमुदिन्यै नमः।
ॐ कुमुद्वत्यै नमः।
ॐ कुरङ्गाक्ष्यै नमः।
ॐ कुरुकुल्लायै नमः।
ॐ कुलजात्मजायै नमः।
ॐ कुलजायै नमः।
ॐ कुलतर्पितायै नमः।
ॐ कुलपूजितायै नमः।
ॐ कुलमार्गप्रवर्धिन्यै नमः।
ॐ कुलशास्त्रप्रदीप्तायै नमः।
ॐ कुल्यायै नमः।
ॐ कुसुम्भरूपरुचिरायै नमः।
ॐ कुसुम्भारुणमस्तकायै नमः।
ॐ कृशाङ्ग्यै नमः।
ॐ कृष्णायै नमः।
ॐ केतकीकुसुमप्राणायै नमः।
ॐ केतकीकुसुमासक्तायै नमः।
ॐ केतकीकृतभूषणायै नमः।
ॐ केतकीपरिभूषितायै नमः।
ॐ केलिप्रियायै नमः।
ॐ कोटिचन्द्रप्रतीकाशायै नमः।
ॐ कौबेर्यै नमः।
ॐ कौमार्यै नमः।
ॐ कौमुद्यै नमः।
ॐ कौमुद्यै नमः।
ॐ कौरव्यै नमः।
ॐ कौर्व्यायै नमः।
ॐ कौलव्रतपरायणायै नमः।
ॐ कौलव्रतपरायणायै नमः।
ॐ कौलिकायै नमः।
ॐ कौलिन्यै नमः।
ॐ कौशिक्यै नमः।
ॐ कौसल्यायै नमः।
ॐ क्षान्त्यै नमः।
ॐ क्षेभायै नमः।
ॐ क्षेमकर्यै नमः।
ॐ क्षेमायै नमः।
ॐ क्षोभणायै नमः।
ॐ खगवाहिन्यै नमः।
ॐ खञ्जनद्वन्द्वलोचनायै नमः।
ॐ खड्गभूषितायै नमः।
ॐ खड्गहस्तायै नमः।
ॐ खण्डिन्यै नमः।
ॐ खद्योत इव चञ्चलायै नमः।
ॐ खद्योत इव दुर्लक्ष्यायै नमः।
ॐ खर्वायै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गणपूज्यायै नमः।
ॐ गणप्रदायै नमः।
ॐ गणेज्यायै नमः।
ॐ गणेश्वर्यै नमः।
ॐ गत्यै नमः।
ॐ गदायै नमः।
ॐ गयायै नमः।
ॐ गर्वितायै नमः।
ॐ गाणपत्यफलप्रदायै नमः।
ॐ गायत्र्यै नमः।
ॐ गिरिकन्यायै नमः।
ॐ गिरिजायै नमः।
ॐ गिरिशस्य वल्लभायै नमः।
ॐ गिरिसुतायै नमः।
ॐ गीतवाद्यप्रियायै नमः।
ॐ गुणगौरवसम्पन्नायै नमः।
ॐ गुणगौरवसुन्दर्यै नमः।
ॐ गुणदात्र्यै नमः।
ॐ गुणप्रीतायै नमः।
ॐ गुणभैरव्यै नमः।
ॐ गुणवत्यै नमः।
ॐ गुणशीलसमन्वितायै नमः।
ॐ गुणसम्पत्त्यै नमः।
ॐ गुणसम्पन्नायै नमः।
ॐ गुणसुन्दर्यै नमः।
ॐ गुणाढ्यायै नमः।
ॐ गुणात्मिकायै नमः।
ॐ गुणाश्रयायै नमः।
ॐ गुरुतरायै नमः।
ॐ गुर्व्यै नमः।
ॐ गुह्यनिद्रायै नमः।
ॐ गौर्यै नमः।
ॐ गौर्यै नमः।
ॐ घनालयायै नमः।
ॐ घर्घरायै नमः।
ॐ घर्मसिन्धुनिवासिन्यै नमः।
ॐ घर्मांशुगृहिण्यै नमः।
ॐ घर्मायै नमः।
ॐ घोरदैत्यविनाशिन्यै नमः।
ॐ घोररूपायै नमः।
ॐ घोरवदनायै नमः।
ॐ घोषपुत्र्यै नमः।
ॐ घोषवत्यै नमः।
ॐ घोषायै नमः।
ॐ घोष्यायै नमः।
ॐ चकोराक्ष्यै नमः।
ॐ चक्रिण्यै नमः।
ॐ चण्डदोर्दण्डखण्डिन्यै नमः।
ॐ चण्डमुण्डविनाशिन्यै नमः।
ॐ चण्डमुण्डारिहन्त्र्यै नमः।
ॐ चण्डिकायै नमः।
ॐ चण्ड्यै नमः।
ॐ चतुराननायै नमः।
ॐ चतुर्गुणायै नमः।
ॐ चतुर्भुजायै नमः।
ॐ चतुर्वेदमय्यै नमः।
ॐ चन्द्रकलायै नमः।
ॐ चन्द्रवक्त्रायै नमः।
ॐ चन्द्रसमप्रभायै नमः।
ॐ चन्द्राननायै नमः।
ॐ चन्द्रायै नमः।
ॐ चपलायै नमः।
ॐ चम्पकवर्णायै नमः।
ॐ चर्वर्यै नमः।
ॐ चलच्चकोरनयनायै नमः।
ॐ चलत्खञ्जनलोचनायै नमः।
ॐ चलदम्भोजवदनायै नमः।
ॐ चलदम्भोजशोभितायै नमः।
ॐ चान्द्र्यै नमः।
ॐ चामुण्डायै नमः।
ॐ चारुकेश्यै नमः।
ॐ चारुचन्द्रसमप्रभायै नमः।
ॐ चारुनयनायै नमः।
ॐ चारुनेत्रायै नमः।
ॐ चारुमूर्धजशोभितायै नमः।
ॐ चारुवक्त्रायै नमः।
ॐ चार्वङ्ग्यै नमः।
ॐ चित्रायै नमः।
ॐ छकारवर्णनिलयायै नमः।
ॐ छकाराद्यायै नमः।
ॐ छत्रचामरशोभितायै नमः।
ॐ छत्रप्रियायै नमः।
ॐ छत्रायै नमः।
ॐ छद्मनिरतायै नमः।
ॐ छद्मनिवासिन्यै नमः।
ॐ छद्मायै नमः।
ॐ छद्मिन्यै नमः।
ॐ छर्दिछिन्नशिरसे नमः।
ॐ छलच्छिरायै नमः।
ॐ छलप्रियायै नमः।
ॐ छलरूपायै नमः।
ॐ छलसन्त्रस्तायै नमः।
ॐ छलाद्यायै नमः।
ॐ छलान्वितायै नमः।
ॐ छात्र्यै नमः।
ॐ छिन्ननासायै नमः।
ॐ छिन्नायै नमः।
ॐ जगतामुपकारिण्यै नमः।
ॐ जगद्धात्र्यै नमः।
ॐ जगन्नाथप्रियायै नमः।
ॐ जगन्नाथरतायै नमः।
ॐ जगन्मात्रे नमः।
ॐ जपाकुसुमशोभितायै नमः।
ॐ जपाकुसुमसङ्काशायै नमः।
ॐ जमलार्जुनधारिण्यै नमः।
ॐ जम्भारातिवरप्रदायै नमः।
ॐ जयदात्र्यै नमः।
ॐ जयदायै नमः।
ॐ जयप्रदायै नमः।
ॐ जयित्र्यै नमः।
ॐ जरान्वितायै नमः।
ॐ जरायै नमः।
ॐ जरायै नमः।
ॐ जलेश्वर्यै नमः।
ॐ जह्नुकन्यायै नमः।
ॐ जानक्यै नमः।
ॐ जामातृवरदायै नमः।
ॐ जाम्बवत्यै नमः।
ॐ जितायै नमः।
ॐ जीमूतवनितायै नमः।
ॐ जीमूतैरुपशोभितायै नमः।
ॐ जीर्णायै नमः।
ॐ जीवायै नमः।
ॐ जृम्भायै नमः।
ॐ जृम्भायै नमः।
ॐ ज्ञानदात्र्यै नमः।
ॐ ज्ञानदायै नमः।
ॐ ज्ञानानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ ज्ञानिन्यै नमः।
ॐ ज्ञानेश्वर्यै नमः।
ॐ ज्येष्ठायै नमः।
ॐ ज्येष्ठायै नमः।
ॐ ज्येष्ठायै नमः।
ॐ ज्योत्स्नायै नमः।
ॐ झर्झरिकायै नमः।
ॐ झर्यै नमः।
ॐ झल्लरायै नमः।
ॐ झिल्ल्यै नमः।
ॐ झीत्कृत्यै नमः।
ॐ टङ्कधारिण्यै नमः।
ॐ टाङ्कारकारिण्यै नमः।
ॐ टीत्कारिण्यै नमः।
ॐ ठक्कुराज्ञायै नमः।
ॐ डमरुकरायै नमः।
ॐ डमरुप्रियायै नमः।
ॐ डाकिन्यै नमः।
ॐ डात्कार्यै नमः।
ॐ ढक्कारवाद्यढक्कार्यै नमः।
ॐ तन्त्रकार्यै नमः।
ॐ तन्त्रगोप्यायै नमः।
ॐ तन्त्रज्ञायै नमः।
ॐ तन्त्रदायै नमः।
ॐ तन्त्रधात्र्यै नमः।
ॐ तन्त्रनारीरतातुरायै नमः।
ॐ तन्त्रपायै नमः।
ॐ तन्त्ररतायै नमः।
ॐ तन्त्रविज्ञायै नमः।
ॐ तन्त्रविद्यायै नमः।
ॐ तन्त्रसारफलप्रदायै नमः।
ॐ तन्त्रसारायै नमः।
ॐ तपःप्रभावायै नमः।
ॐ तपस्यायै नमः।
ॐ तपस्विन्यै नमः।
ॐ तमोघ्न्यै नमः।
ॐ ताटङ्कद्वयशोभितायै नमः।
ॐ तान्त्रिकायै नमः।
ॐ तापस्यै नमः।
ॐ तारस्वरविभूषितायै नमः।
ॐ तारस्वरेण सहितायै नमः।
ॐ तारायै नमः।
ॐ तारायै नमः।
ॐ तारिणिकायै नमः।
ॐ तारिण्यै नमः।
ॐ तार्क्षायै नमः।
ॐ तार्त्तीयायै नमः।
ॐ तार्त्त्यै नमः।
ॐ तालभक्षिकायै नमः।
ॐ तालवर्जितायै नमः।
ॐ तालाङ्ग्यै नमः।
ॐ तीक्ष्णदैत्यविनाशिन्यै नमः।
ॐ तीक्ष्णायै नमः।
ॐ तीर्णायै नमः।
ॐ तुङ्गायै नमः।
ॐ तुलस्यै नमः।
ॐ तुलस्यै नमः।
ॐ तुलायै नमः।
ॐ तुषायै नमः।
ॐ तुषारकरतुल्याङ्ग्यै नमः।
ॐ तुषारकरपूर्णास्यायै नमः।
ॐ तुषारकरमण्डितायै नमः।
ॐ तुषारकरसुन्दर्यै नमः।
ॐ तुषारधामतुल्यास्यायै नमः।
ॐ तुषारांशुसमाननायै नमः।
ॐ तुष्टायै नमः।
ॐ तुष्टिभैरव्यै नमः।
ॐ तुहिनांशुसमप्रभायै नमः।
ॐ तुहिनांशुसमाभासायै नमः।
ॐ तुहिनाद्रिसुतायै नमः।
ॐ तौलिनिकायै नमः।
ॐ तौलिन्यै नमः।
ॐ त्रिनेत्रायै नमः।
ॐ थकारकूटनिलयायै नमः।
ॐ थकाराक्षरमालिन्यै नमः।
ॐ दक्षिणायै नमः।
ॐ दधीचिवरदायै नमः।
ॐ दनुजेन्द्रविनाशिन्यै नमः।
ॐ दम्भहायै नमः।
ॐ दम्भायै नमः।
ॐ दम्भिकायै नमः।
ॐ दयायै नमः।
ॐ दयावत्यै नमः।
ॐ दशभुजायै नमः।
ॐ दात्र्यै नमः।
ॐ दात्र्यै नमः।
ॐ दानदात्र्यै नमः।
ॐ दानपरायै नमः।
ॐ दानपरायै नमः।
ॐ दानवेन्द्रविनाशिन्यै नमः।
ॐ दानवेन्द्रविमर्दिन्यै नमः।
ॐ दानसम्मानतोषितायै नमः।
ॐ दान्तायै नमः।
ॐ दामोदरपरायणायै नमः।
ॐ दामोदरप्रियायै नमः।
ॐ दारिद्र्यदुःखशमन्यै नमः।
ॐ दाल्भ्यादि सेवितायै नमः।
ॐ दिव्याम्बरविभूषणायै नमः।
ॐ दिव्यायै नमः।
ॐ दीनबन्धवे नमः।
ॐ दीनरतायै नमः।
ॐ दीर्घकचायै नमः।
ॐ दीर्घकेश्यै नमः।
ॐ दीर्घनासायै नमः।
ॐ दीर्घनेत्रायै नमः।
ॐ दीर्घिकायै नमः।
ॐ दुःखदारिद्र्यनाशिन्यै नमः।
ॐ दुर्गायै नमः।
ॐ दुर्गायै नमः।
ॐ दुष्टायै नमः।
ॐ दुष्टासुरनिषूदिन्यै नमः।
ॐ दुहितायै नमः।
ॐ देवकन्यायै नमः।
ॐ देवमान्यायै नमः।
ॐ देवाङ्गनायै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ दैत्यनाशिन्यै नमः।
ॐ दैत्यनाशिन्यै नमः।
ॐ दैत्यनिकृन्तन्यै नमः।
ॐ दैत्यप्राणहरायै नमः।
ॐ दैत्यविनाशिन्यै नमः।
ॐ दौर्भाग्यदुःखदलिन्यै नमः।
ॐ दौर्भाग्यापदनाशिन्यै नमः।
ॐ द्रुपदात्मजायै नमः।
ॐ द्रौपद्यै नमः।
ॐ द्विभुजायै नमः।
ॐ धनतोषितायै नमः।
ॐ धनधान्यप्रदायै नमः।
ॐ धनप्रीतायै नमः।
ॐ धनाढ्यायै नमः।
ॐ धनाध्यक्षायै नमः।
ॐ धनिष्ठायै नमः।
ॐ धनेश्वरवरप्रदायै नमः।
ॐ धन्यायै नमः।
ॐ धन्यायै नमः।
ॐ धरिण्यै नमः।
ॐ धर्मदात्र्यै नमः।
ॐ धर्मनिन्दकवर्जितायै नमः।
ॐ धर्मसहितायै नमः।
ॐ धर्माधर्मप्रवर्धिन्यै नमः।
ॐ धर्मानन्दप्रवर्धिन्यै नमः।
ॐ धर्मिण्यै नमः।
ॐ धर्मेश्वर्यै नमः।
ॐ धर्म्यायै नमः।
ॐ धवलाम्भोजसन्निभायै नमः।
ॐ धवलास्पदायै नमः।
ॐ धात्र्यै नमः।
ॐ धात्र्यै नमः।
ॐ धारिण्यै नमः।
ॐ धारिण्यै नमः।
ॐ धार्मिकायै नमः।
ॐ धार्मिकायै नमः।
ॐ धीरायै नमः।
ॐ धुरीणायै नमः।
ॐ धृत्यै नमः।
ॐ धृष्टायै नमः।
ॐ धैर्यवत्यै नमः।
ॐ ध्यानभैरव्यै नमः।
ॐ ध्वान्तसंहन्त्र्यै नमः।
ॐ नकारहायै नमः।
ॐ नगजायै नमः।
ॐ नगराजकुलेश्वर्यै नमः।
ॐ नगात्मजायै नमः।
ॐ नगात्मजायै नमः।
ॐ नगायै नमः।
ॐ नगारूढायै नमः।
ॐ नगेश्वर्यै नमः।
ॐ नगेश्वर्यै नमः।
ॐ नग्नायै नमः।
ॐ नन्दायै नमः।
ॐ नन्दायै नमः।
ॐ नन्दिकेश्वरवल्लभायै नमः।
ॐ नरनारीगुणप्रीतायै नमः।
ॐ नरनारीवरप्रदायै नमः।
ॐ नर्मकर्मपरायणायै नमः।
ॐ नर्मकर्मप्रियायै नमः।
ॐ नर्मकर्मरतायै नमः।
ॐ नर्मकर्मैकपालिकायै नमः।
ॐ नर्मकर्मैकसहितायै नमः।
ॐ नर्मधर्मपरायणायै नमः।
ॐ नर्मध्यानपरायणायै नमः।
ॐ नर्मप्रीतायै नमः।
ॐ नर्मरतायै नमः।
ॐ नर्मायै नमः।
ॐ नवचम्पकवर्णाभायै नमः।
ॐ नवदुर्गायै नमः।
ॐ नवपुष्पगुणोपेतायै नमः।
ॐ नवपुष्पप्रियायै नमः।
ॐ नवपुष्पसमप्राणायै नमः।
ॐ नवपुष्पसमुत्सुकायै नमः।
ॐ नवपुष्पसमुद्भूतायै नमः।
ॐ नवपुष्पस्रजायै नमः।
ॐ नवपुष्पात्मकायै नमः।
ॐ नवपुष्पासवोत्सुकायै नमः।
ॐ नवपुष्पोपशोभितायै नमः।
ॐ नवीनकेतकीकुन्दमन्दारस्रजभूषितायै नमः।
ॐ नवीनाम्भोजसुन्दर्यै नमः।
ॐ नवीनायै नमः।
ॐ नवीनेन्दुकलानन्दायै नमः।
ॐ नागकेशरशोभितायै नमः।
ॐ नागकेसरमालिन्यै नमः।
ॐ नागकेसरसन्तुष्टायै नमः।
ॐ नागयज्ञोपवीताढ्यायै नमः।
ॐ नागयज्ञोपवीतिकायै नमः।
ॐ नागयज्ञोपवीतिन्यै नमः।
ॐ नागराजपतये नमः।
ॐ नागराजविभूषितायै नमः।
ॐ नागराजसुतायै नमः।
ॐ नागराजेज्यायै नमः।
ॐ नागर्यै नमः।
ॐ नायकप्रीतायै नमः।
ॐ नायकप्रेमतोषितायै नमः।
ॐ नायकप्रेमपोषितायै नमः।
ॐ नायकप्रेमसहितायै नमः।
ॐ नायकानन्द निलयायै नमः।
ॐ नायकानन्दकारिण्यै नमः।
ॐ नायिकायै नमः।
ॐ नारसिंह्यै नमः।
ॐ नारायणप्रियायै नमः।
ॐ नारायण्यै नमः।
ॐ नारायण्यै नमः।
ॐ नारीपुष्परतायै नमः।
ॐ नारीपुष्पसमप्राणायै नमः।
ॐ नारीपुष्पसमुत्सुकायै नमः।
ॐ नारीपुष्पोत्सवायै नमः।
ॐ नार्यै नमः।
ॐ नित्यमय्यै नमः।
ॐ नित्यायै नमः।
ॐ नित्यायै नमः।
ॐ नित्यायै नमः।
ॐ नित्योत्साहायै नमः।
ॐ निद्रायै नमः।
ॐ निद्रायै नमः।
ॐ निम्ननाभये नमः।
ॐ निम्नायै नमः।
ॐ निरजायै नमः।
ॐ निर्मलायै नमः।
ॐ निवारतरुसंस्थायै नमः।
ॐ निशाचर्यै नमः।
ॐ निशामूर्त्यै नमः।
ॐ निशायै नमः।
ॐ निशुम्भप्राणनाशिन्यै नमः।
ॐ निष्कवर्णायै नमः।
ॐ निष्कायै नमः।
ॐ निष्पन्नायै नमः।
ॐ नीतिभैरव्यै नमः।
ॐ नीतिसुन्दर्यै नमः।
ॐ नीरजद्वन्द्वलोचनायै नमः।
ॐ नीरजाक्ष्यै नमः।
ॐ नीरजायै नमः।
ॐ नीरनिर्मलदेहिन्यै नमः।
ॐ नीरभवायै नमः।
ॐ नीरसूतायै नमः।
ॐ नीलसरस्वत्यै नमः।
ॐ नीवारकुसुमोत्सुकायै नमः।
ॐ नूतनाम्भोजनयनायै नमः।
ॐ नैरृत्यै नमः।
ॐ पद्मपत्राक्ष्यै नमः।
ॐ पद्मपत्राक्ष्यै नमः।
ॐ पद्मायै नमः।
ॐ पद्मावत्यै नमः।
ॐ पद्मिन्यै नमः।
ॐ पन्नगशायिन्यै नमः।
ॐ परमानन्ददायै नमः।
ॐ परमेश्वर्यै नमः।
ॐ परायै नमः।
ॐ परिपालिन्यै नमः।
ॐ पर्णायै नमः।
ॐ पवित्रितायै नमः।
ॐ पापनाशिन्यै नमः।
ॐ पार्वत्यै नमः।
ॐ पावन्यै नमः।
ॐ पिङ्गकेश्यै नमः।
ॐ पिङ्गायै नमः।
ॐ पुण्डरीकाक्षगृहिण्यै नमः।
ॐ पुण्डरीकाक्षवल्लभायै नमः।
ॐ पुण्यकोटिफलप्रदायै नमः।
ॐ पुण्यचारिण्यै नमः।
ॐ पुण्यदायै नमः।
ॐ पुण्यायै नमः।
ॐ पुरभैरव्यै नमः।
ॐ पुरसुन्दर्यै नमः।
ॐ पुराणगोचरायै नमः।
ॐ पुराणागमगोपितायै नमः।
ॐ पुराणागमगोप्यायै नमः।
ॐ पुराणागमतोषितायै नमः।
ॐ पुराणागमवेद्यायै नमः।
ॐ पुरारिगृहिण्यै नमः।
ॐ पुलोमजायै नमः।
ॐ पुष्टदेहायै नमः।
ॐ पुष्टायै नमः।
ॐ पुष्टायै नमः।
ॐ पुष्टिभैरव्यै नमः।
ॐ पुष्पदामविभूषणायै नमः।
ॐ पुष्पप्रियायै नमः।
ॐ पुष्पप्रीतायै नमः।
ॐ पुष्परतायै नमः।
ॐ पुष्पस्रजविभूषणायै नमः।
ॐ पुष्पायै नमः।
ॐ पुष्पेज्यायै नमः।
ॐ पुष्यायै नमः।
ॐ पूर्णचन्द्रनिभाननायै नमः।
ॐ पूर्णचन्द्रास्यायै नमः।
ॐ पूर्णरूपायै नमः।
ॐ पूर्णायै नमः।
ॐ पूर्णायै नमः।
ॐ पूर्णिमायै नमः।
ॐ पूर्वफाल्गुन्यै नमः।
ॐ पूर्वायै नमः।
ॐ पृथ्व्यै नमः।
ॐ पौरन्दर्यै नमः।
ॐ पौष्पीपानपरायणायै नमः।
ॐ प्रच्युतायै नमः।
ॐ प्रणतप्राणिनामार्त्तिहारिण्यै नमः।
ॐ प्रतिष्ठितायै नमः।
ॐ प्रद्योतिन्यै नमः।
ॐ प्रयतात्मने नमः।
ॐ प्रह्लादिहृदयाह्लादिगेहिन्यै नमः।
ॐ प्राणदायै नमः।
ॐ प्राणायै नमः।
ॐ प्राणेश्वर्यै नमः।
ॐ प्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ प्रियायै नमः।
ॐ प्रीतायै नमः।
ॐ प्रीतायै नमः।
ॐ प्रेममण्डलमध्यगायै नमः।
ॐ प्रौढविनाशिन्यै नमः।
ॐ फकारकूटसर्वाङ्ग्यै नमः।
ॐ फणाकारायै नमः।
ॐ फणिकङ्कणधारिण्यै नमः।
ॐ फणिप्रीतायै नमः।
ॐ फणिप्रीतायै नमः।
ॐ फणिरतायै नमः।
ॐ फणिराजविभूषितायै नमः।
ॐ फणिवाहिन्यै नमः।
ॐ फणिहारविभूषितायै नमः।
ॐ फणीशकृतसर्वाङ्गभूषणायै नमः।
ॐ फलदात्र्यै नमः।
ॐ फलाभरणभूषितायै नमः।
ॐ फलासक्तायै नमः।
ॐ फल्गुनानन्दवर्धिन्यै नमः।
ॐ फल्गुफलप्रदायै नमः।
ॐ फाल्गुनप्रीतायै नमः।
ॐ फाल्गुनप्रेमधारिण्यै नमः।
ॐ फाल्गुन्यै नमः।
ॐ बलाकीर्णायै नमः।
ॐ बल्यै नमः।
ॐ बालचन्द्रसमप्रभायै नमः।
ॐ बालपीयूषरोचिषायै नमः।
ॐ बालायै नमः।
ॐ बालायै नमः।
ॐ बालिकायै नमः।
ॐ बुद्ध्यै नमः।
ॐ बुद्ध्यै नमः।
ॐ बौद्धाचारपरायणायै नमः।
ॐ ब्रह्माण्यै नमः।
ॐ ब्राह्म्यै नमः।
ॐ भद्रकाल्यै नमः।
ॐ भद्रायै नमः।
ॐ भद्रायै नमः।
ॐ भयदायै नमः।
ॐ भयनाशिन्यै नमः।
ॐ भयसम्पन्नायै नमः।
ॐ भवपत्न्यै नमः।
ॐ भवभीतिहरायै नमः।
ॐ भवान्यै नमः।
ॐ भवायै नमः।
ॐ भव्यायै नमः।
ॐ भव्यायै नमः।
ॐ भागीरथ्यै नमः।
ॐ भानोरंशुजालसमप्रभायै नमः।
ॐ भारत्यै नमः।
ॐ भारद्वाजनमस्कृतायै नमः।
ॐ भार्गवेज्यायै नमः।
ॐ भार्गव्यै नमः।
ॐ भास्कर्यै नमः।
ॐ भीतिहायै नमः।
ॐ भीतिहायै नमः।
ॐ भीमाकाराभ्रसुन्दर्यै नमः।
ॐ भीमायै नमः।
ॐ भीमायै नमः।
ॐ भीमायै नमः।
ॐ भूगर्भायै नमः।
ॐ भूतभव्यायै नमः।
ॐ भृगुवंशसमुद्भूतायै नमः।
ॐ भृगुवल्लभायै नमः।
ॐ भृगोः पूज्यायै नमः।
ॐ भैरवीप्रियायै नमः।
ॐ भैरव्यै नमः।
ॐ भैरव्यै नमः।
ॐ भैरव्यै नमः।
ॐ मग्नायै नमः।
ॐ मघायै नमः।
ॐ मदनान्तककान्तायै नमः।
ॐ मदनान्तकवल्लभायै नमः।
ॐ मदिरामज्जने रतायै नमः।
ॐ मदिरामोदधारिण्यै नमः।
ॐ मदिरामोदरमितायै नमः।
ॐ मदिरायै नमः।
ॐ मदिरायै नमः।
ॐ मदिरेक्षणायै नमः।
ॐ मधुकैटभनाशिन्यै नमः।
ॐ मधुकैटभनाशिन्यै नमः।
ॐ मनसे नमः।
ॐ मनस्विन्यै नमः।
ॐ मनोज्ञायै नमः।
ॐ मनोज्ञायै नमः।
ॐ मनोहरायै नमः।
ॐ मयूरवरवाहनायै नमः।
ॐ मल्लिकाहाररसिकायै नमः।
ॐ मल्लिकाहारशोभितायै नमः।
ॐ महत्यै नमः।
ॐ महदद्भुतायै नमः।
ॐ महद्गुणायै नमः।
ॐ महाकचायै नमः।
ॐ महाकाल्यै नमः।
ॐ महादानरतायै नमः।
ॐ महादेवरतायै नमः।
ॐ महानिद्रायै नमः।
ॐ महापुण्यप्रदायै नमः।
ॐ महापुण्यप्रदायै नमः।
ॐ महाभैरवपत्न्यै नमः।
ॐ महामांसरतायै नमः।
ॐ महामायायै नमः।
ॐ महामायायै नमः।
ॐ महामेधायै नमः।
ॐ महायज्ञस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ महारात्र्यै नमः।
ॐ महाविद्यायै नमः।
ॐ महाविद्यायै नमः।
ॐ महावीर्यायै नमः।
ॐ महाव्याधिहरायै नमः।
ॐ महाशक्त्यै नमः।
ॐ महाशङ्खधरायै नमः।
ॐ महिषासुरघातिन्यै नमः।
ॐ महेशान्यै नमः।
ॐ महेशान्यै नमः।
ॐ महेश्वर्यै नमः।
ॐ महोग्रायै नमः।
ॐ महोत्सवायै नमः।
ॐ महोत्सवायै नमः।
ॐ महोत्साहगुणोपेतायै नमः।
ॐ महोदर्यै नमः।
ॐ माद्र्यै नमः।
ॐ माधवानन्ददायै नमः।
ॐ माधव्यै नमः।
ॐ माध्व्यै नमः।
ॐ माननीयायै नमः।
ॐ मानरतायै नमः।
ॐ मानवत्यै नमः।
ॐ मानसम्मानतत्परायै नमः।
ॐ मान्यायै नमः।
ॐ मान्यायै नमः।
ॐ मायाधर्यै नमः।
ॐ मायायै नमः।
ॐ मायायै नमः।
ॐ मालायै नमः।
ॐ माल्यभूषणशोभितायै नमः।
ॐ माहेश्वर्यै नमः।
ॐ माहेश्वर्यै नमः।
ॐ मुण्डस्रजविभूषणायै नमः।
ॐ मृग्यै नमः।
ॐ मृडवल्लभायै नमः।
ॐ मृडान्यै नमः।
ॐ मेधायै नमः।
ॐ मेधाविन्यै नमः।
ॐ मोक्षदायै नमः।
ॐ मोदसम्पन्नायै नमः।
ॐ यज्ञकर्मविभूषणायै नमः।
ॐ यज्ञप्रीतायै नमः।
ॐ यज्ञमय्यै नमः।
ॐ यज्ञायै नमः।
ॐ यज्ञोत्सवविभूषितायै नमः।
ॐ यमराजस्वस्रे नमः।
ॐ यमुनायै नमः।
ॐ यशःकर्पूरधवलायै नमः।
ॐ यशस्विन्यै नमः।
ॐ यशस्विन्यै नमः।
ॐ यशस्विन्यै नमः।
ॐ यशोदानन्दवर्धिन्यै नमः।
ॐ यशोदामविभूषणायै नमः।
ॐ यशोदायै नमः।
ॐ यशोधर्यै नमः।
ॐ यशोविद्यायै नमः।
ॐ यादवानन्दकरिण्यै नमः।
ॐ यादवानन्दवर्धिन्यै नमः।
ॐ याम्यायै नमः।
ॐ युवत्यै नमः।
ॐ योगमार्गानन्दप्रवर्धिन्यै नमः।
ॐ योगिनीगणसेवितायै नमः।
ॐ रक्तखर्परधारिण्यै नमः।
ॐ रक्तबीजविनाशिन्यै नमः।
ॐ रक्तबीजादिहन्त्र्यै नमः।
ॐ रक्ताम्बरधरायै नमः।
ॐ रक्तायै नमः।
ॐ रक्तोत्पलविलोचनायै नमः।
ॐ रजनीकरपूर्णास्यायै नमः।
ॐ रत्यै नमः।
ॐ रथारूढायै नमः।
ॐ रमण्यै नमः।
ॐ रमण्यै नमः।
ॐ रमण्यै नमः।
ॐ रमायै नमः।
ॐ रम्भोर्वै नमः।
ॐ रम्यायै नमः।
ॐ राजकुलेज्यायै नमः।
ॐ राजराजेश्वर्यै नमः।
ॐ राज्ञ्यै नमः।
ॐ रात्र्यै नमः।
ॐ रामण्यै नमः।
ॐ रामतोषणतत्परायै नमः।
ॐ रामप्रियायै नमः।
ॐ रामरतायै नमः।
ॐ रामवल्लभायै नमः।
ॐ रामानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ रुक्मिण्यै नमः।
ॐ रूपयौवनशोभितायै नमः।
ॐ रूपयौवनसम्पन्नायै नमः।
ॐ रेणुकायै नमः।
ॐ रेवत्यै नमः।
ॐ रोहिण्यै नमः।
ॐ रौद्रदैत्यविनाशिन्यै नमः।
ॐ रौद्रस्वनायै नमः।
ॐ रौद्रायै नमः।
ॐ रौद्र्यै नमः।
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
ॐ लङ्केशवरदायिन्यै नमः।
ॐ लङ्केश्वरगुणप्रीतायै नमः।
ॐ लयायै नमः।
ॐ ललज्जिह्वायै नमः।
ॐ ललनायै नमः।
ॐ लवङ्गकुसुमप्रीतायै नमः।
ॐ लवङ्गकुसुमस्रजायै नमः।
ॐ लसत्तारापतिप्रख्यायै नमः।
ॐ लाक्षारुणायै नमः।
ॐ लाङ्गलीप्रणयप्रियायै नमः।
ॐ लाङ्गलीप्रेमसन्तुष्टायै नमः।
ॐ लीलायै नमः।
ॐ लीलावत्यै नमः।
ॐ लोकभैरव्यै नमः।
ॐ लोकसुन्दर्यै नमः।
ॐ वज्रहस्तायै नमः।
ॐ वज्रिण्यै नमः।
ॐ वन्द्यायै नमः।
ॐ वरखट्वाङ्गधारिण्यै नमः।
ॐ वरदायै नमः।
ॐ वरप्रदायै नमः।
ॐ वरवर्णिन्यै नमः।
ॐ वराङ्गस्थायै नमः।
ॐ वराननायै नमः।
ॐ वरेण्यायै नमः।
ॐ वसुधायै नमः।
ॐ वसुमत्यै नमः।
ॐ वाग्वत्यै नमः।
ॐ वाण्यै नमः।
ॐ वाण्यै नमः।
ॐ वायव्यै नमः।
ॐ वाराह्यै नमः।
ॐ वारुण्यै नमः।
ॐ वारुण्यै नमः।
ॐ वासवेश्वर्यै नमः।
ॐ वासुदेवरतायै नमः।
ॐ विचित्राम्बरभूषणायै नमः।
ॐ विज्ञविज्ञानकारिण्यै नमः।
ॐ विज्ञायै नमः।
ॐ विद्यायै नमः।
ॐ विद्यायै नमः।
ॐ विद्यायै नमः।
ॐ विद्यायै नमः।
ॐ विद्यावत्यै नमः।
ॐ विद्यासुन्दर्यै नमः।
ॐ विद्याहारविभूषितायै नमः।
ॐ विन्ध्यगेहिन्यै नमः।
ॐ विन्ध्यवासिन्यै नमः।
ॐ विपर्यै नमः।
ॐ विमलायै नमः।
ॐ विमलायै नमः।
ॐ विरूपायै नमः।
ॐ विलासकरण्यै नमः।
ॐ विवस्वत्प्रेमधारिण्यै नमः।
ॐ विवस्वद्गृहिण्यै नमः।
ॐ विश्वगर्भायै नमः।
ॐ विश्वरूपायै नमः।
ॐ विष्णोर्जायायै नमः।
ॐ विष्णोर्दानवेन्द्रविनाशिन्यै नमः।
ॐ विष्णोर्वक्षःस्थलस्थायै नमः।
ॐ वीणायै नमः।
ॐ वीणावत्यै नमः।
ॐ वीणावत्यै नमः।
ॐ वीरसुन्दर्यै नमः।
ॐ वृक्षमध्यनिवासिन्यै नमः।
ॐ वृक्षमध्याग्रनिलयायै नमः।
ॐ वृक्षमूलस्थितायै नमः।
ॐ वृक्षशाखोपरिस्थितायै नमः।
ॐ वृद्धायै नमः।
ॐ वृषारूढायै नमः।
ॐ वैकुण्ठनाथपत्न्यै नमः।
ॐ वैद्यपदाप्रीतायै नमः।
ॐ वैवस्वत्यै नमः।
ॐ वैष्णव्यै नमः।
ॐ शक्तिवल्लभायै नमः।
ॐ शक्त्यै नमः।
ॐ शङ्करवल्लभायै नमः।
ॐ शङ्खिन्यै नमः।
ॐ शच्यै नमः।
ॐ शतसूर्यसमप्रभायै नमः।
ॐ शबलायै नमः।
ॐ शम्भुजायायै नमः।
ॐ शम्भुपत्न्यै नमः।
ॐ शम्भुरतायै नमः।
ॐ शम्भोर्जायायै नमः।
ॐ शरण्यायै नमः।
ॐ शरण्यायै नमः।
ॐ शरद्गुणायै नमः।
ॐ शरलायै नमः।
ॐ शल्यायै नमः।
ॐ शाकिन्यै नमः।
ॐ शाङ्कर्यै नमः।
ॐ शान्त्यै नमः।
ॐ शिवजायायै नमः।
ॐ शिवपत्न्यै नमः।
ॐ शिवरतायै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिशिराचलकन्यकायै नमः।
ॐ शिशिरानन्दायै नमः।
ॐ शीलवत्यै नमः।
ॐ शीलायै नमः।
ॐ शीलायै नमः।
ॐ शुक्रप्रियायै नमः।
ॐ शुक्रमज्जनतत्परायै नमः।
ॐ शुक्ररतायै नमः।
ॐ शुम्भासुरनिषूदिन्यै नमः।
ॐ शूलहस्तायै नमः।
ॐ शूलिन्यै नमः।
ॐ शूलिन्यै नमः।
ॐ श्मशानभैरव्यै नमः।
ॐ श्रद्धायै नमः।
ॐ श्रियै नमः।
ॐ श्रीगर्भायै नमः।
ॐ श्रीमत्यै नमः।
ॐ श्रीविद्यायै नमः।
ॐ षट्कोणचक्रमध्यस्थायै नमः।
ॐ षट्सुचक्रस्थायै नमः।
ॐ षड्भुजायै नमः।
ॐ षड्वर्गफलदायिन्यै नमः।
ॐ षड्विंशदलमध्यगायै नमः।
ॐ षड्विंशपद्ममध्यस्थायै नमः।
ॐ षष्टिकायै नमः।
ॐ संसारतारिण्यै नमः।
ॐ सत्यभामायै नमः।
ॐ सत्यवत्यै नमः।
ॐ सत्यायै नमः।
ॐ सत्यायै नमः।
ॐ सदम्भायै नमः।
ॐ सदा ध्यानवत्यै नमः।
ॐ सदाचारायै नमः।
ॐ सदानन्दमय्यै नमः।
ॐ सम्पदायै नमः।
ॐ सम्पूर्णचन्द्रवदनायै नमः।
ॐ सम्मोहभैरव्यै नमः।
ॐ सरस्वत्यै नमः।
ॐ सरोजाक्ष्यै नमः।
ॐ सर्वगुणायै नमः।
ॐ सर्वचक्रेश्वर्यै नमः।
ॐ सर्वदुःखार्तिनाशिन्यै नमः।
ॐ सर्वभक्षिकायै नमः।
ॐ सर्वमन्त्रमय्यै नमः।
ॐ सर्वमय्यै नमः।
ॐ सर्वलोकप्रकाशिन्यै नमः।
ॐ सर्वसङ्कटतारिण्यै नमः।
ॐ सर्वसौख्यविवर्धिन्यै नमः।
ॐ सर्वागमसुगोपितायै नमः।
ॐ सर्वाद्यकालीनायै नमः।
ॐ सर्वाधारायै नमः।
ॐ सर्वानन्दप्रवर्धिन्यै नमः।
ॐ सर्वानन्दमय्यै नमः।
ॐ सर्वानन्दस्वरूपायै नमः।
ॐ सर्वानन्दस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ सर्वायै नमः।
ॐ सर्वायै नमः।
ॐ सर्वाश्रयायै नमः।
ॐ सर्वेषां जनन्यै नमः।
ॐ सर्वेषामुपकारिण्यै नमः।
ॐ सहस्रनयनप्राणायै नमः।
ॐ सहस्रनयनप्रियायै नमः।
ॐ सहस्रशीर्षायै नमः।
ॐ सुकर्त्र्यै नमः।
ॐ सुकेश्यै नमः।
ॐ सुचरित्रायै नमः।
ॐ सुन्दर्यै नमः।
ॐ सुन्दर्यै नमः।
ॐ सुपर्णायै नमः।
ॐ सुमनानन्दवर्धिन्यै नमः।
ॐ सुमेरुतनयायै नमः।
ॐ सुरनायिकायै नमः।
ॐ सुरमान्यायै नमः।
ॐ सुरश्रेष्ठायै नमः।
ॐ सुरसेनायै नमः।
ॐ सुरेश्वर्यै नमः।
ॐ सुलोचनायै नमः।
ॐ सुलोचनायै नमः।
ॐ सुविद्याभैरव्यै नमः।
ॐ सुसमायै नमः।
ॐ सूक्ष्माकारायै नमः।
ॐ सूक्ष्मायै नमः।
ॐ सृष्टिस्थितिभैरव्यै नमः।
ॐ सृष्ट्यै नमः।
ॐ सौम्यायै नमः।
ॐ सौम्यायै नमः।
ॐ स्थितिभैरव्यै नमः।
ॐ स्थितिसुन्दर्यै नमः।
ॐ स्थिरायै नमः।
ॐ स्रग्विण्यै नमः।
ॐ स्रग्विदात्र्यै नमः।
ॐ स्रोतवत्यै नमः।
ॐ स्रोतस्विन्यै नमः।
ॐ स्वयम्भूपुष्पधारिण्यै नमः।
ॐ स्वयम्भूपुष्पसङ्काशायै नमः।
ॐ स्वयम्भूपुष्पसरसायै नमः।
ॐ स्वेष्टप्रवर्धिन्यै नमः।
ॐ हंस्यै नमः।
ॐ हकारवर्णनिलयायै नमः।
ॐ हकाराक्षरभूषितायै नमः।
ॐ हरजायायै नमः।
ॐ हरपत्न्यै नमः।
ॐ हरपत्न्यै नमः।
ॐ हरप्रियायै नमः।
ॐ हररतायै नमः।
ॐ हरवल्लभायै नमः।
ॐ हर्त्र्यै नमः।
ॐ हस्ते पुस्तकधारिण्यै नमः।
ॐ हारवनितायै नमः।
ॐ हारहीरकशोभितायै नमः।
ॐ हारिण्यै नमः।
ॐ हिमगिरेः सुतायै नमः।
ॐ हिमवत्तनयायै नमः।
ॐ हिरण्यगर्भायै नमः।
ॐ हृष्टायै नमः।
ॐ ह्रींकारबीजसहितायै नमः।
ॐ ह्रींकारैरुपशोभितायै नमः।
ॐ ह्रीविशोभितायै नमः।
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