ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ

|| ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ || ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ గలే మేం బైజంతీ మాలా బజావై మురలీ మధుర బాలా శ్రవణ మేం కుణ్డల ఝలకాలా నంద కే ఆనంద నందలాలా గగన సమ అంగ కాంతి కాలీ రాధికా…

আরতী কুংজবিহারী কী

|| আরতী কুংজবিহারী কী || আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী গলে মেং বৈজংতী মালা বজাবৈ মুরলী মধুর বালা শ্রবণ মেং কুণ্ডল ঝলকালা নংদ কে আনংদ নংদলালা গগন সম অংগ কাংতি কালী রাধিকা…

ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ

|| ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ || ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ഗലേ മേം ബൈജംതീ മാലാ ബജാവൈ മുരലീ മധുര ബാലാ ശ്രവണ മേം കുണ്ഡല ഝലകാലാ നംദ കേ ആനംദ നംദലാലാ ഗഗന സമ അംഗ കാംതി കാലീ രാധികാ…

ಆರತೀ ಕುಂಜ ಬಿಹಾರೀ ಕೆ

|| ಆರತೀ ಕುಂಜ ಬಿಹಾರೀ ಕೆ || ಆರತೀ ಕುಂಜಬಿಹಾರೀ ಕೆ ಶ್ರೀ ಗಿರಿಧರ ಕೃಷ್ಣಮುರಾರಿ ಕೆ ಆರತೀ ಕುಂಜಬಿಹಾರೀ ಕೆ ಶ್ರೀ ಗಿರಿಧರ ಕೃಷ್ಣಮುರಾರಿ ಕೆ ಆರತೀ ಕುಂಜಬಿಹಾರೀ ಕೆ ಶ್ರೀ ಗಿರಿಧರ ಕೃಷ್ಣಮುರಾರಿ ಕೆ ಆರತೀ ಕುಂಜಬಿಹಾರೀ ಕೆ ಶ್ರೀ ಗಿರಿಧರ ಕೃಷ್ಣಮುರಾರಿ ಕೆ ಗೇಲೆ ಮೇಂ ಬೈಜಂತೀ ಮಾಲಾ ಬಜಾವೇಈ ಮುರಲೀ ಮಧುರ ಬಾಲಾ ಶ್ರವಣ ಮೇಂ ಕುಂಡಲ ಝಲ್ಕಲಾ ನಂದ ಕೆ ಆನಂದ ನಂದಲಾಲಾ ಗಗನ ಸಮ ಅಂಗ ಕಾಂತಿ ಕಾಲಿ…

Shani Dev Ji Ki Aarti

|| Shani Dev Ji Ki Aarti || Jai Jai Shri Shani Dev Bhaktan Hitkari । Suraj Ke Putra Prabhu Chaya Mehatari ॥ ॥ Jai Jai Shri Shani..॥ Krit Mukut Sheesh Sahej Dipat Hain Lilari । Muktan Ki Mala Gale Shobhit Balihari ॥ ॥ Jai Jai Shri Shani..॥ Modak Mishtaan Pan Chadhat Hain Supari । Loha,…

मन में बसाकर तेरी मूर्ति: आरती

|| मन में बसाकर तेरी मूर्ति: आरती || मन में बसाकर तेरी मूर्ति, उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥ मन में बसाकर तेरी मूर्ति, उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥ करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन, भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन, करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन, भव में फसी…

श्री सिद्धिविनायक आरती: जय देव जय देव

|| श्री सिद्धिविनायक आरती: जय देव जय देव || सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची । नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची । सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची । कंठी झलके माल मुकताफळांची । जय देव जय देव.. जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति । दर्शनमात्रे मनः, कामना पूर्ति जय देव जय देव ॥ रत्नखचित फरा…

श्री चित्रगुप्त आरती

|| श्री चित्रगुप्त आरती || भगवान श्री चित्रगुप्त जी की आरती ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामीजय चित्रगुप्त हरे । भक्तजनों के इच्छित, फलको पूर्ण करे॥ विघ्न विनाशक मंगलकर्ता, सन्तनसुखदायी । भक्तों के प्रतिपालक, त्रिभुवनयश छायी ॥ ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ रूप चतुर्भुज, श्यामल मूरत, पीताम्बरराजै । मातु इरावती, दक्षिणा, वामअंग साजै ॥ ॐ जय चित्रगुप्त…

आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन – भोग आरती

|| आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन – भोग आरती || आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… दुर्योधन को मेवा त्यागो, साग विदुर घर खायो प्यारे मोहन, आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… भिलनी के बैर सुदामा के तंडुल रूचि रूचि भोग लगाओ प्यारे मोहन… आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… वृदावन की कुञ्ज गली मे, आओं रास रचाओ…

श्री झूलेलाल आरती- ॐ जय दूलह देवा

 || श्री झूलेलाल आरती- ॐ जय दूलह देवा || ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा । पूजा कनि था प्रेमी, सिदुक रखी सेवा ॥ तुहिंजे दर दे केई, सजण अचनि सवाली । दान वठन सभु दिलि, सां कोन दिठुभ खाली ॥ ॥ ॐ जय दूलह देवा…॥ अंधड़नि खे दिनव, अखडियूँ – दुखियनि खे…

श्री गोवर्धन महाराज आरती

|| श्री गोवर्धन महाराज आरती || श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। ॥ श्री गोवर्धन महाराज…॥ तोपे* पान चढ़े, तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार। ॥ श्री गोवर्धन महाराज…॥ तेरे गले में कंठा साज रेहेओ, ठोड़ी पे हीरा लाल। ॥ श्री गोवर्धन महाराज…॥ तेरे कानन कुंडल चमक रहेओ, तेरी…

माँ सरस्वती जी – आरती

|| माँ सरस्वती जी – आरती || जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता । सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता ॥ जय जय सरस्वती माता…॥ चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी । सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी ॥ जय जय सरस्वती माता…॥ बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला । शीश मुकुट मणि सोहे, गल मोतियन…

श्री रामायण जी आरती

|| श्री रामायण जी आरती || आरती श्री रामायण जी की । कीरति कलित ललित सिय पी की ॥ गावत ब्रहमादिक मुनि नारद । बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥ शुक सनकादिक शेष अरु शारद । बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥ ॥ आरती श्री रामायण जी की..॥ गावत बेद पुरान अष्टदस । छओं शास्त्र सब ग्रंथन को…

श्री भागवत भगवान की है आरती

|| श्री भागवत भगवान की है आरती || श्री भगवत भगवान की है आरती, पापियों को पाप से है तारती। ये अमर ग्रन्थ ये मुक्ति पन्थ, ये पंचम वेद निराला, नव ज्योति जलाने वाला। हरि नाम यही हरि धाम यही, यही जग मंगल की आरती पापियों को पाप से है तारती॥ ॥ श्री भगवत भगवान…

संकटा माता आरती

|| संकटा माता आरती || जय जय संकटा भवानी, करहूं आरती तेरी । शरण पड़ी हूँ तेरी माता, अरज सुनहूं अब मेरी ॥ जय जय संकटा भवानी..॥ नहिं कोउ तुम समान जग दाता, सुर-नर-मुनि सब टेरी । कष्ट निवारण करहु हमारा, लावहु तनिक न देरी ॥ जय जय संकटा भवानी..॥ काम-क्रोध अरु लोभन के वश…

आरती: श्री राणी सती दादी जी

|| आरती: श्री राणी सती दादी जी || ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता । अपने भक्त जनन की, दूर करन विपत्ती ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥ अवनि अननंतर ज्योति अखंडीत, मंडितचहुँक कुंभा । दुर्जन दलन खडग की, विद्युतसम प्रतिभा ॥ ॐ…

आरती: माँ महाकाली

|| आरती: माँ महाकाली || जय काली माता, माँ जय महा काली माँ। रतबीजा वध कारिणी माता। सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ॥ दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि। मधु और कैितभा नासिनी माता। महेशासुर मारदिनी, ओ माता जय महा काली माँ॥ हे हीमा गिरिकी नंदिनी प्रकृति रचा इत्ठि। काल विनासिनी…

अन्नपूर्णा आरती

|| अन्नपूर्णा आरती || बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम । जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम । अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम । प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक नाम । सुर सुरों की रचना करती, कहाँ कृष्ण कहाँ राम ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया…

आरती: ॐ जय महावीर प्रभु

|| आरती: ॐ जय महावीर प्रभु || ॐ जय महावीर प्रभु, स्वामी जय महावीर प्रभु । कुण्डलपुर अवतारी, चांदनपुर अवतारी, त्रिशलानंद विभु ॥ सिध्धारथ घर जन्मे, वैभव था भारी । बाल ब्रह्मचारी व्रत, पाल्यो तप धारी ॥ ॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥ आतम ज्ञान विरागी, सम दृष्टि धारी । माया मोह विनाशक, ज्ञान ज्योति जारी ॥…

Sheetla Mata Ki Aarti

|| Sheetla Mata Ki Aarti || Jai Sheetala Mata, Maiya Jai Sheetala Mata। Aadi Jyoti Maharani, Sab Phal Ki Data॥ ॥ Jai Sheetala Mata…॥ Ratan Sinhasan Shobhit, Shvet Chhatr Bhata। Rddhi-Siddhi Chanvar Dhulaven, Jagamag Chhavi Chhata॥ ॥ Jai Sheetala Mata…॥ Vishnu Sevat Thadhe, Seven Shiv Dhata। Ved Puran Varanat, Paar Nahin Pata॥ ॥ Jai Sheetala…

शीतला माता की आरती

|| शीतला माता की आरती || जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता । आदि ज्योति महारानी, सब फल की दाता ॥ ॐ जय शीतला माता..॥ रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भाता । ऋद्धि-सिद्धि चँवर ढुलावें, जगमग छवि छाता ॥ ॐ जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता । विष्णु सेवत ठाढ़े, सेवें शिव धाता…

Bhairav Aarti

|| Bhairav Aarti || Jai Bhairav Deva, Prabhu Jai Bhairav Deva। Jai Kali Aur Gaura devi Karat Seva॥ ॥Jai Bhairav Deva…॥ Tumhi Aap Uddharak, Dukh Sindhu Taarak। Bhakto Ke Sukh Karak, Bheeshan Vapu Dharak॥ ॥Jai Bhairav Deva…॥ Vaahan Shvaan Viraajat, Kar Trishul Dhari। Mahima Amit Tumhari, Jai Jai Bhayahari॥ ॥Jai Bhairav Deva…॥ Tum Bin Devaa…

भैरव आरती

|| भैरव आरती || ॥ श्री भैरव देव जी आरती ॥ जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा । जय काली और गौर देवी कृत सेवा ॥ ॥ जय भैरव देवा…॥ तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक । भक्तो के सुख कारक भीषण वपु धारक ॥ ॥ जय भैरव देवा…॥ वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल…

ओम जय कैला रानी – कैला माता आरती

|| ओम जय कैला रानी – कैला माता आरती || ॐ जय कैला रानी, मैया जय कैला रानी । ज्योति अखंड दिये माँ तुम सब जगजानी ॥ तुम हो शक्ति भवानी मन वांछित फल दाता ॥ मैया मन वांछित फल दाता ॥ अद्भुत रूप अलौकिक सदानन्द माता ॥ ॐ जय कैला रानी। गिरि त्रिकूट पर…

आरती: श्री रामचंद्र जी

|| आरती: श्री रामचंद्र जी || श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से की जाने वाली आरती। आरती कीजै रामचन्द्र जी की। हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥ पहली आरती पुष्पन की माला। काली नाग नाथ लाये गोपाला॥ दूसरी आरती देवकी नन्दन। भक्त उबारन कंस निकन्दन॥ तीसरी…

श्री सूर्य देव आरती: जय जय रविदेव

|| श्री सूर्य देव आरती: जय जय रविदेव || जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव । रजनीपति मदहारी, शतलद जीवन दाता ॥ पटपद मन मदुकारी, हे दिनमण दाता । जग के हे रविदेव, जय जय जय स्वदेव ॥ नभ मंडल के वाणी, ज्योति प्रकाशक देवा । निजजन हित सुखराशी, तेरी हम सब सेवा…

श्री जगन्नाथ संध्या आरती

|| श्री जगन्नाथ संध्या आरती || अनंत रूप अन्नांत नाम अनंत रूप अन्नांत नाम, अनंत रूप अन्नांत नाम, आधी मूला नारायाणा आधी मूला नारायाणा अनंत रूप अन्नांत नाम, अनंत रूप अन्नांत नाम, आधी मूला नारायाणा आधी मूला नारायाणा विस्वा रूपा विस्वा धारा विस्वा रूपा विस्वा धारा विस्ववयापका नारायाणा विस्ववयापका नारायाणा विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा विस्वा…

भगवद्‍ गीता आरती

|| भगवद्‍ गीता आरती || जय भगवद् गीते, जय भगवद् गीते । हरि-हिय-कमल-विहारिणि, सुन्दर सुपुनीते ॥ कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि, कामासक्तिहरा । तत्त्वज्ञान-विकाशिनि, विद्या ब्रह्म परा ॥ जय भगवद् गीते…॥ निश्चल-भक्ति-विधायिनि, निर्मल मलहारी । शरण-सहस्य-प्रदायिनि, सब विधि सुखकारी ॥ जय भगवद् गीते…॥ राग-द्वेष-विदारिणि, कारिणि मोद सदा । भव-भय-हारिणि, तारिणि परमानन्दप्रदा ॥ जय भगवद् गीते…॥ आसुर-भाव-विनाशिनि, नाशिनि तम रजनी…

बाबा गोरखनाथ आरती

|| बाबा गोरखनाथ आरती || जय गोरख देवा, जय गोरख देवा । कर कृपा मम ऊपर, नित्य करूँ सेवा ॥ शीश जटा अति सुंदर, भाल चन्द्र सोहे । कानन कुंडल झलकत, निरखत मन मोहे ॥ गल सेली विच नाग सुशोभित, तन भस्मी धारी । आदि पुरुष योगीश्वर, संतन हितकारी ॥ नाथ नरंजन आप ही, घट…

नर्मदा आरती

|| नर्मदा आरती || ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी । ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हर‍ि शंकर, रुद्रौ पालन्ती ॥ ॥ ॐ जय जगदानन्दी..॥ देवी नारद सारद तुम वरदायक, अभिनव पदण्डी । सुर नर मुनि जन सेवत, सुर नर मुनि… शारद पदवाचन्ती । ॥ ॐ जय जगदानन्दी..॥ देवी धूमक वाहन राजत, वीणा वाद्यन्ती।…

तुकाराम आरती

|| तुकाराम आरती || आरती तुकाराम । स्वामी सद्गुरु धाम ॥ सच्चिदानंद मूर्ती । पाय दाखवी आम्हा ॥ आरती तुकाराम । स्वामी सद्गुरु धाम ॥ सच्चिदानंद मूर्ती । पाय दाखवी आम्हा ॥ राघवे सागरात । पाषाण तारीले ॥ तैसे हें तुकोबाचे । अभंग उदकी रक्षिले ॥ आरती तुकाराम ॥ आरती तुकाराम । स्वामी सद्गुरु धाम…

श्री सीता आरती

|| श्री सीता आरती || आरती श्री जनक दुलारी की । सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ जगत जननी जग की विस्तारिणी, नित्य सत्य साकेत विहारिणी, परम दयामयी दिनोधारिणी, सीता मैया भक्तन हितकारी की ॥ आरती श्री जनक दुलारी की । सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ सती श्रोमणि पति हित कारिणी, पति सेवा वित्त…

श्री चिंतपूर्णी देवी की आरती

|| श्री चिंतपूर्णी देवी की आरती || चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी, जग को तारो भोली माँ जन को तारो भोली माँ, काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा ॥ ॥ भोली माँ ॥ सिन्हा पर भाई असवार, भोली माँ, चिंतपूर्णी चिंता दूर ॥ ॥ भोली माँ ॥ एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा, तीजे त्रिशूल सम्भालो…

माँ कालरात्रि की आरती

|| माँ कालरात्रि की आरती || कालरात्रि जय-जय-महाकाली । काल के मुह से बचाने वाली ॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा । महाचंडी तेरा अवतार ॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा । महाकाली है तेरा पसारा ॥ खडग खप्पर रखने वाली । दुष्टों का लहू चखने वाली ॥ कलकत्ता स्थान तुम्हारा । सब जगह देखूं तेरा…

रघुवर श्री रामचन्द्र जी आरती

|| रघुवर श्री रामचन्द्र जी आरती || आरती कीजै श्री रघुवर जी की, सत चित आनन्द शिव सुन्दर की॥ दशरथ तनय कौशल्या नन्दन, सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन॥ अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन, मर्यादा पुरुषोत्तम वर की॥ निर्गुण सगुण अनूप रूप निधि, सकल लोक वन्दित विभिन्न विधि॥ हरण शोक-भय दायक नव निधि, माया रहित दिव्य…

जगन्नाथ मंगल आरती

|| जगन्नाथ मंगल आरती || आरती श्री जगन्नाथ आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी, आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी, मंगलकारी नाथ आपादा हरि, कंचन को धुप दीप ज्योत जगमगी, अगर कपूर बाटी भव से धारी, आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी, आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी, घर घरन बजता बाजे बंसुरी, घर घरन बजता बाजे बंसुरी, झांझ या मृदंग…

भारत माता की आरती

|| भारत माता की आरती || आरती भारत माता की, जगत के भाग्य विधाता की । आरती भारत माता की, ज़गत के भाग्य विधाता की । सिर पर हिम गिरिवर सोहै, चरण को रत्नाकर धोए, देवता गोदी में सोए, रहे आनंद, हुए न द्वन्द, समर्पित छंद, बोलो जय बुद्धिप्रदाता की, जगत के भाग्य विधाता की…

ಕಾಳಿ ಮಾತಾ ಆರತಿ

|| ಕಾಳಿ ಮಾತಾ ಆರತಿ || ಅಂಬೆ ತೂ ಹೈ ಜಗದಂಬೆ ಕಾಳಿ, ಜೈ ದುರ್ಗೇ ಖಪ್ಪರ ವಾಲಿ. ಭಾರತಿ ನಿನ್ನನ್ನು ಹಾಡಿ ಹೊಗಳುತ್ತಾಳೆ, ಓ ತಾಯಿ, ನಾವೆಲ್ಲರೂ ನಿನ್ನ ಆರತಿಯನ್ನು ಮಾಡೋಣ || ತಾಯಿ, ನಿನ್ನ ಭಕ್ತರ ಮೇಲೆ ಜನಜಂಗುಳಿ ಅಧಿಕವಾಗಿದೆ. ತಾಯೀ ರಾಕ್ಷಸ ತಂಡದ ಮೇಲೆ ಮುರಿದು ಸಿಂಹ ಸವಾರಿ || ನೀವು ನೂರು ಸಿಂಹಗಳಿಗಿಂತ ಬಲಶಾಲಿಗಳು, ಹತ್ತು ತೋಳುಗಳು. ಓ ತಾಯಿ, ನಾವೆಲ್ಲರೂ ನಿನ್ನ ಆರತಿಯನ್ನು ಮಾಡೋಣ || ತಾಯಿ ಮತ್ತು ಮಗ…

काली माता की आरती

|| काली माता की आरती || अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली | तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती || तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी | दानव दल पर टूट पडो माँ, करके सिंह सवारी ||…

ഷിരിഡി സായി ബാബാ രാത്രികാല ആരതി

|| ഷിരിഡി സായി ബാബാ രാത്രികാല ആരതി || ശ്രീ സച്ചിദാനംദ സമര്ധ സദ്ഗുരു സായിനാധ മഹരാജ് കീ ജൈ. ഓവാലു ആരതീ മാഝ്യാ സദ്ഗുരുനാധാ മാഝ്യാ സായിനാധാ। പാംചാഹീ തത്ത്വംചാ ദീപ ലാവിലാ ആതാ നിര്ഗുണാതീസ്ധതി കൈസീ ആകാരാ ആലീബാബാ ആകാരാ ആലീ സര്വാഘടി ഭരൂനീ ഉരലീസായിമാവുലീ ഓവാലു ആരതീ മാഝ്യാ സദ്ഗുരുനാധാ മാഝ്യാ സായിനാധാ। പാംചാഹീ തത്ത്വംചാ ദീപ ലാവിലാ ആതാ രജതമ സത്ത്വ തിഘേ മായാപ്രസവലീബാബാമായാ പ്രസവലീ മായേചിയേ പോടീകൈസീ മായാ ഉദ്ഭവലീ…

साई बाबा रात्रिकाल आरति

|| साई बाबा रात्रिकाल आरति || श्री सच्चिदानंद समर्ध सद्गुरु सायिनाध महराज् की जै. ओवालु आरती माझ्या सद्गुरुनाधा माझ्या सायिनाधा। पांचाही तत्त्वंचा दीप लाविला आता निर्गुणातीस्धति कैसी आकारा आलीबाबा आकारा आली सर्वाघटि भरूनी उरलीसायिमावुली ओवालु आरती माझ्या सद्गुरुनाधा माझ्या सायिनाधा। पांचाही तत्त्वंचा दीप लाविला आता रजतम सत्त्व तिघे मायाप्रसवलीबाबामाया प्रसवली मायेचिये पोटीकैसी माया उद्भवली ओवालु…

સાઈ બાબા રાત્રિકાલ આરતિ

|| સાઈ બાબા રાત્રિકાલ આરતિ || શ્રી સચ્ચિદાનંદ સમર્ધ સદ્ગુરુ સાયિનાધ મહરાજ્ કી જૈ. ઓવાળુ આરતી માઝ્યા સદ્ગુરુનાધા માઝ્યા સાયિનાધા। પાંચાહી તત્ત્વંચા દીપ લાવિલા આતા નિર્ગુણાતીસ્ધતિ કૈસી આકારા આલીબાબા આકારા આલી સર્વાઘટિ ભરૂની ઉરલીસાયિમાવુલી ઓવાળુ આરતી માઝ્યા સદ્ગુરુનાધા માઝ્યા સાયિનાધા। પાંચાહી તત્ત્વંચા દીપ લાવિલા આતા રજતમ સત્ત્વ તિઘે માયાપ્રસવલીબાબામાયા પ્રસવલી માયેચિયે પોટીકૈસી માયા ઉદ્ભવલી ઓવાળુ…

साईं बाबा रात्रिकाल आरती

|| साईं बाबा आरती || श्री सच्चिदानंद समर्ध सद्गुरु सायिनाध महराज् की जै. ओवालु आरती माझ्या सद्गुरुनाधा माझ्या सायिनाधा। पांचाही तत्त्वंचा दीप लाविला आता निर्गुणातीस्धति कैसी आकारा आलीबाबा आकारा आली सर्वाघटि भरूनी उरलीसायिमावुली ओवालु आरती माझ्या सद्गुरुनाधा माझ्या सायिनाधा। पांचाही तत्त्वंचा दीप लाविला आता रजतम सत्त्व तिघे मायाप्रसवलीबाबामाया प्रसवली मायेचिये पोटीकैसी माया उद्भवली ओवालु आरती…

శివ ఆరతీ

|| శివ ఆరతీ || సర్వేశం పరమేశం శ్రీపార్వతీశం వందేఽహం విశ్వేశం శ్రీపన్నగేశమ్ । శ్రీసాంబం శంభుం శివం త్రైలోక్యపూజ్యం వందేఽహం త్రైనేత్రం శ్రీకంఠమీశమ్ ॥ 1॥ భస్మాంబరధరమీశం సురపారిజాతం బిల్వార్చితపదయుగలం సోమం సోమేశమ్ । జగదాలయపరిశోభితదేవం పరమాత్మం వందేఽహం శివశంకరమీశం దేవేశమ్ ॥ 2॥ కైలాసప్రియవాసం కరుణాకరమీశం కాత్యాయనీవిలసితప్రియవామభాగమ్ । ప్రణవార్చితమాత్మార్చితం సంసేవితరూపం వందేఽహం శివశంకరమీశం దేవేశమ్ ॥ 3॥ మన్మథనిజమదదహనం దాక్షాయనీశం నిర్గుణగుణసంభరితం కైవల్యపురుషమ్ । భక్తానుగ్రహవిగ్రహమానందజైకం వందేఽహం శివశంకరమీశం దేవేశమ్ ॥ 4॥…

शिव आरती

|| शिव आरती || सर्वेशं परमेशं श्रीपार्वतीशं वन्देऽहं विश्वेशं श्रीपन्नगेशम् । श्रीसाम्बं शम्भुं शिवं त्रैलोक्यपूज्यं वन्देऽहं त्रैनेत्रं श्रीकण्ठमीशम् ॥ 1॥ भस्माम्बरधरमीशं सुरपारिजातं बिल्वार्चितपदयुगलं सोमं सोमेशम् । जगदालयपरिशोभितदेवं परमात्मं वन्देऽहं शिवशङ्करमीशं देवेशम् ॥ 2॥ कैलासप्रियवासं करुणाकरमीशं कात्यायनीविलसितप्रियवामभागम् । प्रणवार्चितमात्मार्चितं संसेवितरूपं वन्देऽहं शिवशङ्करमीशं देवेशम् ॥ 3॥ मन्मथनिजमददहनं दाक्षायनीशं निर्गुणगुणसम्भरितं कैवल्यपुरुषम् । भक्तानुग्रहविग्रहमानन्दजैकं वन्देऽहं शिवशङ्करमीशं देवेशम् ॥ 4॥…

ശിവ ആരതീ

|| ശിവ ആരതീ || സര്വേശം പരമേശം ശ്രീപാര്വതീശം വംദേഽഹം വിശ്വേശം ശ്രീപന്നഗേശമ് । ശ്രീസാംബം ശംഭും ശിവം ത്രൈലോക്യപൂജ്യം വംദേഽഹം ത്രൈനേത്രം ശ്രീകംഠമീശമ് ॥ 1॥ ഭസ്മാംബരധരമീശം സുരപാരിജാതം ബില്വാര്ചിതപദയുഗലം സോമം സോമേശമ് । ജഗദാലയപരിശോഭിതദേവം പരമാത്മം വംദേഽഹം ശിവശംകരമീശം ദേവേശമ് ॥ 2॥ കൈലാസപ്രിയവാസം കരുണാകരമീശം കാത്യായനീവിലസിതപ്രിയവാമഭാഗമ് । പ്രണവാര്ചിതമാത്മാര്ചിതം സംസേവിതരൂപം വംദേഽഹം ശിവശംകരമീശം ദേവേശമ് ॥ 3॥ മന്മഥനിജമദദഹനം ദാക്ഷായനീശം നിര്ഗുണഗുണസംഭരിതം കൈവല്യപുരുഷമ് । ഭക്താനുഗ്രഹവിഗ്രഹമാനംദജൈകം വംദേഽഹം ശിവശംകരമീശം ദേവേശമ് ॥ 4॥…

শিৱ আরতি

|| শিৱ আরতি || সর্বেশং পরমেশং শ্রীপার্বতীশং বংদেঽহং বিশ্বেশং শ্রীপন্নগেশম্ । শ্রীসাংবং শংভুং শিবং ত্রৈলোক্যপূজ্যং বংদেঽহং ত্রৈনেত্রং শ্রীকংঠমীশম্ ॥ 1॥ ভস্মাংবরধরমীশং সুরপারিজাতং বিল্বার্চিতপদযুগলং সোমং সোমেশম্ । জগদালযপরিশোভিতদেবং পরমাত্মং বংদেঽহং শিবশংকরমীশং দেবেশম্ ॥ 2॥ কৈলাসপ্রিযবাসং করুণাকরমীশং কাত্যাযনীবিলসিতপ্রিযবামভাগম্ । প্রণবার্চিতমাত্মার্চিতং সংসেবিতরূপং বংদেঽহং শিবশংকরমীশং দেবেশম্ ॥ 3॥ মন্মথনিজমদদহনং দাক্ষাযনীশং নির্গুণগুণসংভরিতং কৈবল্যপুরুষম্ । ভক্তানুগ্রহবিগ্রহমানংদজৈকং বংদেঽহং শিবশংকরমীশং দেবেশম্ ॥ 4॥…

ॐ जय शिव ओंकारा आरती

|| ॐ जय शिव ओंकारा आरती || ॐ जय शिव ओंकारा स्वामी हर शिव ओंकारा ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अर्ध्नागी धारा ॐ जय शिव ओंकारा. एकानन चतुरानन पंचांनन राजे हंसासंन, गरुड़ासन, वृषवाहन साजे ॐ जय शिव ओंकारा दो भुज चार चतुर्भज दस भुज अतिसोहें तीनों रुप निरखता त्रिभुवन जन मोहें ॐ जय शिव ओंकारा… अक्षमाला, बनमाला,…

Join WhatsApp Channel Download App