कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे – नवरात्रि माता के भजन
|| कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे – भजन || कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना । जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ॥ ना छत्र बना सका सोने का, ना चुनरी घर मेरे तारों जड़ी । ना पेडे बर्फी मेवा है माँ, बस श्रद्धा है…