वन में चले रघुराई संग उनके सीता माई – भजन
वन में चले रघुराई संग उनके सीता माई तर्ज – दिल में तुझे बिठाके वन में चले रघुराई संग उनके सीता माई, संग उनके सीता माई, राजा जनक की जाई, राजा जनक की जाई || आगे आगे राम चले है, पीछे लक्ष्मण भाई, जिनके बिच में चले जानकी, शोभा बरनी न जाई, वन को चले…