॥मन तड़पत हरि दर्शन को आज – भजन॥
मन तड़पत हरि दर्शन को आज
मोरे तुम बिन बिगड़े सकल काज
विनती करत हूँ रखियो लाज
॥ मन तड़पत हरि…॥
तुम्हरे द्वार का मैं हूँ जोगी
हमरी ओर नज़र कब होगी
सुन मोरे व्याकुल मन का बात
॥ मन तड़पत हरि…॥
बिन गुरू ज्ञान कहाँ से पाऊँ
दीजो दान हरी गुन गाऊँ
सब गुनी जन पे तुम्हारा राज
॥ मन तड़पत हरि…॥
मुरली मनोहर आस न तोड़ो
दुख भंजन मोरा साथ न छोड़ो
मोहे दरसन भिक्षा दे दो आज, दे दो आज
मन तड़पत हरि दर्शन को आज
मोरे तुम बिन बिगड़े सकल काज
विनती करत हूँ रखियो लाज
- hindiश्री राधे गोविंदा मन भज ले हरि का प्यारा नाम है
- hindiपकड़ लो हाथ बनवारी
- hindiभर दे रे श्याम झोली भर दे
- hindiतूने अजब रचा भगवान खिलौना मिट्टी का
- hindiघर घर बधाई बाजे रे देखो
- hindiकाली काली अलकों के फंदे क्यों डाले
- hindiराधे कृष्ण की ज्योति अलौकिक
- hindiजरी की पगड़ी बांधे
- hindiजरा इतना बता दे कान्हा
- hindiमेरा आप की कृपा से
- hindiहाथी घोड़ा पाल की
- hindiतेरो लाल यशोदा छल गयो री – भजन
- hindiमोहन से दिल क्यों लगाया है
- hindiकाली कमली वाला मेरा यार है
- hindiबांके बिहारी की देख छटा
Found a Mistake or Error? Report it Now
