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देवी यमुना सहस्रनामावली

Yamuna Sahastra Namavali Hindi

MiscSahastranaam (सहस्त्रनाम संग्रह)संस्कृत
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देवी यमुना सहस्रनामावली में मां यमुना के 1000 दिव्य नामों का वर्णन है। यमुना देवी को भारतीय संस्कृति में पवित्रता, शुद्धता और कल्याण की प्रतीक माना गया है। वे भगवान सूर्य की पुत्री और यमराज की बहन हैं। हिंदू धर्म में यमुना नदी को देवी स्वरूप में पूजनीय माना जाता है, और इसका जल मोक्षदायक और पापों का नाश करने वाला माना गया है।

यमुना सहस्रनामावली का पाठ मां यमुना के अद्भुत और दिव्य स्वरूप की महिमा का गुणगान करता है। यह पाठ भक्तों को पवित्रता, आध्यात्मिक उन्नति और जीवन के कष्टों से मुक्ति दिलाने का माध्यम है।

देवी यमुना सहस्रनामावली पढ़ने के लाभ

  • इस पाठ को करने से व्यक्ति के मन, वचन और कर्म पवित्र होते हैं।
  • मां यमुना के 1000 नामों का जाप जीवन में जाने-अनजाने किए गए पापों का नाश करता है।
  • यह सहस्रनामावली पढ़ने से व्यक्ति को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।
  • यह पाठ आत्मा को शुद्ध करता है और भक्त को आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है।
  • यमुना देवी की कृपा से व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक कष्ट समाप्त होते हैं।
  • इस पाठ को करने से निःसंतान दंपतियों को संतान सुख प्राप्त होता है।
  • यह सहस्रनामावली पढ़ने से जीवन में धन, समृद्धि और सुख-शांति का आगमन होता है।
  • यमुना देवी का नाम जाप करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति का वातावरण बनता है।

देवी यमुना सहस्रनामावली पढ़ने के नियम

  • स्नान करके स्वच्छ और सफेद या पीले वस्त्र पहनें।
  • यह पाठ सूर्योदय या सूर्यास्त के समय करना अधिक लाभकारी होता है।
  • यमुना नदी के किनारे या अपने पूजा स्थल में उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  • पाठ शुरू करने से पहले अपनी मनोकामना व्यक्त करें और पाठ के प्रति समर्पण रखें।
  • सहस्रनामावली का पाठ नियमित रूप से 7, 11 या 21 दिनों तक करें।
  • पाठ के दौरान मां यमुना की मूर्ति या चित्र का ध्यान करें।

देवी यमुना सहस्रनामावली की पूजा विधि

  • मां यमुना की मूर्ति या चित्र, सफेद या पीले फूल, चंदन, अक्षत, दीपक, धूप, और नैवेद्य (दूध, मिष्ठान) पूजा सामग्री एकत्रित करें।
  • दीप प्रज्वलित करें और “ॐ यमुनायै नमः” मंत्र का जाप करें।
  • मां यमुना का ध्यान करते हुए उनके चरणों में पुष्प अर्पित करें।
  • शांत चित्त से सहस्रनामावली का पाठ करें।
  • प्रत्येक नाम को भावपूर्ण और श्रद्धा से उच्चारित करें।
  • मां को दूध और मिष्ठान अर्पित करें।
  • पाठ के बाद मां यमुना की आरती करें। प्रसाद वितरित करें।

।। देवी यमुना सहस्रनामावली ।।

ॐ अक्रियायै नमः।
ॐ अक्षय्यायै नमः।
ॐ अखण्डशोभाढ्यायै नमः।
ॐ अचलायै नमः।
ॐ अज्ञातयौवनायै नमः।
ॐ अण्व्यै नमः।
ॐ अतिसिद्धिदायै नमः।
ॐ अदिव्याभ्यो नमः।
ॐ अदीनायै नमः।
ॐ अद्रिजायै नमः।
ॐ अधिदैवाय नमः।
ॐ अधिभूताय नमः।
ॐ अधिस्थिताय नमः।
ॐ अधीरायै नमः।
ॐ अध्यात्माय नमः।
ॐ अनन्तायै नमः।
ॐ अनेकधायै नमः।
ॐ अनेकब्रह्माण्डगतायै नमः।
ॐ अनेकसख्यै नमः।
ॐ अन्धकर्यै नमः।
ॐ अपर्णायै नमः।
ॐ अपांसुलायै नमः।
ॐ अप्सरोभ्यो नमः।
ॐ अबलायै नमः।
ॐ अभिसारिकायै नमः।
ॐ अमुष्मै नमः।
ॐ अम्बिकायै नमः।
ॐ अम्बुच्छटायै नमः।
ॐ अम्भसे शिखरिण्यै नमः।
ॐ अयोध्यापुरवासिनीभ्यो नमः।
ॐ अयोध्यायै नमः।
ॐ अर्बुदायै नमः।
ॐ अलक्तचरणायै नमः।
ॐ अवटोदायै नमः।
ॐ अवन्तिकायै नमः।
ॐ अष्टभुजायै नमः।
ॐ असिकुण्डगतायै नमः।
ॐ अस्थितायै नमः।
ॐ अहङ्काराय नमः।
ॐ आकुलायै नमः।
ॐ आकुलायै नमः।
ॐ आकृत्यै नमः।
ॐ आगरीमय्यै नमः।
ॐ आगर्य्यगरुगन्धाक्तायै नमः।
ॐ आतपत्रायै नमः।
ॐ आतपत्रिण्यै नमः।
ॐ आतुरायै नमः।
ॐ आत्मभूतायै नमः।
ॐ आदित्यायै नमः।
ॐ आध्यात्मिक्यै नमः।
ॐ आनत्यै नमः।
ॐ आर्यायै नमः।
ॐ आवर्तिन्यै नमः।
ॐ आशायै नमः।
ॐ आशुगायै नमः।
ॐ आसावर्यै नमः।
ॐ आहूत्यै नमः।
ॐ इच्छायै नमः।
ॐ इन्द्राण्यै नमः।
ॐ ईक्षायै नमः।
ॐ ईशायै नमः।
ॐ उच्छलितायै नमः।
ॐ उज्जयिन्यै नमः।
ॐ उत्तमायै नमः।
ॐ उत्पलावर्तगमनायै नमः।
ॐ उपकारिकायै नमः।
ॐ उर्व्यै नमः।
ॐ उल्लसन्त्यै नमः।
ॐ उष्णिहे नमः।
ॐ ऊर्ध्वगायै नमः।
ॐ ऊर्ध्ववैकुण्ठवासिनीभ्यो नमः।
ॐ ऋषिरूपायै नमः।
ॐ एकायै नमः।
ॐ ओषधिवीरुद्भ्यो नमः।
ॐ कक्षायै नमः।
ॐ कच्छायै नमः।
ॐ कज्जलाक्तायै नमः।
ॐ कज्जलाभायै नमः।
ॐ कज्जलीकलिताञ्जनायै नमः।
ॐ कञ्चुकमण्यै नमः।
ॐ कञ्चुक्यै नमः।
ॐ कन्दल्यै नमः।
ॐ कमनीयकायै नमः।
ॐ कमलकर्णिकायै नमः।
ॐ कम्बुग्रीवायै नमः।
ॐ कम्बुधरायै नमः।
ॐ कर्णाट्यै नमः।
ॐ कर्ममय्यै नमः।
ॐ कर्मेन्द्रियाय नमः।
ॐ कलङ्करहितायै नमः।
ॐ कलहान्तरितायै नमः।
ॐ कलायै नमः।
ॐ कलिन्दगिरिनन्दिन्यै नमः।
ॐ कल्पवृक्षस्थल्यै नमः।
ॐ कशिपुस्थायै नमः।
ॐ काकल्यै नमः।
ॐ काञ्चनामय्यै नमः।
ॐ काञ्चनीभूमिभावितायै नमः।
ॐ काञ्चनीभूम्यै नमः।
ॐ काञ्चन्यै नमः।
ॐ कान्त्यै नमः।
ॐ कामदायै नमः।
ॐ कामधेन्वै नमः।
ॐ कामरूपिण्यै नमः।
ॐ कामलतायै नमः।
ॐ कामवनाञ्चितायै नमः।
ॐ कामवादिन्यै नमः।
ॐ कामाकरायै नमः।
ॐ कामाटव्यै नमः।
ॐ कामायै नमः।
ॐ काम्यायै नमः।
ॐ कार्यसाधिन्यै नमः।
ॐ कालिन्द्यै नमः।
ॐ कालिन्द्यै नमः।
ॐ काल्यै नमः।
ॐ कावेर्यै नमः।
ॐ काश्मीरवसनावृतायै नमः।
ॐ काश्यै नमः।
ॐ किरीटधारिण्यै नमः।
ॐ कीर्त्यै नमः।
ॐ कीलायै नमः।
ॐ कुञ्जपुञ्जायै नमः।
ॐ कुन्तलाल्यै नमः।
ॐ कुब्जायै नमः।
ॐ कुमुदाम्भोजवर्धिन्यै नमः।
ॐ कुमुद्वननद्यै नमः।
ॐ कुरुजाङ्गलभुवे नमः।
ॐ कुलाङ्गनायै नमः।
ॐ कुशलायै नमः।
ॐ कुशष्ट्वायै नमः।
ॐ कुशस्थल्यै नमः।
ॐ कुशावर्तमय्यै नमः।
ॐ कुसुमाम्बरभाविन्यै नमः।
ॐ कुहरस्थायै नमः।
ॐ कूजत्कोकिलपोतक्यै नमः।
ॐ कूजन्नूपुरमेखलायै नमः।
ॐ कृतमालायै नमः।
ॐ कृत्यै नमः।
ॐ कृष्णदेहसमुद्भवायै नमः।
ॐ कृष्णपादाब्जसम्भूतायै नमः।
ॐ कृष्णप्राणाधिकायै नमः।
ॐ कृष्णरूपायै नमः।
ॐ कृष्णवामांससम्भूतायै नमः।
ॐ कृष्णवेषायै नमः।
ॐ कृष्णाकुण्डजलाश्रितायै नमः।
ॐ कृष्णाङ्ग्यै नमः।
ॐ कृष्णायै नमः।
ॐ कृष्णायै नमः।
ॐ कृष्यै नमः।
ॐ केशपाशाभिशोभितायै नमः।
ॐ केसरिण्यै नमः।
ॐ कैदार्यै नमः।
ॐ कोकिलमय्यै नमः।
ॐ कोटिशो गोगणावृतायै नमः।
ॐ कोटिसूर्यप्रतीकाशायै नमः।
ॐ कोमलविग्रहायै नमः।
ॐ कौशलाभ्यः स्त्रीभ्यो नमः।
ॐ कौशिक्यै नमः।
ॐ कौशिक्यै नमः।
ॐ क्रियायै नमः।
ॐ क्रियाशक्त्यै नमः।
ॐ क्लमायै नमः।
ॐ क्षणप्रभायै नमः।
ॐ क्षमामय्यै नमः।
ॐ क्षमायै नमः।
ॐ क्षिप्रायै नमः।
ॐ क्षुधायै नमः।
ॐ खण्डितायै नमः।
ॐ खाण्डवाभायै नमः।
ॐ गङ्गाद्वारविनिर्गतायै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गङ्गासागरशोभाढ्यायै नमः।
ॐ गङ्गासागरसङ्गमायै नमः।
ॐ गच्छन्त्यै नमः।
ॐ गणेश्वर्यै नमः।
ॐ गण्डशैलविभेदिन्यै नमः।
ॐ गत्यै नमः।
ॐ गदाधरायै नमः।
ॐ गन्धाय नमः।
ॐ गरुडारूढायै नमः।
ॐ गर्गसंहितायै नमः।
ॐ गाण्डीविभाषिण्यै नमः।
ॐ गात्रायै नमः।
ॐ गानक्रियायै नमः।
ॐ गान्धार्यै नमः।
ॐ गायत्र्यै नमः।
ॐ गारवाटिकायै नमः।
ॐ गिरिराजप्रभवे नमः।
ॐ गीतायै नमः।
ॐ गुञ्जाभरणभूषितायै नमः।
ॐ गुणभुवे नमः।
ॐ गुणवर्धिन्यै नमः।
ॐ गुणाकरायै नमः।
ॐ गुणागुणमय्यै नमः।
ॐ गुणायै नमः।
ॐ गुर्जर्यै नमः।
ॐ गोकुलवासिन्यै नमः।
ॐ गोचारिण्यै नमः।
ॐ गोदन्त्यै नमः।
ॐ गोदावर्यै नमः।
ॐ गोधनाढ्यायै नमः।
ॐ गोपकुण्डतरङ्गिण्यै नमः।
ॐ गोपगोपीश्वर्यै नमः।
ॐ गोपनद्यै नमः।
ॐ गोपवत्यै नमः।
ॐ गोपसेव्यायै नमः।
ॐ गोपानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ गोपानुगायै नमः।
ॐ गोपालिन्यै नमः।
ॐ गोपीगोपालवन्दितायै नमः।
ॐ गोप्यै नमः।
ॐ गोमतीतीरचारिण्यै नमः।
ॐ गोमत्यै नमः।
ॐ गोलोकतटिन्यै नमः।
ॐ गोलोकधाम्ने नमः।
ॐ गोलोकवासिन्यै नमः।
ॐ गोलोकवासिन्यै नमः।
ॐ गोवर्धनतटीभवायै नमः।
ॐ गोवर्धनाङ्कायै नमः।
ॐ गोवर्धिन्यै नमः।
ॐ गोविन्दकुण्डनिलयायै नमः।
ॐ गोविन्दपदपादुकायै नमः।
ॐ गोविन्दपदपादुकायै नमः।
ॐ गोविन्दहृतमानसायै नमः।
ॐ गौडकल्याणमिश्रितायै नमः।
ॐ गौड्यै नमः।
ॐ ग्रैवेयकविराजितायै नमः।
ॐ ग्लान्यै नमः।
ॐ घटायै नमः।
ॐ घण्टायै नमः।
ॐ घनश्यामायै नमः।
ॐ घनापहायै नमः।
ॐ घुङ्घट्यै नमः।
ॐ चक्रहस्तायै नमः।
ॐ चञ्चलायै नमः।
ॐ चञ्चलार्चायै नमः।
ॐ चण्डिकायै नमः।
ॐ चतुरक्षरायै नमः।
ॐ चतुर्धा नमः।
ॐ चतुर्भुजायै नमः।
ॐ चतुर्मूर्त्यै नमः।
ॐ चतुर्व्यूहायै नमः।
ॐ चतुश्चन्द्रकलायै नमः।
ॐ चन्द्रकान्तानुगांशुकायै नमः।
ॐ चन्द्रकोटिप्रतीकाशायै नमः।
ॐ चन्द्रभागायै नमः।
ॐ चन्द्रलेखायै नमः।
ॐ चन्द्रवंशवध्वै नमः।
ॐ चन्द्रवंशविवर्धिन्यै नमः।
ॐ चन्द्रायै नमः।
ॐ चन्द्रावत्यै नमः।
ॐ चन्द्रावलिसहायिन्यै नमः।
ॐ चरन्त्यै नमः।
ॐ चर्चायै नमः।
ॐ चर्मखड्गपाण्यै नमः।
ॐ चलायै नमः।
ॐ चान्द्र्यै नमः।
ॐ चारवे नमः।
ॐ चारुदर्शनायै नमः।
ॐ चारुनेत्रायै नमः।
ॐ चिद्घनायै नमः।
ॐ चेतोवृत्त्यै नमः।
ॐ छवये नमः।
ॐ छायायै नमः।
ॐ जगत्कीर्त्यै नमः।
ॐ जटामांसीरुचाम्बरायै नमः।
ॐ जम्ब्वै नमः।
ॐ जयकारिण्यै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ जलधारिकायै नमः।
ॐ जलस्थितायै नमः।
ॐ जलाय नमः।
ॐ जानक्यै नमः।
ॐ जाम्बवत्यै नमः।
ॐ जालन्धरीभ्यो नमः।
ॐ जाह्नव्यै नमः।
ॐ जितायै नमः।
ॐ जीवकलायै नमः।
ॐ ज्ञातयौवनायै नमः।
ॐ ज्ञानशक्त्यै नमः।
ॐ ज्ञानाय नमः।
ॐ ज्ञानेन्द्रियाय नमः।
ॐ ज्येष्ठायै नमः।
ॐ ज्योतिषे नमः।
ॐ झङ्कारिण्यै नमः।
ॐ झणत्कार्यै नमः।
ॐ टोड्यै नमः।
ॐ तगराश्रितमारुतायै नमः।
ॐ तटस्थायै नमः।
ॐ तट्यै नमः।
ॐ तडिते नमः।
ॐ तत्त्वसङ्घायै नमः।
ॐ तन्व्यै नमः।
ॐ तपन्त्यै नमः।
ॐ तपश्चरन्त्यै नमः।
ॐ तमःप्रकृत्यै नमः।
ॐ तरणिमण्डलायै नमः।
ॐ तलतुष्ट्यै नमः।
ॐ तस्यै नमः।
ॐ ताटङ्किन्यै नमः।
ॐ तान्त्रिक्यै नमः।
ॐ तापकारिण्यै नमः।
ॐ ताप्यै नमः।
ॐ ताम्बूलचर्चितायै नमः।
ॐ ताम्रपर्ण्यै नमः।
ॐ ताम्रायै नमः।
ॐ तारायै नमः।
ॐ तालवनस्थितायै नमः।
ॐ तालस्वरायै नमः।
ॐ ताल्यै नमः।
ॐ तितिक्षायै नमः।
ॐ तीर्थराजगत्यै नमः।
ॐ तीर्थानां कीर्तिकारिण्यै नमः।
ॐ तीर्थायै नमः।
ॐ तुङ्गभद्रायै नमः।
ॐ तुलायै नमः।
ॐ तूल्यै नमः।
ॐ तृष्णाभिधायै नमः।
ॐ तेजसां वर्धिन्यै नमः।
ॐ तैलङ्ग्यै नमः।
ॐ त्रपायै नमः।
ॐ त्रिगुणवृत्तिभ्यो नमः।
ॐ त्रिधा नमः।
ॐ त्रिपथगामिन्यै नमः।
ॐ दक्षयज्ञविघातिन्यै नमः।
ॐ दक्षायै नमः।
ॐ दन्तधरायै नमः।
ॐ दयायै नमः।
ॐ दर्दुरायै नमः।
ॐ दर्दुरीधरायै नमः।
ॐ दर्पणायै नमः।
ॐ दर्पणीभूतायै नमः।
ॐ दाक्षायण्यै नमः।
ॐ दाक्ष्यै नमः।
ॐ दाडिम्यै नमः।
ॐ दारुमय्यै नमः।
ॐ दिव्यशय्यायै नमः।
ॐ दिव्याङ्गाभ्यो नमः।
ॐ दिव्याजितपदाश्रिताभ्यो नमः।
ॐ दिव्याभ्यो नमः।
ॐ दिव्याम्बराभ्यो नमः।
ॐ दिव्यायै नमः।
ॐ दिव्यौषधिनिध्यै नमः।
ॐ दीर्घोर्मिवेगगम्भीरायै नमः।
ॐ दुर्गायै नमः।
ॐ दुर्मर्षायै नमः।
ॐ दुष्टदर्पविनाशिन्यै नमः।
ॐ दृश्यायै नमः।
ॐ दृष्ट्यै नमः।
ॐ देवगान्धार्यै नमः।
ॐ देवनारीभ्यो नमः।
ॐ देवपुर्यै नमः।
ॐ देववरार्पितायै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देशभाषायै नमः।
ॐ देशान्पुनन्त्यै नमः।
ॐ दैत्योद्भटविनाशिन्यै नमः।
ॐ द्यवे नमः।
ॐ द्युत्यै नमः।
ॐ द्युत्यै नमः।
ॐ द्वारकागमनायै नमः।
ॐ द्वारकामायै नमः।
ॐ द्वारपालिकायै नमः।
ॐ द्वारावत्यै नमः।
ॐ द्वारे नमः।
ॐ द्विदाम्न्यै नमः।
ॐ द्विधा नमः।
ॐ द्विभुजायै नमः।
ॐ धनश्रियै नमः।
ॐ धनिन्यै नमः।
ॐ धनुर्धरायै नमः।
ॐ धनुष्टङ्कारिण्यै नमः।
ॐ धन्यायै नमः।
ॐ धरण्यै नमः।
ॐ धरायै नमः।
ॐ धरित्र्यै नमः।
ॐ धात्र्यै नमः।
ॐ धारणामय्यै नमः।
ॐ धारणायै नमः।
ॐ धिये नमः।
ॐ धिषणायै नमः।
ॐ धीरायै नमः।
ॐ धुन्यै नमः।
ॐ धैर्यधरायै नमः।
ॐ ध्रुवपूजितायै नमः।
ॐ ध्रुवमण्डलमध्यगायै नमः।
ॐ ध्रौव्यायै नमः।
ॐ नगर्यै नमः।
ॐ नगायै नमः।
ॐ नन्दग्राममहीधरायै नमः।
ॐ नन्दायै नमः।
ॐ नन्दिग्रामस्थलस्थितायै नमः।
ॐ नन्दिन्यै नमः।
ॐ नन्दीश्वरसमन्वितायै नमः।
ॐ नवलाङ्गायै नमः।
ॐ नवोढायै नमः।
ॐ नागकन्यकाभ्यो नमः।
ॐ नागपुर्यै नमः।
ॐ नागभावायै नमः।
ॐ नागभूषायै नमः।
ॐ नागर्यै नमः।
ॐ नागवल्लीदलार्चितायै नमः।
ॐ नागवल्ल्यै नमः।
ॐ नानाजलसमन्वितायै नमः।
ॐ नानानारीकदम्बाढ्यायै नमः।
ॐ नानाभरणशोभाढ्यायै नमः।
ॐ नानालोकगतायै नमः।
ॐ नानावर्णसमन्वितायै नमः।
ॐ नानावस्त्रविराजितायै नमः।
ॐ नारद्यै नमः।
ॐ नार्यै नमः।
ॐ नावे नमः।
ॐ नासामौक्तिकशोभितायै नमः।
ॐ निकुञ्जतलवासिन्यै नमः।
ॐ निकुञ्जनिजमञ्जर्यै नमः।
ॐ निकुञ्जभृते नमः।
ॐ निकुञ्जमाधवीवल्यै नमः।
ॐ निकुञ्जवासिन्यै नमः।
ॐ निद्रायै नमः।
ॐ निर्जलाभायै नमः।
ॐ निर्मलपानीयायै नमः।
ॐ निर्मलायै नमः।
ॐ निषङ्गधारिण्यै नमः।
ॐ निष्ठायै नमः।
ॐ नीरजायै नमः।
ॐ नीराजन्यै नमः।
ॐ नीलकण्ठाभायै नमः।
ॐ नीलपङ्कजवर्णाभायै नमः।
ॐ नीलपङ्कजहारिण्यै नमः।
ॐ नीलपद्माढ्यायै नमः।
ॐ नीलाभायै नमः।
ॐ नीलाम्बरायै नमः।
ॐ नीलाम्भोरुहवासिन्यै नमः।
ॐ नैमिषावृतायै नमः।
ॐ नैमिष्यै नमः।
ॐ नौकायै नमः।
ॐ पट्टराज्ञ्यै नमः।
ॐ पट्यै नमः।
ॐ पथे नमः।
ॐ पद्मनयनायै नमः।
ॐ पद्ममालिन्यै नमः।
ॐ पद्ममुख्यै नमः।
ॐ पद्महस्तायै नमः।
ॐ पद्महारायै नमः।
ॐ परङ्गतायै नमः।
ॐ परमानन्दरूपिण्यै नमः।
ॐ परमायै नमः।
ॐ परमेश्वर्यै नमः।
ॐ परस्मै धाम्ने नमः।
ॐ परस्मै ब्रह्मणे नमः।
ॐ परायै नमः।
ॐ परायै नमः।
ॐ परिखायै नमः।
ॐ परिपूर्णतमायै नमः।
ॐ पशव्यदायै नमः।
ॐ पाटीरपङ्कवसनायै नमः।
ॐ पातिव्रत्यपरायणायै नमः।
ॐ पापद्रुमकुठारिण्यै नमः।
ॐ पापसिंह्यै नमः।
ॐ पापहारिण्यै नमः।
ॐ पापाङ्कुशायै नमः।
ॐ पारदमय्यै नमः।
ॐ पारद्यै नमः।
ॐ पारलौकिक्यै नमः।
ॐ पारहंस्यै नमः।
ॐ पाराशर्यै नमः।
ॐ पार्वत्यै नमः।
ॐ पार्षदायै नमः।
ॐ पिङ्गलाशङ्क्यै नमः।
ॐ पिङ्गलोद्भवायै नमः।
ॐ पुण्यकीर्त्यै नमः।
ॐ पुण्यदायै नमः।
ॐ पुण्यवर्धिन्यै नमः।
ॐ पुण्यसङ्घायै नमः।
ॐ पुण्याङ्ग्यै नमः।
ॐ पुण्यायै नमः।
ॐ पुनन्त्यै नमः।
ॐ पुराणपुरुषप्रियायै नमः।
ॐ पुराणमूर्त्यै नमः।
ॐ पुलिन्दकाभ्यो नमः।
ॐ पुलोमजायै नमः।
ॐ पुष्करप्रस्वे नमः।
ॐ पुष्टभावनायै नमः।
ॐ पुष्टायै नमः।
ॐ पुष्टायै नमः।
ॐ पुष्ट्यै नमः।
ॐ पुष्पपल्लववासिन्यै नमः।
ॐ पूजायै नमः।
ॐ पूर्णब्रह्मप्रियायै नमः।
ॐ पूर्णायै नमः।
ॐ पृथुबर्हिष्मतीभवाभ्यो नमः।
ॐ पौरुषायै नमः।
ॐ पौष्कर्यै नमः।
ॐ प्रकृत्यै नमः।
ॐ प्रकृत्यै नमः।
ॐ प्रगल्भकायै नमः।
ॐ प्रचेतनायै नमः।
ॐ प्रणतायै नमः।
ॐ प्रतिमायै नमः।
ॐ प्रतिष्ठायै नमः।
ॐ प्रतिष्ठायै नमः।
ॐ प्रतीत्यै नमः।
ॐ प्रभायै नमः।
ॐ प्रमदोत्तमायै नमः।
ॐ प्रस्थायै नमः।
ॐ प्रह्वायै नमः।
ॐ प्राज्ञायै नमः।
ॐ प्रीत्यै नमः।
ॐ प्रेष्यायै नमः।
ॐ प्रोक्त्यै नमः।
ॐ प्रोज्ज्वलायै नमः।
ॐ प्रोतायै नमः।
ॐ प्रोत्कण्ठितायै नमः।
ॐ प्रोत्पतन्त्यै नमः।
ॐ प्रोन्नतायै नमः।
ॐ प्रोषितभर्तृकायै नमः।
ॐ प्रौढये नमः।
ॐ प्रौढायै नमः।
ॐ प्लवरूपायै नमः।
ॐ बर्हिषद्यै नमः।
ॐ बर्हिष्मत्यै नमः।
ॐ बलाकायै नमः।
ॐ बलात् सप्तद्वीपगतायै नमः।
ॐ बलायै नमः।
ॐ बलायै नमः।
ॐ बहुदायै नमः।
ॐ बहुलावनवन्दितायै नमः।
ॐ बहुल्यै नमः।
ॐ बह्व्यै नमः।
ॐ बाणगङ्गायै नमः।
ॐ बालायै नमः।
ॐ बिल्वनीलायै नमः।
ॐ बुद्ध्यै नमः।
ॐ बुद्ध्यै नमः।
ॐ बुधायै नमः।
ॐ बृहत्सानुद्युत्यै नमः।
ॐ ब्रह्मद्रवसमायै नमः।
ॐ ब्रह्मलक्षणायै नमः।
ॐ ब्रह्मलोकागतायै नमः।
ॐ ब्रह्माण्यै नमः।
ॐ ब्राह्म्यै नमः।
ॐ भद्रायै नमः।
ॐ भवनावे नमः।
ॐ भवसागरसेतुकायै नमः।
ॐ भागवत्यै नमः।
ॐ भागीरथ्यै नमः।
ॐ भाण्डारकुशकौशलायै नमः।
ॐ भारतार्चितायै नमः।
ॐ भारत्यै नमः।
ॐ भार्गव्यै नमः।
ॐ भालपुष्पायै नमः।
ॐ भावितायै नमः।
ॐ भाव्यायै नमः।
ॐ भीमरथ्यै नमः।
ॐ भीमायै नमः।
ॐ भीरवे नमः।
ॐ भीष्मसुतायै नमः।
ॐ भुवे नमः।
ॐ भुवे नमः।
ॐ भूमिगोपीभ्यो नमः।
ॐ भूमिमध्यगायै नमः।
ॐ भूम्यै नमः।
ॐ भूर्यै नमः।
ॐ भृत्यै नमः।
ॐ भैरव्यै नमः।
ॐ भैष्म्यै नमः।
ॐ मकरन्दमनोहरायै नमः।
ॐ मङ्गलायै नमः।
ॐ मङ्गलालयायै नमः।
ॐ मञ्जर्यै नमः।
ॐ मणिभूमिगतायै नमः।
ॐ मणिमय्यै नमः।
ॐ मत्यै नमः।
ॐ मथुरातीर्थवासिन्यै नमः।
ॐ मथुरायै नमः।
ॐ मधुने नमः।
ॐ मधोर्वननदीमुख्यायै नमः।
ॐ मध्यगायै नमः।
ॐ मध्यायै नमः।
ॐ मनसे नमः।
ॐ मनीषायै नमः।
ॐ मनोमय्यै नमः।
ॐ मनोहरायै नमः।
ॐ मन्दगत्यै नमः।
ॐ मन्दगत्यै नमः।
ॐ मन्दहासायै नमः।
ॐ मन्दाकिन्यै नमः।
ॐ मन्दायै नमः।
ॐ मन्दारवनवासिन्यै नमः।
ॐ मन्दार्यै नमः।
ॐ मयायुषे नमः।
ॐ मयूर्यै नमः।
ॐ महत्तत्त्वाय नमः।
ॐ महत्यै नमः।
ॐ महानद्यै नमः।
ॐ महापगायै नमः।
ॐ महापुर्यै नमः।
ॐ महामण्यै नमः।
ॐ महामनसे नमः।
ॐ महाराज्ञ्यै नमः।
ॐ महावनमहानद्यै नमः।
ॐ महाविद्यायै नमः।
ॐ महावेगवत्यै नमः।
ॐ महोज्ज्वलायै नमः।
ॐ महोन्नतायै नमः।
ॐ मह्यै नमः।
ॐ माचार्यै नमः।
ॐ मात्राप्रकाशिन्यै नमः।
ॐ मात्रे नमः।
ॐ माथुर्यै नमः।
ॐ माधव्यै नमः।
ॐ माधव्यै नमः।
ॐ माध्व्यै नमः।
ॐ मानदायै नमः।
ॐ मानसीगङ्गायै नमः।
ॐ मानिन्यै नमः।
ॐ मारुत्यै नमः।
ॐ मार्ताण्डतनुजायै नमः।
ॐ मित्रविन्दायै नमः।
ॐ मिश्रायै नमः।
ॐ मुक्ताफलार्चितायै नमः।
ॐ मुक्तायै नमः।
ॐ मुक्त्यै नमः।
ॐ मुग्धायै नमः।
ॐ मेखलाकाञ्च्यै नमः।
ॐ मेखलायै नमः।
ॐ मेघमालायै नमः।
ॐ मेरुमालायै नमः।
ॐ मैथिलाभ्यः स्त्रीभ्यो नमः।
ॐ मौक्तिकायै नमः।
ॐ यज्ञसीताभ्यो नमः।
ॐ यन्त्यै नमः।
ॐ यमस्वस्रे नमः।
ॐ यमानुजायै नमः।
ॐ यमुनायै नमः।
ॐ यष्टिभृते नमः।
ॐ याज्ञवल्क्यै नमः।
ॐ याञ्चायै नमः।
ॐ यादव्यै नमः।
ॐ यानायै नमः।
ॐ युगायै नमः।
ॐ यूथीभूतायै नमः।
ॐ योगदायै नमः।
ॐ योगनिद्रायै नमः।
ॐ योगिन्यै नमः।
ॐ योद्ध्र्यै नमः।
ॐ रक्षायै नमः।
ॐ रघुवंशजायै नमः।
ॐ रङ्गभूमाढ्यायै नमः।
ॐ रङ्गमहीरुहायै नमः।
ॐ रङ्गवल्ल्यै नमः।
ॐ रङ्गायै नमः।
ॐ रङ्गिण्यै नमः।
ॐ रचिताम्बरायै नमः।
ॐ रजःप्रकृत्यै नमः।
ॐ रणन्मञ्जीरनूपुरायै नमः।
ॐ रत्नकङ्कणकेयूरायै नमः।
ॐ रत्नदायै नमः।
ॐ रत्नदेव्यै नमः।
ॐ रत्ननिलयायै नमः।
ॐ रत्नबद्धोभयतटायै नमः।
ॐ रत्नभूषायै नमः।
ॐ रत्नमालायै नमः।
ॐ रत्नवृन्दायै नमः।
ॐ रथस्थायै नमः।
ॐ रमणस्थलशोभाढ्यायै नमः।
ॐ रमायै नमः।
ॐ रमायै नमः।
ॐ रम्भोरवे नमः।
ॐ रम्यायै नमः।
ॐ रम्यायै नमः।
ॐ रयप्रस्थायै नमः।
ॐ रसाय नमः।
ॐ रसिकेश्वर्यै नमः।
ॐ रागिण्यै नमः।
ॐ राघवपुर्यै नमः।
ॐ राजगुह्यायै नमः।
ॐ राजविद्यायै नमः।
ॐ राज्ज्वै नमः।
ॐ राज्ञ्यै नमः।
ॐ राधाकुण्डकलाराध्यायै नमः।
ॐ राधायै नमः।
ॐ राधासख्यै नमः।
ॐ रामणीयायै नमः।
ॐ रामसञ्जीवन्यै नमः।
ॐ रामायणमय्यै नमः।
ॐ रामायै नमः।
ॐ रासमण्डलमण्डनायै नमः।
ॐ रासमण्डलमण्डल्यै नमः।
ॐ रासमण्डलमण्डितायै नमः।
ॐ रासलीलायै नमः।
ॐ रुक्मरूपिण्यै नमः।
ॐ रुक्मिण्यै नमः।
ॐ रुच्यै नमः।
ॐ रूपाय नमः।
ॐ रेवायै नमः।
ॐ रैवताद्रिविहारिण्यै नमः।
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
ॐ लताभ्यो नमः।
ॐ ललनारत्नरञ्जिन्यै नमः।
ॐ ललिताकुण्डगायै नमः।
ॐ ललितायै नमः।
ॐ लालाताम्रकृताम्बरायै नमः।
ॐ लिप्तवाण्यै नमः।
ॐ लीलावत्यै नमः।
ॐ लुठन्त्यै नमः।
ॐ लेख्यायै नमः।
ॐ लेप्यायै नमः।
ॐ लोकदृष्ट्यै नमः।
ॐ लोकलीलायै नमः।
ॐ लोकालोकाचलार्चितायै नमः।
ॐ लोलायै नमः।
ॐ लोहार्गलप्रदाकारायै नमः।
ॐ वंशायै नमः।
ॐ वंशीधरायै नमः।
ॐ वडवायै नमः।
ॐ वनमालिन्यै नमः।
ॐ वन्यायै नमः।
ॐ वयुनाधारिण्यै नमः।
ॐ वरवर्णिन्यै नमः।
ॐ वराङ्गायै नमः।
ॐ वाण्यै नमः।
ॐ वामलोचनायै नमः।
ॐ वायवे नमः।
ॐ वायव्यै नमः।
ॐ वायुवेगगायै नमः।
ॐ वाराणस्यै नमः।
ॐ वार्तिकदायै नमः।
ॐ वार्त्तायै नमः।
ॐ विचित्रायै नमः।
ॐ विजयावत्यै नमः।
ॐ विद्युते नमः।
ॐ विधातृकायै नमः।
ॐ विध्यै नमः।
ॐ विन्ध्यायै नमः।
ॐ विपुलायै नमः।
ॐ विप्रलब्धायै नमः।
ॐ विभायै नमः।
ॐ विमानगायै नमः।
ॐ विरजायै नमः।
ॐ विरजे नमः।
ॐ विरहार्तायै नमः।
ॐ विरहिण्यै नमः।
ॐ विराजायै नमः।
ॐ विराण्मूर्त्यै नमः।
ॐ विलोलघण्टायै नमः।
ॐ विशाखाकुण्डमण्डितायै नमः।
ॐ विशाखायै नमः।
ॐ विश्रान्तवासिन्यै नमः।
ॐ विश्वम्भरायै नमः।
ॐ विष्णुपदीप्रोक्तायै नमः।
ॐ विष्णुवल्लभायै नमः।
ॐ विहायस्यै नमः।
ॐ विहारिण्यै नमः।
ॐ वीच्यै नमः।
ॐ वृत्त्यै नमः।
ॐ वृद्ध्यै नमः।
ॐ वृन्दायै नमः।
ॐ वृन्दारण्यध्वजायै नमः।
ॐ वृन्दारण्यनिवासिन्यै नमः।
ॐ वृन्दारण्यविभूषणायै नमः।
ॐ वृन्दावनगतायै नमः।
ॐ वृन्दावनलतायै नमः।
ॐ वृन्दावनवनाध्यक्षायै नमः।
ॐ वृन्दावनविनोदिन्यै नमः।
ॐ वृषभानुसुतायै नमः।
ॐ वृषायै नमः।
ॐ वेगभेदिन्यै नमः।
ॐ वेगवत्तरायै नमः।
ॐ वेगवत्यै नमः।
ॐ वेणुकायै नमः।
ॐ वेणुनादिन्यै नमः।
ॐ वेण्यै नमः।
ॐ वेण्यै नमः।
ॐ वेत्रवत्यै नमः।
ॐ वेदमूर्त्यै नमः।
ॐ वेदसन्ध्यै नमः।
ॐ वेदसावित्र्यै नमः।
ॐ वेद्यै नमः।
ॐ वेद्यै नमः।
ॐ वेलायै नमः।
ॐ वैकुण्ठपरिखीभूतायै नमः।
ॐ वैकुण्ठवासिनीभ्यो नमः।
ॐ वैदिक्यै नमः।
ॐ वैभास्यै नमः।
ॐ वैयासक्यै नमः।
ॐ वैरागर्यै नमः।
ॐ वैराट्यै नमः।
ॐ वैशाख्यै नमः।
ॐ वैष्णव्यै नमः।
ॐ व्याप्ताभ्यो नमः।
ॐ व्योम्ने नमः।
ॐ व्रजमल्लार्यै नमः।
ॐ शकुन्तलायै नमः।
ॐ शक्रप्रस्थनिवासिन्यै नमः।
ॐ शङ्खहस्तायै नमः।
ॐ शच्यै नमः।
ॐ शतानन्दायै नमः।
ॐ शनैश्चरानुजायै नमः।
ॐ शब्दाय नमः।
ॐ शम्भलग्राममध्यगायै नमः।
ॐ शश्वद्रसिकायै नमः।
ॐ शान्तेतरायै नमः।
ॐ शान्त्यै नमः।
ॐ शारद्यै नमः।
ॐ शास्त्रग्रामशिलायै नमः।
ॐ शास्त्रमूर्त्यै नमः।
ॐ शिखाभूषायै नमः।
ॐ शिखामण्यै नमः।
ॐ शिखावेद्यायै नमः।
ॐ शिवपुर्यै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शीलायै नमः।
ॐ शीलारामायै नमः।
ॐ शुक्लशुक्त्यै नमः।
ॐ शुक्लायै नमः।
ॐ शूकरक्षेत्रविदितायै नमः।
ॐ शूरक्षेत्रपुराधिकायै नमः।
ॐ शृङ्गदायै नमः।
ॐ शृङ्गभुवे नमः।
ॐ शृङ्गायै नमः।
ॐ शृङ्गायै नमः।
ॐ शृङ्गारकारिण्यै नमः।
ॐ शृङ्गारप्रकरायै नमः।
ॐ शेमुष्यै नमः।
ॐ शेषफणस्थितायै नमः।
ॐ शेषायै नमः।
ॐ शैलभवायै नमः।
ॐ शैलभिदे नमः।
ॐ शैलायै नमः।
ॐ शैलोद्गतायै नमः।
ॐ शोणपुर्यै नमः।
ॐ शोभायै नमः।
ॐ श्यामलाङ्ग्यै नमः।
ॐ श्यामायै नमः।
ॐ श्रद्धायै नमः।
ॐ श्रीकण्ठाढ्यायै नमः।
ॐ श्रीकल्याण्यै नमः।
ॐ श्रीकाञ्च्यै नमः।
ॐ श्रीकृष्णचरणाङ्कस्थायै नमः।
ॐ श्रीकृष्णवशकारिण्यै नमः।
ॐ श्रीकृष्णहृदयस्थितायै नमः।
ॐ श्रीकृष्णाम्बरमिच्छत्यै नमः।
ॐ श्रीखण्डमण्डितायै नमः।
ॐ श्रीगङ्गायै नमः।
ॐ श्रीगङ्गायै नमः।
ॐ श्रीदायै नमः।
ॐ श्रीनिध्यै नमः।
ॐ श्रीनिवासायै नमः।
ॐ श्रीमद्भागवतार्चितायै नमः।
ॐ श्रीरासमण्डलीभूतायै नमः।
ॐ श्रीलोकाचलवासिनीभ्यो नमः।
ॐ श्रीवामनपदच्युतायै नमः।
ॐ श्रीविभावनायै नमः।
ॐ श्रीवृन्दावनपालिकायै नमः।
ॐ श्रीशायै नमः।
ॐ श्रीसखीभ्यो नमः।
ॐ श्रीहारिण्यै नमः।
ॐ श्रुतिरूपायै नमः।
ॐ श्रुत्यै नमः।
ॐ श्रुत्यै नमः।
ॐ श्रेष्ठायै नमः।
ॐ श्वेतद्वीपसखीजनेभ्यो नमः।
ॐ श्वेतवाराहधारितायै नमः।
ॐ षड्वर्गायै नमः।
ॐ संज्ञापुत्र्यै नमः।
ॐ संज्ञामोदप्रदायिन्यै नमः।
ॐ संज्ञायै नमः।
ॐ संज्ञायै नमः।
ॐ संज्ञासुतायै नमः।
ॐ संयमन्यै नमः।
ॐ संहितायै नमः।
ॐ संहितायै नमः।
ॐ सकेसरायै नमः।
ॐ सखीमध्यायै नमः।
ॐ सखीवृन्दायै नमः।
ॐ सत्त्वप्रकृत्यै नमः।
ॐ सत्यभामायै नमः।
ॐ सत्यायै नमः।
ॐ सत्यायै नमः।
ॐ सत्यै नमः।
ॐ सदसन्मालायै नमः।
ॐ सनातन्यै नमः।
ॐ सन्तुष्ट्यै नमः।
ॐ सन्ध्याभ्रवसनायै नमः।
ॐ सन्ध्यायै नमः।
ॐ सप्तपुर्यै नमः।
ॐ सप्ताब्धिभेदिन्यै नमः।
ॐ समित्यै नमः।
ॐ सरस्वत्यै नमः।
ॐ सरितां वरायै नमः।
ॐ सर्वतीर्थमय्यै नमः।
ॐ सर्वतीर्थाधिदेवतायै नमः।
ॐ सर्वतीर्थोपरिगतायै नमः।
ॐ सर्वदेवाधिदेवतायै नमः।
ॐ सर्वदोषाणां हारिण्यै नमः।
ॐ सर्वपुण्यायै नमः।
ॐ सर्वब्रह्माण्डपावन्यै नमः।
ॐ सर्वसम्पदां दायिन्यै नमः।
ॐ सर्वसौन्दर्यशृङ्खलायै नमः।
ॐ सर्वायै नमः।
ॐ सर्वोत्तमायै नमः।
ॐ साक्षाद्गर्भवासनिकृन्तन्यै नमः।
ॐ साक्षान्निकुञ्जद्वारनिर्गतायै नमः।
ॐ सागरोद्भवाभ्यो नमः।
ॐ सागर्यै नमः।
ॐ सात्त्विक्यै नमः।
ॐ सामुद्र्यै नमः।
ॐ सायन्तन्यै नमः।
ॐ सारङ्ग्यै नमः।
ॐ सारस्यै नमः।
ॐ सावर्ण्यानुभवायै नमः।
ॐ सासाढ्यरासिन्यै नमः।
ॐ सास्यै नमः।
ॐ सिंहसर्पादिवाहिन्यै नमः।
ॐ सिकतामय्यै नमः।
ॐ सिन्दूरितायै नमः।
ॐ सिन्धवे नमः।
ॐ सिन्धुसागरसङ्गतायै नमः।
ॐ सिन्धुसुताभ्यो नमः।
ॐ सीकराभायै नमः।
ॐ सीतार्चिषे नमः।
ॐ सुकुन्तलायै नमः।
ॐ सुगन्धितैलरुचिरायै नमः।
ॐ सुदक्षिणायै नमः।
ॐ सुद्विजायै नमः।
ॐ सुधामय्यै नमः।
ॐ सुभ्रुवे नमः।
ॐ सुमत्यै नमः।
ॐ सुमुख्यै नमः।
ॐ सुश्रिये नमः।
ॐ सुश्रोण्यै नमः।
ॐ सूक्ष्मायै नमः।
ॐ सूर्यकन्यायै नमः।
ॐ सूर्यकोटिप्रभायै नमः।
ॐ सूर्यजायै नमः।
ॐ सूर्यनन्दिन्यै नमः।
ॐ सूर्यसमुद्भवायै नमः।
ॐ सृष्ट्यै नमः।
ॐ सेवायै नमः।
ॐ सेव्यायै नमः।
ॐ सैकत्यै नमः।
ॐ सैन्धव्यै नमः।
ॐ सोमाभायै नमः।
ॐ सोरठ्यै नमः।
ॐ सौख्यदायिन्यै नमः।
ॐ सौख्यप्रदायिन्यै नमः।
ॐ सौतलाभ्यो नमः।
ॐ सौदामिन्यै नमः।
ॐ सौधनिवासिन्यै नमः।
ॐ सौन्दर्यलहर्यै नमः।
ॐ स्त्रीरत्नाय नमः।
ॐ स्थिरायै नमः।
ॐ स्थूलायै नमः।
ॐ स्पर्धायै नमः।
ॐ स्पर्शाय नमः।
ॐ स्पृहायै नमः।
ॐ स्फुरच्छायायै नमः।
ॐ स्फुरदङ्गुलिभूषणायै नमः।
ॐ स्फुरद्द्युत्यै नमः।
ॐ स्फुरन्त्यै नमः।
ॐ स्मृत्यै नमः।
ॐ स्मृत्यै नमः।
ॐ स्रग्विण्यै नमः।
ॐ स्वकीयायै नमः।
ॐ स्वक्षायै नमः।
ॐ स्वङ्गायै नमः।
ॐ स्वच्छन्दायै नमः।
ॐ स्वच्छायै नमः।
ॐ स्वनिर्वृत्यै नमः।
ॐ स्वर्गगतायै नमः।
ॐ स्वर्गनिवासिन्यै नमः।
ॐ स्वर्गपूजितायै नमः।
ॐ स्वर्गायै नमः।
ॐ स्वर्गार्च्यायै नमः।
ॐ स्वर्णद्यै नमः।
ॐ स्वर्धुन्यै नमः।
ॐ स्वर्मण्यै नमः।
ॐ स्वसुखायै नमः।
ॐ स्वस्थितायै नमः।
ॐ स्वाधीनपतिकायै नमः।
ॐ स्वाधीनभर्तृकायै नमः।
ॐ स्वान्तरात्मने नमः।
ॐ स्वार्थायै नमः।
ॐ स्वीयकार्यार्थसाधिन्यै नमः।
ॐ स्वेच्छायै नमः।
ॐ हंसपद्मादिसङ्कुलायै नद्यै नमः।
ॐ हरिप्रियायै नमः।
ॐ हरिमन्दिरवर्तिन्यै नमः।
ॐ हस्तिपुर्यै नमः।
ॐ हितायै नमः।
ॐ हेमकुण्डलमण्डितायै नमः।
ॐ हेमनिर्मितायै नमः।
ॐ हेर्यै नमः।
ॐ हेलायै नमः।
ॐ हैमावत्यै नमः।
ॐ होढायै नमः।

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