।। माँ दुर्गा शाबर मंत्र ।।
डण्ड भुज-डण्ड, प्रचण्ड नो खण्ड।
प्रगट देवि! तुहि झुण्डन के झुण्ड।
खगर दिखा खप्पर लियां, खड़ी कालका।
तागड़दे मस्तंग, तिलक मागरदे् मस्तंग।
चोला जरी का, फागड़ दीफू,
गले फुल माल, जय जय जयन्त।
जय आदि शक्ति। जय कालका खपर-धनी।
जय मचकुट छन्दनी देव। जय-जय महिरा, जय मरदिनी।
जय-जय चुण्ड-मुण्ड, भाण्डासुर-खण्डनी,
जय रक्त बीच बिडाल-बिहण्डनी।
जय निशुम्भ को दलनी, जय शिव राजेश्वरी।
अमृत-यज्ञ, धागी-धृट, दृवड़-दृवड़नी।
बड़ रवि डर-डरनी, ओम् ओम् ओम्।।
।। दुर्गा शाबर मंत्र साधना लाभ ।।
- यह आपको माता दुर्गा के प्रति अनुराग और आस्था में वृद्धि करता है।
- यह आपको आध्यात्मिक और मानसिक स्थिरता प्रदान करता है और आपको सकारात्मकता की भावना देता है।
- साधना करने से आपका मन शांत होता है और आपकी आत्मा प्रकाशित होती है।
- यह आपको शक्ति, सुरक्षा और सफलता प्रदान करता है।
- साधना के द्वारा आप अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।
- यह आपकी आंतरिक सामर्थ्य और सामरिकता को बढ़ाता है।
- sanskritनवरात्रि पूजा मंत्र
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