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भोलेनाथ और मंगल देव को प्रसन्न करने का चमत्कारी ‘भौम प्रदोष व्रत’ – इन 5 चीज़ों से करें अभिषेक, हर इच्छा होगी पूरी

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हिंदू धर्म में, भगवान शिव की आराधना के लिए प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) का विशेष महत्व है। यह हर माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है और मान्यता है कि इस दिन प्रदोष काल (सूर्यास्त के लगभग 45 मिनट पहले और 45 मिनट बाद का समय) में कैलाशपति भगवान शिव प्रसन्न मुद्रा में होते हैं और अपने भक्तों की प्रार्थनाएं तुरंत सुनते हैं।

जब यही पवित्र तिथि मंगलवार (Tuesday) के दिन पड़ती है, तो इसे ‘भौम प्रदोष व्रत’ (Bhaum Pradosh Vrat) कहा जाता है। यह योग अत्यंत दुर्लभ और चमत्कारी माना जाता है, क्योंकि यह भगवान शिव (Bholenath) के साथ-साथ मंगल देव (Mangal Dev) और रुद्रावतार हनुमान जी की कृपा भी दिलाता है।

भौम प्रदोष व्रत का मुख्य लाभ कर्ज मुक्ति (Debt Relief) और मंगल दोष (Mangal Dosh) से निवारण माना गया है। यदि आप जीवन में सुख-समृद्धि और अटके हुए कार्यों में सफलता चाहते हैं, तो इस दिन विशेष अभिषेक से भोलेनाथ और मंगल देव को प्रसन्न कर सकते हैं।

भौम प्रदोष व्रत का चमत्कारी महत्व (The Miraculous Significance)

मंगलवार के दिन प्रदोष व्रत का होना इसे और भी शक्तिशाली बना देता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह को भूमि, साहस, ऊर्जा और ऋण का कारक माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल कमजोर होता है, उन्हें अक्सर कर्ज, रक्त संबंधी समस्याएं, भूमि विवाद और वैवाहिक जीवन (Marital life) में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और मंगल देव दोनों का पूजन करने से निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:

  • ऋणमुक्ति – इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ और शिव अभिषेक करने से व्यक्ति को शीघ्र ही कर्ज से मुक्ति मिलती है।
  • शत्रु विजय – यह व्रत शत्रुओं और विरोधी शक्तियों को शांत करने में सहायक है।
  • मंगल दोष शांति – कुंडली में मंगल दोष या अंगारक योग होने पर यह व्रत विशेष रूप से लाभ देता है।
  • स्वास्थ्य लाभ – शारीरिक पीड़ाओं (physical ailments) और रोगों से मुक्ति मिलती है।
  • भूमि-भवन सुख – मंगल भूमि के कारक हैं, अतः यह व्रत अचल संपत्ति (immovable property) के मामलों में सफलता दिलाता है।

हर इच्छा पूरी करने वाले 5 चमत्कारी अभिषेक (5 Miraculous Abhishek)

भौम प्रदोष के शुभ योग में, प्रदोष काल के दौरान शिवलिंग का इन 5 विशेष चीज़ों से अभिषेक करने पर भगवान शिव और मंगल देव की संयुक्त कृपा प्राप्त होती है और आपकी हर इच्छा पूरी होती है।

  1. गाय का शुद्ध घी (Pure Cow Ghee) – सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। कर्ज से मुक्ति के प्रयास सफल होते हैं।
  2. शहद (Honey) – वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है और गंभीर रोगों से मुक्ति मिलती है।
  3. गन्ने का रस (Sugarcane Juice) – धन-धान्य और लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। जीवन में ऐश्वर्य (opulence) बढ़ता है।
  4. गुड़ मिश्रित जल (Jaggery Mixed Water) – मंगल देव को गुड़ अत्यंत प्रिय है। इस अभिषेक से मंगल ग्रह के दोष शांत होते हैं और कर्ज उतरता है। यह अभिषेक साहस और ऊर्जा बढ़ाता है।
  5. गंगाजल या शुद्ध जल में काले तिल (Ganga Jal or Pure Water with Black Sesame Seeds) – यह अभिषेक आपके सभी पापों का नाश करता है और मोक्ष (Moksha) की ओर ले जाता है।

अभिषेक की विधि (Method of Abhishek)

सबसे पहले शिवलिंग को शुद्ध जल से स्नान कराएं। फिर उपरोक्त सामग्री (क्रमशः) से ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें। अंत में पुनः शुद्ध जल या गंगाजल चढ़ाएं।

भौम प्रदोष व्रत की सही पूजा विधि (The Correct Puja Procedure)

भौम प्रदोष व्रत की पूजा को दो भागों में बांटा जाता है: सुबह की पूजा और प्रदोष काल की पूजा।

  • सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प (vrat sankalp) लें।
  • मंदिर या घर के पूजा स्थल पर भगवान शिव, मां पार्वती और नंदी की पूजा करें।
  • उन्हें फूल, बिल्वपत्र, धतूरा और फल अर्पित करें। दिनभर उपवास (fasting) रखें।
  • सूर्यास्त से 45 मिनट पहले और 45 मिनट बाद का समय सबसे शुभ होता है।
  • पुनः स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनें।
  • पूजा स्थल को साफ कर एक चौकी पर शिव परिवार की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
  • ऊपर बताए गए 5 पदार्थों में से किसी एक या सभी से शिवलिंग का अभिषेक करें।
  • ‘ॐ नमो भगवते रुद्राय’ या ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • शिव चालीसा और प्रदोष व्रत कथा का श्रवण करें।
  • हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • अंत में शिव जी की आरती करें और भोग लगाकर प्रसाद वितरित करें।

विशेष उपाय – कर्ज से तुरंत मुक्ति के लिए (Special Remedy for Immediate Debt Relief)

यदि आप लंबे समय से कर्ज (loan) के बोझ से दबे हैं, तो भौम प्रदोष के दिन सूर्यास्त के बाद एक विशेष उपाय करें:

  • एक लाल रंग के वस्त्र पर भगवान शिव और हनुमान जी की तस्वीर रखें।
  • गेहूं और गुड़ से बनी खीर का भोग लगाएं।
  • ऋण मोचन मंगल स्तोत्र (Rin Mochan Mangal Stotra) का 11 बार पाठ करें।
  • अगले दिन यह प्रसाद किसी गरीब या ब्राह्मण को दान कर दें।

इस अद्भुत और शक्तिशाली भौम प्रदोष व्रत को सच्ची श्रद्धा और भक्ति के साथ करने से भोलेनाथ और मंगल देव की कृपा से आपके जीवन के सभी कष्ट दूर होंगे और हर मनोकामना अवश्य पूरी होगी।

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