श्री गोपाल चालीसा

यह चालीसा भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप, गोपाल जी को समर्पित है। इसका पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और सौभाग्य की वृद्धि होती है। यह चालीसा भक्तों को भगवान गोपाल की कृपा का अनुभव कराती है, जिससे उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। || श्री…

कृष्णाच्या जन्माची कहाणी

॥ जन्माष्टमीचे व्रत कसे करावे ॥ जन्माष्टमीचे व्रत हे अष्टमीच्या दिवशी एकभुक्त राहून करावे. मध्यरात्री शुचिर्भूत होऊन संकल्प करावा. यानंतर बाळकृष्णाची मूर्ती किंवा प्रतिमा स्थापन करावी. यानंतर सपरिवार श्रीकृष्णाची षोडशोपचार पूजा करावी. धूप, दीप, नैवेद्य दाखवावा. श्रीकृष्णाची आरती करावी. पूजा करून पुरुषसूक्त, विष्णूसूक्ताचे स्तवन करावे. वाद्यांचा घोष, गीतांचे मंगल स्वर, पुराण, इतिहासातील निरनिराळ्या सत्कथा ऐकत…

Shri Krishan Chalisa

|| Shri Krishan Chalisa PDF || || Doha || Banshi Shobhit Kar Madhur, Nil Jalaj Tanu Shyam | Arun Adhar Janu Bimba Phal, Nayan Kamal Abhiram || Puran Indu Arvind Mukh, Pitambar Suchi Saj | Jai Man Mohan Madan Chhavi, Krishiaachandra Maharaj || || Choupaii || Jai Jai Yadunandan Jag Vandan | Jai Vasudev Devki…

श्री कृष्ण नाम कवचम्

|| श्री कृष्ण नाम कवचम् (Krishan Naam Kavacham PDF) || ॥ नारद उवाच ॥ भगवञ्छ्रोतुमिच्छामि किं मन्त्रं भगवान्हरः । कृपया-ऽदात् परशुरामाय स्तोत्रं च वर्म च ॥ कोवाऽस्य मन्त्रस्याराध्यः किं फलं कवचस्य च । स्तवनस्य फलं किं वा तद्भवान्वक्तुमर्हसि ॥ ॥ नारायण उवाच ॥ मन्त्राराध्यो हि भगवान् परिपूर्णतमः स्वयम् । गोलोकनाथः श्रीकृष्णो गोप-गोपीश्वरः प्रभुः ॥ त्रैलोक्यविजयं…

अष्टमी रोहिणी पर कैसे करें व्रत और पूजन? जानें नियम, लाभ और श्रीकृष्ण कृपा पाने के उपाय

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सनातन धर्म में व्रतों और त्योहारों का विशेष महत्व है, और इन्हीं में से एक अत्यंत पावन पर्व है अष्टमी रोहिणी। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है और माना जाता है कि इस दिन व्रत और पूजन करने से भक्तों को अतुलनीय पुण्य और प्रभु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यदि आप भी…

श्री कृष्ण कन्हैया आरती

|| श्री कृष्ण कन्हैया आरती (Krishna Kanhaiya Aarti PDF) || मथुरा कारागृह अवतारी, गोकुल जसुदा गोद विहारी। नन्दलाल नटवर गिरधारी, वासुदेव हलधर भैया की॥ आरती श्रीकृष्ण कन्हैया की। मोर मुकुट पीताम्बर छाजै, कटि काछनि, कर मुरलि विराजै। पूर्ण सरक ससि मुख लखि लाजै, काम कोटि छवि जितवैया की॥ आरती श्रीकृष्ण कन्हैया की। गोपीजन रस रास…

राधा कृष्ण सहस्रनामावली

राधा कृष्ण सहस्रनामावली भगवान श्रीकृष्ण और देवी राधा के दिव्य स्वरूप और उनके गुणों का वर्णन करने वाला एक पवित्र ग्रंथ है। इसमें राधा-कृष्ण के 1000 नामों का संकलन है, जो उनकी दिव्यता, प्रेम, और भक्ति का प्रतीक हैं। यह सहस्रनामावली राधा-कृष्ण के प्रति समर्पण को बढ़ाती है और भक्तों को उनके अद्वितीय प्रेम का…

श्री कृष्ण सहस्रनामावली

श्री कृष्ण सहस्रनामावली में भगवान श्रीकृष्ण के एक हजार पवित्र और दिव्य नामों का वर्णन है। यह नाम उनके विभिन्न स्वरूपों, लीलाओं, गुणों और महिमा को प्रकट करते हैं। भगवान श्रीकृष्ण, जिन्हें योगेश्वर, मुरलीधर और गोविंद के नाम से भी जाना जाता है, प्रेम, करुणा और ज्ञान के प्रतीक हैं। इस सहस्रनामावली का पाठ करने…

आज जन्माष्टमी पर अवश्य पढ़ें – भए प्रगट कृपाला दीनदयाला

|| भए प्रगट कृपाला दीनदयाला (Bhaye Pragat Kripala Din Dayala) || भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या हितकारी । हरषित महतारी, मुनि मन हारी, अद्भुत रूप बिचारी ॥ लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा, निज आयुध भुजचारी । भूषन बनमाला, नयन बिसाला, सोभासिंधु खरारी ॥ कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी, केहि बिधि करूं अनंता । माया गुन ग्यानातीत…

श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा 2025 भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की दिव्य लीलाओं और उनके अवतरण की महिमा को दर्शाती है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाते हैं। श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा PDF में व्रत की सम्पूर्ण कथा, पूजन विधि और…

आरती कुंजबिहारी की (Shri Krishna Aarti)

|| आरती कुंजबिहारी की || आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला । श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला । गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली । लतन में ठाढ़े बनमाली…

Krishan Janamashatmi 2025 – कृष्ण जन्माष्टमी की सम्पूर्ण जानकारी, तिथि, मुहूर्त, मटकी फोड़ उत्सव और पूजा विधि

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हिंदू पंचांग के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव प्रति वर्ष भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल, कृष्ण जन्माष्टमी 16 अगस्त 2025, शनिवार को मनाई जाएगी। कृष्ण जन्माष्टमी 2025 में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से…

Janmashtami 2025 Special- लड्डू गोपाल के लिए भोग की परंपरागत लिस्ट, जानें सामग्री और विधि

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जन्माष्टमी 2025 पर अपने नटखट लड्डू गोपाल को प्रसन्न करने के लिए विशेष भोग तैयार करें! इस शुभ अवसर पर, कान्हा को उनके प्रिय व्यंजनों का भोग लगाकर आप उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। परंपरगत रूप से, पंजीरी लड्डू गोपाल का सबसे पसंदीदा भोग माना जाता है। इसमें धनिया पाउडर, चीनी, घी, मेवे और…

जानिए श्री कृष्ण के प्रिय बाल मित्रों के नाम – कौन थे श्री कृष्ण के बाल सखा?

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भगवान श्रीकृष्ण के जीवन में उनके मित्रों का विशेष महत्व रहा है। बचपन से लेकर उनके किशोरावस्था तक, श्रीकृष्ण ने कई सखा और सखियों के साथ अद्भुत समय बिताया। गोकुल और वृंदावन में उनके बचपन के कुछ खास मित्र थे, जिनके साथ उन्होंने अपनी लीलाएं कीं। लगभग 11 वर्ष की उम्र तक वे इन मित्रों…

क्या आपने कभी ध्यान से पढ़ी है कृष्ण चालीसा? रोज़ाना कृष्ण चालीसा पढ़ने से होते हैं ये 7 अद्भुत लाभ

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हिंदू धर्म में चालीसा पाठ का विशेष महत्व है। हनुमान चालीसा, दुर्गा चालीसा, शिव चालीसा की तरह ही भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित “कृष्ण चालीसा” भी अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है। अक्सर लोग इसे केवल एक धार्मिक पाठ समझकर पढ़ लेते हैं, लेकिन क्या आपने कभी इसे ध्यान से पढ़ा है? इसके एक-एक शब्द में गहरा…

श्री कृष्णाची आरती

|| श्री कृष्णाची आरती (Krishna Aarti Marathi PDF) || ओवालू आरती मदनगोपाळा। श्यामसुन्दर गळा लं वैजयन्तीमाळा॥ चरणकमल ज्याचे अति सुकुमार। ध्वजवज्रानकुश ब्रीदाचा तोडर॥ ओवालू आरती मदनगोपाळा…॥ नाभीकमळ ज्याचेब्रह्मयाचे स्थान। ह्रीदयीन पदक शोभे श्रीवत्सलांछन॥ ओवालू आरती मदनगोपाळा…॥ मुखकमळा पाहता सूर्याचिया कोटी। वेधीयेले मानस हारपली धृष्टी॥ ओवालू आरती मदनगोपाळा…॥ जडित मुगुट ज्याच्या देदीप्यमान। तेणे तेजे कोदले अवघे…

क्यों श्री कृष्ण कहलाते हैं ‘संपूर्ण पुरुष’? श्री कृष्ण: धर्म, कर्म और प्रेम का संपूर्ण स्वरूप

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श्री कृष्ण भारतीय धर्म और संस्कृति में एक अद्वितीय स्थान रखते हैं। उन्हें ‘संपूर्ण पुरुष’ कहा जाता है, जो इस बात का प्रतीक है कि वे मानव जीवन के सभी पहलुओं को पूर्णता के साथ प्रस्तुत करते हैं। उनका व्यक्तित्व धर्म, कर्म, प्रेम, ज्ञान और नेतृत्व जैसे सभी गुणों का समावेश है। आइए समझते हैं…

श्री कृष्ण जी के मंत्र लाभ सहित

।। श्री कृष्ण मंत्र के लाभ ।। श्री कृष्ण मंत्र का जाप करने से सभी पापो का नाश होता है और सुख सौभाग्य में वृद्धि होती है श्री कृष्णा भगवन की पूजा बुधवार के दिन करना शुभ माना जाता है श्री कृष्णा मंत्र का जाप करने से जीवन में सकरात्मकता आती है श्री कृष्णा मंत्र…

श्री कृष्ण भोग आरती

|| श्री कृष्ण भोग आरती (Krishna Bhog Aarti PDF) || आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… दुर्योधन को मेवा त्यागो, साग विदुर घर खायो प्यारे मोहन, आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… भिलनी के बैर सुदामा के तंडुल रूचि रूचि भोग लगाओ प्यारे मोहन… आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… वृदावन की कुञ्ज…

श्री कृष्ण चालीसा

श्री कृष्ण चालीसा भगवान श्री कृष्ण को समर्पित एक भक्तिमय पाठ है। इसका पाठ करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आप श्री कृष्ण चालीसा को आसानी से पढ़ने के लिए इसकी PDF डाउनलोड कर सकते हैं। यह आपको पूजा के समय या कभी भी पाठ करने…

Bahula Chaturthi 2025 – बहुला चतुर्थी व्रत पर क्यों नहीं दोही जाती गाय? क्यों इस दिन होती है गाय और बछड़े की पूजा? जानें पौराणिक कथा

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क्या आप जानते हैं बहुला चतुर्थी पर क्यों नहीं दुही जाती गाय? क्यों इस दिन होती है गाय और बछड़े की विशेष पूजा? आइए जानते हैं इस पावन पर्व से जुड़ी अनूठी परंपराएं और गहरा पौराणिक महत्व। भारतीय संस्कृति में त्योहारों का एक विशेष स्थान है, और हर त्योहार अपने साथ कोई न कोई कहानी,…

दामोदर द्वादशी की कथा

|| दामोदर द्वादशी की कथा PDF || दामोदर द्वादशी की कथा भगवान श्री कृष्ण की बचपन की एक अत्यंत प्रिय और मार्मिक लीला से जुड़ी है। यह कथा श्रीमद्भागवत पुराण में विस्तार से वर्णित है। एक समय की बात है, जब भगवान श्री कृष्ण गोकुल में बाल रूप में निवास कर रहे थे। वे अपनी…

आज है दामोदर द्वादशी, जानिए क्यों है विशेष? पूजन विधि, कथा और फल, जब यशोदा ने बांधा भगवान को प्रेम के बंधन में

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दामोदर द्वादशी यह एक ऐसा विशेष दिन है जो भगवान श्री कृष्ण के बचपन की लीलाओं और भक्त-भगवान के अनुपम प्रेम को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु के कृष्ण स्वरूप के दामोदर रूप की पूजा की जाती है। ‘दामोदर’ शब्द का अर्थ है ‘जिसके उदर (पेट) पर रस्सी (दाम) बंधी हो’। यह नाम भगवान…

ललिता सप्तमी व्रत कथा

ललिता सप्तमी का पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन राधा रानी की प्रिय सखी देवी ललिता की पूजा की जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से संतान प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र व अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखा जाता है। इसे संतान सप्तमी के नाम…

श्री दामोदर स्तोत्रम्

श्री दामोदर स्तोत्रम् भगवान श्रीकृष्ण के दामोदर स्वरूप की भक्ति और स्तुति का एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है। यह स्तोत्र यशोदा माता द्वारा भगवान को ऊखल से बांधने की लीला का स्मरण कराता है, जो प्रेम और भक्ति की पराकाष्ठा का प्रतीक है। इस स्तोत्र का नित्य पाठ भक्तों को पापों से मुक्ति दिलाता है…

श्री दामोदर अष्टोत्तरशतनामावलि

श्री दामोदर अष्टोत्तरशतनामावलिः भगवान श्रीकृष्ण के “दामोदर” स्वरूप के 108 दिव्य नामों का संकलन है, जिनका जाप भक्तजन श्रावण मास, कार्तिक मास और विशेष रूप से दामोदर द्वादशी के दिन करते हैं। ये नाम भगवान के अनंत गुणों, लीलाओं और करुणा का गुणगान करते हैं। “श्री दामोदर अष्टोत्तरशतनामावलिः PDF” में इन सभी नामों को शुद्ध…

श्री गोविन्द दामोदर स्तोत्रम्

श्री गोविन्द दामोदर स्तोत्रम् एक अत्यंत मधुर और भक्तिपूर्ण स्तोत्र है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न नामों और लीलाओं का सुंदर वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र श्री श्रीधर स्वामी द्वारा रचित है और इसे पढ़ने से ह्रदय में भक्ति, शांति और आनंद का संचार होता है। विशेष रूप से श्रीविष्णु और उनके अवतारों की…

श्री दामोदर अष्टकम

श्री दामोदर अष्टकम भगवान श्री कृष्ण के मनमोहक बाल रूप दामोदर को समर्पित एक अत्यंत पवित्र स्तुति है। कार्तिक मास में इसका पाठ विशेष फलदायी माना जाता है। इस अष्टकम के आठ श्लोक, माँ यशोदा द्वारा बाल कृष्ण को बाँधने की लीला का अद्भुत वर्णन करते हैं, जो भगवान के भक्तों के प्रति असीम प्रेम…

कान्हा मेरी राखी का, तुझे कर्ज चुकाना है – भजन

|| कान्हा मेरी राखी का, तुझे कर्ज चुकाना है – भजन || कान्हा मेरी राखी का, तुझे कर्ज चुकाना है, जन्मों जनम तक ये, जन्मों जनम तक ये, अब रिश्ता निभाना है, कान्हां मेरी राखी का, तुझे कर्ज चुकाना है ॥ बैठा बैठा क्या सोचे, पकड़ ले कलैया रे, झूठे जग के झमेले में, खो…

वासुदेव द्वादशी व्रत की पौराणिक कथा

वासुदेव द्वादशी का व्रत भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह व्रत आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है, जो देवशयनी एकादशी के ठीक अगले दिन पड़ती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से संतान प्राप्ति होती है, खोई हुई संपत्ति वापस मिलती है, सभी मनोकामनाएं पूरी होती…

करारविन्देन पदारविन्दं – श्लोक अर्थ सहित

॥ करारविन्देन पदारविन्दं – श्लोक ॥ करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम् । वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ हिंदी अर्थ: मैं अपने मन से उस बाल मुकुंद (भगवान कृष्ण) का स्मरण करता हूँ, जो वट वृक्ष के पत्ते पर शयन कर रहे हैं। जिनके कोमल हाथ कमल के समान हैं, जो अपने कमल समान…

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है। यह व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है। इस व्रत को करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा का पाठ और श्रवण…

ऐ मुरली वाले मेरे कन्हैया, बिना तुम्हारे

|| ऐ मुरली वाले मेरे कन्हैया, बिना तुम्हारे || ऐ मुरली वाले मेरे कन्हैया, बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं, ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया, बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं, तुम्हारी यादों में प्राण प्यारे, आंखों से आंसू छलक रहे हैं, ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया, बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं ॥ मुझे है कितनी तुमसे…

आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में

|| आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में || आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में, ऐसा ना आनंद छाया कभी त्रिभुवन में, ऐसा ना आनंद छाया कभी त्रिभुवन में, आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में ॥ जान गए सब हुआ यशोदा के ललना, झूल रहा नन्द जी के अंगना में…

आ जाओ सरकार, दिल ने पुकारा है

|| आ जाओ सरकार, दिल ने पुकारा है || आ जाओ सरकार, दिल ने पुकारा है, हारे ये नैनो के तार, ओझल नजारा है, आ जाओं सरकार, दिल ने पुकारा है ॥ फितरत ज़माने की, बड़ी ही बेगैरत है, कोई नही यार, तू ही हमारा है, आ जाओं सरकार, दिल ने पुकारा है ॥ जाऊं…

अब किसी महफिल में जाने

|| अब किसी महफिल में जाने || अब किसी महफिल में जाने, की हमें फुर्सत नहीं, दुनिया वालो को मनाने, की हमें फुर्सत नहीं ॥ एक दिल है जिसमे मेरा, बस गया है सांवरा, अब कही दिल को लगाने, की हमें फुर्सत नहीं । ​अब किसी महफिल मे जाने, की हमें फुर्सत नहीं, दुनिया वालो…

आता रहा है सांवरा, आता ही रहेगा

|| आता रहा है सांवरा, आता ही रहेगा || आता रहा है सांवरा, आता ही रहेगा, दीनों की लाज श्याम, दीनों की लाज श्याम, बचाता ही रहेगा, आता रहा है साँवरा, आता ही रहेगा ॥ गिरते हुए को और ही, गिराता है जहान, गिरते हुए को थाम ले, ऐसा कोई कहाँ, गिरते को थाम श्याम,…

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी

|| आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी || आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी, हम तो इस काबिल ही ना थे, ये कदर दानी आपकी, आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी॥ मैं तो तुम से हर तरह, होकर अलग भागा रहा, इस जहाँ के दौर मैं, अटका रहा भटका रहा, लगा लिया मुझको गले से, ये रवानी आपकी,…

आनंद ही आनंद बरस रहा, बलिहारी ऐसे सद्गुरु की

|| आनंद ही आनंद बरस रहा, बलिहारी ऐसे सद्गुरु की || आनंद ही आनंद बरस रहा बलिहारी ऐसे सद्गुरु की । आनंद ही आनंद बरस रहा बलिहारी ऐसे सद्गुरु की । धन भाग्य हमारे आज हुए शुभ दर्शन ऐसे सद्गुरु के । पावन कीनी भारत भूमि बलिहारी ऐसे सद्गुरु की ॥ आनंद ही आनंद बरस…

आना मदन गोपाल, हमारे घर कीर्तन में

|| आना मदन गोपाल, हमारे घर कीर्तन में || आना मदन गोपाल, हमारे घर कीर्तन में, आना सुन्दर श्याम, हमारे घर कीर्तन में, कीर्तन में श्याम कीर्तन में, कीर्तन में श्याम कीर्तन में, आना मदन गोंपाल, हमारे घर कीर्तन में ॥ आप भी आना संग ग्वालों को लाना, आप भी आना संग ग्वालों को लाना,…

ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ

|| ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ (Aarti Kunj Bihari Ki Tamil PDF) || ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ ச்ரீ கிரிதர க்ருஷ்ணமுராரீ கீ ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ ச்ரீ கிரிதர க்ருஷ்ணமுராரீ கீ கலே மேங் பைஜங்தீ மாலா பஜாவை முரலீ மதுர பாலா ச்ரவண மேங் குண்டல ஜலகாலா நங்த கே ஆநங்த நங்தலாலா ககந ஸம அங்க காங்தி காலீ ராதிகா சமக ரஹீ ஆலீ லதந மேங் டாடே பநமாலீ ப்ரமர…

ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ

|| ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ (Aarti Kunj Bihari Ki Malayalam PDF) || ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ഗലേ മേം ബൈജംതീ മാലാ ബജാവൈ മുരലീ മധുര ബാലാ ശ്രവണ മേം കുണ്ഡല ഝലകാലാ നംദ കേ ആനംദ നംദലാലാ ഗഗന സമ അംഗ കാംതി കാലീ രാധികാ ചമക രഹീ ആലീ ലതന മേം ഠാഢേ ബനമാലീ ഭ്രമര…

अगर प्यार तेरे से पाया ना होता

|| अगर प्यार तेरे से पाया ना होता || अगर प्यार तेरे से पाया ना होता, तुझे श्याम अपना बनाया ना होता ॥ ना होती तमन्ना हि, तेरे मिलन की, अगर मेरे मन को तु, भाया ना होता, ​अगर प्यार तेरे से पाया ना होता ॥ लबो पे तेरा ये, तरना ना होता, अगर तीर…

गजरा गिर गया जमुना जल में

|| गजरा गिर गया जमुना जल में || जमुना के तट पर, मारी नजरिया ऐसी सांवरिया ने, घायल हो गई पल में, गजरा गिर गया जमुना जल में, की गजरा गिर गया जमुना जल में ॥ लेने गगरिया गई थी बजरिया, बजरिया में मिल गया वो, बांके सांवरिया, गगरी मेरी छीन के उसने, बईया मरोड़ी,…

આરતી કુંજબિહારી કી

|| આરતી કુંજબિહારી કી (Aarti Kunj Bihari Ki Gujarati PDF) || આરતી કુંજબિહારી કી શ્રી ગિરિધર કૃષ્ણમુરારી કી આરતી કુંજબિહારી કી શ્રી ગિરિધર કૃષ્ણમુરારી કી ગલે મેં બૈજંતી માલા બજાવૈ મુરલી મધુર બાલા શ્રવણ મેં કુણ્ડલ ઝલકાલા નંદ કે આનંદ નંદલાલા ગગન સમ અંગ કાંતિ કાલી રાધિકા ચમક રહી આલી લતન મેં ઠાઢ઼ે બનમાલી ભ્રમર…

बनवारी रे! जीने का सहारा तेरा नाम रे

|| बनवारी रे! जीने का सहारा तेरा नाम रे || बनवारी रे, जीने का सहारा तेरा नाम रे, मुझे दुनिया वालों से क्या काम रे ॥ झूठी दुनिया, झूठे बंधन, झूठी है ये माया, झूठा साँस का आना जाना, झूठी है ये काया, यहाँ साँचो तेरो नाम रे । बनवारी रे, जीने का सहारा तेरा…

बनवारी ओ कृष्ण मुरारी

|| बनवारी ओ कृष्ण मुरारी || बनवारी ओ कृष्ण मुरारी, बता कुण मारी, पूछे यशोदा मात रे, ओ लाला कहो थारे मनड़े री बात रे ॥ भेजो थे लाला तने गाय चरावन, रोवतड़ो क्यू घर आयो, किने से तू झगडो कर लीनो, माटी में क्यू भर आयो, कुण तने मारी नाम बतादे, मैया जड़ पूछकारे,…

बांटो बांटो मिठाई मनाओ ख़ुशी

|| बांटो बांटो मिठाई मनाओ ख़ुशी || बांटो बांटो मिठाई मनाओ खुशी, मुँह मीठा करवाओ अवध वासियो । आज वन से अवध आ रहे है प्रभु, दीप माला सजाओ अवध वासियो । आ रहे राम रावण का संगार कर, पापी असुरो से धरती का उधार कर, काली कजरारी रजनी अमावस्या की, इसे रोशन बनाओ अवध…

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