জানকী স্তুতি

|| জানকী স্তুতি || ভঈ প্রগট কুমারী ভূমি-বিদারী জন হিতকারী ভয়হারী । অতুলিত ছবি ভারী মুনি-মনহারী জনকদুলারী সুকুমারী ॥ সুন্দর সিংহাসন তেহিং পর আসন কোটি হুতাশন দ্যুতিকারী । সির ছত্র বিরাজৈ সখি সঙ্গ ভ্রাজৈ নিজ -নিজ কারজ করধারী ॥ সুর সিদ্ধ সুজানা হনৈ নিশানা চঢ়ে বিমানা সমুদাঈ । বরষহিং বহুফূলা মঙ্গল মূলা অনুকূলা সিয় গুন…

જાનકી સ્તુતિ

|| જાનકી સ્તુતિ || ભઈ પ્રગટ કુમારી ભૂમિ-વિદારી જન હિતકારી ભયહારી . અતુલિત છબિ ભારી મુનિ-મનહારી જનકદુલારી સુકુમારી .. સુન્દર સિંહાસન તેહિં પર આસન કોટિ હુતાશન દ્યુતિકારી . સિર છત્ર બિરાજૈ સખિ સંગ ભ્રાજૈ નિજ -નિજ કારજ કરધારી .. સુર સિદ્ધ સુજાના હનૈ નિશાના ચઢ઼ે બિમાના સમુદાઈ . બરષહિં બહુફૂલા મંગલ મૂલા અનુકૂલા સિય ગુન…

ਜਾਨਕੀ ਸ੍ਤੁਤਿ

|| ਜਾਨਕੀ ਸ੍ਤੁਤਿ || ਭਈ ਪ੍ਰਗਟ ਕੁਮਾਰੀ ਭੂਮਿ-ਵਿਦਾਰੀ ਜਨ ਹਿਤਕਾਰੀ ਭਯਹਾਰੀ । ਅਤੁਲਿਤ ਛਬਿ ਭਾਰੀ ਮੁਨਿ-ਮਨਹਾਰੀ ਜਨਕਦੁਲਾਰੀ ਸੁਕੁਮਾਰੀ ॥ ਸੁਨ੍ਦਰ ਸਿੰਹਾਸਨ ਤੇਹਿੰ ਪਰ ਆਸਨ ਕੋਟਿ ਹੁਤਾਸ਼ਨ ਦ੍ਯੁਤਿਕਾਰੀ । ਸਿਰ ਛਤ੍ਰ ਬਿਰਾਜੈ ਸਖਿ ਸੰਗ ਭ੍ਰਾਜੈ ਨਿਜ -ਨਿਜ ਕਾਰਜ ਕਰਧਾਰੀ ॥ ਸੁਰ ਸਿੱਧ ਸੁਜਾਨਾ ਹਨੈ ਨਿਸ਼ਾਨਾ ਚੜ੍ਹੇ ਬਿਮਾਨਾ ਸਮੁਦਾਈ । ਬਰਸ਼਼ਹਿੰ ਬਹੁਫੂਲਾ ਮੰਗਲ ਮੂਲਾ ਅਨੁਕੂਲਾ ਸਿਯ ਗੁਨ…

জানকী স্তুতি

|| জানকী স্তুতি || ভঈ প্ৰগট কুমাৰী ভূমি-ৱিদাৰী জন হিতকাৰী ভয়হাৰী । অতুলিত ছবি ভাৰী মুনি-মনহাৰী জনকদুলাৰী সুকুমাৰী ॥ সুন্দৰ সিংহাসন তেহিং পৰ আসন কোটি হুতাশন দ্যুতিকাৰী । সিৰ ছত্ৰ বিৰাজৈ সখি সঙ্গ ভ্ৰাজৈ নিজ -নিজ কাৰজ কৰধাৰী ॥ সুৰ সিদ্ধ সুজানা হনৈ নিশানা চঢ়ে বিমানা সমুদাঈ । বৰষহিং বহুফূলা মঙ্গল মূলা অনুকূলা সিয় গুন…

ଜାନକୀ ସ୍ତୁତି

|| ଜାନକୀ ସ୍ତୁତି || ଭଈ ପ୍ରଗଟ କୁମାରୀ ଭୂମି-ବିଦାରୀ ଜନ ହିତକାରୀ ଭୟହାରୀ । ଅତୁଲିତ ଛବି ଭାରୀ ମୁନି-ମନହାରୀ ଜନକଦୁଲାରୀ ସୁକୁମାରୀ ॥ ସୁନ୍ଦର ସିଂହାସନ ତେହିଂ ପର ଆସନ କୋଟି ହୁତାଶନ ଦ୍ୟୁତିକାରୀ । ସିର ଛତ୍ର ବିରାଜୈ ସଖି ସଙ୍ଗ ଭ୍ରାଜୈ ନିଜ -ନିଜ କାରଜ କରଧାରୀ ॥ ସୁର ସିଦ୍ଧ ସୁଜାନା ହନୈ ନିଶାନା ଚଢ଼େ ବିମାନା ସମୁଦାଈ । ବରଷହିଂ ବହୁଫୂଲା ମଙ୍ଗଲ ମୂଲା ଅନୁକୂଲା ସିୟ ଗୁନ…

ஜானகீ ஸ்துதி

|| ஜானகீ ஸ்துதி || ப⁴ஈ ப்ரக³ட குமாரீ பூ⁴மி-விதா³ரீ ஜன ஹிதகாரீ ப⁴யஹாரீ . அதுலித ச²பி³ பா⁴ரீ முனி-மனஹாரீ ஜனகது³லாரீ ஸுகுமாரீ .. ஸுந்த³ர ஸிம்ʼஹாஸன தேஹிம்ʼ பர ஆஸன கோடி ஹுதாஶன த்³யுதிகாரீ . ஸிர ச²த்ர பி³ராஜை ஸகி² ஸங்க³ ப்⁴ராஜை நிஜ -நிஜ காரஜ கரதா⁴ரீ .. ஸுர ஸித்³த⁴ ஸுஜானா ஹனை நிஶானா சஃடே³ பி³மானா ஸமுதா³ஈ . ப³ரஷஹிம்ʼ ப³ஹுபூ²லா மங்க³ல மூலா அனுகூலா ஸிய கு³ன…

జానకీ స్తుతి

|| జానకీ స్తుతి || భఈ ప్రగట కుమారీ భూమి-విదారీ జన హితకారీ భయహారీ . అతులిత ఛబి భారీ ముని-మనహారీ జనకదులారీ సుకుమారీ .. సుందర సింహాసన తేహిం పర ఆసన కోటి హుతాశన ద్యుతికారీ . సిర ఛత్ర బిరాజై సఖి సంగ భ్రాజై నిజ -నిజ కారజ కరధారీ .. సుర సిద్ధ సుజానా హనై నిశానా చఢే బిమానా సముదాఈ . బరషహిం బహుఫూలా మంగల మూలా అనుకూలా సియ గున…

ಜಾನಕೀ ಸ್ತುತಿ

|| ಜಾನಕೀ ಸ್ತುತಿ || ಭಈ ಪ್ರಗಟ ಕುಮಾರೀ ಭೂಮಿ-ವಿದಾರೀ ಜನ ಹಿತಕಾರೀ ಭಯಹಾರೀ . ಅತುಲಿತ ಛಬಿ ಭಾರೀ ಮುನಿ-ಮನಹಾರೀ ಜನಕದುಲಾರೀ ಸುಕುಮಾರೀ .. ಸುಂದರ ಸಿಂಹಾಸನ ತೇಹಿಂ ಪರ ಆಸನ ಕೋಟಿ ಹುತಾಶನ ದ್ಯುತಿಕಾರೀ . ಸಿರ ಛತ್ರ ಬಿರಾಜೈ ಸಖಿ ಸಂಗ ಭ್ರಾಜೈ ನಿಜ -ನಿಜ ಕಾರಜ ಕರಧಾರೀ .. ಸುರ ಸಿದ್ಧ ಸುಜಾನಾ ಹನೈ ನಿಶಾನಾ ಚಢ಼ೇ ಬಿಮಾನಾ ಸಮುದಾಈ . ಬರಷಹಿಂ ಬಹುಫೂಲಾ ಮಂಗಲ ಮೂಲಾ ಅನುಕೂಲಾ ಸಿಯ ಗುನ…

ജാനകീ സ്തുതി

|| ജാനകീ സ്തുതി || ഭഈ പ്രഗട കുമാരീ ഭൂമി-വിദാരീ ജന ഹിതകാരീ ഭയഹാരീ . അതുലിത ഛബി ഭാരീ മുനി-മനഹാരീ ജനകദുലാരീ സുകുമാരീ .. സുന്ദര സിംഹാസന തേഹിം പര ആസന കോടി ഹുതാശന ദ്യുതികാരീ . സിര ഛത്ര ബിരാജൈ സഖി സംഗ ഭ്രാജൈ നിജ -നിജ കാരജ കരധാരീ .. സുര സിദ്ധ സുജാനാ ഹനൈ നിശാനാ ചഢേ ബിമാനാ സമുദാഈ . ബരഷഹിം ബഹുഫൂലാ മംഗല മൂലാ അനുകൂലാ സിയ ഗുന…

श्री सीता आरती

|| श्री सीता आरती || आरती श्री जनक दुलारी की । सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ जगत जननी जग की विस्तारिणी, नित्य सत्य साकेत विहारिणी, परम दयामयी दिनोधारिणी, सीता मैया भक्तन हितकारी की ॥ आरती श्री जनक दुलारी की । सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ सती श्रोमणि पति हित कारिणी, पति सेवा वित्त…

जानिये माता सीता के जन्म से जुडी कुछ अनसुनी रोचक कथाये

Sita Mata

हिंदू धर्म में सीता माता को आदर्श भारतीय नारी और पत्नी के रूप में सम्मान दिया जाता है। उनका जीवन त्याग, धैर्य, पतिव्रता धर्म और अदम्य साहस का प्रतीक है। आइए जानें उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में: जन्म और विवाह: सीता माता मिथिला के राजा जनक की पुत्री थीं। उन्हें ‘जानकी’…

श्री सीताष्टाक्षर स्तोत्रम्

॥ श्रीसीताष्टाक्षरस्तोत्रम् ॥ श्रीसीताराम चरणौ शरणं प्रपद्ये । अङ्गद उवाच – लङ्काया हि प्रचण्डोग्रेर्यत्पाठाद् रक्षितोऽसि तत् । श्रीसीताष्टाक्षरस्तोत्रं वक्तुमर्हसि मारुते ॥ १॥ हनुमान उवाच – रामभक्त महाभाग सन्मते वालिनन्दन । श्रीसीताष्टाक्षरस्तोत्रं सर्वभीतिहरं शृणु ॥ २॥ श्रीमद् रामप्रिया पुण्या श्रीमद् रामपरायणा । श्रीमद् रामादभिन्ना च श्रीसीता शरणं मम ॥ ३॥ शरणाश्रित रक्षित्री भास्करार्देविभासिता । आकार त्रय…

श्री वाल्मीकि कृत सीता सहस्रनामावली

।।श्री वाल्मीकि कृत सीता सहस्रनामावली।। ॐ अकलङ्कायै नमः। ॐ अक्षुद्रायै नमः। ॐ अगोत्रायै नमः। ॐ अचिन्त्यमहिम्ने नमः। ॐ अचिन्त्यायै नमः। ॐ अचिन्त्यायै नमः। ॐ अच्युतायै नमः। ॐ अतिलालसायै नमः। ॐ अदित्यै नमः। ॐ अनन्तदृष्ट्यै नमः। ॐ अनन्तवर्णायै नमः। ॐ अनन्तशयनायै नमः। ॐ अनन्तायै नमः। ॐ अनन्तायै नमः। ॐ अनन्तोरसिस्थितायै नमः। ॐ अनन्यस्थायै नमः। ॐ अनवच्छिन्नायै…

देवी जानकी सहस्रनामावली

।।देवी जानकी सहस्रनामावली।। ॐ अकल्पायै नमः। ॐ अकल्मषायै नमः। ॐ अकामायै नमः। ॐ अकायायै नमः। ॐ अकारचर्चितायै नमः। ॐ अकारणायै नमः। ॐ अकोपपूज्यायै नमः। ॐ अक्रूरैकायै नमः। ॐ अक्षणायै नमः। ॐ अक्षरायै नमः। ॐ अगदायै नमः। ॐ अगुणायै नमः। ॐ अग्रगण्यायै नमः। ॐ अचलापुत्रिकायै नमः। ॐ अचलायै नमः। ॐ अच्युतायै नमः। ॐ अजायै नमः। ॐ…

माता सीता की जन्म कथा

।। माता सीता की जन्म कथा ।। रामायण में माता सीता को जानकी कहकर भी संबोधित किया गया है। देवी सीता मिथिला के राजा जनक की पुत्री थीं इसलिए उन्हें जानकी भी कहा जाता है। सीता मिथिला (सीतामढ़ी, बिहार) में जन्मी थी, यह स्थान आगे चलकर सीतामढ़ी से विख्यात हुआ। देवी सीता मिथिला के नरेश…